नई दिल्ली । एक जुलाई को होने वाले सीए डे प्रोग्राम की तैयारी के लिए स्टडी सर्किल कोऑर्डिनेशन कमेटी की मीटिंग में तवज्जो न दिए जाने से सेंट्रल काउंसिल सदस्य राजेश शर्मा इंस्टीट्यूट के वाइस प्रेसीडेंट अतुल गुप्ता के प्रति खासे भड़के हुए नजर आ रहे हैं । उल्लेखनीय है कि अतुल गुप्ता द्वारा बुलाई गई उक्त मीटिंग में नॉर्दर्न रीजन के सेंट्रल काउंसिल सदस्यों में एक अकेले राजेश शर्मा ही उपास्थित नहीं थे । राजेश शर्मा की तरफ से कहा/सुना जा रहा है कि उक्त मीटिंग का निमंत्रण उन्हें न तो उचित समय से मिला और न उचित तरीके से; उन्हें ऐसा लगा जैसे चाहा जा रहा है कि वह मीटिंग में शामिल न हों - इसलिए वह मीटिंग में शामिल नहीं हुए । राजेश शर्मा के नजदीकियों का कहना है कि सीए डे पर होने वाले कार्यक्रम की तैयारी से राजश शर्मा को जानबूझ कर दूर रखा जा रहा है, और स्टडी सर्किल कोऑर्डिनेशन कमेटी की मीटिंग से भी उन्हें बाहर रखने की कोशिश की गई । अतुल गुप्ता के नजदीकियों का कहना/बताना है कि सीए डे पर दिल्ली में होने वाले इंस्टीट्यूट के मुख्य समारोह की जिम्मेदारी अतुल गुप्ता ने ली हुई है, और वह उक्त समारोह को लेकर बहुत ही सावधान हैं - ताकि समारोह को लेकर कोई झमेला या विवाद न हो; इसी कोशिश में वह सीए डे समारोह की तैयारी तथा उसके आयोजन से राजेश शर्मा को दूर रखना चाहते हैं । दरअसल दो वर्ष पहले की राजेश शर्मा की कारस्तानियों के कारण सीए डे समारोह के साथ राजेश शर्मा की ऐसी बदनामी जुड़ी है कि अतुल गुप्ता को उन्हें इस वर्ष के समारोह की तैयारी से दूर रखने में ही भलाई नजर आ रही है ।
सीए डे समारोह के नाम पर राजेश शर्मा ने चार्टर्ड एकाउंटेंट्स को ऐसे घाव दिए हैं, जो दो वर्षों बाद भी दर्द देते हुए लग रहे हैं । इसीलिए अतुल गुप्ता को डर है कि सीए डे समारोह की तैयारी में राजेश शर्मा का नाम यदि जुड़ा और वह तैयारी में यदि 'दिखे' तो लोग भड़क सकते हैं और तब सीए डे समारोह का कबाड़ा हो सकता है । राजेश शर्मा भी चूँकि इंस्टीट्यूट की सेंट्रल काउंसिल के सदस्य हैं, इसलिए सीए डे समारोह में उनके शामिल होने पर तो अतुल गुप्ता कोई रोक नहीं लगा सकते हैं, लेकिन अतुल गुप्ता अपनी तरफ से भरसक प्रयास करना चाहते हैं कि सीए समारोह की तैयारी में राजेश शर्मा ज्यादा न नजर आए - यदि वह नजर आयेंगे, तो लोगों को दो वर्ष पहले मिले घाव फिर से हरे हो जायेंगे । स्टडी सर्किल कोऑर्डिनेशन कमेटी की मीटिंग में राजेश शर्मा की अनुपस्थिति अतुल गुप्ता के उन्हीं प्रयासों का नतीजा है । अतुल गुप्ता के इस रवैये ने राजेश शर्मा के लिए फजीहत वाली स्थिति बना दी है । उनके नजदीकियों के अनुसार, राजेश शर्मा का रोना है कि दो वर्ष पहले की घटनाओं को लोग भूल रहे हैं, लेकिन सीए डे समारोह की तैयारी से उन्हें दूर रखने के अतुल गुप्ता के प्रयास लोगों को उन घटनाओं की याद दिला रहे हैं । राजेश शर्मा को लगता है कि अतुल गुप्ता यह जानबूझकर कर रहे हैं, ताकि लोग दो वर्ष पहले की घटनाओं को भूल न जाएँ और याद रखें । अन्य कई लोगों को लेकिन लगता है कि सीए डे समारोह के नाम पर राजेश शर्मा की बदनामी कुछ इस तरह जुड़ गई है कि सीए डे समारोह का जिक्र आते ही राजेश शर्मा की कारस्तानी लोगों को सहज ही याद आ जाती है । एक वरिष्ठ चार्टर्ड एकाउंटेंट ने रेखांकित किया कि जिस तरह बैशाखी के पर्व पर जलियाँबाला बाग हत्याकांड व जनरल डायर की करतूत की याद अपने आप आ जाती है, वैसे ही सीए डे समारोह के नाम पर दो वर्ष पहले प्रोफेशन से जुड़े लोगों के अपमान से संबद्ध घटनाएँ और राजेश शर्मा की हरकतें याद आ जाती हैं ।
अतुल गुप्ता उन्हीं यादों को दबाए/छिपाए रखने के उद्देश्य से राजेश शर्मा को सीए डे समारोह की तैयारी से दूर रखना चाहते हैं । अतुल गुप्ता दरअसल पिछले वर्ष हुए सीए डे समारोह में रही कम उपस्थिति से डरे हुए हैं । दो वर्ष पहले घटी घटनाओं का असर एक वर्ष पहले हुए समारोह पर पड़ा था, जिसके कारण चार्टर्ड एकाउंटेंट्स समारोह से दूर ही रहे थे, और समारोह के आयोजन स्थल - विज्ञान भवन की करीब एक तिहाई सीटें खाली ही रह गईं थीं । इस वर्ष का समारोह भी विज्ञान भवन में हो रहा है और समारोह की जिम्मेदारी सँभालने के चलते अतुल गुप्ता नहीं चाहते हैं कि इस बार भी सीटें खाली रह जाएँ । सीए डे के इस वर्ष के समारोह को सफल बनाने के लिए अतुल गुप्ता ने स्टडी सर्किल्स के पदाधिकारियों पर भरोसा किया है; और इसी भरोसे के तहत उन्होंने स्टडी सर्किल्स के पदाधिकारियों के साथ मीटिंग की, जिसमें ऐसी स्थिति 'बनी' या 'बनाई' गई कि राजेश शर्मा इस मीटिंग से गायब ही दिखे । स्टडी सर्किल्स के पदाधिकारियों ने अतुल गुप्ता को आश्वस्त तो किया है कि वह पर्याप्त संख्या में समारोह के लिए लोगों को जुटायेंगे तथा विज्ञान भवन की सीटें खाली नहीं रहने देंगे; लेकिन कुछेक स्टडी सर्किल्स में चूँकि ऐसे लोग पदाधिकारी हैं जिन्हें राजेश शर्मा के नजदीकियों तथा अतुल गुप्ता के विरोधियों के रूप में देखा/पहचाना जाता है, इसलिए अतुल गुप्ता सीए डे समारोह को लेकर थोड़े सशंकित भी हैं; उन्हें यह भी डर है कि अपनी उपेक्षा से भड़के हुए राजेश शर्मा भी समारोह को फेल करने/करवाने की कोशिश कर सकते हैं । ऐसे में, देखना दिलचस्प होगा कि अतुल गुप्ता इस वर्ष के सीए डे समारोह को राजेश शर्मा की बदनामी तथा हरकतों से कैसे बचाते हैं ?