Sunday, April 6, 2014

लायंस क्लब्स इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 321 ए थ्री में लायनिज्म के लिए और डिस्ट्रिक्ट के लिए कभी भी कुछ भी करने में दिलचस्पी न लेने वाले नरेश गुप्ता ने शान ट्रेवल्स से लाभ लेने के लिए लोगों को टोरंटो चलने के लिए प्रेरित करने के काम में जी-जान लगाया हुआ है क्या ?

नई दिल्ली । नरेश गुप्ता ने 'चलो टोरंटो' 'चलो टोरंटो' 'चलो टोरंटो' का जो नारा लगाया हुआ है, उसने डिस्ट्रिक्ट के लोगों को हैरान और शान ट्रेवल्स वालों को बुरी तरह परेशान किया हुआ है । डिस्ट्रिक्ट के लोगों के लिए हैरानी का कारण यह है कि जिन नरेश गुप्ता ने लायनिज्म के काम में और डिस्ट्रिक्ट के काम में कभी कोई दिलचस्पी नहीं ली, वह अचानक से टोरंटो में हो रही इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस को लेकर इतने उत्साहित कैसे और क्यों हो गए कि लोगों को टोरंटो चलने के लिए प्रेरित करने के काम में जोर शोर से जुट गए हैं । डिस्ट्रिक्ट के लोगों की इस हैरानी का जबाव लेकिन शान ट्रेवल्स की परेशानी में छिपा है । शान ट्रेवल्स के लोगों ने इधर-उधर नरेश गुप्ता के रवैये को लेकर जिस तरह का रोना रोया है, उससे पता चलता है कि नरेश गुप्ता ने टोरंटो के लिए ज्यादा से ज्यादा फ्री टिकट के लिए शान ट्रेवल्स पर दबाव बनाया हुआ है, और नरेश गुप्ता की लगातार बढ़ती हुई माँग ने शान ट्रेवल्स वालों को परेशान कर दिया है । उल्लेखनीय है कि शान ट्रेवल्स टोरंटो के लिए अधिकृत ट्रेवल एजेंट है और टिकट बुक कराने से लेकर टोरंटो में रहने/घूमने की व्यवस्था कराने का काम उसी को दिया गया है । नरेश गुप्ता ने 'टोरंटो चलो' के अपने अभियान में भी शान ट्रेवल्स का नाम लिया है ।
यह एक जानी/पहचानी बात है कि कोई भी ट्रेवल एजेंसी ग्रुप बुकिंग में बुकिंग के 'नेता' को कई तरह की 'सुविधाएँ' देती हैं । शान ट्रेवल्स भी इस 'रिवाज' का पालन करती है । इस रिवाज का पालन करते हुए भी कई बार उसे लायन लीडर्स के कई अनुचित दबावों को भी झेलना पड़ता है और इसके चलते कई बार मल्टीपल के डिस्ट्रिक्ट्स के नेताओं के खुले विरोध का भी उसे सामना करना पड़ा है । अच्छे-बुरे अनुभवों के बीच शान ट्रेवल्स के कर्ता-धर्ता लेकिन लायन लीडर्स को झेलते रहे हैं और नाराजगी 'दिखाने' वाले नेताओं को मनाने में सफल होते रहे हैं । लेकिन शान ट्रेवल्स के लोग आजकल इधर-उधर जो रोना मचाये हुए हैं उससे लग रहा है कि नरेश गुप्ता उनके लिए खासे टफ साबित हो रहे हैं । शान ट्रेवल्स के लोग इस बात से ज्यादा परेशान हैं कि नरेश गुप्ता की माँगे रोज बढ़ती ही जा रही है । शान ट्रेवल्स के लोगों को पहला झटका तब लगा जब 'रिवाज' के अनुसार मिलने वाली सुविधाएँ लेने के बाद नरेश गुप्ता ने 'नरेश अग्रवाल कैम्पेन' के लिए मोटी रकम देने की माँग की । नरेश गुप्ता ने उनसे साफ कहा कि मल्टीपल काउंसिल की मीटिंग में जब गवर्नर्स  से 'नरेश अग्रवाल कैम्पेन' के लिए फंड जुटाने में सहयोग करने की बात कही गई थी और सभी गवर्नर्स उसमें अपनी तरफ से रकम देने की घोषणा कर रहे थे, तब उन्होंने भी लाख/डेढ़ लाख रुपये उस फंड में देने की घोषणा कर दी थी, जिसकी व्यवस्था शान ट्रेवल्स को करनी ही होगी । शान ट्रेवल्स के लोगों ने पहले तो नरेश गुप्ता की इन अनपेक्षित डिमांड से बचने की कोशिश की, लेकिन जल्दी ही उन्हें समझ में आ गया कि इससे बचना आसान नहीं होगा, सो उन्होंने नरेश गुप्ता की इस डिमांड को मान लिया ।
शान ट्रेवल्स के लिए लेकिन नरेश गुप्ता की इस माँग को मान लेने के बाद मुसीबत कम होने की बजाये बढ़ और गई । नरेश गुप्ता इसके बाद अपने समर्थक पूर्व गवर्नर्स के लिए मुफ्त टिकट/पैकेज की माँग करने लगे । नरेश गुप्ता का तर्क रहा कि उनके प्रयत्नों से शान ट्रेवल्स को डिस्ट्रिक्ट 321 ए थ्री में अच्छा बिजनेस मिल रहा है और इसलिए बिजनेस के 'अनुपात' में उन्हें मुफ्त टिकट/पैकेज मिलने चाहिए । शान ट्रेवल्स के लिए मुसीबत की बात यह हुई कि डिस्ट्रिक्ट 321 ए थ्री में उन्हें जो बिजनेस मिला है वह कुछेक दूसरे लोगों के कारण भी मिला है, और उसका 'लाभ' उन्हें उन दूसरे लोगों को देना पड़ रहा है । उल्लेखनीय है कि शान ट्रेवल्स के लोग लायन लोगों को टूर कराने के धंधे के पुराने खिलाड़ी हैं । उन्होंने बिजनेस जुटाने के अपने स्वतंत्र जुगाड़ कर लिए हैं और बिजनेस के लिए वह 'होने वाले' गवर्नर पर निर्भर नहीं करते हैं । नरेश गुप्ता का लेकिन कहना है कि अपने डिस्ट्रिक्ट 321 ए थ्री के लोगों के बीच 'टोरंटो चलो' का उन्होंने जो अभियान छेड़ा हुआ है उसके कारण ही शान ट्रेवल्स को उनके डिस्ट्रिक्ट से बिजनेस मिल रहा है और इसलिए इस डिस्ट्रिक्ट से मिलने वाले बिजनेस का सारा 'लाभ' उन्हें ही मिलना चाहिए ।
नरेश गुप्ता का यह तर्क - और इस तर्क के सहारे की जा रही नरेश गुप्ता की हार्ड बारगेनिंग शान ट्रेवल्स वालों के लिए भारी मुसीबत बन गई है । शान ट्रेवल्स वालों के लिए मुसीबत की बात यह हुई है कि नरेश गुप्ता को आगे करके उनसे 'लाभ' लेने का यह काम डिस्ट्रिक्ट के कुछेक ऐसे पूर्व गवर्नर्स कर रहे हैं जिन्हें शान ट्रेवल्स वाले पिछले वर्षों में तरह-तरह से उपकृत करते रहे हैं । इस कारण से शान ट्रेवल्स वाले नरेश गुप्ता के समर्थक गवर्नर्स से कोई मदद भी नहीं ले सकते हैं, क्योंकि जिनसे वह मदद की उम्मीद कर सकते हैं, उन्हें ही नरेश गुप्ता की बढ़ती डिमांड से वह लाभान्वित होते हुए 'देख' रहे हैं । नरेश गुप्ता की ज्यादा से ज्यादा लाभ लेने की कोशिशों का शान ट्रेवल्स वालों ने इधर-उधर जो रोना रोया, उससे डिस्ट्रिक्ट के लोगों को अपनी इस हैरानी का जबाव भी मिल गया है कि लायनिज्म के लिए और डिस्ट्रिक्ट के लिए कुछ भी करने में दिलचस्पी न लेने वाले नरेश गुप्ता आखिर लोगों को टोरंटो चलने के लिए प्रेरित करने के काम में जी-जान क्यों लगाये हुए हैं ?