Friday, March 12, 2021

अजीत जलान का धांधलियों के चलते जाना तय,दादागिरि के बल पर कर रहे है माहौल खराब

शुक्रवार -12 मार्च - 2021

रोटरी इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट (3011) में नामिनी पद (डीजीएनडी-वर्ष-23-24) की चुनावी लड़ाई में अजीत जलान ने जिन धांधलियों व भ्रष्टाचार के सहारे अपने विजयी होने की दास्तान लिखी , उनके विरोधी जितेंद्र गुप्ता ने रोटरी इंटरनेशनल बोर्ड में दो हजार डॉलर की शिकायत कर उनकी धांधलियों का न सिर्फ खुलासा कर दिया,बल्कि अजीत जलान के वापस जाने की स्क्रिप्ट लिख डाली ? उनकी जीत की धांधलियों में शामिल अन्य पदाधिकारी अब स्वयं के बचाव में अजीबो-गरीब तर्क देते फिर रहे हैं। इस पूरे मामले से इतना तो साफ है कि अजीत जलान का जाना लगभग तय है? इसके बावजूद अजीत जलान की धांधलियों में बराबर के भागेदारी गर्वनर संजीव राय मेहरा अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे। संजीव कुमार मेहरा के खिलाफ एक साल में दो हजार डॉलर की यह दूसरी शिकायत है,जिसने गवर्नर के पद को शर्मशार कर दिया। क्योंकि, पिछले पांच छह सालों से गर्वनर पद के किसी शख्सियत पर कोई आरोप नहीं लगा हैं। 

नई दिल्ली। डिस्ट्रिक्ट गवर्नर के नामिनी पद की चुनावी लड़ाई में सत्ताधारी खेमे की पक्षपात पूर्ण मनमानियों और बेइमानियों को लेकर होने वाली शिकायत रोटरी इंटरनेशनल के बड़े और प्रमुख पदाधिकारियों तक जा पहुंची है और इस तरह डिस्ट्रिक्ट की चुनावी लड़ाई एक बड़ा मुद्दा बन गया है। डिस्ट्रिक्ट गवर्नर के नामिनी पद की चुनावी लड़कई में अजीत जलान ने जीत के लिए जिन धांधलियों और बेईमानियों की सहारा लिया,उसकी सूची बहुत लंबी है। आरोप है कि उन्होंने सत्ताधारी गर्वनर के साथ मिलकर ग्लोबल ग्रॉट बांटी, डिस्ट्रिक्ट फंक्शन का मिस यूज किया। प्रेसीडेंटों को िगफ्ट बाटे। आरोप तो यहां तक है कि इलेक्ट्रोनिक्स वोटिंग का मिस यूज किया है। ऐसी न जाने कितनी हेराफेरी करके अजीत जलान डिस्ट्रिक्ट गवर्नर के नामिनी पद की चुनावी लड़ाई तो जीत गए,लेकिन उनकी इस जीत पर विरोधी जितेंद्र गुप्ता ने अपनी सक्रियता से इतनी जल्दी पानी फेर दिया इसका आभास तो शायद अजीत जलान को भी नहीं था। दूसरी तरफ इस मामले में शिकायतकर्ता जितेंद्र गुप्ता का कहना है कि मैं भले ही हार गया,लेकिन फाइट करता रहूंगा। बल्कि शिकायत करने के बाद जो लोग क्लब के दूसरे लोगों को धमकाकर अभद्र व्यवहार कर रहे है,उनके नामों का भी खुलासा करूंगा।

हालाकि, अजीत जलान की हेराफेरी व धांधलियों के आरोप विरोधी गुट समय समय पर लगाता रहा,इसके बावजूद उनकी जीत का मार्जिन इतना कम रहा,जो विरोधियों के लिए इक्के का काम कर गया।  रोटरी इंटरनेशनल के बड़े और प्रमुख पदाधिकारियों के पास दो हजार डॉलर की शिकायत पहुंचते ही, उन्हें भी तमाम खामियां दिखाई देने लगी, बल्कि पहले बीच बीच में चचार्ओं के दौरान धांधलियों के आरोप की सच्चाई समझ में आने लगी। फिलहाल, इस मामले में इन बातों को लेकर चर्चा का बाजार गर्म है कि अजीत जलान का क्या होगा? अधिकांश लोगों का मानना है कि उनका जाना लगभग तय है। दूसरी तरफ पूरे मामले से वाकिफ अजीत जलान एक बार फिर पत्ते फेटने में लग गए है, उनके नजदीकियों का मानना है कि जब सत्ताधारी नेतृत्व गर्वनर संजीव राय मेहरा समेत  विनय भाटिया ने मिलकर जो धांधलियां की है वह अजीत जलान पर लगे आरोपों को गलत साबित करने का प्रयास करेंगे? जबकि गर्वनर संजीव राय मेहरा व उनके सहयोगी मामले को संभालने के बजाए सड़क छाप जैसी गुंडागर्दी पर उतारू है। क्लब के लोगों से इस मामले में आरोपों को वापस लेने के लिए न सिर्फ दबाव बना रहे,बल्कि उनको धमकाया जा रहा है। अजीत जलान ही नहीं बल्कि उनके साथ पूरे प्रकरण में शामिल सदस्य जिस तरह की हरकतों को अंजाम दे रहे है, उसका भविष्य पर क्या प्रभाव पड़ेगा इसकी चिंता किए बिना तमाम तरह का अभद्र व्यवहार कर रहे हैं। पूरी फिल्म में अजीत जलान विलेन तो बन ही गए , अब फिल्म के निमार्ता- निर्देशक (रोटरी इंटरनेशनल के बड़े व प्रमुख पदाधिकारी)को तय करना है कि वह विलेन का जाना तय करते है या फिर कोई दूसरी कार्रवाई जो हर हाल में अजीत जलान के रोटरी भविष्य के लिए दागदार साबित होगा।

इस सब के बीच रोटरी इंटरनेशनल के गर्वनर पद पर वर्तमान में काबिज संजीव राय मेहरा की हरकतों से प्रतिष्ठा व साख में जो गिरावट आई है। उसे हमेशा याद रखा जाएगा? बता दे कि गर्वनर ने पहले भी विनय भाटिया को डीएमसी पद पर बेशर्मी से नियमों के विरुद्ध जाकर नियुक्त किया था। जब इसकी शिकायत आरआई में की गई तो संजीव राय मेहरा को बड़ी बेइज्जद होकर नियुक्ति वापस लानी पड़ी। पूरे डिस्ट्रिक्ट में दोनों की थू-थू हो गई और मुंह छिपाना पड़ा। इतना ही नहीं दीपक तलवार ने  डिस्ट्रिक्ट गवर्नर के नामिनी पद के चुनाव में प्रत्याशी के रूप में फार्म भरा था,लेकिन गर्वनर से उन्हें बिना कोई पावर के उन्हें डिस्कालिफाइड कर दिया था। इसकी शिकायत भी दीपक तलवार ने की है। सूत्रों के अनुसार यहां पर भी डिस्ट्रिक्ट गर्वनर संजीव राय मेहरा को मुंह की खानी पड़ेगी। आरआई उन्हें बर्खास्त भी कर सकता है। इन हरकतों के चलते गर्वनर संजीव राय मेहरा व अजीत जलान पर कई कार्रवाई होगी, इस पर सबकी निगाहें लगी हुई है?  

--------------------------