Sunday, November 10, 2019

रोटरी इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 3012 के डिस्ट्रिक्ट गवर्नर दीपक गुप्ता की तरफ से 'चोरी और सीनाजोरी' वाला रवैया देख कर डिस्ट्रिक्ट दीवाली मेले में अपने साथ हुई बेईमानी के मामले में उनके और उनकी पत्नी रीना गुप्ता के खिलाफ डांस स्मिथ कंपनी ने कानूनी कार्रवाई शुरू की

गाजियाबाद । देश की एक प्रमुख डांस परफॉर्मेंस व प्रोडक्शन कंपनी डांस स्मिथ ने डिस्ट्रिक्ट 3012 के डिस्ट्रिक्ट दीवाली मेले में ठगी का शिकार होने का आरोप लगाते हुए डिस्ट्रिक्ट गवर्नर दीपक गुप्ता तथा उनकी पत्नी रीना गुप्ता के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की है । डांस स्मिथ के पदाधिकारियों का आरोप है कि उन्हें सूचित किए बिना तथा उनसे कोई अनुमति लिए बिना डिस्ट्रिक्ट दीवाली मेले के निमंत्रण पत्र में, प्रचार में और प्रस्तुति के दौरान कंपनी की प्रस्तुतियों के चित्र तथा उसके रजिस्टर्ड ट्रेडमार्क लोगो का इस्तेमाल किया गया, जो इंटेक्चुयल प्रॉपर्टी राइट्स का आपराधिक उल्लंघन है । ऐसे समय में, जबकि डिस्ट्रिक्ट गवर्नर के रूप में दीपक गुप्ता इंटरनेशनल प्रेसीडेंट नॉमिनी शेखर मेहता के स्वागत/सम्मान के कार्यक्रम को लेकर व्यस्त हैं, तब देश की एक नामी संस्था डांस स्मिथ के साथ की गई बेईमानी का मामला सामने आने से दीपक गुप्ता और डिस्ट्रिक्ट के लिए खासी फजीहत वाली स्थिति बनती नजर आ रही है । उल्लेखनीय है कि डांस स्मिथ के पदाधिकारियों ने पहले दीपक गुप्ता के साथ बातचीत करके अपनी शिकायत के निपटारे के लिए प्रयास किया था, लेकिन दीपक गुप्ता की तरफ से उन्हें जब 'चोरी और सीनाजोरी' वाला रवैया देखने को मिला, तब वह कानूनी कार्रवाई करने के लिए मजबूर हुए । दरअसल दीपक गुप्ता ने मामले का ठीकरा डिस्ट्रिक्ट इवेंट्स चेयरमैन सचिन वत्स के सिर फोड़ा । उनका कहना रहा कि डांस स्मिथ का नाम क्यों और कैसे इस्तेमाल हुआ, यह सचिन वत्स ही बता सकते हैं । सचिन वत्स लेकिन अपनी हरकत पर पर्दा डालने के लिए डांस स्मिथ के पदाधिकारियों के साथ बदतमीजी पर उतर आये और धमकी देने लगे कि उन्होंने यदि मामले को ज्यादा आगे बढ़ाया, तो रोटरी में डांस स्मिथ को काम मिलना मुश्किल हो जायेगा । इसके बाद, डांस स्मिथ के पदाधिकारियों के सामने कन्वेनर के रूप में दीपक गुप्ता और रीना गुप्ता के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू करने के अलावा कोई चारा नहीं बचा ।
डांस स्मिथ के संस्थापक व मुख्य कर्ताधर्ता सुजित कयाल का कहना है कि रोटरी के प्रति उनके मन में बहुत सम्मान है और रोटरी के लिए हालाँकि उन्होंने कम ही कार्यक्रम किए हैं, लेकिन जिन भी रोटेरियंस के साथ उन्होंने कार्यक्रम किए हैं - उनके साथ उनके अनुभव बहुत ही अच्छे तथा प्रेरणापूर्ण रहे हैं । इसलिए दीपक गुप्ता और सचिन वत्स के व्यवहार से उन्हें गहरा सदमा लगा है । वह सोच भी नहीं सकते थे कि रोटरी में उनके साथ - और उनके साथ क्या, किसी के भी साथ - इस तरह की ठगी हो सकती है । वास्तव में, सुजित कयाल को क्या, किसी को भी यह उम्मीद नहीं रही कि दीपक गुप्ता व सचिन वत्स की जोड़ी को जब डांस स्मिथ से कोई परफॉर्मेंस करवाना ही नहीं था, और इसके लिए उन्होंने कोई प्रयास भी नहीं किया था - तब फिर डिस्ट्रिक्ट दीवाली मेले के निमंत्रण में, उसके प्रचार में और प्रस्तुति में डांस स्मिथ के रजिस्टर्ड ट्रेडमार्क लोगो को इस्तेमाल करने की उन्हें आखिर क्यों सूझी ? इस 'क्यों' के जबाव में कुछेक लोगों को एक बड़ी बेईमानी के संकेत छिपे दिखते हैं । उन्हें लगता है कि कार्यक्रम कम पैसे लेने वाले कलाकारों से करवा लिया गया है और डांस स्मिथ के नाम पर मोटी रकम जेब में डाल ली गई है; कुछेक लोगों को लगता है कि यह बेईमानी सचिन वत्स ने की है और उन्होंने दीपक गुप्ता को अँधेरे में रख कर अपनी जेब गर्म कर ली है, लेकिन अन्य कुछेक लोग इसमें सचिन वत्स और दीपक गुप्ता की मिलीभगत देखते हैं और दीपक गुप्ता को बराबर का हिस्सेदार मानते हैं ।
उल्लेखनीय है कि डिस्ट्रिक्ट दीवाली मेले में दीपक गुप्ता और मेले के इंतजाम से जुड़े लोगों पर पैसे बनाने के गंभीर आरोप चर्चा में रहे हैं । लोगों का कहना रहा है कि पैसे बचाने/बनाने की जुगाड़बाजियों के चलते ही मेले की व्यवस्था से समझौते किए गए, और बेईमानियाँ की गईं - जिसके नतीजे में मेले की व्यवस्था का कबाड़ा हुआ और लोगों ने अपने आप को ठगा हुआ पाया । रोटेरियंस ने इस पर खुलकर अपनी नाराजगी और विरोध भी जताया है । 'रचनात्मक संकल्प' ने इस संबंध में 20 अक्टूबर को एक विस्तृत रिपोर्ट प्रकाशित की थी । डिस्ट्रिक्ट दीवाली मेले में बेईमानियाँ करके पैसे बनाने के आरोपों को लोगों ने हालाँकि टुच्ची हरकतों के रूप में ही देखा/पहचाना था; लेकिन डांस स्मिथ के साथ की गई बेईमानी की बात सामने आने से पोल खुली है कि दीपक गुप्ता और उनकी टीम के लोगों ने डिस्ट्रिक्ट दीवाली मेले में बड़े ही सुनियोजित तरीके से पैसे बनाए हैं । डांस स्मिथ कोई छोटी-मोटी कंपनी नहीं है । देश के मनोरंजन उद्योग में उसे उसके प्रोफेशनल रवैये के कारण भी जाना/पहचाना जाता है और उसकी खासी पहचान व प्रतिष्ठा है; अभी तक के पिछले करीब सात वर्षों के अपने कार्यकाल में उसने तीन हजार से ज्यादा प्रस्तुतियाँ दी हैं, जिनके आधार पर उसे कई पुरुस्कार तथा प्रमुख सरकारी संस्थाओं से विशेष अनुबंध मिले हैं  । लोगों को लग रहा है कि दीपक गुप्ता और उनकी टीम के सदस्यों ने जब डांस स्मिथ जैसी कंपनी के नाम पर ठगी करने की हरकत कर ली है, तो समझा जा सकता है कि उन्होंने बेईमानी के कैसे कैसे तरीके इस्तेमाल किए होंगे ? डांस स्मिथ के साथ दीपक गुप्ता द्वारा की गई बेईमानी की चर्चा रोटरी के बड़े नेताओं के बीच भी है, जिससे लग रहा है कि उनकी यह बेईमानी उन्हें और डिस्ट्रिक्ट को भारी पड़ने वाली है ।