Wednesday, April 16, 2014

लायंस क्लब्स इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 321 ए थ्री के लोगों को डिस्ट्रिक्ट गवर्नर विजय शिरोहा ने तो गौरवान्वित होने का अवसर उपलब्ध करवाया है; लेकिन फर्स्ट वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नरेश गुप्ता की कारस्तानी के कारण डिस्ट्रिक्ट के लोगों को शर्मसार होना पड़ रहा है

नई दिल्ली । डिस्ट्रिक्ट 321 ए थ्री के डिस्ट्रिक्ट गवर्नर विजय शिरोहा और फर्स्ट वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नरेश गुप्ता आजकल खूब चर्चा में हैं - लेकिन उनके चर्चा में होने के कारण बिलकुल अलग-अलग हैं । कारण सिर्फ अलग-अलग ही नहीं हैं, बल्कि विपरीत ध्रुवों पर भी खड़े हैं । विजय शिरोहा के चर्चा में होने का कारण है, डिस्ट्रिक्ट गवर्नर के रूप में किये गए उनके कामों और प्राप्त की गईं उनकी उपलब्धियों के लिए लायंस इंटरनेशनल द्धारा ड्रीम अचीवर अवार्ड्स गोल्ड पिन तथा फर्स्ट स्टार जैसे अंतर्राष्ट्रीय सम्मान से उन्हें नवाजा जाना; जबकि नरेश गुप्ता के चर्चा में होने का कारण है, एक फर्जी क्लब के कार्यक्रम का उद्घाटन करने को लेकर उठे सवालों का जबाव देने के लिए नरेश गुप्ता द्धारा एक फर्जी किस्म के नाम का सहारा लेना । जैसे एक झूठ को छिपाने के लिए फिर सौ झूठ बोलने पड़ते हैं; ठीक वैसे ही एक फर्जी काम पर पर्दा डालने के लिए नरेश गुप्ता को फर्जी लोगों का सहारा लेना पड़ रहा है और फर्जी हथकंडे अपनाने पड़ रहे हैं । इस तरह विजय शिरोहा के जरिये डिस्ट्रिक्ट के लोगों को डिस्ट्रिक्ट 321 ए थ्री की अपनी सदस्यता पर गर्व करने का मौका मिला है, तो नरेश गुप्ता की कारस्तानी ने उन्हें शर्मसार किया हुआ है ।
उल्लेखनीय है कि विजय शिरोहा को इंटरनेशनल प्रेसीडेंट बैरी पाल्मर ने पत्र लिख कर ड्रीम अचीवर अवार्ड्स गोल्ड पिन तथा फर्स्ट स्टार के लिए उनके चुने जाने की सूचना दी है । बैरी पाल्मार ने अपने पत्र में यह जानकारी भी दी है कि विजय शिरोहा का नाम 'ड्रीम अचीवर वेबसाइट' पर दिखाया जायेगा, जिससे कि दुनिया भर के लोग विजय शिरोहा के काम से और उनकी उपलब्धियों से परिचित हो सकें । विजय शिरोहा की यह उपलब्धि सिर्फ विजय शिरोहा के लिए ही नहीं, डिस्ट्रिक्ट 321 ए थ्री के सदस्यों के लिए भी गौरव की बात है कि उनके डिस्ट्रिक्ट और उनके डिस्ट्रिक्ट गवर्नर का नाम लायंस इंटरनेशनल की एक वेबसाइट पर होगा और दुनिया भर के लोग उनके डिस्ट्रिक्ट में हुए काम और उनके डिस्ट्रिक्ट गवर्नर की उपलब्धियों के बारे में जानेंगे । हालाँकि डिस्ट्रिक्ट में कुछ जलफुक्नु टाइप के लोग हैं जिनके दिल काले हैं - जो अपने डिस्ट्रिक्ट और अपने डिस्ट्रिक्ट गवर्नर की इस उपलब्धि पर 'धुँआ छोड़ने' का काम अवश्य ही करेंगे; लेकिन फिर भी सच तो सच ही है और वह सच ही रहेगा । उल्लेखनीय बात यह हुई है कि विजय शिरोहा को लायंस इंटरनेशनल प्रेसीडेंट बैरी पाल्मर की तरफ से तारीफ और सम्मान की यह सूचना ऐसे समय मिली है, जबकि फर्जी किस्म की मेलों के जरिये उनपर बेसिरपैर के आरोप लगाये जा रहे हैं । लायंस इंटरनेशनल प्रेसीडेंट बैरी पाल्मर का पत्र वास्तव में विजय शिरोहा पर बेसिरपैर के आरोप लगाने वाले खुले और 'छिपे' लोगों के मुँह पर एक करारा तमाचा है । हालाँकि डिस्ट्रिक्ट के लोगों का मानना और कहना है कि डिस्ट्रिक्ट गवर्नर विजय शिरोहा पर बेसिरपैर के आरोप लगाने वाले खुले और 'छिपे' लोग इतने बेशर्म किस्म के लोग हैं कि लायंस इंटरनेशनल प्रेसीडेंट बैरी पाल्मर के पत्र से और विजय शिरोहा को लायंस इंटरनेशनल से मिले सम्मान से भी कोई सबक नहीं लेंगे ।
डिस्ट्रिक्ट 321 ए थ्री के लोगों के सामने सचमुच एक मजेदार नजारा है - उनके सामने एक तरफ डिस्ट्रिक्ट गवर्नर विजय शिरोहा हैं, जिन्हें लायंस इंटरनेशनल प्रेसीडेंट अंतर्राष्ट्रीय सम्मानों से सम्मानित होने की सूचना देकर उन्हें तथा डिस्ट्रिक्ट के दूसरे लोगों को गौरव महसूस करने का मौका दे रहे हैं । डिस्ट्रिक्ट के लोगों के सामने लेकिन दूसरी तरफ फर्स्ट वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नरेश गुप्ता हैं, जो 'लायंस क्लब नई दिल्ली कीर्ति' नाम के एक फर्जी क्लब के एक तथाकथित प्रोजेक्ट का उद्घाटन करने के गंभीर आरोप में घिरे हैं और लायंस इंटरनेशनल के जो भी पदाधिकारी इस बारे में सुन रहे हैं वह नरेश गुप्ता के नाम पर थू-थू ही कर रहे हैं । हर किसी का मानना और कहना है कि लायंस इंटरनेशनल तथा डिस्ट्रिक्ट के एक पदाधिकारी होने के नाते नरेश गुप्ता को एक फर्जी क्लब के कार्यक्रम का उद्घाटन करना तो दूर, कार्यक्रम में जाना भी नहीं चाहिए था । इससे भी ज्यादा बुरी बात यह हुई है कि एक फर्जी काम करते हुए 'रंगे हाथ' पकड़े जाने के बाद नरेश गुप्ता खुद जबाव देने की बजाये एक फर्जी नाम से यह कह कर बचने की कोशिश कर रहे हैं कि यह खबर फलाँ-फलाँ द्धारा फैलाई जा रही है । एक चोर की चोरी का अपराध क्या इस तर्क से ख़ारिज किया जा सकता है कि उसकी शिकायत तो फलाँ ने की है । चोरी हुई है और चोर रंगे हाथ पकड़ा गया है, तो उसका अपराध तो बनता ही है । इसी तर्क के आधार पर डिस्ट्रिक्ट के लोगों का कहना है कि अवैध तरीके से लायंस इंटरनेशनल के नाम और लोगो का इस्तेमाल करते हुए एक फर्जी क्लब के कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए नरेश गुप्ता 'रंगे हाथ' पकड़े गए हैं इसलिए इसके लिए उन्हें माफी तो माँगनी ही चाहिए । नरेश गुप्ता इसकी बजाये बचने के लिए एक फर्जी नाम का सहारा ले रहे हैं ।
नरेश गुप्ता की यह कारस्तानी आज मल्टीपल के दूसरे डिस्ट्रिक्ट के लोगों के बीच ही नहीं, लायंस इंटरनेशनल के अन्य बड़े पदाधिकारियों के बीच भी चर्चा का विषय बनी हुई है । हर किसी के सामने यही सवाल पैदा हुआ है कि नरेश गुप्ता हर काम फर्जी-फर्जी तरीके से ही करेंगे क्या ? डिस्ट्रिक्ट 321 ए थ्री के लोगों के सामने सचमुच विरोधाभासी स्थितियाँ बनी हैं : एक तरफ डिस्ट्रिक्ट गवर्नर विजय शिरोहा ने उन्हें गौरवान्वित होने का अवसर उपलब्ध करवाया है; तो दूसरी तरह फर्स्ट वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नरेश गुप्ता की कारस्तानी के कारण उन्हें शर्मसार होना पड़ रहा है ।