Monday, June 10, 2019

रोटरी इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 3012 में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर इलेक्ट दीपक गुप्ता द्वारा अपनी कोर टीम के सदस्य मनीष गोयल पर मुकेश अरनेजा के लिए जासूसी करने के लगाए आरोप ने डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी आलोक गुप्ता को डराया

गाजियाबाद । डिस्ट्रिक्ट गवर्नर बनने की तैयारी कर रहे दीपक गुप्ता और उनके गवर्नर-काल में डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर की भूमिका निभाने वाले मुकेश अरनेजा के बीच गलतफहमियाँ पैदा होने तथा झगड़े जैसी स्थितियाँ बनने के लिए मनीष गोयल को जिम्मेदार ठहराए जाने से डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी आलोक गुप्ता के सामने मुसीबत खड़ी हो गई है । उल्लेखनीय है कि दीपक गुप्ता की ही तरह आलोक गुप्ता की कोर टीम में भी मनीष गोयल को खासी तवज्जो मिलती दिख रही है । मनीष गोयल को एक अच्छे कार्यकर्त्ता के रूप में देखा/पहचाना जा रहा है, और इसी नाते वह पहले दीपक गुप्ता तथा अब आलोक गुप्ता की 'आँखों के तारे' बन रहे हैं । दीपक गुप्ता के नजदीकियों का ही कहना/बताना है कि मनीष गोयल ने काफी मेहनत से दीपक गुप्ता के काम किए हैं, और संभवतः उनकी इसी खूबी को देख कर आलोक गुप्ता ने भी उन्हें अपने नजदीक किया है । लेकिन पिछले कुछेक दिनों से मनीष गोयल का नाम दीपक गुप्ता और मुकेश अरनेजा के बीच मनमुटाव की स्थितियाँ बनाने के मामले में आ रहा है । दीपक गुप्ता ने अपने नजदीकियों के बीच पहले तो संदेह जताया था और अब वह सीधे सीधे आरोप लगाने लगे हैं कि मनीष गोयल उनके यहाँ मुकेश अरनेजा के जासूस की तरह काम कर रहे हैं, और उनकी गतिविधियों व कामकाज की तैयारी के बारे में मुकेश अरनेजा को पल पल की खबरें देते/पहुँचाते रहे हैं । दीपक गुप्ता के इस आरोप ने आलोक गुप्ता को मुसीबत में डाल दिया है; आलोक गुप्ता को डर हुआ है कि मनीष गोयल कहीं उनके यहाँ भी तो मुकेश अरनेजा की जासूसी नहीं करेंगे ?
दीपक गुप्ता को कई बार यह देख/जान कर हैरानी हुई कि उनके कई फैसले उद्घाटित होने से पहले ही संबद्ध लोगों को मालूम होते है, और कई एक मामलों में दीपक गुप्ता को यह भी पता चला कि यह सब मुकेश अरनेजा के जरिये होता है ।मुकेश अरनेजा ने कई लोगों को बताया कि उन्होंने उन्हें दीपक गुप्ता की टीम में फलाँ पद दिलवा दिया है; कुछेक लोगों से तो मुकेश अरनेजा ने यहाँ तक दावा कर दिया कि दीपक गुप्ता तो तुम्हें उक्त पद देना ही नहीं चाहता था, लेकिन मैंने जोर दिया तब तुम्हें उक्त पद मिल सका है । दीपक गुप्ता के आयोजनों में दूसरे डिस्ट्रिक्ट्स से आने वाले वरिष्ठ रोटेरियंस व पदाधिकारियों तक के साथ मुकेश अरनेजा ने ऐसा ही खेल खेला । मुकेश अरनेजा ने उन्हें फोन करके पूछा/कहा कि अरे, दीपक गुप्ता ने अभी आपको फोन नहीं किया है; मैंने उससे कहा है कि आपको फोन करे; मैं फिर उससे आपको फोन करने के लिए कहता हूँ; आदि-इत्यादि । दीपक गुप्ता ने जब इस तरह की बातें सुनीं तो वह हैरान हुए और मुकेश अरनेजा की इस हरकत पर नाराज हुए । कई मामलों में 'मौके' इतने सटीक थे कि दीपक गुप्ता के फोन करने से ठीक पहले मुकेश अरनेजा का फोन पहुँचा हुआ था और 'दूसरी तरफ' जो व्यक्ति था, उसने यही समझा कि मुकेश अरनेजा की कोशिशों से ही दीपक गुप्ता ने उन्हें फोन किया है । मुकेश अरनेजा की इस तरह की हरकतों से दीपक गुप्ता नाराज तो हुए ही, लेकिन उन्हें इस बात पर हैरानी भी हुई कि जो बातें और जो काम चार-पाँच लोगों के बीच ही डिस्कस हुए हैं, उनकी खबर मुकेश अरनेजा तक कैसे पहुँची । दीपक गुप्ता को यह समझने में हालाँकि देर नहीं लगी कि यह सब मनीष गोयल की ही कारस्तानी है ।
उल्लेखनीय है कि डिस्ट्रिक्ट में मनीष गोयल को मुकेश अरनेजा के 'आदमी' के रूप में ही पहचाना जाता है । दीपक गुप्ता की कोर टीम में मनीष गोयल को मुकेश अरनेजा की सिफारिश पर ही जगह मिली है । मजे की जानकारी यह भी है कि मुकेश अरनेजा ने मनीष गोयल को डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद का उम्मीदवार बनाने की तैयारी भी की थी, लेकिन दीपक गुप्ता के दिलचस्पी न लेने के कारण मुकेश अरनेजा और मनीष गोयल को फिर पीछे हटना पड़ा । दीपक गुप्ता के नजदीकियों का कहना/बताना है कि दीपक गुप्ता ने एक कार्यक्रम में मनीष गोयल से स्पॉन्सरशिप के लिए कहा था, लेकिन मनीष गोयल उसके लिए तैयार नहीं हुए । इसी से दीपक गुप्ता को आभास हुआ कि मनीष गोयल मुफ्त में उम्मीदवार बनना चाहते हैं, और इसीलिए उन्होंने मनीष गोयल की उम्मीदवारी में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई; फलस्वरूप मनीष गोयल की उम्मीदवारी की बात जितनी तेजी से उठी, उतनी ही तेजी से वह दब भी गई । दीपक गुप्ता को अब लग रहा है कि मनीष गोयल की उम्मीदवारी को वह शह/समर्थन यदि दे देते तो मनीष गोयल और मुकेश अरनेजा मिलकर उनकी गवर्नरी का पता नहीं क्या हाल करते । मुकेश अरनेजा के साथ दीपक गुप्ता के संबंध पहले ही तनावपूर्ण हो चुके थे, जिस कारण मुकेश अरनेजा उनके किसी किसी कार्यक्रम को बीच में ही छोड़ कर निकल गए थे; बात बढ़ने पर हालाँकि मुकेश अरनेजा ने सफाई दी थी कि एक बार तबियत खराब होने पर तथा एक बार एक काम के कारण उन्हें कार्यक्रम के बीच से जाना पड़ा था । लेकिन दीपक गुप्ता ने मनमुटाव की बातों पर पर्दा डालने की कोई कोशिश नहीं की । दीपक गुप्ता को लग रहा है और जो उन्होंने अपने नजदीकियों के बीच कहा भी कि मुकेश अरनेजा और उनके बीच संबंधों को खराब करने का काम मुकेश अरनेजा के लिए की गई मनीष गोयल की जासूसी ही जिम्मेदार है । दीपक गुप्ता के इस अनुभव और आरोप ने आलोक गुप्ता को चिंता में डाल दिया है; उन्हें डर हुआ है कि मनीष गोयल उनके गवर्नर-वर्ष में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के उम्मीदवार बनने का प्रयास करेंगे और मुकेश अरनेजा के लिए जासूसी भी करेंगे - और इस तरह उनका गवर्नर-वर्ष कहीं मुकेश अरनेजा की हरकतों की भेंट न चढ़ जाए ।