Thursday, April 16, 2015

रोटरी इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 3080, यानि राजा साबू के डिस्ट्रिक्ट में मनमाने और षड्यंत्रपूर्ण तरीके से डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के चुनाव को अमान्य घोषित करने के फैसले में रोटरी इंटरनेशनल कार्यालय को तथा इंटरनेशनल प्रेसीडेंट बनने जा रहे केआर रवींद्रन को भी लपेट लिए जाने से केआर रवींद्रन सचमुच नाराज हैं क्या ?

चंडीगढ़ । राजेंद्र उर्फ राजा साबू के डिस्ट्रिक्ट में रोटरी का जो मजाक बन रहा है, उस पर केआर रवींद्रन ने गहरी नाराजगी और चिंता जताई है । केआर रवींद्रन रोटरी इंटरनेशनल के प्रेसीडेंट बनने की तैयारी कर रहे हैं, और इस तैयारी में उनकी कोशिश है कि वह रोटरी को एक व्यापक पहचान और प्रतिष्ठा दिलाएँ तथा साथ ही रोटरी को फालतू किस्म के विवादों से भी बचाएँ । केआर रवींद्रन के नजदीकियों के अनुसार, राजा साबू के डिस्ट्रिक्ट में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के लिए हुए चुनाव को जिस मनमाने व षड्यंत्रपूर्ण तरीके से रद्द कर दिया गया है, उस पर केआर रवींद्रन ने गहरी नाराजगी जताई है । केआर रवींद्रन की नाराजगी इस बात को लेकर ज्यादा है कि राजा साबू और उनके समर्थक पूर्व गवर्नर्स अपनी इस मनमानी कार्रवाई को सही ठहराने लिए रोटरी इंटरनेशनल का और उनका नाम इस्तेमाल कर रहे हैं । दरअसल हुआ यह है कि राजा साबू के डिस्ट्रिक्ट में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के चुनाव को लेकर जो कारस्तानी हुई, वह वायरल हो गई है और देश के रोटरी नेताओं के बीच चर्चा का विषय बन गई है । देश के दूसरे डिस्ट्रिक्ट्स के रोटरी नेताओं में कुछेक मजे लेने के उद्देश्य से तो कुछेक तथ्यों को विस्तार से समझने के उद्देश्य से राजा साबू के डिस्ट्रिक्ट के पूर्व गवर्नर्स को फोन कर रहे हैं । राजा साबू के डिस्ट्रिक्ट के पूर्व गवर्नर्स सभी को एक बात जरूर बता रहे हैं कि उनके यहाँ जो हुआ है, वह रोटरी इंटरनेशनल कार्यालय के पदाधिकारियों से विचार-विमर्श करके ही हुआ है - और इसलिए जो हुआ है उस पर रोटरी इंटरनेशनल कार्यालय की मुहर लगी हुई है ।
राजा साबू के डिस्ट्रिक्ट के पूर्व गवर्नर्स द्धारा किए जा रहे इस दावे ने केआर रवींद्रन को खासा नाराज किया हुआ है । उन्होंने पता किया है और पाया है कि राजा साबू के डिस्ट्रिक्ट के डिस्ट्रिक्ट गवर्नर दिलीप पटनायक ने या अन्य किसी ने रोटरी इंटरनेशनल कार्यालय से उक्त मामले में  विचार-विमर्श नहीं किया है तथा कोई भी सलाह नहीं ली है । रोटरी इंटरनेशनल के दिल्ली स्थित साउथ एशिया ऑफिस के पदाधिकारियों का भी कहना है कि राजा साबू के डिस्ट्रिक्ट में अभी जो कुछ हुआ है, उसके बारे में आधिकारिक रूप से उन्हें कोई जानकारी नहीं है । रोटरी में जो लोग केआर रवींद्रन के नजदीक हैं, उनका कहना है कि केआर रवींद्रन इस बात से बहुत ही खफा हैं कि राजा साबू के समर्थक पूर्व गवर्नर्स अपनी कारस्तानी को सही ठहराने के लिए रोटरी इंटरनेशनल कार्यालय का नाम इस्तेमाल कर रहे हैं । केआर रवींद्रन को यह भी पता चला है कि राजा साबू के समर्थक गवर्नर्स इस तरह के दावे भी कर रहे हैं कि केआर रवींद्रन तो राजा साबू के ही 'आदमी' हैं और उन्हीं की 'कृपा' से प्रेसीडेंट बनने जा रहे हैं, इसलिए जिस 'काम' को राजा साबू का आशीर्वाद प्राप्त है, उसे पलटने का फैसला रोटरी इंटरनेशनल कार्यालय कर ही नहीं सकता है । राजा साबू के डिस्ट्रिक्ट के गवर्नर्स नेता जिस तरह से केआर रवींद्रन का नाम लेकर अपनी कारस्तानी को सही ठहराने तथा 'पक्की' बताने/जताने की कोशिश कर रहे हैं, उसके कारण राजा साबू के डिस्ट्रिक्ट में मनमाने व षड्यंत्रपूर्ण तरीके से डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के चुनाव को अमान्य घोषित करने का फैसला रोटरी की राजनीति में एक बड़ा बबाल बन गया है ।
यह सच है कि इंटरनेशनल प्रेसीडेंट बनने जा रहे केआर रवींद्रन को रोटरी में राजा साबू के 'आदमी' के रूप में देखा/पहचाना जाता है और उन्हें इंटरनेशनल प्रेसीडेंट 'चुनवाने' में राजा साबू का भी बड़ा सहयोग/समर्थन रहा है; लेकिन इसके साथ साथ सच यह भी है कि केआर रवींद्रन एक अलग तरह की शख्सियत रखते हैं और रोटरी में काम करने को लेकर उनके बहुत अलग तरह के ख्यालात हैं । सबसे बड़ी बात यह है कि वह रोटरी में अपनी एक अलग पहचान बनाना चाहते हैं और अपनी इस चाहत को पूरा करने के मामले में वह काफी हद तक कामयाब भी हैं । वह किसी के - राजा साबू के भी - 'आदमी' के तमगे में बंधे नहीं रहना चाहते हैं और इसीलिए न सिर्फ सभी को साथ लेकर चल रहे हैं, बल्कि अपने फैसलों और अपनी सक्रियता से अपने आप को अलग बनाने/दिखाने की कोशिश भी कर रहे हैं । उल्लेखनीय है कि उनकी यह कोशिश तब से ही नजर आ रही है जब वह इंटरनेशनल डायरेक्टर थे । इंटरनेशनल डायरेक्टर के रूप में केआर रवींद्रन ने भरसक प्रयास किये थे कि नेताओं की टुच्ची सोच व उनके छोटे-छोटे स्वार्थों के चलते पैदा होने वाले झगड़ों से बचा जाये, उन्हें समय रहते नियंत्रित कर लिया जाये और उन्हें बढ़ने न दिया जाये । इसके लिए केआर रवींद्रन को जहाँ कहीं सख्ती करने/दिखाने की जरूरत महसूस हुई थी, वहाँ उन्होंने खासी सख्ती भी की/दिखाई थी; और बड़े नेताओं की सिफारिशों को दरकिनार करने का साहस भी दिखाया था - और स्वाभाविक रूप से रोटरी को इसके अच्छे नतीजे भी मिले थे ।
केआर रवींद्रन की इस कोशिश को लेकिन राजा साबू के डिस्ट्रिक्ट में मनमाने और षड्यंत्रपूर्ण तरीके से डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के चुनाव को अमान्य घोषित करने के फैसले ने ग्रहण लगा दिया है । इस फैसले को 'करने/करवाने' वाले डिस्ट्रिक्ट के पूर्व गवर्नर्स ने राजा साबू का समर्थन जिस तरह से जुटा लिया है, उससे उनके हौंसले खासे बढ़े हुए हैं - और इस बढ़े हुए हौंसले के कारण ही उन्होंने अपने मनमाने व षड्यंत्रपूर्ण फैसले में रोटरी इंटरनेशनल कार्यालय को तथा इंटरनेशनल प्रेसीडेंट बनने जा रहे केआर रवींद्रन को भी लपेट लिया है । राजा साबू के डिस्ट्रिक्ट के गवर्नर्स की इस हरकत पर केआर रवींद्रन नाराज तो बताये जा रहे हैं, लेकिन इस नाराजगी के चलते वह कुछ करेंगे या अपने आप को राजा साबू का 'आदमी' ही साबित करेंगे - यह देखने की बात होगी ।