नई दिल्ली । विक्रम शर्मा की 'फार्मूलेबाज' उम्मीदवारी के
खिलाफ उम्मीदवार लाने की हरियाणा के लायन सदस्यों की तैयारी ने दिल्ली के
लायन नेताओं द्धारा पकाई जा रही खिचड़ी में धूल पड़ने का खतरा पैदा कर दिया
है । विक्रम शर्मा की उम्मीदवारी के समर्थक नेताओं - हर्ष बंसल, राकेश
त्रेहन, अजय बुद्धिराज, सुरेश बिंदल आदि ने विक्रम शर्मा को गवर्नर बनवाने
के लिए जो फार्मूला तैयार किया है उसमें हरियाणा के साथ की जाने वाली
धोखाधड़ी को लेकर हरियाणा के लायन सदस्यों के बीच खासी नाराजगी और विरोध है । इसी नाराजगी और विरोध के
चलते हरियाणा के लोगों ने यह कहना शुरू कर दिया है कि वह देखते हैं कि
विक्रम शर्मा कैसे गवर्नर बनते हैं ?
उल्लेखनीय है कि विक्रम शर्मा को गवर्नर बनवाने के लिए उनके समर्थक नेताओं ने अभी तक जो भी चाल चली है, वह उल्टी ही पड़ी है और पास आती दिख रही गवर्नर की कुर्सी विक्रम शर्मा से और दूर होती गई है । अपने तमाम फार्मूलों के पिटते जाने के बाद विक्रम शर्मा के समर्थक नेता पिछले दिनों एक नया फार्मूला लेकर आये हैं : अपने इस नए फार्मूले में उन्होंने आरके शाह के समर्थक नेताओं की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाया है और प्रस्ताव रखा है कि हम लोग आपस में लड़ने की बजाये दोस्ती कर लेते हैं तथा विक्रम शर्मा व आरके शाह को बारी बारी से आगे-पीछे गवर्नर बना लेते हैं । आरके शाह के समर्थक नेताओं ने इस प्रस्ताव को पूरी तरह अभी रिजेक्ट तो नहीं किया है, लेकिन स्वीकार करने के लिए हामी भी नहीं भरी है । उनका कहना है कि जिन भी नेताओं ने यह फार्मूला तैयार किया है वह नेता ही इस फार्मूले पर पहले हरियाणा के लोगों की सहमति बनाये तब इसे स्वीकार करने के बारे में सोचा जा सकता है ।
दरअसल विक्रम शर्मा के समर्थक नेताओं ने जो फार्मूला तैयार किया है, वह हरियाणा के साथ धोखा करता है । डिस्ट्रिक्ट में चूँकि दिल्ली और हरियाणा से बारी-बारी से गवर्नर बनने की व्यवस्था बनी हुई है, इसलिए विक्रम शर्मा के समर्थक नेताओं के द्धारा तैयार किया गया फार्मूला हरियाणा के लोगों का हक मारता है तथा हरियाणा के लोगों के साथ धोखा करता है । इस फार्मूले को तैयार करने वाले हर्ष बंसल, राकेश त्रेहन, अजय बुद्धिराज, सुरेश बिंदल आदि का मानना और कहना है कि सत्ता के साथ रहने की कोशिश में चंद्रशेखर मेहता तो झक मार कर इस फार्मूले का समर्थन करने को मजबूर होंगे और फिर बाकी बचे लोगों की परवाह करने की जरूरत नहीं है । इन नेताओं के इस रवैये से हरियाणा के लोगों में नाराजगी पैदा हुई है । नाराजगी के चलते ही हरियाणा के लोगों ने विक्रम शर्मा की उम्मीदवारी की राह में रोड़े डालने की तरकीबों पर विचार करना शुरू कर दिया है और कहना शुरू कर दिया है कि वह देखते हैं कि विक्रम शर्मा कैसे गवर्नर बनते हैं ?
हरियाणा के लायन नेताओं के बीच जो चर्चा है, उसके अनुसार वह विक्रम शर्मा के खिलाफ उम्मीदवार खड़ा करने की तैयारी कर रहे हैं । इस तैयारी से जुड़े एक बड़े लायन नेता का कहना है कि विक्रम शर्मा की उम्मीदवारी जिस भी पद/वर्ष के लिए प्रस्तुत होगी, हरियाणा से उनके खिलाफ उम्मीदवार आयेगा । विक्रम शर्मा के खिलाफ उम्मीदवार लाने की तैयारी करने वाले लोगों का मानना और कहना है कि हरियाणा के साथ जो धोखाधड़ी करने की तैयारी की जा रही है, उससे हरियाणा के लोग तो आहत होंगे ही और दिल्ली में भी कई लोग इसे पसंद नहीं करेंगे और ऐसे में विक्रम शर्मा के खिलाफ उम्मीदवारी प्रस्तुत करने वाले उम्मीदवार के लिए चुनाव जीतना जरा भी मुश्किल नहीं होगा । हरियाणा के लायन सदस्यों के बीच विक्रम शर्मा की उम्मीदवारी के खिलाफ बढ़ती नाराजगी ने विक्रम शर्मा के समर्थक नेताओं के फार्मूले को ही संदेह के घेरे में ला दिया है ।
उल्लेखनीय है कि विक्रम शर्मा को गवर्नर बनवाने के लिए उनके समर्थक नेताओं ने अभी तक जो भी चाल चली है, वह उल्टी ही पड़ी है और पास आती दिख रही गवर्नर की कुर्सी विक्रम शर्मा से और दूर होती गई है । अपने तमाम फार्मूलों के पिटते जाने के बाद विक्रम शर्मा के समर्थक नेता पिछले दिनों एक नया फार्मूला लेकर आये हैं : अपने इस नए फार्मूले में उन्होंने आरके शाह के समर्थक नेताओं की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाया है और प्रस्ताव रखा है कि हम लोग आपस में लड़ने की बजाये दोस्ती कर लेते हैं तथा विक्रम शर्मा व आरके शाह को बारी बारी से आगे-पीछे गवर्नर बना लेते हैं । आरके शाह के समर्थक नेताओं ने इस प्रस्ताव को पूरी तरह अभी रिजेक्ट तो नहीं किया है, लेकिन स्वीकार करने के लिए हामी भी नहीं भरी है । उनका कहना है कि जिन भी नेताओं ने यह फार्मूला तैयार किया है वह नेता ही इस फार्मूले पर पहले हरियाणा के लोगों की सहमति बनाये तब इसे स्वीकार करने के बारे में सोचा जा सकता है ।
दरअसल विक्रम शर्मा के समर्थक नेताओं ने जो फार्मूला तैयार किया है, वह हरियाणा के साथ धोखा करता है । डिस्ट्रिक्ट में चूँकि दिल्ली और हरियाणा से बारी-बारी से गवर्नर बनने की व्यवस्था बनी हुई है, इसलिए विक्रम शर्मा के समर्थक नेताओं के द्धारा तैयार किया गया फार्मूला हरियाणा के लोगों का हक मारता है तथा हरियाणा के लोगों के साथ धोखा करता है । इस फार्मूले को तैयार करने वाले हर्ष बंसल, राकेश त्रेहन, अजय बुद्धिराज, सुरेश बिंदल आदि का मानना और कहना है कि सत्ता के साथ रहने की कोशिश में चंद्रशेखर मेहता तो झक मार कर इस फार्मूले का समर्थन करने को मजबूर होंगे और फिर बाकी बचे लोगों की परवाह करने की जरूरत नहीं है । इन नेताओं के इस रवैये से हरियाणा के लोगों में नाराजगी पैदा हुई है । नाराजगी के चलते ही हरियाणा के लोगों ने विक्रम शर्मा की उम्मीदवारी की राह में रोड़े डालने की तरकीबों पर विचार करना शुरू कर दिया है और कहना शुरू कर दिया है कि वह देखते हैं कि विक्रम शर्मा कैसे गवर्नर बनते हैं ?
हरियाणा के लायन नेताओं के बीच जो चर्चा है, उसके अनुसार वह विक्रम शर्मा के खिलाफ उम्मीदवार खड़ा करने की तैयारी कर रहे हैं । इस तैयारी से जुड़े एक बड़े लायन नेता का कहना है कि विक्रम शर्मा की उम्मीदवारी जिस भी पद/वर्ष के लिए प्रस्तुत होगी, हरियाणा से उनके खिलाफ उम्मीदवार आयेगा । विक्रम शर्मा के खिलाफ उम्मीदवार लाने की तैयारी करने वाले लोगों का मानना और कहना है कि हरियाणा के साथ जो धोखाधड़ी करने की तैयारी की जा रही है, उससे हरियाणा के लोग तो आहत होंगे ही और दिल्ली में भी कई लोग इसे पसंद नहीं करेंगे और ऐसे में विक्रम शर्मा के खिलाफ उम्मीदवारी प्रस्तुत करने वाले उम्मीदवार के लिए चुनाव जीतना जरा भी मुश्किल नहीं होगा । हरियाणा के लायन सदस्यों के बीच विक्रम शर्मा की उम्मीदवारी के खिलाफ बढ़ती नाराजगी ने विक्रम शर्मा के समर्थक नेताओं के फार्मूले को ही संदेह के घेरे में ला दिया है ।