मेरठ । डिस्ट्रिक्ट गवर्नर इलेक्ट हरि गुप्ता द्वारा अपने गवर्नर-वर्ष के लिए बनाई जा रही डिस्ट्रिक्ट टीम में पद पाने वाले रोटरी क्लब मेरठ महान के सदस्यों के अपने अपने पदों से इस्तीफा देने की कार्रवाई ने क्लब की तरफ से बने डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के उम्मीदवार मनीष शारदा के लिए मुसीबतें बढ़ाने का ही काम किया है । समझा जाता है कि मनीष शारदा की उम्मीदवारी को चूँकि हरि गुप्ता से सहयोग और समर्थन नहीं मिल रहा था, इसलिए हरि गुप्ता को 'सबक' सिखाने तथा उन्हें दबाव में लेने के उद्देश्य से हरि गुप्ता की प्रस्तावित टीम में जगह पाने वाले क्लब के सदस्यों ने उक्त कदम उठाया है । मनीष शारदा और इस योजना के रणनीतिकारों को लेकिन पहला झटका यह देख/जान कर लगा कि हरि गुप्ता ने तुरंत ही इस्तीफे स्वीकार कर लिए । मनीष शारदा और इस योजना के रणनीतिकारों को उम्मीद थी कि एकसाथ कई इस्तीफे पा कर हरि गुप्ता घबरा जायेंगे और इस्तीफा न देने के लिए मान-मनौव्वल करेंगे और तब वह हरि गुप्ता से मनीष शारदा की उम्मीदवारी के लिए सौदेबाजी कर लेंगे । लेकिन हरि गुप्ता के रवैये ने उनकी योजना व उम्मीदों पर पानी डाल दिया है । रोटरी क्लब मेरठ महान की इस कार्रवाई से मनीष शारदा की उम्मीदवारी को दूसरा बड़ा झटका यह लगा है कि इस कार्रवाई को डिस्ट्रिक्ट के लोगों के बीच मनीष शारदा की उम्मीदवारी की कमजोरी के रूप में देखा/पहचाना जा रहा है । डिस्ट्रिक्ट में लोगों का मानना और कहना है कि इस तरह की कार्रवाई से साफ हो गया है कि मनीष शारदा और उनके समर्थकों ने चुनाव होने से पहले ही अपनी हार स्वीकार कर ली है, और इसी निराशा व बौखलाहट में मनीष शारदा और उनके समर्थक डिस्ट्रिक्ट के बड़े पदाधिकारियों को 'ब्लैकमेल' करने पर उतर आए हैं ।
हरि गुप्ता को दीपा खन्ना की उम्मीदवारी के समर्थक के रूप में देखा/पहचाना जाता है, जो रोटरी क्लब मुरादाबाद ब्राइट की तरफ से उम्मीदवार हैं । मुरादाबाद से अकेली उम्मीदवार होने के कारण दीपा खन्ना को मुरादाबाद तथा उसके आसपास के क्लब्स का तो लगभग एकतरफा समर्थन प्राप्त है ही; हरि गुप्ता के समर्थन के चलते खास तौर से मेरठ के और आम तौर से डिस्ट्रिक्ट के अन्य शहरों के क्लब्स का भी समर्थन मिलता दिख रहा है - जिस कारण डिस्ट्रिक्ट के चुनावी खिलाड़ियों को दीपा खन्ना की उम्मीदवारी खासी बढ़त बनाए नजर आ रही है । डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के चुनाव में आमतौर पर उस उम्मीदवार का पलड़ा भारी हो ही जाता है, जिसके साथ आने वाले रोटरी वर्ष के डिस्ट्रिक्ट गवर्नर का समर्थन होता है । हरि गुप्ता डिस्ट्रिक्ट गवर्नर इलेक्ट के रूप में तो दीपा खन्ना की उम्मीदवारी को लाभ पहुँचाते हुए दिख ही रहे हैं; मेरठ के होने कारण भी उनके समर्थन को दीपा खन्ना की उम्मीदवारी के लिए महत्त्वपूर्ण माना/समझा जा रहा है । हरि गुप्ता - यानि डिस्ट्रिक्ट गवर्नर इलेक्ट - यदि मेरठ के न होते तो मेरठ के क्लब्स का दीपा खन्ना को वैसा समर्थन न दिलवा पाते जैसा मेरठ के होने के नाते वह अब दिलवा सकते हैं । मनीष शारदा के लिए मुसीबत की बात दरअसल यह हुई कि मेरठ से ही प्रस्तुत शशिकांत गोयल की उम्मीदवारी मेरठ में ही उनके समर्थन आधार को नुकसान पहुँचा रही है । डिस्ट्रिक्ट में हर जगह मनीष शारदा और उनके समर्थकों को सुनने को मिला है कि उनकी उम्मीदवारी को जब मेरठ में ही समर्थन नहीं मिल रहा है, तो दूसरी जगह वह समर्थन की कैसे, क्या और क्यों उम्मीद कर रहे हैं ? मनीष शारदा के लिए फजीहत की बात यह भी बनी हुई है कि मेरठ में चूँकि पहले शशिकांत गोयल की उम्मीदवारी प्रस्तुत हुई थी; इसलिए मेरठ में ही लोगों का कहना/पूछना है कि मेरठ की एकता को तोड़ने का काम मनीष शारदा और उनके क्लब ने ही जब बार बार और जोरशोर से किया है - तब फिर अब वह किस मुँह से मेरठ में अपनी उम्मीदवारी के लिए समर्थन की उम्मीद कर रहे हैं ?
उल्लेखनीय है कि हरि गुप्ता के पहले चुनाव में भी मनीष शारदा के क्लब पर हरि गुप्ता की उम्मीदवारी को धोखा देने का आरोप रहा है । पिछले रोटरी वर्ष की ही उस बात को याद करते हुए मेरठ के लोगों का कहना है कि हाल फिलहाल के समय में मनीष शारदा के क्लब ने मेरठ के 'हितों' के खिलाफ ही काम किया है, इसलिए मेरठ के लोगों के बीच उनके प्रति गहरी नाराजगी है और इसी कारण से मेरठ में ही मनीष शारदा की उम्मीदवारी को कोई समर्थन मिलता हुआ नहीं दिख रहा है । उल्लेखनीय है कि मनीष शारदा के क्लब से विरोध सहने और धोखा खाने के बाद भी डिस्ट्रिक्ट गवर्नर इलेक्ट हरि गुप्ता ने क्लब के कई वरिष्ठ सदस्यों को अपनी प्रस्तावित टीम में प्रमुख जगहें दीं - लेकिन क्लब के लोगों को अपना यह सम्मान भी लगता है कि हजम नहीं हुआ, और उन्होंने हरि गुप्ता की तरफ से हुई एक अच्छी पहल को ही नकार दिया है । मनीष शारदा के क्लब के सदस्यों द्वारा हरि गुप्ता की टीम से इस्तीफे देने की घटना को लेकर डिस्ट्रिक्ट के लोगों के बीच जिस तरह की तीखी प्रतिक्रिया हुई है, और लोग जिस एकजुटता के साथ हरि गुप्ता के साथ खड़े नजर आ रहे हैं - उससे मनीष शारदा की उम्मीदवारी को और झटका लगा है । मनीष शारदा और उनके साथियों की इस हरकत के चलते वरिष्ठ पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर जीएस धामा की भी किरकिरी हो रही है । जीएस धामा क्लब के वरिष्ठ सदस्य हैं, और पूर्व गवर्नर के रूप में उनकी अच्छी पहचान है और इसी पहचान के चलते रोटरी क्लब मेरठ महान को डिस्ट्रिक्ट के लोगों के बीच 'उनके क्लब' के रूप में ही जाना/पहचाना जाता है । लोगों को हैरानी है कि जीएस धामा के होते हुए उनके क्लब की तरफ से आखिर ऐसी हरकतें क्यों हो रही हैं, जिससे क्लब की भी बदनामी हो रही है और मनीष शारदा की उम्मीदवारी को भी खासा नुकसान हो रहा है । मनीष शारदा की उम्मीदवारी को होने वाला यह नुकसान दीपा खन्ना की उम्मीदवारी के लिए वरदान बनता दिख रहा है ।