Sunday, November 17, 2013

रोटरी इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 3010 में सुधीर मंगला की मदद के बहाने से विनय कुमार अग्रवाल और रमेश अग्रवाल ने विनोद बंसल को अपमानित करने तथा नीचा दिखाने का काम किया

नई दिल्ली । डिस्ट्रिक्ट गवर्नर विनोद बंसल ने डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के चुनाव से जुड़ी जिस एक महत्वाकांक्षी योजना की शुरुआत करने की तैयारी की थी - सुधीर मंगला और उनके समर्थक समझे जाने वाले पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर्स ने लेकिन उस योजना का शुरू होने से पहले ही गला घोंट दिया है । सुधीर मंगला के समर्थक पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर्स ने उक्त योजना को डिस्ट्रिक्ट गवर्नर विनोद बंसल की एक चाल के रूप में देखा/पहचाना जिसके पीछे सुधीर मंगला को नुकसान पहुँचाने का उद्देश्य उन्होने छिपा पाया; और इसीलिए उन्होंने जाल बिछा कर विनोद बंसल को ऐसा फँसाया कि विनोद बंसल को खुद ही अपनी योजना का वापस लेने के लिए मजबूर होना पड़ा ।
विनोद बंसल ने डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के चुनाव के संदर्भ में योजना यह बनाई कि नॉमिनेटिंग कमेटी के लिए क्वालीफाई क्लब्स से प्रस्तावित किये गए सदस्यों के सामने डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के उम्मीदवार रोटरी को लेकर डिस्ट्रिक्ट गवर्नर के रूप में अपनी सोच, अपना उद्देश्य और अपना लक्ष्य प्रस्तुत करेंगे - जिससे कि नॉमिनेटिंग कमेटी के सदस्य उनका मूल्यांकन कर सकेंगे । डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के उम्मीदवारों के सामने अपनी इस योजना के बारे में बात करते हुए विनोद बंसल ने उन्हें बताया कि इस तरीके से प्रत्येक उम्मीदवार को नॉमिनेटिंग कमेटी के सदस्यों को रोटरी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता और अपने विज़न से परिचित कराने का मौका मिलेगा और नॉमिनेटिंग कमेटी के सदस्यों को रोटरी व डिस्ट्रिक्ट के हितों को पूरा कर सकने वाले उम्मीदवार को पहचानने का अवसर मिल सकेगा । विनोद बंसल ने उम्मीदवारों को बताया कि उन्होंने अपनी इस योजना के बारे में रोटरी के जिन भी बड़े नेताओं और पदाधिकारियों को बताया, उन सभी ने इसकी तारीफ की है और उनकी इस योजना को रोटरी के हित में डिस्ट्रिक्ट में एक सही नेता चुनने के संदर्भ में उपयोगी माना । विनोद बंसल ने उम्मीदवारों को बताया कि इस योजना को क्रियान्वित करने के लिए उन्होंने रोटरी इंटरनेशनल के पदाधिकारियों से अनुमति भी ले ली है ।
मजे की बात यह रही कि विनोद बंसल ने अपनी इस योजना के बारे में बात करने के लिए उम्मीदवारों के साथ जो मीटिंग की, उस मीटिंग में सभी उम्मीदवारों ने उनकी इस योजना के प्रति समर्थन व्यक्त किया और इस योजना को अमल में लाने के लिए विनोद बंसल को अपनी अपनी तरफ से हरी झंडी भी दे दी ।
लेकिन, अगले ही दिन विनोद बंसल को सुधीर मंगला के क्लब के अध्यक्ष की तरफ से उक्त योजना पर आपत्ति करता और विरोध जताता हुआ ईमेल मिला । चुनाव के संदर्भ में रोटरी इंटरनेशनल के बनाये हुए नियमों का हवाला देते हुए उक्त योजना का विरोध किया गया था । विनोद बंसल को इससे भी बड़ा झटका लेकिन तब लगा जब इलेक्शन कमेटी की मीटिंग में सुधीर मंगला की उम्मीदवारी के घोषित समर्थक विनय कुमार अग्रवाल ने विनोद बंसल की उक्त योजना का खुला विरोध किया और उनके विरोध का समर्थन इलेक्शन कमेटी के एक दूसरे सदस्य रमेश अग्रवाल ने भी किया ।
विनय कुमार अग्रवाल और रमेश अग्रवाल का कहना था कि विनोद बंसल जिस योजना को अमल में लाना चाहते हैं उससे उम्मीदवारों के सामने नोमिनेटिंग कमेटी के सदस्यों की पहचान खुलेगी और तब उम्मीदवारों को नोमिनेटिंग कमेटी के सदस्यों को प्रभावित करने का मौका मिलेगा और यह चुनाव के संदर्भ में बनाये गए रोटरी इंटरनेशनल के नियमों का उल्लंघन होगा । विनोद बंसल का कहना था कि नोमिनेटिंग कमेटी के लिए क्लब्स से जो जो नाम दिए गए हैं उनके बारे में सभी उम्मीदवारों को जानकारी है ही और सभी उम्मीदवार अपने अपने तरीके से उनसे संपर्क करने और उन्हें प्रभावित करने का काम कर ही रहे हैं । विनोद बंसल का तर्क रहा कि इसलिए वह जिस योजना को अमल में लाना चाहते हैं उससे किसी भी नियम का उल्लंघन नहीं होगा; और इस बात को जानते/समझते हुए ही रोटरी इंटरनेशनल के पदाधिकारियों ने उक्त योजना को अमल में लाने के लिए उन्हें अनुमति दे दी है । विनय कुमार अग्रवाल और रमेश अग्रवाल ने लेकिन उनकी एक न सुनी और अपनी जिद पर अड़े रहे ।
विनोद बंसल ने यह कह कर उन दोनों को और भड़का दिया कि उनकी योजना पर एक अकेले सुधीर मंगला को ही ऎतराज क्यों है - जबकि बाकी उम्मीदवार तो नॉमिनेटिंग कमेटी के सदस्यों के सामने प्रेजेंटेशन देने को तैयार हैं । विनोद बंसल ने कहा कि सुधीर मंगला लोगों के बीच रोटरी को लेकर बात करने से बचना क्यों चाहते हैं ? विनोद बंसल ने जब यह जोड़ा कि पहले तो सुधीर मंगला भी तैयार थे और मीटिंग में उन्होंने उक्त योजना को लेकर समर्थन भी व्यक्त किया था, लेकिन फिर बाद में पता नहीं किसके भड़काने पर वह विरोध करने लगे हैं - तो विनय कुमार अग्रवाल और रमेश अग्रवाल बुरी तरह उखड़ गए और फिर उनके जो तेवर रहे तो विनोद बंसल को अपनी योजना को वापस लेने के लिए मजबूर ही होना पड़ा ।
विनय कुमार अग्रवाल लोगों को फोन कर कर के खुद ही बातें बता रहे हैं कि उन्होंने और रमेश अग्रवाल ने कैसे विनोद बंसल को घेरा और कैसे उनकी योजना को विफल किया । विनय कुमार अग्रवाल ने लोगों को बताया है कि विनोद बंसल ने बड़ी होशियारी से ऐसी योजना बनाई जिससे नोमीनेटिंग कमेटी के सदस्यों के सामने सुधीर मंगला के मुकाबले रवि भाटिया का पलड़ा भारी हो । विनय कुमार अग्रवाल के अनुसार, सुधीर मंगला पहले विनोद बंसल की इस चाल को समझ नहीं सके और उनकी योजना के प्रति समर्थन कर बैठे - लेकिन उनके सामने जैसे ही यह बात आई, उन्होंने सुधीर मंगला को विनोद बंसल की चाल में न फँसने की सलाह दी और उसके बाद ही सुधीर मंगला के क्लब के अध्यक्ष से विनोद बंसल को विरोध का ईमेल लिखवाया गया तथा बाकी काम उन्होंने और रमेश अग्रवाल ने इलेक्शन कमेटी की मीटिंग में कर दिया ।
विनोद बंसल की डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के चुनाव से जुड़ी एक नई और महत्वाकांक्षी योजना का गला घोंट देने में विनय कुमार अग्रवाल और रमेश अग्रवाल को भले ही सफलता मिल गई हो, लेकिन उनकी इस कार्रवाई को विनोद बंसल को अपमानित करने तथा रोटरी इंटरनेशनल के पदाधिकारियों के बीच उन्हें नीचा दिखाने की उनकी कोशिश के रूप में भी देखा/समझा जा रहा है । रोटरी इंटरनेशनल के पदाधिकारियों के बीच विनोद बंसल की बढ़ी सक्रियता और पैठ को मुकेश अरनेजा गिरोह के लोग पचा नहीं पा रहे हैं, और इसीलिये किसी न किसी बहाने से वह विनोद बंसल को घेरते, परेशान करते और अपमानित करने के मौके बनाते रहते हैं । सुधीर मंगला की उम्मीदवारी को भी उन्होंने ऐसे ही मौके के रूप में देखा/पहचाना हुआ है । विनोद बंसल के खिलाफ छेड़ी हुई मुकेश अरनेजा गिरोह की इस लड़ाई ने डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के चुनावी मुकाबले को खासा दिलचस्प बना दिया है ।