Saturday, August 25, 2012

पहले दाँव में ललित खन्ना से 'पिटने' के बाद, मुकेश अरनेजा ने ललित खन्ना पर उनके बिजनेस संबधी घपले को उजागर करके अब सीधी चोट की है

नई दिल्ली | मुकेश अरनेजा ने ललित खन्ना को निपटाने के लिए अब उनके एक बिजनेस संबंधी घपले को हथियार बना लिया है | मुकेश अरनेजा ने अपने कुछेक खास लोगों को जो किस्सा बताया है, उसके अनुसार ललित खन्ना को रोटरी इंटरनेशनल के एक प्रोजेक्ट के लिए वाटर पंप्स सप्लाई करने का एक बड़ा आर्डर मिला था, जिसे उन्होंने अपनी एक कंपनी एओवी इंटरनेशनल के जरिये पूरा किया था | ललित खन्ना ने अपनी उक्त कंपनी के जरिये जो वाटर पंप्स निर्यात किए थे, वह घटिया निकले - न सिर्फ घटिया निकले, बल्कि उनके इस्तेमाल के कारण लोगों की जान पर ही बन आई थी | उक्त वाटर पंप्स दरअसल रोटरी इंटरनेशनल के एक प्रोजेक्ट के तहत अफ्रीकी देशों में लगने थे, और उन्हें पानी की गुणवत्ता को भी नियंत्रित करना था तथा पानी को पीने योग्य बनाना था | ललित खन्ना ने लेकिन जो वाटर पंप्स निर्यात किए, वह अपनी गुणवत्ता पर खरे नहीं उतरे और उनके द्धारा सप्लाई किए गए वाटर पंप्स लोगों को जहरीला पानी देते हुए पाये गए | रोटरी इंटरनेशनल के उक्त प्रोजेक्ट से जुड़े लोगों ने मामले को बहुत गंभीरता से लिया और - जैसा कि मुकेश अरनेजा का दावा है कि ललित खन्ना के खिलाफ कड़ी कार्यवाई करने की तैयारी की थी | मुकेश अरनेजा लोगों को बता रहे हैं कि उन्होंने ललित खन्ना को उस मामले से बचाया था | ललित खन्ना की कंपनी एओवी इंटरनेशनल द्धारा सप्लाई किए गए पंप्स की खामियों को लेकर तैयार की गई लिंडा मोरेला की रिपोर्ट तथा लिंडा मोरेला को ललित खन्ना की कंपनी के मार्केटिंग वाइस प्रेसीडेंट नरेश मेहता द्धारा सफाई में लिखे गए पत्र की प्रतिलिपियाँ 'रचनात्मक संकल्प' के पास मौजूद हैं |
ललित खन्ना के नजदीकियों के अनुसार, मुकेश अरनेजा इस किस्से को उछाल कर दरअसल ललित खन्ना पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं | उल्लेखनीय है कि इससे पहले डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद के लिए ललित खन्ना की उम्मीदवारी का विरोध करके मुकेश अरनेजा ने ललित खन्ना पर दबाव बनाने की जो कोशिश की थी, वह बूमरेंग कर गई और उसने पलट कर मुकेश अरनेजा पर ही करारी चोट की | मुकेश अरनेजा को क्लब से निकालने की तैयारी की जाने लगी | मुकेश अरनेजा ने क्लब के पदाधिकारियों से माफी मांग कर क्लब से अपने निष्कासन को तो टलवा दिया, लेकिन अपनी इस फजीहत को वह पचा नहीं पाये हैं | ललित खन्ना को सबक सिखाने के लिए ही मुकेश अरनेजा ने रोटरी में किए उनके बिजनेस घपले को हथियार बना लिया है | मुकेश अरनेजा कह/बता रहे हैं कि उनके पास ललित खन्ना को ठिकाने लगाने के लिए बहुत से हथियार हैं - इसलिए ललित खन्ना और उनके समर्थक व शुभचिंतक उनके एक हथियार के फेल हो जाने पर ज्यादा खुश न हों | मुकेश अरनेजा लोगों को बता रहे हैं कि उनके पहले हमले को तो ललित खन्ना ने केके गुप्ता की मदद से झेल लिया है, लेकिन उनके अगले हमलों को झेल पाने में केके गुप्ता भी उनकी कोई मदद नहीं कर पायेंगे | मुकेश अरनेजा का दो टूक कहना है कि वह ललित खन्ना की ऐसी हालात कर देंगे कि ललित खन्ना के लिए डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद के लिए उम्मीदवार बने रहना ही मुश्किल हो जायेगा और वह मैदान छोड़ने को मजबूर हो जायेगा | जो लोग ललित खन्ना को जानते/पहचानते हैं, उनका भी मानना और कहना है कि ललित खन्ना के बस की उम्मीदवार बने रहना है भी नहीं - मुकेश अरनेजा नाहक ही अपनी एनर्जी और समय बर्बाद कर रहे हैं | मुकेश अरनेजा को जानने वाले लोगों का कहना है कि मुकेश अरनेजा भी जानते हैं कि ललित खन्ना के बस की उम्मीदवार बनना नहीं है - लेकिन वह ऐसा कुछ करते रहना चाहते हैं जिससे लोगों को लगे कि ललित खन्ना का काम जो बिगड़ा है वह मुकेश अरनेजा ने बिगाड़ा है |
मुकेश अरनेजा को ललित खन्ना से बड़ी शिकायत यह हुई है कि ललित खन्ना उन्हें छोड़ कर केके गुप्ता के साथ जा मिले हैं | उल्लेखनीय है कि क्लब की राजनीति में पिछले कई वर्षों से ललित खन्ना की हैसियत और पहचान मुकेश अरनेजा के लिए काम करने वाले की थी | मुकेश अरनेजा उन्हें आगे बढ़ने - गवर्नर बनने के लिए प्रेरित तो करते रहे हैं, लेकिन ललित खन्ना जब सचमुच गवर्नर पद का चुनाव लड़ने को तैयार हो गए तब मुकेश अरनेजा पीछे हट गए | मुकेश अरनेजा के रवैये में धोखा देखने वाले ललित खन्ना ने तब केके गुप्ता का दामन पकड़ा | केके गुप्ता ने ललित खन्ना को जो राह पकड़वाई, ललित खन्ना को उस राह पर चलता देख मुकेश अरनेजा के तो हाथों के तोते उड़ गए | मुकेश अरनेजा के लिए अब किसी भी तरह ललित खन्ना की बढ़ती राह को रोकना जरूरी हो गया | मुकेश अरनेजा ने ललित खन्ना की बढ़ती राह को रोकने के लिए जिस तरह उनके बिजनेस संबंधी मामले को इस्तेमाल करना शुरू किया है - उससे उन लोगों को भी हैरानी हुई है जो मुकेश अरनेजा को पहले से ही एक घटिया सोच का व्यक्ति मानते थे | उनका कहना है कि उन्हें अंदाज़ नहीं था कि मुकेश अरनेजा उनकी सोच से भी ज्यादा घटिया साबित होंगे, और ललित खन्ना के खिलाफ इस हद तक जायेंगे | इस तरह की बातों से बेपरवाह, मुकेश अरनेजा ने ललित खन्ना की रोटरी में की गई बिजनेस संबधी बेईमानी को बताने/उछालने के जरिये यह दिखाना शुरू किया है कि ललित खन्ना के लिए रोटरी सिर्फ अपने बिजनेस को बढ़ाने का जरिया है |
मजे की बात यह है कि खुद ललित खन्ना का रवैया भी मुकेश अरनेजा की 'बात' को ही सही बताता है | ललित खन्ना क्लब की राजनीति में बहुत सक्रिय रहे हैं, लेकिन क्लब से आगे बढ़ने में उन्होंने कभी कोई दिलचस्पी नहीं ली | उनकी पत्नी नीलू खन्ना इनरव्हील क्लब में सक्रिय हैं और चेयरपरसन बनने की राह पर हैं | इनरव्हील में कई महिलाएँ सक्रिय हैं जिनके पति रोटरी में बिलकुल भी सक्रिय नहीं हैं | लेकिन नीलू खन्ना के साथ ऐसा नहीं है | उनके पति ललित खन्ना रोटरी में घमासान रूप में सक्रिय तो हैं - लेकिन कोई बड़ी जिम्मेदारी लेने से बचते रहे हैं | मुकेश अरनेजा अब जो बात ललित खन्ना के बारे में 'बता' रहे हैं, उससे लोगों को यही समझ में आ रहा है कि ललित खन्ना की रोटरी में सक्रियता अपने बिजनेस को बढ़ाने का जरिया भर है | पहले दाँव में ललित खन्ना से 'पिटने' के बाद, मुकेश अरनेजा ने ललित खन्ना पर उनके बिजनेस संबधी घपले को उजागर करके सीधी चोट की है | यह देखने की बात होगी कि ललित खन्ना इस चोट से मिले जख्म को कैसे भरते हैं और डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद की अपनी उम्मीदवारी को बनाये रहते हैं या उससे पीछे हट जाते हैं ?