लुधियाना । डिस्ट्रिक्ट के अधिष्ठापन समारोह में जिस तरह से लायंस पदाधिकारियों तथा आम सदस्यों की भीड़ जुटी और समारोह में उपस्थित हुए लोगों ने समारोह की व्यवस्था की जैसी भूरि भूरि प्रशंसा की - उसके चलते डिस्ट्रिक्ट गवर्नर के रूप में योगेश सोनी को अपने डिस्ट्रिक्ट में भी और दूसरे डिस्ट्रिक्ट्स के लोगों से भी काफी तारीफ सुनने को मिली है । मल्टीपल डिस्ट्रिक्ट 321 के विभिन्न डिस्ट्रिक्ट्स के पदाधिकारियों के बीच तथा उनके जरिए योगेश सोनी को मिल रही इस तारीफ ने लेकिन मल्टीपल काउंसिल चेयरमैन पद की चुनावी लड़ाई की अभी तक दबी-छुपी सी सुलग रही आग को भड़काने का काम किया है । डिस्ट्रिक्ट के अधिष्ठापन समारोह को गरिमापूर्ण तथा प्रभावी तरीके से संपन्न कर लेने के कारण योगेश सोनी को मल्टीपल के प्रमुख लोगों के बीच जो तारीफ मिल रही है, उसके कारण मल्टीपल काउंसिल चेयरमैन पद के लिए उनके 'भाव' अचानक से बढ़े हुए 'दिखने' लगे हैं । यह सीन 'बनने' का कारण दरअसल यह रहा कि मल्टीपल काउंसिल चेयरमैन पद के लिए अन्य जिन दो डिस्ट्रिक्ट गवर्नर - विनय गर्ग और अनिल तुल्सियान का नाम सुना जा रहा है, उन दोनों को अपने अपने डिस्ट्रिक्ट के अधिष्ठापन समारोह के कारण भारी फजीहत का सामना करना पड़ रहा है । उल्लेखनीय है कि लायनिज्म में डिस्ट्रिक्ट का अधिष्ठापन समारोह पहला ऐसा कार्यक्रम होता है, जिसमें डिस्ट्रिक्ट गवर्नर की लीडरशिप क्वालिटी और संगठन क्षमता की परीक्षा होती है; ऐसे में डिस्ट्रिक्ट के अधिष्ठापन समारोह की सफलता/असफलता से ही डिस्ट्रिक्ट गवर्नर की 'काबिलियत' का संकेत मिलता है । काबिलियत दिखाने के इस मौके का 'वह' डिस्ट्रिक्ट गवर्नर अच्छे से फायदा उठाते हैं, जो मल्टीपल काउंसिल चेयरमैन पद की दौड़ में अपने आप को 'दिखाना' चाहते हैं । मौजूद लायन वर्ष में मल्टीपल काउंसिल चेयरमैन पद के लिए अभी तक विनय गर्ग, अनिल तुल्सियान और योगेश सोनी के नाम चर्चा में हैं - इसलिए मल्टीपल के लोगों की इनके डिस्ट्रिक्ट के अधिष्ठापन समारोहों पर खास निगाह रही है ।
डिस्ट्रिक्ट 321 ए टू के डिस्ट्रिक्ट गवर्नर विनय गर्ग के लिए मुसीबत की बात यह हुई कि उनके डिस्ट्रिक्ट का अधिष्ठापन समारोह - होने से पहले ही विवादों व आरोपों के घेरे में फँस गया । विनय गर्ग के नजदीकियों का ही कहना है कि डिस्ट्रिक्ट के अधिष्ठापन समारोह को दुबई में करने का फैसला करके विनय गर्ग ने खुद ही अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मार ली । दुबई में अधिष्ठापन समारोह की तैयारी करने के कारण विनय गर्ग को लायनिज्म में अधिष्ठापन समारोह के महत्त्व तथा उसके बुनियादी उद्देश्य की ही ऐसीतैसी करने के आरोप का सामना करना पड़ा । दुबई के तुलनात्मक रूप से महँगे दिखने वाले पैकेज के कारण उन पर पैसे बनाने के आरोप लगे; कोढ़ में खाज वाली बात यह हुई कि दुबई की बुकिंग के लक्ष्य को पूरा करने के लिए उन पर सेकेंड वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद के उम्मीदवार यशपाल अरोड़ा सहित अन्य कुछेक लोगों पर दबाव बनाने के आरोप लगे । इतने गंभीर आरोपों के चलते पैदा हुए विवाद में डिस्ट्रिक्ट के अधिष्ठापन समारोह को लेकर बनने वाला उत्साह ख़त्म सा ही हो गया है, और उसमें अब सिर्फ तमाशेबाजों की तथा लायनिज्म को तफ़रीह का अड्डा समझने वालों की ही दिलचस्पी बची रह गई नजर आ रही है । डिस्ट्रिक्ट के अधिष्ठापन जैसे महत्त्वपूर्ण कार्यक्रम की इस फजीहत के लिए विनय गर्ग को ही जिम्मेदार ठहराया जा रहा है । उनके नजदीकियों का ही मानना और कहना है कि विनय गर्ग लायनिज्म जैसे महत्त्वपूर्ण अभियान को जिस हल्केपन से ले रहे हैं, उसका ही नतीजा है कि उनके डिस्ट्रिक्ट का अधिष्ठापन समारोह सबसे ज्यादा महँगा/खर्चीला और - अगर माना जाए तो - ग्लैमरस होने के बावजूद सबसे ज्यादा फजीहत का शिकार हुआ है; और यह विनय गर्ग की लीडरशिप क्वालिटी को संदेहास्पद बनाता है ।
डिस्ट्रिक्ट 321 ई के डिस्ट्रिक्ट गवर्नर अनिल तुल्सियान की कहानी और भी विचित्र है : हालाँकि अपने डिस्ट्रिक्ट के अधिष्ठापन समारोह को बहुत ही प्रभावी बनाने के लिए उन्होंने वास्तव में कल्पनाशील और रचनात्मक दिमाग लगाया था । इसे साबित करने के लिए एक ही उदाहरण देना काफी होगा : और वह यह कि उन्होंने महीनों पहले ही अधिष्ठापन समारोह की मंच सज्जा की रूपरेखा तैयार कर ली थी, मंच पर बैठने वाले लोगों के लिए ड्रेस कोड सोच लिया था और ड्रेस कोड का कपड़ा अपनी तरफ से मंच के लोगों को उपलब्ध करवा दिया था - ताकि वह समय रहते अपनी नाप की ड्रेस सिलवा लें । इस एक उदाहरण से जाहिर है कि डिस्ट्रिक्ट के अधिष्ठापन समारोह को लेकर अनिल तुल्सियान की सोच, योजना और तैयारी कितनी परफेक्ट थी । लेकिन अधिष्ठापन समारोह का दिन नजदीक आते-आते पता नहीं उनका दिमाग खुद पलटा और या उन्हें किसी ने उकसाया - कि निवर्तमान डिस्ट्रिक्ट गवर्नर प्रकाश जी अग्रवाल को नीचा दिखाने को ही उन्होंने अपना मुख्य उद्देश्य बना लिया । इसके चलते जो हालात बने, वह अधिष्ठापन समारोह में मुख्य अतिथि नरेश अग्रवाल के वरिष्ठ पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर्स को अपमानित करने वाले रवैये में प्रकट हुए - और अधिष्ठापन समारोह की सारी तैयारी तथा भव्यता बर्बाद हो गई । वाराणसी में नरेश अग्रवाल का जो रवैया लोगों को देखने को मिला, उसने लायनिज्म की महान परंपरा और प्रतिष्ठा को तो तार-तार किया ही, नरेश अग्रवाल का भी वास्तविक रूप लोगों को 'दिखाया' - और अनिल तुल्सियान के कार्यक्रम पर जो कालिख पोती, वह अलग । अनिल तुल्सियान और उनके नजदीकियों ने अधिष्ठापन समारोह को कीचड़ बना देने के लिए फर्स्ट इंटरनेशनल वाइस प्रेसीडेंट नरेश अग्रवाल को जिम्मेदार ठहराया, लेकिन अधिकतर लोगों का मानना और कहना यही रहा कि निवर्तमान डिस्ट्रिक्ट गवर्नर प्रकाश जी अग्रवाल के प्रति निजी खुन्नसबाजी में अनिल तुल्सियान ने अपने ही अधिष्ठापन समारोह को फजीहत का शिकार बना दिया । जो हुआ, उससे लोगों को यही संदेश मिला है कि बेशक अनिल तुल्सियान में काम अच्छे से कर लेने की तैयारी करने का हुनर है - लेकिन साथ साथ बनते हुए काम को अपनी ही हरकत से बिगाड़ लेने की अनोखी काबिलियत भी उनमें है; जिसके चलते उन पर भरोसा करना आत्मघाती भी हो सकता है ।
डिस्ट्रिक्ट 321 एफ में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर योगेश सोनी के लिए हालात चुनौतीपूर्ण हैं । पिछले लायन वर्ष में उनके डिस्ट्रिक्ट में सेकेंड वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद के लिए खासा घमासानभरा चुनाव हुआ है, और इस वर्ष के लिए भी चुनावी रणभेरी बज चुकी है । जाहिर है कि डिस्ट्रिक्ट में जबर्दस्त खेमेबाजी है । स्वाभाविक रूप से योगेश सोनी को भी एक खेमे के सदस्य के रूप में देखा/पहचाना जाता है । इसी बिना पर उनके डिस्ट्रिक्ट में अधिष्ठापन समारोह पर संकट के गहरे बादलों को मंडराते/गरजते 'देखा' जा रहा था । उनके नजदीकियों व शुभचिंतकों के साथ-साथ, डिस्ट्रिक्ट के वरिष्ठ लायन सदस्यों को भी डिस्ट्रिक्ट के अधिष्ठापन समारोह को लेकर चिंता थी । उनकी चिंता यह देख/जान कर और बढ़ी थी कि इस वर्ष मल्टीपल के जिन भी डिस्ट्रिक्ट में अधिष्ठापन समारोह हुए हैं, सभी किसी न किसी कारण से आरोपों व विवादों के घेरे में रहे हैं : कहीं अव्यवस्था का प्रदर्शन था; कहीं डिस्ट्रिक्ट की खेमेबाज़ी अपना रंग दिखा रही थी; कहीं डिस्ट्रिक्ट गवर्नर की अपनी खुन्नस और या प्रदर्शनप्रियता बबाल काटे/कटवाए हुए थी । डिस्ट्रिक्ट 321 एफ में तो बबाल होने के स्पष्ट कारण थे । लेकिन यहाँ अधिष्ठापन समारोह जिस शालीनता, लोगों की संलग्नता और भव्यता के साथ संपन्न हुआ - उसने हर किसी को वास्तव में चौंकाया । इस सफलता के लिए हर किसी ने डिस्ट्रिक्ट गवर्नर योगेश सोनी को जिम्मेदार बताया । दरअसल योगेश सोनी ने अपने आप को किसी एक खेमे के नेता के तौर पर नहीं, बल्कि डिस्ट्रिक्ट के गवर्नर के तौर पर लोगों के बीच प्रस्तुत किया - और हर किसी को उचित सम्मान और तवज्जो दी । अधिष्ठापन समारोह में ज्यादा से ज्यादा लोगों की शिरकत को संभव बनाने के लिए योगेश सोनी ने खुद प्रयत्न किए । इसका उन्हें सुफल मिला - डिस्ट्रिक्ट के लोगों ने खेमेबाजी की हदों को तोड़ कर और पिछले लड़ाई-झगड़ों को भूल कर भारी रिकॉर्ड संख्या में अधिष्ठापन समारोह में अपनी अपनी भागीदारी को और अपनी संलग्नता को जाहिर किया । डिस्ट्रिक्ट 321 एफ में अधिष्ठापन समारोह अच्छे से संपन्न हो सका - इसमें यूँ तो बहुत से लोगों की भूमिका रही; किंतु लोगों की भूमिका को संभव करने तथा व्यवस्थित करने का श्रेय डिस्ट्रिक्ट गवर्नर योगेश सोनी को ही मिला ।
अधिष्ठापन समारोह को अच्छे से संपन्न कर/करा लेने के कारण मल्टीपल के पदाधिकारियों व नेताओं के बीच योगेश सोनी को जो प्रशंसा मिल रही है, और उनकी लीडरशिप क्षमता का लोहा जिस तरह से माना जा रहा है - उसके बावजूद मल्टीपल काउंसिल चेयरमैन पद की तरफ के रास्ते विनय गर्ग और अनिल तुल्सियान के लिए एकदम से बंद नहीं हो गए हैं । मल्टीपल की राजनीति में दखल रखने वाले नेताओं का कहना है कि इन दोनों में ही अच्छी एनर्जी है, और यह अभी हुए नुकसान की भरपाई कर सकते हैं - लेकिन इसके लिए इन्हें अपनी गलतियों से सबक सीखना होगा और आगे की अपनी योजनाओं को किंचित होशियारी के साथ लागू करना होगा । विनय गर्ग और अनिल तुल्सियान ऐसा कर पायेंगे या नहीं, और योगेश सोनी द्धारा प्रस्तुत की गई चुनौती से निपट सकेंगे या नहीं - यह देखना दिलचस्प होगा ।