Tuesday, February 11, 2014

लायंस क्लब्स इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 321 बी वन में केएस लूथरा ने संजय चोपड़ा के गवर्नर-काल में चौधराहट जमाने की जो तैयारी की थी, गुरनाम सिंह एण्ड कंपनी ने उस पर पानी फेर दिया है

लखनऊ । गुरनाम सिंह एण्ड कंपनी ने केएस लूथरा से संजय चोपड़ा को छीन कर, उन्हें विशाल सिन्हा की उम्मीदवारी का समर्थन करने का 'ईनाम' दे दिया है । केएस लूथरा को फर्स्ट वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर संजय चोपड़ा के साथ अपनी दोस्ती पर बड़ा नाज़ रहा है और वह गाहे-बगाहे अपने इस नाज़ का बखान भी करते रहे हैं, लेकिन पिछले कुछ दिनों से केएस लूथरा और संजय चोपड़ा के बीच बातचीत वाले संबंध भी नहीं रह गए हैं । केएस लूथरा ने अपने कुछेक नजदीकियों से शिकायत भी की है कि संजय चोपड़ा अब उनकी सुनते ही नहीं हैं । दूसरे लोगों ने भी महसूस किया है कि संजय चोपड़ा अब केएस लूथरा की नहीं - बल्कि गुरनाम सिंह की, प्रमोद चंद्र सेठ की, अनुपम बंसल की, विशाल सिन्हा की सुन रहे हैं । गुरनाम सिंह एण्ड कंपनी ने दरअसल बड़ी होशियारी से संजय चोपड़ा को केएस लूथरा से छीन लिया है और केएस लूथरा हाथ मलते ही रह गए हैं ।
केएस लूथरा और संजय चोपड़ा के बीच अगले लायन वर्ष में - संजय चोपड़ा के गवर्नर-काल में - होने वाले अधिष्ठापन कार्यक्रम के स्थान को लेकर जो मतभेद पैदा हुआ, उसे गुरनाम सिंह एण्ड कंपनी ने अपने लिए एक मौके के रूप में पहचाना और संजय चोपड़ा को उकसा कर उन्हें केएस लूथरा से दूर कर दिया । हुआ यह कि संजय चोपड़ा ने अपने गवर्नर-काल में होने वाले डिस्ट्रिक्ट अधिष्ठापन कार्यक्रम को दुबई में करने की योजना का जिक्र किया, तो केएस लूथरा ने इसका विरोध किया । केएस लूथरा का तर्क रहा कि दुबई में होने से डिस्ट्रिक्ट अधिष्ठापन कार्यक्रम में ज्यादा लोगों की भागीदारी नहीं हो पायेगी और वह एक पिकनिक कार्यक्रम भर बन कर रह जायेगा । इससे डिस्ट्रिक्ट अधिष्ठापन के मूल उद्देश्य को भी प्राप्त नहीं किया जा सकेगा । केएस लूथरा ने उदाहरण सहित तर्क भी दिया कि जिन भी डिस्ट्रिक्ट गवर्नर्स ने विदेश में और/या पिकनिक स्थलों पर डिस्ट्रिक्ट के कार्यक्रम किये हैं, उन्हें लोगों की भारी आलोचना का ही शिकार होना पड़ा है और कुछ भी हासिल नहीं हुआ । केएस लूथरा ने संजय चोपड़ा को सलाह दी कि डिस्ट्रिक्ट अधिष्ठापन का कार्यक्रम उन्हें शाहजहाँपुर या लखनऊ में ही करना चाहिए । केएस लूथरा की इन बातों से संजय चोपड़ा को झटका तो लगा, लेकिन यह कोई ऐसी बात नहीं थी जिससे कि उनके और केएस लूथरा के बीच दूरियाँ बन जाएँ ।
लेकिन गुरनाम सिंह एण्ड कंपनी के लोगों को जैसे ही पता चला कि दुबई में डिस्ट्रिक्ट अधिष्ठापन करने की संजय चोपड़ा की तैयारी पर केएस लूथरा पानी फेरने की कोशिश कर रहे हैं - वह संजय चोपड़ा की मदद करने के लिए कूद पड़े । सबसे पहले प्रमोद चंद्र सेठ ने संजय चोपड़ा का हौंसला बढ़ाया - उन्होंने संजय चोपड़ा से कहा कि वह जहाँ कहीं भी डिस्ट्रिक्ट अधिष्ठापन का आयोजन करना चाहें करें । प्रमोद चंद्र सेठ उनसे यह कहना भी नहीं भूले कि वह जहाँ कहीं भी अधिष्ठापन कार्यक्रम करेंगे, उनका और उनके क्लब का पूरा पूरा सहयोग और समर्थन उन्हें मिलेगा । संजय चोपड़ा को प्रमोद चंद्र सेठ का समर्थन मिला, तो फिर समर्थन और सहयोग के ऑफर की लाइन लग गई । अनुपम बंसल ने, गुरनाम सिंह ने और विशाल सिन्हा ने भी दुबई में डिस्ट्रिक्ट अधिष्ठापन कार्यक्रम आयोजित करने को लेकर संजय चोपड़ा की पीठ थपथपाई । इतने 'महान' नेताओं से समर्थन और सहयोग का आश्वासन मिला, तो संजय चोपड़ा को केएस लूथरा की समझाइश बकवास लगने लगी और उन्होंने केएस लूथरा के साथ बात करना कम क्या, बंद ही कर दिया । गुरनाम सिंह एण्ड कंपनी के लोगों की रणनीति कामयाब रही ।
संजय चोपड़ा को केएस लूथरा से छीन कर गुरनाम सिंह एण्ड कंपनी ने केएस लूथरा से बदला भी ले लिया और उन्हें अकेला भी कर दिया । केएस लूथरा ने संजय चोपड़ा के गवर्नर-काल में चौधराहट जमाने की जो तैयारी की थी, गुरनाम सिंह एण्ड कंपनी ने उस पर पानी फेर दिया है । गुरनाम सिंह एंड कंपनी के प्रमुख सदस्य प्रमोद चंद्र सेठ ने संजय चोपड़ा को पटा कर अपनी पत्नी मीरा सेठ के लिए सेकेंड वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद की राह को आसान बनाने का काम भी किया है । मीरा सेठ को अगले लायन वर्ष में सेकेंड वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद के संभावित उम्मीदवार के रूप में देखा/पहचाना जा रहा है । मीरा सेठ की उम्मीदवारी के संदर्भ में प्रमोद चंद्र सेठ को केएस लूथरा और संजय चोपड़ा की दोस्ती से खतरा था । केएस लूथरा के साथ प्रमोद चंद्र सेठ का पीछे जो झंझट रहा है, उसके कारण प्रमोद चंद्र सेठ को डर था कि केएस लूथरा कुछ भी करके मीरा सेठ की उम्मीदवारी में फच्चर फँसा सकते हैं । प्रमोद चंद्र सेठ के क्लब के अशोक अग्रवाल के साथ केएस लूथरा पिछले कुछ समय से जिस तरह से 'दिख' रहे हैं, उसमें प्रमोद चंद्र सेठ को मीरा सेठ की उम्मीदवारी के लिए खतरा दिख रहा था । अशोक अग्रवाल को भी संभावित उम्मीदवार के रूप में देखा/पहचाना जा रहा है । प्रमोद चंद्र सेठ को डर हुआ था कि संजय चोपड़ा के साथ मिल कर केएस लूथरा ने यदि अशोक अग्रवाल को उम्मीदवार बनवा दिया - तो मीरा सेठ की उम्मीदवारी की संभावना तो ख़त्म हो ही जायेगी, साथ ही शाहजहाँपुर में उनकी अपनी स्थिति कमजोर हो जायेगी । संजय चोपड़ा को केएस लूथरा से अलग करके प्रमोद चंद्र सेठ ने अपने उक्त डर को खत्म कर लिया है ।
केएस लूथरा ने पिछले लायन वर्ष में गुरनाम सिंह एण्ड कंपनी को नाको चने चबवा दिए थे । इस बार गुरनाम सिंह एण्ड कंपनी ने उन्हें घेरघार कर अपने साथ कर तो लिया था, लेकिन साथ ही उन्हें यह डर भी था कि संजय चोपड़ा के साथ मिल कर अगले लायन वर्ष में केएस लूथरा फिर से उन्हें परेशान कर सकते हैं । इसी का ध्यान करके उन्होंने संजय चोपड़ा का शिकार कर लिया और केएस लूथरा को अकेला कर दिया है । कई लोगों को लगता है कि इस बार गुरनाम सिंह एण्ड कंपनी की बातों में आकर केएस लूथरा ने खुद ही अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मार ली - उन्हें जैसे उसी का ईनाम मिला है ।