Monday, January 23, 2012

श्रीकांत जोशी के खिलाफ अशोक अग्रवाल की अभद्र व अशालीन बातों को सुनकर लोगों ने उनके जेके गौड़ की उम्मीदवारी के खिलाफ होने का अनुमान लगाया है

गाजियाबाद | जेके गौड़ ने श्रीकांत जोशी के बारे में अशोक अग्रवाल द्धारा की गई अभद्र व अशालीन किस्म की बातों को अशोक अग्रवाल के ज्यादा पी कर बहक जाने का नतीजा बताया है | जेके गौड़ ने लोगों को सफाई दी है कि राजीव वशिष्ठ के बेटे की शादी के समारोह में अशोक अग्रवाल ने श्रीकांत जोशी के बारे में जो कुछ भी कहा है वह उन पर चढ़े नशे का असर भर था और उसके कोई अन्य अर्थ नहीं निकाले जाने चाहिए | जेके गौड़ को यह सफाई देने की जरूरत दरअसल इसलिए पड़ी क्योंकि उक्त समारोह में जिन्होंने अशोक अग्रवाल को श्रीकांत जोशी के खिलाफ अभद्र व अशालीन किस्म की बातें करते हुए सुना उन्होंने अशोक अग्रवाल के रवैये को जेके गौड़ की अगले रोटरी वर्ष में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद के लिए प्रस्तुत होने वाली उम्मीदवारी की जड़ में मट्ठा डालने की कोशिश के रूप में ही देखा और बताया | अशोक अग्रवाल यूं तो जेके गौड़ के बहुत नजदीक और बहुत खास दिखते हैं लेकिन कई लोगों को लगता है कि जेके गौड़ का डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद के लिए अपनी उम्मीदवारी प्रस्तुत करना अशोक अग्रवाल को पसंद नहीं आ रहा है और वह नहीं चाहते हैं कि जेके गौड़ डिस्ट्रिक्ट गवर्नर चुने जायें | इसीलिए वह ऐसा कुछ करने के चक्कर में रहते हैं और मौका मिले तो करते हैं जिससे कि जेके गौड़ की उम्मीदवारी को नुकसान पहुंचे | श्रीकांत जोशी के बारे में अशोक अग्रवाल ने जो बकवासपूर्ण बातें कीं, उनके पीछे भी अशोक अग्रवाल के इसी उद्देश्य को देखा/ पहचाना गया |
उल्लेखनीय है कि श्रीकांत जोशी अगले रोटरी वर्ष में अपने क्लब के अध्यक्ष हैं, और इस नाते से अगले वर्ष होने वाले डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद के चुनाव में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण होगी |अशोक अग्रवाल यह बात न समझते हों, इस पर कोई भी विश्वास नहीं करेगा | जेके गौड़ और या उनका कोई भी नजदीकी या समर्थक या शुभचिंतक ऐसा कोई काम नहीं करेगा या करना चाहेगा जिससे कोई भी क्लब अध्यक्ष जेके गौड़ के खिलाफ अभी से हो जाये | अब अगर अशोक अग्रवाल सचमुच में जेके गौड़ की उम्मीदवारी के समर्थक हैं तो श्रीकांत जोशी के खिलाफ अभद्र तथा अशालीन तरीके से बात करने का क्या कारण हो सकता है - और वह भी तब जबकि उनके लिए यह करना किसी भी कारण से जरूरी नहीं था | इसी कारण से जिन लोगों ने अशोक अग्रवाल को श्रीकांत जोशी के खिलाफ अभद्र व अशालीन तरीके से बात करते हुए सुना, उन्होंने यही माना और समझा कि अशोक अग्रवाल ने जेके गौड़ की उम्मीदवारी में मट्ठा डालने का काम शुरू कर दिया है | अशोक अग्रवाल ने जिन लोगों के सामने श्रीकांत जोशी के खिलाफ अभद्र व अशालीन बातें कीं उन लोगों का कहना है कि जेके गौड़ ने अशोक अग्रवाल को चुप करने की बहुत कोशिश की और यह तर्क भी दिया कि श्रीकांत जोशी से तुम्हारा क्या झगड़ा है और इस तरह की बातों से क्यों मेरी उम्मीदवारी के लिए समस्या पैदा कर रहे हो | जेके गौड़ की कोशिश का और उनके तर्कों का लेकिन अशोक अग्रवाल पर कोई असर नहीं हुआ; बल्कि उन्होंने और जोर-शोर से श्रीकांत जोशी के खिलाफ अपनी बातें जारी रखीं |
जेके गौड़ के लिए अशोक अग्रवाल को चुप करना मुश्किल हुआ, लेकिन इससे भी बड़ी समस्या का सामना उन्हें यह देख /जान कर करना पड़ा कि अशोक अग्रवाल की श्रीकांत जोशी के खिलाफ कही गई बातों को इस बात के संकेत और सुबूत के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है कि अशोक अग्रवाल डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद के लिए प्रस्तुत की जाने वाली उनकी उम्मीदवारी के खिलाफ हैं | आखिर तब जेके गौड़ को लोगों को अशोक अग्रवाल के बारे में सच बात बतानी ही पड़ी | जेके गौड़ ने लोगों को आश्वस्त किया की अशोक अग्रवाल उनकी उम्मीदवारी के साथ पूरी तरह से हैं और हर तरह से उनकी उम्मीदवारी का समर्थन कर रहे हैं | जेके गौड़ ने लोगों को बताया है कि श्रीकांत जोशी के बारे में अशोक अग्रवाल ने जो कुछ कहा है, वह नशे में होने के कारण कहा है तथा उनके कहे हुए के कोई अन्य अर्थ नहीं लगाए या निकाले जाने चाहिए | जेके गौड़ ने लोगों को बताया है कि अशोक अग्रवाल ने उन्हें आश्वस्त किया है कि जब तक वह उम्मीदवार हैं तब तक अशोक अग्रवाल ज्यादा नहीं पिया करेंगे, ताकि वह किसी के बारे में ऐसा कुछ न कह बैठें जिससे कि जेके गौड़ की उम्मीदवारी के लिए मुसीबत पैदा हो |