Saturday, June 25, 2016

रोटरी इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 3100 में दीपक बाबु तथा कुछेक पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर्स की धोखों, गलतबयानियों व तिकड़मों भरी चालबाजियों ने रोटरी इंटरनेशनल के प्रतिनिधि संजय खन्ना की चुनौतियों को और बढ़ाया

मुरादाबाद । रोटरी इंटरनेशनल के विशेष प्रतिनिधि के रूप में संजय खन्ना के 26 जून को पहली बार मुरादाबाद आने के मौके पर डिस्ट्रिक्ट 3100 के डिस्ट्रिक्ट गवर्नर बनने से रह गए दीपक बाबु तथा राजनीतिबाज पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर्स ने फिर से अपना अपना पुराना खेल शुरू कर दिया है । दीपक बाबु 26 जून के 'अपने' कार्यक्रम में संजय खन्ना को आने के लिए राजी कर लेने को अपनी बड़ी जीत के रूप में देख रहे हैं, तो कुछेक पूर्व गवर्नर्स संजय खन्ना के आने की आड़ में गलत-सलत सूचनाएँ लोगों के बीच फैला रहे हैं - और इस तरह यह लोग अपना अपना स्वार्थ साधने की कोशिशों में एक बार फिर से जुट गए हैं । इसी तरह की हरकतें यह पहले भी करते रहे हैं और इन हरकतों से इन्हें फायदे की बजाए नुकसान ही होता रहा है; लेकिन इसके बावजूद फिर से इन्होंने अपनी हरकतों को शुरू कर दिया है - जिससे साबित हो रहा है कि इन्होंने बार-बार होने वाली अपनी फजीहतों से कोई सबक नहीं सीखा है । लोगों को सबसे ज्यादा हैरानी दीपक बाबु के रवैये पर है - डिस्ट्रिक्ट 3100 में अभी हाल के दिनों में जो कुछ भी हुआ है, उसका सबसे ज्यादा नुकसान दीपक बाबु को हुआ है; जो हुआ, उसके लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार भी दीपक बाबु ही रहे - लेकिन फिर भी वह कोई सबक सीखते हुए और मैच्योरिटी दिखाते हुए नहीं नजर आ रहे हैं । पता नहीं क्यों, वह इस सच्चाई को स्वीकार करने को तैयार नहीं हो रहे हैं कि अपनी बेवकूफियों से उन्होंने अपना खुद का ऐसा नुकसान कर लिया है, जिसकी भरपाई अब नहीं हो सकती है । वह नुकसान की 'मात्रा' को कम तो कर सकते हैं, 'इस' नुकसान को वह एक दूसरे तरह के फायदे में तो बदल सकते हैं - किंतु जो नुकसान उन्हें हुआ है, उसे अब वह नहीं बचा सकते हैं : उन तरीकों से तो हरगिज नहीं, जिन तरीकों से उन्होंने नुकसान को आमंत्रित किया है । दीपक बाबु लेकिन अपने 'तरीके' छोड़ने को तैयार नहीं दिख रहे हैं - उन्होंने जिस तरह की हरकतों से अपना खुद का नुकसान किया है, मजे की बात यह है कि उसी तरह की हरकतों से वह नुकसान को पलटने की कोशिश कर रहे हैं । और इसी कोशिश में उन्होंने संजय खन्ना की पहली यात्रा/मीटिंग को इस्तेमाल करने की चाल चली है ।
दीपक बाबु ने क्लब पदाधिकारियों को सम्मानित करने के नाम पर 26 जून को मुरादाबाद में एक कार्यक्रम की योजना बनाई है । इस कार्यक्रम की कोई वैधानिक मान्यता नहीं है, किंतु चूँकि कहीं से तो कोई शुरुआत होनी ही है - इसलिए डिस्ट्रिक्ट में हर किसी ने दीपक बाबू के इस कार्यक्रम को 'स्वीकार' कर लिया । संजय खन्ना के इस कार्यक्रम में आने की सहमति मिलने के बाद इस कार्यक्रम का महत्त्व और बढ़ गया । कार्यक्रम का महत्त्व बढ़ जाने से दीपक बाबु के दिमाग भी चढ़ गए । उन्होंने कार्यक्रम के साथ साथ कॉलिज ऑफ गवर्नर्स की मीटिंग भी रख ली; और इसके लिए संजय खन्ना की सहमति भी ले ली । कॉलिज ऑफ गवर्नर्स की पिछली दो मीटिंग्स में चूँकि कई पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर्स के दीपक बाबु के साथ अच्छे अनुभव नहीं रहे थे, इसलिए उन्होंने संजय खन्ना से कॉलिज ऑफ गवर्नर्स की मीटिंग में शामिल होने से साफ मना कर दिया । उनका कहना रहा कि दीपक बाबु कॉलिज ऑफ गवर्नर्स के फैसलों का सम्मान नहीं करते हैं, अपने स्वार्थपूर्ण मनमाने फैसले थोपने का प्रयास करते हैं, और पक्षपातपूर्ण तरीके से व्यवहार करते हैं - इसलिए उनके साथ कॉलिज ऑफ गवर्नर्स की मीटिंग करने का कोई मतलब नहीं है । पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर्स के इस विरोध के कारण संजय खन्ना ने कॉलिज ऑफ गवर्नर्स की मीटिंग के दीपक बाबु के प्रस्ताव को खारिज कर दिया; उन्होंने कहा कि 26 जून के औपचारिक कार्यक्रम से पहले वह पूर्व गवर्नर्स से मिलेंगे और स्थितियों को जानेंगे/समझेंगे जरूर - लेकिन उस मुलाकात-बातचीत को किसी मीटिंग के रूप में नहीं देखा जायेगा । संजय खन्ना के इस रवैये से दीपक बाबु की 'योजना' को तगड़ा झटका लगा है । उनके नजदीकियों का कहना है कि दीपक बाबु ने सोचा यह था कि रोटरी इंटरनेशनल के प्रतिनिधि के रूप में संजय खन्ना के सामने वह सभी पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर्स से कहलवा लेंगे कि डिस्ट्रिक्ट में कोई गड़बड़ नहीं है, सभी के बीच बहुत ही प्रेम-भाव है, एक-दूसरे के प्रति बहुत ही सम्मान-भाव है - और इस आधार पर वह संजय खन्ना से डिस्ट्रिक्ट को नॉन डिस्ट्रिक्ट स्टेटस से बाहर करवाने की संस्तुति करवा लेंगे । दीपक बाबु को लगता है कि इस तरह वह एक जुलाई से डिस्ट्रिक्ट गवर्नर का पद पा लेंगे ।
दीपक बाबु की इस योजना से परिचित मेरठ के कुछेक पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर्स तो इतने जोश में आ गए कि उन्होंने डिस्ट्रिक्ट के बहाल हो जाने की खबरें अखबारों में छपवा भी दीं । मेरठ के कुछेक पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर्स में जोश भरने का कारण दरअसल इंटरनेशनल प्रेसीडेंट केआर रवींद्रन की एक चिट्ठी भी बनी, जिसके आधार पर बृज भूषण, एमएस जैन और वागीश स्वरूप की तरफ से आरोपमुक्त किए जाने के दावे तक किए जाने लगे । लेकिन इनकी बदकिस्मती रही कि आरोपमुक्त किए जाने के इनके दावों पर डिस्ट्रिक्ट में किसी ने भी विश्वास नहीं किया । रोटरी इंटरनेशनल बोर्ड के फैसले को और केआर रवींद्रन की हाल की चिट्ठी को जिसने भी पढ़ा है, उसने पाया है कि केआर रवींद्रन के कहे हुए का मनमाना अर्थ निकालते/बताते हुए आरोपी तीनों पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर्स की तरफ से आरोपमुक्त होने के दावे सरासर झूठे हैं । उल्लेखनीय है कि रोटरी इंटरनेशनल बोर्ड ने अपनी अप्रैल की मीटिंग में जो फैसला लिया था, उसमें साफ शब्दों में डिस्ट्रिक्ट में आर्थिक व प्रशासनिक गड़बड़ियों में बृजभूषण, एमएस जैन और वागीश स्वरूप को प्रमुख भूमिका निभाने का दोषी घोषित किया था । 
अभी हाल ही में इंटरनेशनल प्रेसीडेंट केआर रवींद्रन ने इन तीनों को संबोधित जो पत्र लिखा है उसमें उन्होंने स्पष्ट कहा है कि बोर्ड के फैसले में जो कहा गया है वह डिस्ट्रिक्ट के लीडर्स के रूप में उनकी कार्रवाइयों के संबंध में कहा गया है । केआर रवींद्रन ने अपने पत्र में कहीं भी यह नहीं कहा है कि बोर्ड का जो फैसला है वह गलत है और या वह बोर्ड के फैसले को वापस लेते हैं - जाहिर है कि बोर्ड का जो फैसला है वह अपनी जगह अभी भी कायम है । 
केआर रवींद्रन ने यह जरूर स्पष्ट किया है कि बोर्ड के फैसले का यह मतलब नहीं है कि इन तीनों ने कोई फ्रॉड किया है और या अपनी जेबें भरी हैं । इस स्पष्टीकरण के बावजूद, रोटरी इंटरनेशनल बोर्ड के फैसले में लगाया गया आरोप अभी भी मौजूद है और जो कम गंभीर नहीं है ।
दीपक बाबु और कुछेक पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर्स के इस रवैये ने दिखाया/जताया है कि पिछले अनुभवों के नतीजों से उन्होंने कुछ नहीं सीखा है; और वह अभी भी धोखों, गलतबयानियों व तिकड़मों के सहारे अपने स्वार्थ पूरे करने के मौके बनाने में लगे हैं । उनका यह रवैया इंटरनेशनल प्रेसीडेंट केआर रवींद्रन की उस उम्मीद के खिलाफ है, जिसमें इन लोगों से सकारात्मक रवैया अपनाने की अपेक्षा की गई है । दीपक बाबु और कुछेक पूर्व गवर्नर्स के इस व्यवहार ने कई अन्य पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर्स व डिस्ट्रिक्ट के लोगों को जिस तरह से भड़का दिया है, उससे डिस्ट्रिक्ट का झगड़ा एक बार फिर सतह पर आता नजर आ रहा है । डिस्ट्रिक्ट के लिए बदकिस्मती की बात यह है कि यह सब ऐसे मौके पर हो रहा है, जबकि रोटरी इंटरनेशनल के प्रतिनिधि के रूप में संजय खन्ना पहली बार डिस्ट्रिक्ट में आ रहे हैं । जाहिर तौर पर ऐसे में संजय खन्ना के लिए चुनौती और बढ़ जाती है । हर किसी की निगाह इसी बात पर है कि अलग अलग 'उद्देश्यों' व ग्रुपों में बँटे पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर्स व डिस्ट्रिक्ट के अन्य सदस्य 26 जून के कार्यक्रम में संजय खन्ना के सामने क्या सीन 'बनाते' हैं और संजय खन्ना डिस्ट्रिक्ट की अपनी पहली यात्रा के क्या अनुभव लेकर मुरादाबाद से लौटते हैं ?