हापुड़ । मुकेश गोयल को चुनावी राजनीति के चक्कर में अपने ही क्लब के प्रेसीडेंट राकेश वर्मा से जो और जिस तरह से फटकार सुनने को मिली, उसमें मुकेश गोयल की कमजोर होती पकड़ व राजनीति के संकेतों को साफ देखा/पहचाना जा सकता है । राकेश वर्मा ने मुकेश गोयल को जो फटकार लगाई, उसका ऑडियो सार्वजनिक करके मुकेश गोयल के लिए और भी फजीहत वाली स्थिति पैदा कर दी है । मुकेश गोयल के तौर-तरीकों ने उनके क्लब के सदस्यों व पदाधिकारियों को हालाँकि पहले भी कई बार गुस्सा दिलाया है, लेकिन अक्सर ही उन्हें अपना गुस्सा पी जाने के लिए मजबूर होना पड़ा है । पहली बार यह देखने को मिला है कि मुकेश गोयल के तौर-तरीकों से खफा होकर उनके क्लब के प्रेसीडेंट ने बड़े ही कर्रे तरीके से न सिर्फ अपना गुस्सा प्रकट किया, बल्कि प्रकट किए अपने गुस्से को उन्होंने सार्वजनिक भी किया है । लोगों का कहना है कि राकेश वर्मा का यह व्यवहार वास्तव में इस बात का संकेत व सुबूत है कि मुकेश गोयल की पकड़ अपने ही क्लब में ढीली पड़ रही है - जिसे वास्तव में डिस्ट्रिक्ट की चुनावी राजनीति तथा प्रशासनिक व्यवस्था में उनकी ढीली पड़ती पकड़ के साइड इफेक्ट के रूप में देखा/पहचाना जा रहा है ।
उल्लेखनीय है कि मुकेश गोयल के क्लब के प्रेसीडेंट राकेश वर्मा तथा अन्य पदाधिकारियों का अधिष्ठापन कार्यक्रम पहले 20 अक्टूबर को होना निश्चित हुआ था । सितंबर के अंतिम सप्ताह में राकेश वर्मा के जवान भतीजे का निधन हो जाने के कारण 20 अक्टूबर का उक्त कार्यक्रम लेकिन स्थगित करना पड़ा । राकेश वर्मा तो अपने परिवार व नजदीकियों के साथ शोक में थे, मुकेश गोयल लेकिन उनका अधिष्ठापन करवाने वाले कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करने में व्यस्त हुए । कार्यक्रम की नई तारीख 2 नवंबर की तय हुई । यहाँ तक कोई समस्या नहीं थी; समस्या लेकिन तब खड़ी हुई जब एक तरफ तो राकेश वर्मा ने अपने भतीजे की तेरहवीं की सूचना सोशल मीडिया में दी, और उसी के साथ-साथ मुकेश गोयल ने 2 नवंबर के कार्यक्रम के निमंत्रण पत्र सोशल मीडिया में चस्पाँ किए - जिसमें फेस्टिव सेलीब्रेशन व डांडिया पर खासा जोर था । इससे राकेश वर्मा के परिवार के सदस्यों व नजदीकियों के बीच यह संदेश गया कि राकेश वर्मा को फेस्टिव सेलीब्रेशन व डांडिया की बड़ी जल्दी है, और वह अपने भतीजे की तेरहवीं हो जाने का भी इंतजार नहीं कर रहे हैं । राकेश वर्मा ने पाया कि मुकेश गोयल की हरकत के चलते उन्हें अपने परिवार के सदस्यों तथा नजदीकियों के बीच शर्मिंदा होना पड़ा है, और इस कारण से मुकेश गोयल के प्रति उनका गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने यह कहते हुए मुकेश गोयल को फटकारा कि उन्हें राजनीति के अलावा और कुछ सूझता ही नहीं है ।
मुकेश गोयल सेकेंड वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद के अपने उम्मीदवार पंकज बिजल्वान को प्रमोट करने के उद्देश्य से आयोजित किए जा रहे अपने क्लब के अधिष्ठापन कार्यक्रम को लेकर खासे उत्साहित हैं । इंटरनेशनल थर्ड वाइस प्रेसीडेंट पद के एंडॉर्सी एपी सिंह को इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है; पूर्व इंटरनेशनल डायरेक्टर संगीता जटिया को राकेश वर्मा तथा अन्य पदाधिकारियों का अधिष्ठापन करवाना है । मल्टीपल के प्रत्येक डिस्ट्रिक्ट के प्रमुख नेताओं को राकेश वर्मा तथा अन्य पदाधिकारियों के अधिष्ठापन का नजारा देखना है - लेकिन जिन राकेश वर्मा का अधिष्ठापन होना है, उन राकेश वर्मा ने इन लोगों को आमंत्रित करने वाले मुकेश गोयल की सार्वजनिक रूप से फजीहत की हुई है और आरोप लगाया है कि मुकेश गोयल में जरा सी भी इंसानियत नहीं है और उन्हें सिर्फ राजनीति ही करनी होती है । गौरतलब बात यह है कि मुकेश गोयल ने अभी जो किया है, वह उनकी राजनीतिक स्टाइल का ही एक नजारा है और उन्हें जानने वाले लोगों का मानना/कहना है कि इसमें कुछ भी अनोखा नहीं है - अबकी बार लेकिन जो अनोखापन हुआ है, वह यह कि राकेश वर्मा ने उन्हें उनकी ही स्टाइल में जबाव दे दिया है । राकेश वर्मा ने जो किया है, अब से पहले वह कोई और नहीं कर सका है । लोगों का कहना है कि यह एक इशारा है कि मुकेश गोयल का स्टाइल अब पिट चुका है, और जिस स्टाइल के चलते उन्होंने वर्षों अपनी राजनीति चलाई है, वह अब उनकी फजीहत का कारण बन रहा है । राकेश वर्मा ने जिस तरह से मुकेश गोयल की फजीहत की है, उसे देखते हुए 2 नवंबर के लिए घोषित हुए प्रेसीडेंट के रूप में उनके अधिष्ठापित होने के कार्यक्रम को लेकर भी अनिश्चितता पैदा हो गई है । लोगों को लग रहा है कि मुकेश गोयल के प्रति पैदा हुई उनके ही क्लब के प्रेसीडेंट की नाराजगी अभी और गुल खिलायेगी जो मुकेश गोयल तथा पंकज बिजल्वान के लिए मुसीबत बनेगी ।
उल्लेखनीय है कि मुकेश गोयल के क्लब के प्रेसीडेंट राकेश वर्मा तथा अन्य पदाधिकारियों का अधिष्ठापन कार्यक्रम पहले 20 अक्टूबर को होना निश्चित हुआ था । सितंबर के अंतिम सप्ताह में राकेश वर्मा के जवान भतीजे का निधन हो जाने के कारण 20 अक्टूबर का उक्त कार्यक्रम लेकिन स्थगित करना पड़ा । राकेश वर्मा तो अपने परिवार व नजदीकियों के साथ शोक में थे, मुकेश गोयल लेकिन उनका अधिष्ठापन करवाने वाले कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करने में व्यस्त हुए । कार्यक्रम की नई तारीख 2 नवंबर की तय हुई । यहाँ तक कोई समस्या नहीं थी; समस्या लेकिन तब खड़ी हुई जब एक तरफ तो राकेश वर्मा ने अपने भतीजे की तेरहवीं की सूचना सोशल मीडिया में दी, और उसी के साथ-साथ मुकेश गोयल ने 2 नवंबर के कार्यक्रम के निमंत्रण पत्र सोशल मीडिया में चस्पाँ किए - जिसमें फेस्टिव सेलीब्रेशन व डांडिया पर खासा जोर था । इससे राकेश वर्मा के परिवार के सदस्यों व नजदीकियों के बीच यह संदेश गया कि राकेश वर्मा को फेस्टिव सेलीब्रेशन व डांडिया की बड़ी जल्दी है, और वह अपने भतीजे की तेरहवीं हो जाने का भी इंतजार नहीं कर रहे हैं । राकेश वर्मा ने पाया कि मुकेश गोयल की हरकत के चलते उन्हें अपने परिवार के सदस्यों तथा नजदीकियों के बीच शर्मिंदा होना पड़ा है, और इस कारण से मुकेश गोयल के प्रति उनका गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने यह कहते हुए मुकेश गोयल को फटकारा कि उन्हें राजनीति के अलावा और कुछ सूझता ही नहीं है ।
मुकेश गोयल सेकेंड वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद के अपने उम्मीदवार पंकज बिजल्वान को प्रमोट करने के उद्देश्य से आयोजित किए जा रहे अपने क्लब के अधिष्ठापन कार्यक्रम को लेकर खासे उत्साहित हैं । इंटरनेशनल थर्ड वाइस प्रेसीडेंट पद के एंडॉर्सी एपी सिंह को इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है; पूर्व इंटरनेशनल डायरेक्टर संगीता जटिया को राकेश वर्मा तथा अन्य पदाधिकारियों का अधिष्ठापन करवाना है । मल्टीपल के प्रत्येक डिस्ट्रिक्ट के प्रमुख नेताओं को राकेश वर्मा तथा अन्य पदाधिकारियों के अधिष्ठापन का नजारा देखना है - लेकिन जिन राकेश वर्मा का अधिष्ठापन होना है, उन राकेश वर्मा ने इन लोगों को आमंत्रित करने वाले मुकेश गोयल की सार्वजनिक रूप से फजीहत की हुई है और आरोप लगाया है कि मुकेश गोयल में जरा सी भी इंसानियत नहीं है और उन्हें सिर्फ राजनीति ही करनी होती है । गौरतलब बात यह है कि मुकेश गोयल ने अभी जो किया है, वह उनकी राजनीतिक स्टाइल का ही एक नजारा है और उन्हें जानने वाले लोगों का मानना/कहना है कि इसमें कुछ भी अनोखा नहीं है - अबकी बार लेकिन जो अनोखापन हुआ है, वह यह कि राकेश वर्मा ने उन्हें उनकी ही स्टाइल में जबाव दे दिया है । राकेश वर्मा ने जो किया है, अब से पहले वह कोई और नहीं कर सका है । लोगों का कहना है कि यह एक इशारा है कि मुकेश गोयल का स्टाइल अब पिट चुका है, और जिस स्टाइल के चलते उन्होंने वर्षों अपनी राजनीति चलाई है, वह अब उनकी फजीहत का कारण बन रहा है । राकेश वर्मा ने जिस तरह से मुकेश गोयल की फजीहत की है, उसे देखते हुए 2 नवंबर के लिए घोषित हुए प्रेसीडेंट के रूप में उनके अधिष्ठापित होने के कार्यक्रम को लेकर भी अनिश्चितता पैदा हो गई है । लोगों को लग रहा है कि मुकेश गोयल के प्रति पैदा हुई उनके ही क्लब के प्रेसीडेंट की नाराजगी अभी और गुल खिलायेगी जो मुकेश गोयल तथा पंकज बिजल्वान के लिए मुसीबत बनेगी ।