नई दिल्ली । अभी कल तक अशोक कंतूर को इस बार और अगली बार
अजीत जालान को डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी का चुनाव जितवाने की तैयारी कर
रहे डिस्ट्रिक्ट गवर्नर विनय भाटिया ने अचानक से रवि गुगनानी की उम्मीदवारी
का झंडा उठा लिया है । रवि गुगनानी खासे उत्साह से लोगों को बता रहे
हैं कि विनय भाटिया ने उन्हें आश्वस्त किया है कि अगले वर्ष वह और उनके
साथी रवि गुगनानी की उम्मीदवारी का समर्थन करेंगे । लोगों के बीच चल रही
चर्चाओं में कहा/बताया/सुना जा रहा है कि विनय भाटिया ने रवि गुगनानी से
दावा/वायदा किया है कि अन्य जो लोग अगले रोटरी वर्ष में उम्मीदवार बनने की
तैयारी कर रहे हैं, उन्हें वह 'बिठवा' देंगे और रवि गुगनानी आराम से
डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी बन जायेंगे । विनय भाटिया के इस बदले बदले रवैये
को रवि गुगनानी कैसे समझ रहे हैं, यह तो रवि गुगनानी जानें - लेकिन इस तरह
की बातों/चर्चाओं पर डिस्ट्रिक्ट में लोग मजे ले रहे हैं । उनका कहना
है कि विनय भाटिया ने अपनी डिस्ट्रिक्ट कॉन्फ्रेंस के लिए फंड जुटाने तथा
फाउंडेशन के लक्ष्य पूरे करने के लिए अपने 'चुनावी रवैये' को शीर्षासन करवा
दिया है; और जो विनय भाटिया अपने स्वार्थ में अशोक कंतूर तथा अजीत जालान
को धोखा दे सकते हैं - वह विनय भाटिया अपना काम निकल जाने के बाद रवि
गुगनानी से धोखा नहीं करेंगे, इसकी क्या गारंटी है ? इसके अलावा, यह भी
कहा/सुना जा रहा है कि विनय भाटिया जब डिस्ट्रिक्ट गवर्नर रहते हुए अशोक
कंतूर के काम नहीं आ सके, तो पूर्व गवर्नर के रूप में रवि गुगनानी के क्या
काम आ पायेंगे ?
दरअसल इस वर्ष हुए डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद
के चुनाव के नतीजे ने डिस्ट्रिक्ट गवर्नर विनय भाटिया के लिए बड़ी फजीहत
वाली स्थिति बना दी है । डिस्ट्रिक्ट के और खास तौर से फरीदाबाद के कई
वरिष्ठ रोटेरियंस ने विनय भाटिया को समझाया था कि डिस्ट्रिक्ट गवर्नर
नॉमिनी पद के चुनाव में अशोक कंतूर का समर्थन करने के लिए उन्हें इस हद तक
सक्रिय नहीं होना चाहिए जिससे कि डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद की प्रतिष्ठा का
हनन होता हो । विनय भाटिया ने लेकिन किसी की एक नहीं सुनी । वह और उनकी
डिस्ट्रिक्ट टीम के पप्पूजीत सिंह सरना, अजीत जालान, अमित जोनेजा
जैसे प्रमुख सदस्यों ने अशोक कंतूर की उम्मीदवारी को जीत दिलवाने के लिए इस
तरह की पक्षपातपूर्ण सक्रियता दिखाई कि वह डिस्ट्रिक्ट के अधिकतर प्रमुख
लोगों की आँखों में खटकी । इस बात की इन्होंने परवाह लेकिन इसलिए नहीं की,
क्योंकि इनका विश्वास रहा कि अशोक कंतूर के जीतने के बाद उन्हें निष्पक्षता
का पाठ पढ़ाने वाले लोग अपने आप चुप हो जायेंगे । चुनावी नतीजे में अशोक
कंतूर के हार जाने के बाद लेकिन सारा नजारा बदल गया । अब जिसे देखो वह विनय
भाटिया की लानत/मलानत में लग गया और विनय भाटिया पर डिस्ट्रिक्ट व रोटरी
की छवि खराब करने का आरोप लगाने में जुट गया । इससे डिस्ट्रिक्ट कॉन्फ्रेंस
के लिए साधन जुटाने के काम पर खासा प्रतिकूल असर पड़ा । मामले को
सँभालने के लिए डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर विनोद बंसल आगे आए, तो उन्हें भी लोगों
से खरी-खोटी सुनने को मिली । लोगों ने विनोद बंसल से कहा कि चुनाव से पहले
उनसे जब विनय भाटिया और उनकी डिस्ट्रिक्ट टीम के कुछेक सदस्यों की हरकतों
को नियंत्रित करने के लिए कहते थे, तब तो वह चुप लगा जाते थे - तो फिर अब
क्यों विनय भाटिया की मदद करने की बात करते हो । लोगों का कहना रहता है
कि उन्हें तो लगता है कि अपनी डिस्ट्रिक्ट टीम के कुछेक सदस्यों के साथ
मिलकर विनय भाटिया ने अशोक कंतूर को चुनाव जितवाने के लिए जो जो हरकतें
कीं, उन्हें विनोद बंसल का पूरा पूरा सहयोग व समर्थन था ।
मजे की
बात यह देखने में आ रही है कि विनय भाटिया तथा उनकी डिस्ट्रिक्ट टीम के
कुछेक सदस्यों की चुनावी हरकतों के प्रति लोगों की नाराजगी को देखते हुए
विनोद बंसल ने अगले रोटरी वर्ष में अजीत जालान की उम्मीदवारी की बात करना
बंद कर दिया है । यह बात मजे की इसलिए है क्योंकि रवि गुगनानी की उम्मीदवारी सामने आने के बाद अजीत जालान ने
दावा किया था कि विनोद बंसल ने उन्हें आश्वस्त किया है कि रवि गुगनानी की
उम्मीदवारी से उन्हें डरने की जरूरत नहीं है और रवि गुगनानी की
उम्मीदवारी को तो वह वापस करवा देंगे । लेकिन विनोद बंसल का रवैया अब पूरी
तरह से बदला हुआ है । अजीत जालान के नजदीकियों का हालाँकि कहना/बताना
है कि विनोद बंसल की तरफ से अजीत जालान अभी नाउम्मीद नहीं हुए हैं; उन्हें
विश्वास है कि विनय भाटिया की डिस्ट्रिक्ट कॉन्फ्रेंस तथा उनके गवर्नर-वर्ष
में फाउंडेशन के पैसे जमा होने का काम पूरा हो जाने के बाद विनोद बंसल फिर
से उनकी उम्मीदवारी का झंडा उठा लेंगे । डिस्ट्रिक्ट गवर्नर विनय भाटिया
और उनके डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर विनोद बंसल अभी वास्तव में उस नुकसान की भरपाई
करने के लिए बदले बदले से दिख रहे हैं, जो अशोक कंतूर की चुनावी पराजय से
उन्हें हुआ है । विनय भाटिया को उम्मीद है कि अगले रोटरी वर्ष में रवि
गुगनानी को समर्थन का झाँसा देकर वह रवि गुगनानी तथा उनके संगी-साथियों का
डिस्ट्रिक्ट कॉन्फ्रेंस तथा फाउंडेशन के लिए सहयोग ले सकेंगे । विनय
भाटिया के साथ-साथ विनोद बंसल भी चाहते हैं और इस बात के लिए प्रयास कर रहे
हैं कि डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के चुनाव में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर
विनय भाटिया ने समर्थन व विरोध के नाम पर जो भी हरकतें की हैं, लोग उन्हें
भूल कर डिस्ट्रिक्ट कॉन्फ्रेंस तथा फाउंडेशन के काम को सफल करने में जुट
जाएँ । देखना दिलचस्प होगा कि उनके यह प्रयास किस हद तक सफल हो पाते हैं ?