Wednesday, June 27, 2012

'गंदी राजनीति' और 'षड्यंत्र' का शिकार बने अरुण जैन, सुधीर मंगला की डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद की उम्मीदवारी के लिए मुसीबत बने

नई दिल्ली | अरुण जैन को अध्यक्ष पद से हटाये जाने का मामला सुधीर मंगला के लिए आफत बनता दिख रहा है | सुधीर मंगला के लिए राहत की बात यही है कि अरुण जैन को क्लब में कोई समर्थन नहीं मिला और अरुण जैन अलग-थलग ही नज़र आये हैं | लेकिन अरुण जैन को अध्यक्ष पद से हटाये जाने को लेकर जिस तरह की चिट्ठी-पत्री शुरू हो गई है और उसमें जिस तरह से सुधीर मंगला को सीधा निशाना बनाया जा रहा है - उससे सुधीर मंगला के लिए मुसीबत खड़ी हो गई दिख रही है | 'रचनात्मक संकल्प' को एक बेनामी चिट्ठी मिली है जिसमें अरुण जैन को अध्यक्ष पद से हटाये जाने के लिए सुधीर मंगला को जिम्मेदार बताया गया है | इस बेनामी चिट्ठी में सुधीर मंगला पर गंभीर आरोप यह लगाया गया है कि सुधीर मंगला ही रोटरी क्लब दिल्ली राजधानी में हुए विभाजन के लिए जिम्मेदार थे और अब उनकी राजनीति रोटरी क्लब दिल्ली लुटियन को भी 'लुटाने' को तैयार है | सुधीर मंगला और क्लब के दूसरे सदस्य इस चिट्ठी के पीछे अरुण जैन को 'देखते' हैं, लेकिन अरुण जैन इस चिट्ठी के पीछे किसी भी रूप में होने से इंकार करते हैं | अरुण जैन लेकिन अपनी अध्यक्षी जाने का जो जो कारण बताते हैं, कमोवेश वही कुछ इस चिट्ठी में कहा/लिखा गया है | अरुण जैन क्लब के पदाधिकारियों के इस दावे को बिलकुल झूठा बताते हैं कि उन्होंने अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा दिया है | उल्लेखनीय है कि बबाल से और डिस्ट्रिक्ट के लोगों के सवालों से बचने के लिए क्लब के पदाधिकारियों ने दावा किया कि समय की कमी के चलते अरुण जैन ने खुद ही अध्यक्ष पद से हटने की पेशकश की थी और उन्होंने अपनी इच्छा से ही अध्यक्ष पद छोड़ा है | अरुण जैन का कहना है कि अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी निभाने के लिए उनके पास समय की कोई कमी नहीं है और उन्होंने न कभी अध्यक्ष पद छोड़ने की बात कही और न इस्तीफ़ा दिया | अरुण जैन का कहना है कि उन्हें गंदी राजनीति का शिकार बनाया गया और नियमों को ठेंगा दिखा कर षड्यंत्रपूर्ण तरीके से अध्यक्ष पद से हटाया गया है | किसने 'गंदी राजनीति' या 'षड्यंत्र' किया, अरुण जैन आपसी बातचीत में यह नहीं बताते | वह यही कह कर किसी का नाम लेने से बचते हैं कि 'आप सब जानते हैं |' लेकिन उनका पक्ष लेते हुए जो चिट्ठी सामने आई है उसमें - जो हुआ, उसके लिए सुधीर मंगला को जिम्मेदार ठहराया गया है | चिट्ठी में कहा गया है कि अरुण जैन तो पूरी मेहनत से न सिर्फ अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी निभा रहे थे, बल्कि सुधीर मंगला की उम्मीदवारी के लिए समर्थन जुटाने के लिए भी प्रयास कर रहे थे | चिट्ठी में कहा गया है कि क्लब के कुछेक सदस्य अरुण जैन को सहयोग तो नहीं ही कर रहे थे, तरह-तरह की बातों को फैला कर उन्हें बदनाम और कर रहे थे | अरुण जैन को यह देख/जान कर और बुरा लगा कि क्लब के ऐसे सदस्यों को सुधीर मंगला भी शह और समर्थन दे रहे हैं | अरुण जैन ने कई बार सुधीर मंगला को आगाह किया कि क्लब के कुछेक सदस्यों का जो रवैया और तरीका है, उसके चलते डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद के लिए प्रस्तुत उनकी उम्मीदवारी मुश्किल में पड़ जा सकती है, लेकिन सुधीर मंगला ने कभी भी उनकी बातों को तवज्जो नहीं दी; बल्कि अरुण जैन को ही ऐसी-ऐसी बातों के लिए जिम्मेदार ठहराया जिनके लिए अरुण जैन किसी भी तरह से जिम्मेदार नहीं थे | अरुण जैन को सुधीर मंगला से इस बात की गंभीर शिकायत रही कि सुधीर मंगला क्लब के उन लोगों के ज्यादा नज़दीक रहे जो अरुण जैन को न तो सहयोग करने को तैयार थे, और न अरुण जैन को काम करने दे रहे थे | अरुण जैन के हर फैसले पर ऊँगली उठाना और ऐतराज करना जिन्होंने अपना धर्म बना लिया था; तरह-तरह की बातें फैला कर जो लगातार अरुण जैन को बदनाम कर रहे थे | यह बात तो खुद सुधीर मंगला ने कही/बताई कि अरुण जैन अक्सर उनसे कहते थे कि क्लब में कुछेक लोग उन्हें काम नहीं करने दे रहे हैं | सुधीर मंगला का कहना लेकिन यह रहा कि अरुण जैन जब भी उनसे यह बात कहते, वह उनसे पूछते कि कौन उन्हें काम नहीं करने दे रहा है; अरुण जैन ने लेकिन उन्हें कभी किसी का नाम नहीं बताया | सुधीर मंगला का कहना है कि ऐसे में वह क्या कर सकते थे | सुधीर मंगला को हैरानी है कि अरुण जैन अपनी दशा के लिए उन्हें क्यों जिम्मेदार ठहरा रहे हैं | सुधीर मंगला को भले ही हैरानी हो, लेकिन अरुण जैन की तरफ से उन्हें ही जिम्मेदार ठहराया जा रहा है | रोटरी क्लब दिल्ली राजधानी में हुए विभाजन के लिए सुधीर मंगला को जिम्मेदार ठहरा कर तथा सुधीर मंगला पर 'गंदी राजनीति' व 'षड्यंत्र' करने का आरोप मढ़ कर यह जता दिया गया है कि अरुण जैन को अध्यक्ष पद से हटा देने की कार्रवाई सुधीर मंगला के लिए मुसीबत बन गई है |