लखनऊ । विशाल सिन्हा
ने अपने प्रतिद्धन्द्धी शिव कुमार गुप्ता और उनका समर्थन कर रहे केएस
लूथरा की मिलीजुली शक्ति से निपटने और सेकेंड वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद
की अपनी उम्मीदवारी के पक्ष में समर्थन जुटाने और दिखाने के उद्देश्य से
पिछले दिनों सघन अभियान चलाया है । उनके इस सघन अभियान की खास बात यह
रही कि उन्होंने डिस्ट्रिक्ट के प्रायः हर क्लब को और चुनाव को प्रभावित कर
सकने वाले प्रायः हर प्रमुख लायन सदस्य को एप्रोच किया और उसे अपने साथ
लाने की तथा उसे अपने साथ खड़ा दिखाने की कोशिश की । इस उपक्रम में उन्होंने काशीपुर में, शाहजहाँपुर में और फिर लखनऊ में मीटिंग्स कीं ।
इन मीटिंग्स में आसपास के क्लब्स के सदस्य तो उपस्थित हुए ही, दूर-दराज के नेता लोग भी शामिल हुए - जिसके जरिये विशाल सिन्हा ने हर जगह के लोगों को यह सन्देश देने की कोशिश की कि उन्हें प्रत्येक क्षेत्र के लोगों का समर्थन मिल रहा है । पहले काशीपुर में, फिर शाहजहाँपुर में और उसके बाद लखनऊ में गेट-टु-गेदर तथा ज्वाइंट नोमीनेशन के आयोजन के जरिये विशाल सिन्हा ने अपने आयोजनों को इस तरह से प्लान किया कि जो लायन सदस्य हर आयोजन में शामिल न हो पायें या जिन्हें हर आयोजन की रिपोर्ट न मिल पाए उन्हें भी यह सन्देश अपने आप मिल जाये कि विशाल सिन्हा की उम्मीदवारी को डिस्ट्रिक्ट में व्यापक समर्थन मिल रहा है ।
सेकेंड वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद के चुनाव के संदर्भ में विशाल सिन्हा को दरअसल इस 'प्रचार' से बड़ी चुनौती मिल रही थी कि उनके साथ तो डिस्ट्रिक्ट के सिर्फ कुछ बड़े क्लब हैं तथा डिस्ट्रिक्ट के अधिकतर छोटे क्लब्स गुरनाम सिंह द्धारा की जाने वाली उपेक्षा के कारण और डिस्ट्रिक्ट गवर्नर केएस लूथरा के भावनात्मक दोस्ताना के कारण शिव कुमार गुप्ता के समर्थन में होंगे । अपने खिलाफ होने वाले इस प्रचार से निपटने के लिए ही विशाल सिन्हा ने पिछले दिनों हुईं मीटिंग्स को खास तौर से न सिर्फ डिज़ाइन किया बल्कि उन्हें अमली जामा भी पहनाया । डिस्ट्रिक्ट के बड़े क्लब्स को अपने साथ बनाये रखते हुए डिस्ट्रिक्ट के छोटे क्लब्स को भी विश्वास में लेने और अपने साथ खड़ा करने तथा दिखाने पर विशाल सिन्हा ने खास जोर दिया । इसी के साथ, उन्होंने ऐसे लोगों को भी अपने साथ लाने और दिखाने का काम किया जिन्हें उनके खिलाफ देखा/समझा जाता है; या उन्हें जिनके समर्थन को लेकर संदेह रहा है ।
विशाल सिन्हा और उनके खैरख्वाह गुरनाम सिंह ने यह समझने/पहचानने में हालाँकि थोड़ी देर कर दी कि डिस्ट्रिक्ट की इस बार की चुनावी लड़ाई उनके लिए उतनी आसान नहीं है, जितनी कि वह समझ रहे थे । केएस लूथरा को वह हलके में ले रहे थे, और यह मान कर चल रहे थे कि केएस लूथरा को बदनाम करके वह चुनावी लड़ाई को अपने पक्ष में कर लेंगे । विशाल सिन्हा के नजदीकियों का ही यह कहना है कि यह तो अच्छा हुआ कि समय रहते इस सच्चाई को पहचान लिया गया कि केएस लूथरा को कमजोर समझने/बताने से अपना ही नुकसान होगा । विशाल सिन्हा को भी यह समझने में थोड़ा समय लगा कि गुरनाम सिंह का समर्थन उनके अभियान को ताकत तो देगा, लेकिन सिर्फ गुरनाम सिंह के भरोसे बैठे रहेंगे तो नुकसान भी हो सकता है । यह समझने के बाद, विशाल सिन्हा खुद से सक्रिय हुए तो उन्हें अनुकूल नतीजे भी मिलने शुरू हुए । पिछले दिनों विशाल सिन्हा ने हर किसी का समर्थन जुटाने का जो प्रयास किया और अलग-अलग तरीकों का इस्तेमाल करके हर किसी को अपने साथ जोड़ने की जिस तरह से कोशिश की, उनके आयोजनों में जुटती भीड़ ने 'बताया' है कि उसका उन्हें भरपूर फायदा हुआ है । अपनी निरंतर सक्रियता और हर किसी को अपने साथ करने की कोशिशों से विशाल सिन्हा ने सेकेंड वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद की अपनी उम्मीदवारी को खासा मजबूत आधार दे दिया है और डिस्ट्रिक्ट के चुनावी खिलाड़ियों की निगाह में अपनी अच्छी बढ़त बना ली है ।
विशाल सिन्हा को डिस्ट्रिक्ट के खास लोगों का समर्थन मिल रहा है, इसका अंदाजा यहाँ प्रस्तुत तस्वीरों से लगाया जा सकता है ।
इन मीटिंग्स में आसपास के क्लब्स के सदस्य तो उपस्थित हुए ही, दूर-दराज के नेता लोग भी शामिल हुए - जिसके जरिये विशाल सिन्हा ने हर जगह के लोगों को यह सन्देश देने की कोशिश की कि उन्हें प्रत्येक क्षेत्र के लोगों का समर्थन मिल रहा है । पहले काशीपुर में, फिर शाहजहाँपुर में और उसके बाद लखनऊ में गेट-टु-गेदर तथा ज्वाइंट नोमीनेशन के आयोजन के जरिये विशाल सिन्हा ने अपने आयोजनों को इस तरह से प्लान किया कि जो लायन सदस्य हर आयोजन में शामिल न हो पायें या जिन्हें हर आयोजन की रिपोर्ट न मिल पाए उन्हें भी यह सन्देश अपने आप मिल जाये कि विशाल सिन्हा की उम्मीदवारी को डिस्ट्रिक्ट में व्यापक समर्थन मिल रहा है ।
सेकेंड वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद के चुनाव के संदर्भ में विशाल सिन्हा को दरअसल इस 'प्रचार' से बड़ी चुनौती मिल रही थी कि उनके साथ तो डिस्ट्रिक्ट के सिर्फ कुछ बड़े क्लब हैं तथा डिस्ट्रिक्ट के अधिकतर छोटे क्लब्स गुरनाम सिंह द्धारा की जाने वाली उपेक्षा के कारण और डिस्ट्रिक्ट गवर्नर केएस लूथरा के भावनात्मक दोस्ताना के कारण शिव कुमार गुप्ता के समर्थन में होंगे । अपने खिलाफ होने वाले इस प्रचार से निपटने के लिए ही विशाल सिन्हा ने पिछले दिनों हुईं मीटिंग्स को खास तौर से न सिर्फ डिज़ाइन किया बल्कि उन्हें अमली जामा भी पहनाया । डिस्ट्रिक्ट के बड़े क्लब्स को अपने साथ बनाये रखते हुए डिस्ट्रिक्ट के छोटे क्लब्स को भी विश्वास में लेने और अपने साथ खड़ा करने तथा दिखाने पर विशाल सिन्हा ने खास जोर दिया । इसी के साथ, उन्होंने ऐसे लोगों को भी अपने साथ लाने और दिखाने का काम किया जिन्हें उनके खिलाफ देखा/समझा जाता है; या उन्हें जिनके समर्थन को लेकर संदेह रहा है ।
विशाल सिन्हा और उनके खैरख्वाह गुरनाम सिंह ने यह समझने/पहचानने में हालाँकि थोड़ी देर कर दी कि डिस्ट्रिक्ट की इस बार की चुनावी लड़ाई उनके लिए उतनी आसान नहीं है, जितनी कि वह समझ रहे थे । केएस लूथरा को वह हलके में ले रहे थे, और यह मान कर चल रहे थे कि केएस लूथरा को बदनाम करके वह चुनावी लड़ाई को अपने पक्ष में कर लेंगे । विशाल सिन्हा के नजदीकियों का ही यह कहना है कि यह तो अच्छा हुआ कि समय रहते इस सच्चाई को पहचान लिया गया कि केएस लूथरा को कमजोर समझने/बताने से अपना ही नुकसान होगा । विशाल सिन्हा को भी यह समझने में थोड़ा समय लगा कि गुरनाम सिंह का समर्थन उनके अभियान को ताकत तो देगा, लेकिन सिर्फ गुरनाम सिंह के भरोसे बैठे रहेंगे तो नुकसान भी हो सकता है । यह समझने के बाद, विशाल सिन्हा खुद से सक्रिय हुए तो उन्हें अनुकूल नतीजे भी मिलने शुरू हुए । पिछले दिनों विशाल सिन्हा ने हर किसी का समर्थन जुटाने का जो प्रयास किया और अलग-अलग तरीकों का इस्तेमाल करके हर किसी को अपने साथ जोड़ने की जिस तरह से कोशिश की, उनके आयोजनों में जुटती भीड़ ने 'बताया' है कि उसका उन्हें भरपूर फायदा हुआ है । अपनी निरंतर सक्रियता और हर किसी को अपने साथ करने की कोशिशों से विशाल सिन्हा ने सेकेंड वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद की अपनी उम्मीदवारी को खासा मजबूत आधार दे दिया है और डिस्ट्रिक्ट के चुनावी खिलाड़ियों की निगाह में अपनी अच्छी बढ़त बना ली है ।
विशाल सिन्हा को डिस्ट्रिक्ट के खास लोगों का समर्थन मिल रहा है, इसका अंदाजा यहाँ प्रस्तुत तस्वीरों से लगाया जा सकता है ।