Tuesday, November 1, 2016

लायंस क्लब्स इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 321 सी वन के गवर्नर शिव कुमार चौधरी ने डिस्ट्रिक्ट 321 एफ के गवर्नर योगेश सोनी तथा इंटरनेशनल फर्स्ट वाइस प्रेसीडेंट नरेश अग्रवाल के नाम पर ठगी के जो प्लान बनाए, उनकी जल्दी ही पोल खुल गई है

गाजियाबाद । लायनिज्म के नाम पर ठगी के नए-नए तरीके आजमा चुके डिस्ट्रिक्ट 321 सी वन के गवर्नर शिव कुमार चौधरी ने अपने कलीग डिस्ट्रिक्ट 321 एफ के गवर्नर योगेश सोनी के नाम पर ठगी करने का बड़ा मौलिक तरीका ईज़ाद किया है । योगेश सोनी ने अपने डिस्ट्रिक्ट के लोगों के लिए ताशकंद/उज़्बेकिस्तान के एक फेलोशिप टूर की योजना बनाई । शिव कुमार चौधरी ने उनकी योजना में ठगी करने का मौका ताड़ा, और उनकी योजना को अपनी योजना बता कर बुकिंग अमाउंट के नाम पर अपने डिस्ट्रिक्ट के लोगों से 12/12 हजार रुपए जुटाने की योजना बना ली । टूर का कुल खर्चा 42 हजार रुपए प्रति व्यक्ति बताया गया । मजे की बात यह रही कि शिव कुमार चौधरी की तरफ से वाट्स-ऐप पर तथा ईमेल से लोगों को जो विस्तृत संदेश मिला, उसमें यह नहीं बताया गया कि बाकी के 30 हजार रुपए कब तक देने होंगे । दरअसल इसी बात से लोगों का माथा ठनका । लोगों को हैरानी हुई कि शिव कुमार चौधरी न तो टूर का पूरा पैसा माँग रहे हैं, और न ही यह बता रहे हैं कि बुकिंग अमाउंट के 12 हजार रुपए देने के बाद बाकी के 30 हजार रुपए कब तक देने होंगे ? शिव कुमार चौधरी द्धारा भेजे गए ब्रॉशर को ध्यान से पढ़ा गया, तो उसमें टूर के होस्ट के रूप में एमजेएफ लायन योगेश सोनी का नाम था । लोग चकराए कि यह योगेश सोनी कौन हैं ? बात चली तो उन्हें पता चला कि योगेश सोनी डिस्ट्रिक्ट 321 एफ के गवर्नर हैं । ऐसे में एक नया सवाल खड़ा हुआ कि डिस्ट्रिक्ट 321 एफ के गवर्नर द्धारा होस्ट किए जा रहे टूर प्लान के लिए शिव कुमार चौधरी पैसे क्यों इकट्ठे कर रहे हैं ? क्या दोनों डिस्ट्रिक्ट के गवर्नर्स ने अपने अपने डिस्ट्रिक्ट के लोगों को एक साथ टूर पर ले जाने की योजना बनाई है ?
योगेश सोनी से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने इस बात से साफ इंकार किया कि उन्होंने अपने डिस्ट्रिक्ट के लोगों के लिए जो टूर प्लान किया है, उसमें शिव कुमार चौधरी की किसी भी तरह की कोई भागीदारी है; और या कि उन्होंने अपने टूर प्लान के लिए शिव कुमार चौधरी को लोगों को इकट्ठा करने की तथा बुकिंग अमाउंट जुटाने की कोई जिम्मेदारी सौंपी है । योगेश सोनी ने बताया कि शिव कुमार चौधरी ने कुछेक दिन पहले फोन पर बात करते हुए उनसे उनके टूर प्लान के बारे में पूछा था, जिसके जबाव में उन्होंने उन्हें जरूरी जानकारी के साथ-साथ टूर ऑपरेटर का नाम व टेलीफोन नंबर दिया था । योगेश सोनी ने साफ कहा कि इससे ज्यादा शिव कुमार चौधरी के साथ उनकी और कोई बात नहीं हुई है । योगेश सोनी के ब्रॉशर पर शिव कुमार चौधरी लोगों से बुकिंग अमाउंट क्यों माँग रहे हैं, इस बारे में योगेश सोनी ने अपनी अनभिज्ञता प्रकट की । योगेश सोनी ने स्पष्ट कहा कि अपने ब्रॉशर पर बुकिंग अमाउंट इकट्ठा करने के लिए उन्होंने शिव कुमार चौधरी को कोई अधिकार नहीं दिया है; उनका कहना रहा कि सच तो यह है कि शिव कुमार चौधरी से इस बारे में उनकी कोई बात ही नहीं हुई । योगेश सोनी से बात किए बिना, उन्हें पूरी तरह अँधेरे में रखते हुए उनके टूर ब्रॉशर पर शिव कुमार चौधरी अपने डिस्ट्रिक्ट के लोगों से बुकिंग अमाउंट के नाम पर 12/12 हजार रुपए क्यों माँग रहे हैं - यह बात डिस्ट्रिक्ट 321 एफ के गवर्नर योगेश सोनी को भले ही समझ में न आई हो, लेकिन डिस्ट्रिक्ट 321 सी वन के लोगों को इसके पीछे छिपा शिव कुमार चौधरी का 'उद्देश्य' समझने में देर नहीं लगी ।
डिस्ट्रिक्ट 321 सी वन में शिव कुमार चौधरी के ठगी के किस्से चूँकि खासे मशहूर हो चुके हैं, इसलिए लोगों को यह समझने में देर नहीं लगी कि किसी दूसरे के ताशकंद/उज्बेकिस्तान टूर के नाम पर शिव कुमार चौधरी ने लोगों से पैसे ऐंठने की तैयारी कर ली है । शिव कुमार चौधरी को लगा होगा कि टूर की पूरी कीमत के 42 हजार रुपए वह माँगेंगे, तो लोग पूछताछ ज्यादा करेंगे और उनकी ठगी तुरंत से पकड़ी जाएगी; बुकिंग अमाउंट के नाम पर वह 12 हजार रुपए माँगेंगे, तो लोग पूछताछ भी नहीं करेंगे और ज्यादा लोग बुकिंग करवा भी लेंगे । शिव कुमार चौधरी ने माना होगा कि जब तक लोगों को पता चलेगा कि वह ठगे गए हैं, तब तक तो उन्हें काफी रकम मिल चुकी होगी । इसके बाद तो फिर बुकिंग कराने वालों का हाल लायंस क्लब मसूरी के अध्यक्ष सतीश अग्रवाल जैसा होगा । सतीश अग्रवाल, शिव कुमार चौधरी की ठगीबाजी के एक शिकार हैं - जो बेचारे जब तब वाट्स-ऐप पर अपना पैसा वापस करने की गुहार लगाते रहते हैं; शिव कुमार चौधरी उनकी गुहार पर लेकिन ध्यान ही नहीं देते हैं । ताशकंद/उज्बेकिस्तान टूर के नाम पर ठगी करने की शिव कुमार चौधरी की पोल खुली, तो लोग सावधान हो गए । फलस्वरूप शिव कुमार चौधरी ने भी इस टूर प्लान में 'दिलचस्पी' लेना बंद कर दिया । हालाँकि इसके बारे में कोई आधिकारिक घोषणा उन्होंने नहीं की है । किसी को जानकारी नहीं है कि ताशकंद/उज्बेकिस्तान का 'उनका' टूर प्लान अभी भी ओपन है, या बंद हो गया है - और उनके ऑफर पर डिस्ट्रिक्ट के किसी लायन सदस्य ने बुकिंग कराई है या नहीं, कराई है तो कितने लोगों ने ?
शिव कुमार चौधरी ने ताशकंद/उज्बेकिस्तान के साथ-साथ शिकागो भ्रमण का भी एक प्लान लोगों को दिया हुआ है, जिसने लायंस इंटरनेशनल के पदाधिकारियों तक को चौंकाया हुआ है । दरअसल शिकागो भ्रमण का प्लान उन्होंने इंटरनेशनल फर्स्ट वाइस प्रेसीडेंट नरेश अग्रवाल के हाथ मजबूत करने के नाम पर बनाया है । लायंस इंटरनेशनल के पदाधिकारी शिव कुमार चौधरी के इस प्लान के बारे में जान कर चौंके इस कारण से हैं, क्योंकि आने वाली इंटरनेशनल कन्वेंशन में शामिल होने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करने का काम फर्स्ट वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर करता है । यह उसी का काम होता भी है । कोई डिस्ट्रिक्ट गवर्नर इस काम में 'दिलचस्पी' ले, तो यह हैरान करने वाली बात है भी । हैरानी इसलिए और बढ़ी कि लायन साथियों को लिखे अपने पत्र में रजिस्ट्रेशन फीस माँगते हुए शिव कुमार चौधरी यह जानकारी भी दे रहे हैं कि शिकागो का टूर पैकेज अभी वह तैयार करवा रहे हैं । शिव कुमार चौधरी की जैसी (कु)ख्याति है, उसके कारण लोगों का कहना है कि टूर पैकेज वह तैयार करवा लेते, और उसे लोगों के सामने रखते - उसके बाद ही रजिस्ट्रेशन फीस माँगते । शिव कुमार चौधरी को लोगों से रजिस्ट्रेशन फीस माँगने की जल्दी आखिर क्यों है ? रजिस्ट्रेशन फीस देने के बाद किसी को यदि शिव कुमार चौधरी द्धारा तैयार करवाया गया टूर पैकेज सस्ता/अच्छा नहीं लगा, तो उसके तो रजिस्ट्रेशन के पैसे डूब ही गए समझो ।
शिव कुमार चौधरी ने अपने शिकागो प्लान में चूँकि नरेश अग्रवाल का नाम इस्तेमाल किया है, इसलिए लायंस इंटरनेशनल के पदाधिकारी उनके इस प्लान के बारे में सुन/जान कर सावधान हो गए हैं । कुछेक पदाधिकारियों ने फर्स्ट वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर अजय सिंघल को जिम्मेदारी दी है कि वह अपने डिस्ट्रिक्ट में लोगों को सावधान करें और साफ साफ बता दें कि शिव कुमार चौधरी के ऑफर प्लान में वह यदि किसी भी तरह की ठगी या बेईमानी का शिकार होते हैं, तो उसके लिए लायंस इंटरनेशनल और या उसके पदाधिकारी जिम्मेदार नहीं होंगे । शिव कुमार चौधरी के ठगी के किस्सों की मशहूरी ने डिस्ट्रिक्ट की सीमाओं से और दूर - मल्टीपल के दूसरे डिस्ट्रिक्ट्स में तथा इंटरनेशनल पदाधिकारियों तक उन्हें जिस तरह से 'मशहूर' किया है, उस मशहूरी के कारण उनके प्लान शुरू होते ही फ्लॉप हो जा रहे हैं । इस बात ने शिव कुमार चौधरी की स्थिति को लायन सदस्यों व पदाधिकारियों के बीच और भी दयनीय व हास्यास्पद बना दिया है ।