Friday, February 14, 2014

लायंस क्लब्स इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 321 सी वन में गुरी जनमेजा को कार्यवाहक डिस्ट्रिक्ट गवर्नर बनवाने की मुहिम में जुटे लोगों ने अपना अपना उल्लू सीधा करने का जुगाड़ भले ही कर लिया हो, लेकिन गुरी जनमेजा को उन्होंने मुसीबतों के भँवर में धकेलने का काम किया है

गाजियाबाद । सुधीर जनमेजा के आकस्मिक निधन के चलते खाली हुई डिस्ट्रिक्ट गवर्नर की कुर्सी पर दिवंगत सुधीर जनमेजा की पत्नी गुरी जनमेजा को बैठाने की कवायद को कई लोगों ने गुरी जनमेजा के लिए घातक माना/पहचाना है । डिस्ट्रिक्ट में कई लोगों का मानना और कहना है कि कार्यवाहक डिस्ट्रिक्ट गवर्नर बनने पर गुरी जनमेजा को कई तरह की मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है । दरअसल सुधीर जनमेजा पैसों संबंधी कई तरह के घालमेलों में फँसे थे । अभी हाल ही में, रीजन चेयरपर्सन अमर बोस गुप्ता ने अपने 21 हजार रुपये वापस लेने के लिए सुधीर जनमेजा को पत्र लिखा था, जिसकी प्रतियाँ उन्होंने डिस्ट्रिक्ट में कई लोगों को भेजी थीं । उनका पत्र सामने आने के बाद अन्य कई लोग अपने अपने पैसे माँगने के लिए पत्र लिखने/भेजने की बात करते सुने जाने लगे थे । सुधीर जनमेजा पर डिस्ट्रिक्ट डायरेक्टरी के नाम पर मोटी रकम जुटाने के बावजूद डिस्ट्रिक्ट डायरेक्टरी न छाप कर उक्त रकम हड़प जाने का आरोप जोरशोर से चर्चा में था । विदेश ले जाने के नाम पर भी अच्छी-खासी रकम इकट्ठी करने का मामला था और विदेश जाने के कार्यक्रम का कोई अतापता नहीं था । इस मामले में भी लोग अपने अपने पैसे वापस करने की माँग करने लगे थे । पैसों को हड़पने के आरोपों में सुधीर जनमेजा चारों तरफ से घिरते जा रहे थे ।
लेकिन दुखद निधन ने सुधीर जनमेजा को इस घेरे से आजाद कर दिया ।
परिस्थितियों का शिकार हो कर सुधीर जनमेजा ने जिस तरह से अपनी साँस छोड़ी, उसे जान कर फूटी रुलाई में जैसे सारे आरोप और सारी शिकायतें बह गईं ।
लेकिन गुरी जनमेजा के कार्यवाहक डिस्ट्रिक्ट गवर्नर 'बनने' की चर्चाओं ने उन सारे आरोपों और शिकायतों को पुनः मुखर बनाना शुरू कर दिया है । दरअसल इसी वजह से लोगों को लग रहा है कि कार्यवाहक डिस्ट्रिक्ट गवर्नर बनने की कोशिश करके गुरी जनमेजा वास्तव में अपने लिए मुसीबतों को निमंत्रण दे रही हैं । कई लोगों को लग रहा है कि गुरी जनमेजा के नजदीकी अपने अपने स्वार्थ में उन्हें बहका रहे हैं और मुसीबत की राह पर धकेल रहे हैं । दरअसल सुधीर जनमेजा के जो नजदीकी उनके डिस्ट्रिक्ट गवर्नर होने के चलते मजे ले रहे थे, उन्हें सुधीर जनमेजा के अचानक हुए निधन से पाँच महीने पहले ही अपने मजे की दुनिया के उजड़ जाने का दुःख हुआ है । उन्हें लग रहा है कि गुरी जनमेजा के कार्यवाहक डिस्ट्रिक्ट गवर्नर बनने से उनकी मजे की दुनिया के उजड़ने का खतरा टल जायेगा । दिवंगत सुधीर जनमेजा के ऐसे नजदीकियों की खुशकिस्मती यह रही कि जो 'संकट' उनके सामने था, उसी संकट को पूर्व इंटरनेशनल डायरेक्टर सुशील अग्रवाल ने भी महसूस किया । सुधीर जनमेजा की गवर्नरी की आड़ में सुशील अग्रवाल का जो राजपाट चल रहा था, उसे बचाने के लिए सुशील अग्रवाल को गुरी जनमेजा को कार्यवाहक डिस्ट्रिक्ट गवर्नर बनवाना जरूरी लगा । सुशील अग्रवाल और दिवंगत सुधीर जनमेजा के स्थानीय नजदीकियों ने अपने अपने स्वार्थ में गुरी जनमेजा को तेरह दिन का शोक तक नहीं मनाने दिया और उन्हें कार्यवाहक डिस्ट्रिक्ट गवर्नर बनने के लिए राजी करने में जुट गए । नजदीकी ही बता रहे हैं कि गुरी जनमेजा को राजी करने के लिए तर्क दिया गया कि कार्यवाहक डिस्ट्रिक्ट गवर्नर बनने पर ही डिस्ट्रिक्ट अकाउंट में जमा रकम उन्हें मिल पायेगी, अन्यथा उक्त रकम से उन्हें हाथ धोना पड़ेगा । गुरी जनमेजा को झूठ सच बता कर कार्यवाहक डिस्ट्रिक्ट गवर्नर बनने के लिए भले ही राजी कर लिया गया हो, लेकिन कई लोगों का मानना और कहना है कि उन्हें राजी करने वाले लोगों ने अपना अपना उल्लू सीधा कर लेने का जुगाड़ भले ही कर लिया हो, लेकिन गुरी जनमेजा को उन्होंने मुसीबतों के भँवर में धकेलने का काम किया है ।
गुरी जनमेजा से हमदर्दी रखने वाले लोगों का मानना और कहना है कि काश कोई गुरी जनमेजा को समझा सके कि कार्यवाहक डिस्ट्रिक्ट गवर्नर बनने में उन्होंने अपना फायदा चाहें जो सोचा हो, लेकिन उन्हें समझना चाहिए कि उनका फायदा कम है नुकसान ज्यादा है । सुधीर जनमेजा के निधन के कारण अपनी अपनी रकम वापस माँग रहे तथा डिस्ट्रिक्ट के खर्चों का हिसाब माँग रहे लोग जिस तरह चुप हो गए हैं - गुरी जनमेजा के कार्यवाहक डिस्ट्रिक्ट गवर्नर बनने पर वह फिर से मुखर हो जायेंगे । उनसे निपटना गुरी जनमेजा के लिए खासा मुश्किल ही होगा । सुधीर जनमेजा के अनुभव से वह चाहें तो सबक ले सकती हैं - सुधीर जनमेजा की गवर्नरी की आड़ में मौज-मजा तो कई लोगों ने लिया/किया, लेकिन सुधीर जनमेजा जब भी मुश्किल में पड़े अकेले छोड़ दिए गए । उनके मामले में भी, जो लोग उन्हें कार्यवाहक डिस्ट्रिक्ट गवर्नर बनवाने की मुहिम में लगे हैं - उन्हें दरअसल अपने अपने राजनीतिक और व्यक्तिगत स्वार्थ साधने हैं और गुरी जनमेजा उनके लिए बलि का बकरा भर हैं । यह इससे भी जाहिर है कि कई ऐसे लोग भी गुरी जनमेजा को कार्यवाहक डिस्ट्रिक्ट गवर्नर बनवाने की मुहिम में लगे दिख रहे हैं जो सुधीर जनमेजा के कट्टर विरोधी थे ।