नई दिल्ली । सुरेश जिंदल की उम्मीदवारी के समर्थकों ने लायंस क्लब दिल्ली वेस्ट के वरिष्ठ सदस्य ऐसी दासन को लेकर जो फूहड़ और बदतमीजी भरी बयानबाजी की, उसके कारण सुरेश जिंदल को दिल्ली में मिल सकने वाले समर्थन में और कमी आ जाने की चर्चा है ।
मामले पर लीपापोती करने और नुकसान की भरपाई करने के लिए सुरेश जिंदल की
उम्मीदवारी के समर्थक नेताओं ने ऎसी दासन से माफी तो माँगी ही है,
डिस्ट्रिक्ट गवर्नर राकेश त्रेहन ने उन्हें मल्टीपल की कांफ्रेंस में
अवार्ड दिलवाने का लालच भी दिया है । डिस्ट्रिक्ट गवर्नर राकेश त्रेहन और
सुरेश जिंदल की उम्मीदवारी के दूसरे समर्थक नेताओं ने उम्मीद यह लगाई है कि
इस तरह की बातों से वह ऐसी दासन को पटा लेंगे और उनके साथ हुई बदतमीजी के
कारण हुए नुकसान को भर लेंगे । लेकिन उनकी बदकिस्मती यह है कि उन्होंने
मामले को संभालने की जैसी जो कोशिश की उससे मामला बिगड़ और गया है । लायंस
क्लब दिल्ली वेस्ट के सदस्यों का कहना है कि सिर्फ माफी माँगने से कुछ नहीं
होगा; सुरेश जिंदल की उम्मीदवारी के समर्थक नेताओं को यह बताना होगा कि
ऐसी दासन के साथ किसने फूहड़ और बदतमीजी भरी बयानबाजी की है ? उल्लेखनीय
है कि सुरेश जिंदल के समर्थक नेताओं में इस तरह का काम करने के लिए हर्ष
बंसल (कु)ख्यात हैं । लायंस क्लब दिल्ली वेस्ट के सदस्यों को भी लगता है कि
ऐसी दासन के साथ जो हुआ है, वह हर्ष बंसल की ही कारस्तानी है । हर्ष
बंसल ने हालाँकि इस बात से इंकार किया है और ऐसी दासन तथा उनके क्लब के
सदस्यों से कहा है कि वह ऐसी दासन के बारे में इस तरह की बातें किये जाने
की निंदा करते हैं । ऐसी दासन के क्लब के सदस्यों का कहना है कि उक्त
बयानबाजी के पीछे यदि हर्ष बंसल नहीं हैं, तो उन्हें बताना चाहिए कि फिर
कौन है ? ऐसी दासन को मल्टीपल कांफ्रेस में अवार्ड दिलवाने की राकेश त्रेहन
की बात पर क्लब के लोगों का कहना है कि इस बारे में चूँकि मल्टीपल से
ऐसी दासन को अभी तक कोई अधिकृत सूचना या पत्र नहीं मिला है, इसलिए ऐसा लगता
है कि राकेश त्रेहन उन्हें बहका रहे हैं और उनकी भावनाओं से खेल रहे हैं ।
राकेश त्रेहन द्धारा ऐसी दासन को मल्टीपल कांफ्रेंस में अवार्ड दिलवाने की
बात जबसे सामने आई है, तब से उनके साथ के लोगों ने भी कहना शुरू कर दिया
है कि राकेश त्रेहन उन्हें भी मल्टीपल कांफ्रेंस में अवार्ड दिलवाएँ ।
इससे राकेश त्रेहन मुसीबत में फँस गए हैं कि वह किसे किसे अवार्ड दिलवाएँ
और कहाँ से दिलवाएँ ? ऐसी दासन से अवार्ड का 'मजाक' उन्हें इतना भारी
पड़ेगा, उन्होंने सोचा ही नहीं था ।
ऐसी दासन के साथ सुरेश जिंदल की उम्मीदवारी के समर्थकों ने जो किया, वह
दरअसल सुरेश जिंदल की उम्मीदवारी के समर्थकों की बौखलाहट का नतीजा है । सुरेश
जिंदल की उम्मीदवारी के समर्थक नेता असल में,अपनी खिसकती जा रही जमीन को
देख देख कर परेशान हो रहे हैं । अपने आप को मुकाबले में बनाये रखने के
लिए वह जो कुछ भी कर रहे हैं उससे उन्हें नुकसान ही हो रहा है । सुरेश
जिंदल की उम्मीदवारी के प्रति समर्थन व्यक्त करते हुए कुछेक क्लब्स की तरफ
से मैसेज निकाला गया, ताकि लोगों के बीच सुरेश जिंदल की उम्मीदवारी के
समर्थन में हवा बने - पर हुआ यह कि सुरेश जिंदल की उम्मीदवारी की हवा कम और
हो गई; क्योंकि जिन क्लब्स के समर्थन का दावा किया गया वह क्लब्स तो
कैंसिल हैं और उनके वोट पड़ेंगे ही नहीं । लोगों ने तुरंत से पैरोडी बना
ली - 'जिस तरह कागज के फूलों से खुशबू नहीं आ सकती, उसी तरह कैंसिल क्लब्स
के समर्थन से चुनाव नहीं जीता जा सकता ।' सुरेश जिंदल की उम्मीदवारी
के समर्थक नेताओं को लगता है कि वह समर्थन के झूठे दावे करते हुए मैसेज
करेंगे तो उससे सुरेश जिंदल चुनाव जीत जायेंगे । इसी फार्मूले से लायंस
क्लब दिल्ली वेस्ट के समर्थन का दावा किया गया, लेकिन क्लब के वरिष्ठ सदस्य
ऐसी दासन ने तुरंत भंडाफोड़ कर दिया कि लायंस क्लब दिल्ली वेस्ट ने सुरेश
जिंदल का समर्थन करने का कोई फैसला नहीं किया है । अपने झूठ की पोल
खुलती देख सुरेश जिंदल की उम्मीदवारी के समर्थक नेता ऐसी दासन के खिलाफ
बेहूदा बयानबाजी पर उतर आये । जाहिर है कि इससे मामला और बिगड़ गया । इस तरह की घटनाओं को देख कर लोगों को लगने लगा है कि सुरेश जिंदल को चुनाव हरवाने का उनके समर्थकों ने ही जिम्मा उठा है ।