Tuesday, March 19, 2013

लायंस क्लब्स इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 321 ए थ्री में प्रदीप जैन ने अजय बुद्धराज से सीख लेकर अपने क्लब को 'जिंदा' करने के लिए सुरेश जिंदल की उम्मीदवारी का झंडा उठाया है क्या

हाँसी/नई दिल्ली । विजय शिरोहा से चुनावी मुकाबले में पराजित हुए प्रदीप जैन ने सुरेश जिंदल की उम्मीदवारी का झंडा उठा कर एक मजेदार सीन बनाया है । सुरेश जिंदल की उम्मीदवारी के समर्थन में प्रदीप जैन को सक्रिय देख कर लोगों ने मजाक यह करना शुरू किया है कि जो प्रदीप जैन खुद अपना चुनाव नहीं जीत सके, वह सुरेश जिंदल को भला कैसे चुनाव जितवायेंगे ? प्रदीप जैन जब खुद उम्मीदवार थे तब भी वह ऊँचे-ऊँचे दावे किया करते थे लेकिन अपने तमाम दावों के बावजूद वह चुनाव नहीं जीत सके । प्रदीप जैन ने उम्मीदवार बनने में भी लोगों का बड़ा मनोरंजन किया था । वह खुद ही लोगों को बताते थे कि जब भी कोई उनसे डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद का उम्मीदवार होने के लिए कहता था तो वह जबाव में यह कहते हैं कि उन्हें क्या पागल कुत्ते ने काटा है । लोगों को यह बताते बताते पता नहीं कब उन्हें 'पागल कुत्ते ने काट लिया' और वह उम्मीदवार बन गए । तमाम तीन-तिकड़मों के बावजूद लेकिन वह चुनाव नहीं जीत सके । प्रदीप जैन लेकिन एक बार फिर मनोरंजनकारी भूमिका में आ गए हैं । ऊँची-ऊँची फेंकने के बावजूद अपना चुनाव न जीत सकने वाले प्रदीप जैन ने सुरेश जिंदल को डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद का चुनाव जितवाने के लिए एक बार फिर ऊँची-ऊँची फेंकना शुरू कर दिया है ।
डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद का चुनाव लड़ने को 'पागल कुत्ते के काटे' का नतीजा बताने वाले प्रदीप जैन के खुद उम्मीदवार बनने को अपवाद मान कर भूल चुके लोगों को यह देख कर एक बार फिर आश्चर्य हुआ है कि अपनी चुनावी पराजय के बाद जो प्रदीप जैन लायन सदस्यों को बुरा-भला कहते हुए लायनिज्म से गायब दिख रहे थे, वह प्रदीप जैन अचानक से फिर कैसे और क्यों सक्रिय हो गए हैं ? अचानक से सामने आई प्रदीप जैन की सक्रियता के पीछे छिपे कारणों की पड़ताल करने वाले लोगों को लेकिन जल्दी ही सारा माजरा समझ में आ गया । प्रदीप जैन के क्लब के लोगों का ही कहना/बताना है कि सुरेश जिंदल की उम्मीदवारी में दरअसल प्रदीप जैन को अपने क्लब के ड्यूज बसूलने का मौका नजर आया है सो वह फिर सक्रिय हो गए हैं । उल्लेखनीय है कि प्रदीप जैन का क्लब - लायंस क्लब हाँसी - ड्यूज न दिए जाने के कारण कैंसिल हुआ पड़ा है । क्लब के जो सदस्य हैं उन्होंने चूँकि ड्यूज देने में कोई दिलचस्पी नहीं ली इसलिए लायंस इंटरनेशनल को बकाया ड्यूज नहीं पहुँचाये जा सके और इसके नतीजे में लायंस इंटरनेशनल ने उनके क्लब को कैंसिल कर दिया । डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद के लिए सुरेश जिंदल के उम्मीदवार होने से प्रदीप जैन को अपने क्लब के ड्यूज जमा होते हुए 'दिखे' तो उन्होंने सुरेश जिंदल की उम्मीदवारी का झंडा उठा लेने में देर नहीं की । लोगों का कहना है कि सुरेश जिंदल को जितवाने को लेकर प्रदीप जैन जो ऊँची-ऊँची फेंक रहे हैं, उसे गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है क्योंकि जो खुद अपना चुनाव नहीं जीत सका वह दूसरे किसी को क्या जितवायेगा ? सुरेश जिंदल की उम्मीदवारी के संदर्भ में प्रदीप जैन जो दावे कर रहे हैं, वह सिर्फ अपने क्लब के ड्यूज बसूलने के लिए कर रहे हैं । 
प्रदीप जैन के नजदीकियों के अनुसार प्रदीप जैन को यह आईडिया अजय बुद्धराज से मिला । प्रदीप जैन को पता चला कि अजय बुद्धराज ने जो एक क्लब - लायंस क्लब नई दिल्ली प्रयास - अपनी पत्नी को गिफ्ट किया हुआ था, वह ड्यूज जमा न होने के कारण कैंसिल है; जिसे सुरेश जिंदल के सहयोग से जिंदा करने का उपक्रम किया जा रहा है । प्रदीप जैन को अजय बुद्धराज का यह आईडिया अच्छा लगा और उन्होंने भी सुरेश जिंदल की उम्मीदवारी का झंडा उठा लिया ताकि वह भी अजय बुद्धराज की तरह अपने क्लब को जिंदा करवा लें । सुरेश जिंदल से हमदर्दी रखने वाले लोगों का कहना है कि सुरेश जिंदल को उन लोगों से ही ज्यादा खतरा है जो अपने अपने स्वार्थ में उनकी उम्मीदवारी के साथ जुड़ने का काम कर रहे हैं और ऊँची-ऊँची बातें करके उन्हें बरगला रहे हैं ।