Thursday, February 16, 2017

लायंस इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 321 ए टू में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर विनय गर्ग पर झूठा आरोप लगाने के कारण पूर्व इंटरनेशनल डायरेक्टर विनोद खन्ना को लोगों की तरफ से जोरदार लताड़ पड़ी

नई दिल्ली । पूर्व इंटरनेशनल डायरेक्टर विनोद खन्ना को अपनी ही बेवकूफी भारी पड़ी, जिसके चलते उन्हें अपने ही डिस्ट्रिक्ट के पदाधिकारियों तथा सदस्यों से कड़ी फटकार पढ़ने/सुनने को मिली । कुछेक सदस्यों ने तो विनोद खन्ना को डिस्ट्रिक्ट और लायनिज्म के लिए कलंक तक बताया और कहा कि विनोद खन्ना जैसे लोग अपनी छोटी सोच और नीच मानसिकता के जरिए लायनिज्म को बदनाम करने का काम कर रहे हैं । कुछेक सदस्यों ने याद किया कि अपने घटिया रवैये के चलते विनोद खन्ना डिस्ट्रिक्ट 321 ए थ्री से भगाया जा चुका है, लेकिन फिर भी वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आया है और अपनी हरकतों से अब वह डिस्ट्रिक्ट 321 ए टू को खराब कर रहा है । नया मामला ऑफिशियल कॉल को लेकर है - विनोद खन्ना ने शिकायत की कि एक दिन पहले आयोजित हुई तीसरी कैबिनेट मीटिंग में तो डिस्ट्रिक्ट गवर्नर विनय गर्ग ने ऑफिशियल कॉल को लेकर कोई बात नहीं की, और अगले दिन शाम को अपने लोगों के एक कार्यक्रम में ऑफिशियल कॉल रिलीज की । इस आधार पर उन्होंने विनय गर्ग पर बेईमानी करने तथा बदनीयती का आरोप लगाया ।
यह बात कोई साधारण लायन सदस्य कहता, तो इस बात को उसकी अज्ञानता मान कर अनसुना किया जा सकता था । किंतु यह बात चूँकि विनोद खन्ना ने कहीं, इसलिए यह बात तूल पकड़ गई । लोगों का कहना रहा कि विनोद खन्ना खुद डिस्ट्रिक्ट गवर्नर और इंटरनेशनल डायरेक्टर रह चुके हैं, और इस नाते से उम्मीद की जाती है कि उन्हें ऑफिशियल कॉल निकालने के बारे में लायंस इंटरनेशनल के दिशा-निर्देशों का पता होगा । विनोद खन्ना के अलावा अन्य किसी ने भी - यहाँ तक कि डिस्ट्रिक्ट गवर्नर विनय गर्ग के घोर विरोधियों ने भी - विनय गर्ग पर लायंस इंटरनेशनल के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करने का आरोप नहीं लगाया; मजे की बात यह है कि खुद विनोद खन्ना ने भी दिशा-निर्देशों का उल्लंघन होने का सीधा आरोप नहीं लगाया है । ऐसे में, सवाल यह उठा कि डिस्ट्रिक्ट गवर्नर के रूप में विनय गर्ग ने यदि लायंस इंटरनेशनल के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए ऑफिशियल कॉल रिलीज की है, तो फिर उसमें बेईमानी और बदनीयती की बात कहाँ आ गई ? विनय गर्ग ने पलट कर बहुत ही शालीनता से और डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद की मर्यादा का पालन करते हुए उचित ही कहा है कि विनोद खन्ना को कुछ भी कहने से पहले अपने 'पद' और अपनी पोजीशन की मर्यादा का ध्यान तो रखना ही चाहिए ।
विनोद खन्ना ने विनय गर्ग पर आरोप लगाते हुए अपनी जो बड़ी बेवकूफी जाहिर की, वह यह कि उन्होंने विनय गर्ग पर इंटरनेशनल डायरेक्टर पद के तथा सेकेंड वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद के उम्मीदवारों को उस कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं करने का आरोप लगाया, जिसमें कॉल रिलीज की गई थी । सदस्यों ने इस आरोप पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि विनोद खन्ना को इतनी भी अक्ल नहीं है क्या कि ऑफिशियल कॉल आने से पहले कोई भी 'उम्मीदवार' कैसे हो सकता है ? शब्दों और उनके अर्थों व व्याख्याओं को यदि छोड़ भी दें, तो भी विनोद खन्ना का रवैया दुष्टता व घटियापन का एक नया उदाहरण है । हर कोई जानता है कि डिस्ट्रिक्ट में चुनावी खेमेबाजी है, और हर नेता व पदाधिकारी 'इस' तरफ या 'उस' तरफ है - विनय गर्ग भी इससे नहीं बचे हुए हैं, और विनोद खन्ना भी इसमें लिप्त हैं । ऐसे में उम्मीद यह की जाती है कि राजनीतिक खेमेबाजी में बँटे हुए नेता व पदाधिकारी अपने अपने पद व पोजीशन की मर्यादा में रहते हुए राजनीति करें । बड़े संदर्भ में देखें तो विनय गर्ग का भी निश्चित रूप से एक राजनीतिक पक्ष है, लेकिन ऐसा कोई उदाहरण नहीं है जबकि वह लायंस इंटरनेशनल के किसी दिशा-निर्देश या नियम का उल्लंघन कर रहे हों, या अपने पक्ष के उम्मीदवारों का खुल्लमखुल्ला पक्ष ले रहे हों; जबकि विनोद खन्ना कई मौकों पर पूरी बेशर्मी के साथ लोगों के बीच अपने पक्ष के उम्मीदवारों की वकालत करते देखे/सुने गए हैं ।
और इसके बाद भी विनोद खन्ना, विनय गर्ग पर बेईमानी और बदनीयती का आरोप लगा रहे हैं - तो उनके इस व्यवहार को 'उल्टा चोर कोतवाल को डाँटे' जैसे उदाहरण के रूप में देखा/पहचाना जा रहा है । एक मशहूर कहावत है कि जो जैसा खुद होता है, दूसरे लोग उसे वैसे ही दिखाई देते हैं; इसी कहावत को ध्यान में रखते हुए लोगों का कहना है कि विनोद खन्ना चूँकि खुद राजनीतिक बेईमानी कर रहे हैं और बदनीयती दिखा रहे हैं - इसलिए अपनी बेईमानी व बदनीयती से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए डिस्ट्रिक्ट गवर्नर विनय गर्ग पर झूठे आरोप मढ़ रहे हैं । विनोद खन्ना के लिए फजीहत की बात यह हुई है कि उनकी इस हरकत पर डिस्ट्रिक्ट के लोगों ने उन्हें तो जमकर लताड़ा है, जबकि विनय गर्ग के प्रति समर्थन दिखाया है । लोगों ने विनय गर्ग को सुझाव दिया है कि विनोद खन्ना जैसे व्यक्ति के झूठे आरोपों की चिंता करने की उन्हें जरूरत नहीं है; विनोद खन्ना एक निहायत गंदा व्यक्ति है, जो अपने बेटे की पत्नी तक से बदतमीजी करने से बाज नहीं आया है - ऐसे व्यक्ति से अच्छे आचरण और व्यवहार की उम्मीद करना/रखना फिजूल ही होगा ।