Tuesday, March 25, 2014

लायंस क्लब्स इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 321 सी वन में अवतार कृष्ण की उम्मीदवारी के पीछे उनके समर्थक नेताओं के जुटने और शिव कुमार चौधरी को उनके नेताओं द्धारा अकेला छोड़ दिए जाने के कारण डिस्ट्रिक्ट में सेकेंड वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद का चुनाव खासा दिलचस्प हो गया है

गाजियाबाद । सेकेंड वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद के लिए प्रस्तुत अवतार कृष्ण की उम्मीदवारी के लिए समर्थन जुटाने के उद्देश्य से गाजियाबाद में हुई मीटिंग को जो जोरदार सफलता मिली है, उसने उनकी उम्मीदवारी के विरोधियों के तो तोते उड़ा ही दिए हैं - उनकी उम्मीदवारी के समर्थकों को भी हैरान किया है । अवतार कृष्ण की उम्मीदवारी के पक्ष में समर्थन जुटाने के उद्देश्य से हुई इस मीटिंग की तैयारी से जुड़े एक प्रमुख वरिष्ठ लायन ने इन पँक्तियों के लेखक से बात करते हुए स्वीकार किया कि मीटिंग के इतना कामयाब होने की तो उन्हें भी उम्मीद नहीं थी । उन्होंने बताया कि उन्होंने मीटिंग में 15 से 20 क्लब के करीब एक सौ लोगों के जुटने की उम्मीद की थी । मीटिंग में लेकिन 31 क्लब के दो सौ से अधिक लोग पहुँचे । अवतार कृष्ण की उम्मीदवारी के समर्थक गाजियाबाद में हुई मीटिंग की इस कामयाबी से बम-बम हैं । अवतार कृष्ण की उम्मीदवारी के समर्थकों का जोश यह जान कर और बढ़ा है कि ठीक उसी समय हरिद्धार में सेकेंड वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद के दूसरे उम्मीदवार शिव कुमार चौधरी की उम्मीदवारी के लिए समर्थन जुटाने के उद्देश्य से आयोजित हुई मीटिंग में कुल 7 क्लब्स के 30 से 35 लोग ही पहुँचे ।
दोनों मीटिंग्स में उपस्थित क्लब्स तथा लायन सदस्यों की संख्या का यह अंतर हालाँकि इसलिए कोई मायने नहीं रखता - क्योंकि गाजियाबाद क्षेत्र में हरिद्धार क्षेत्र से ज्यादा क्लब्स हैं; इसलिए यह बहुत स्वाभाविक है कि गाजियाबाद में मीटिंग हरिद्धार से बड़ी ही होगी । लेकिन फिर भी दोनों मीटिंग्स में उपस्थित क्लब्स और लायन सदस्यों की संख्या का भारी अंतर इसलिए मायने रखता है - क्योंकि यह अंतर दरअसल दोनों मीटिंग्स के पीछे की तैयारियों और तैयारियों में जुटे लोगों की प्रतिबद्धतता को प्रकट करता है । गाजियाबाद में अवतार कृष्ण की उम्मीदवारी के पक्ष में समर्थन जुटाने के लिए हुई मीटिंग को सफल बनाने में उनके सभी समर्थक जी-जान से लगे थे, जबकि हरिद्धार में शिव कुमार चौधरी की उम्मीदवारी के पक्ष में समर्थन जुटाने के लिए हुई मीटिंग की तैयारी से उनके समर्थक नेता दूर ही रहे । तैयारी से ही दूर नहीं रहे, वह मीटिंग से भी दूर रहे - जबकि अवतार कृष्ण की मीटिंग में उनके कई समर्थक नेता मौजूद थे । हरिद्धार की मीटिंग के लिए सिर्फ क्लब्स के अध्यक्ष, सचिव और कोषाध्यक्ष को ही आमंत्रित किया गया था - हालाँकि कुछेक दूसरे लोग बिन बुलाये आ जरूर गए थे । हरिद्धार की मीटिंग की जिस तरह से तैयारी हुई और जिस तरह से वह हुई, उसे देख/जान कर यही संदेश लोगों के बीच गया कि जैसे उसे बड़े बेमन से आयोजित किया गया है, जबकि गाजियाबाद की मीटिंग की तैयारी में और उसके होने में पूरा पूरा जोश और उत्साह पाया/महसूस किया गया ।
हरिद्धार में आयोजित शिव कुमार चौधरी की मीटिंग से उनकी उम्मीदवारी के समर्थक बताये जा रहे नेताओं के गायब रहने को डिस्ट्रिक्ट के लोगों के बीच बड़ी हैरानी के साथ देखा जा रहा है । किसी के लिए भी यह समझना मुश्किल हो रहा है कि शिव कुमार चौधरी की उम्मीदवारी के समर्थन में जिन बड़े-बड़े नेताओं के नाम लिए जा रहे हैं, उनमें से कोई भी उनकी मीटिंग में आखिर क्यों नहीं पहुँचा ? शिव कुमार चौधरी की मीटिंग में उनकी उम्मीदवारी के समर्थन में बताये जा रहे नेताओं में से किसी के भी न पहुँचने की खबर ने शिव कुमार चौधरी की उम्मीदवारी के समर्थकों को धक्का पहुँचाया है - उन्हें लग रहा है कि नेता लोग कहीं शिव कुमार चौधरी के साथ कोई खेल तो नहीं खेल रहे हैं; और/या शिव कुमार चौधरी ही नेताओं की मदद नहीं ले पा रहे हैं ?
यह सवाल गाजियाबाद में अवतार कृष्ण की मीटिंग के कामयाब होने के कारण भी पैदा हुआ है । गाजियाबाद क्षेत्र मुकेश गोयल के प्रभाव वाला वाला क्षेत्र माना जाता है, और शिव कुमार चौधरी के दावे के अनुसार मुकेश गोयल का समर्थन उनके साथ है । मुकेश गोयल अपने प्रभाव वाले क्षेत्र में प्रतिपक्षी उम्मीदवार की मीटिंग फेल कराने के बड़े कुशल खिलाड़ी रहे हैं - उनका फ़तवा जारी होता है तो उनके समर्थक क्लब के लोग प्रतिपक्षी उम्मीदवार की मीटिंग में नहीं जाते हैं । ऐसे में यह सवाल उठा है कि मुकेश गोयल यदि सचमुच शिव कुमार चौधरी की उम्मीदवारी के साथ हैं तो उन्होंने अपने समर्थक क्लब्स के लोगों को अवतार कृष्ण की मीटिंग में जाने से रोका क्यों नहीं ? कुछेक लोगों को तो यह भी लगता है कि अवतार कृष्ण की मीटिंग को सफल बनाने में पर्दे के पीछे से मुकेश गोयल ने भी भूमिका निभाई है । मुकेश गोयल के नजदीकियों का कहना है कि शिव कुमार चौधरी चूँकि मुकेश गोयल को उचित तवज्जो नहीं दे रहे हैं, इसलिए मुकेश गोयल उनके लिए सचमुच में कुछ करने से बचते हुए दिख रहे हैं । इसी कारण से, गाजियाबाद क्षेत्र में अपने समर्थक क्लब्स के लिए उन्होंने अवतार कृष्ण की मीटिंग से दूर रहने का फ़तवा जारी नहीं किया ।
गाजियाबाद में अवतार कृष्ण की और हरिद्धार में शिव कुमार चौधरी की मीटिंग में जो भारी अंतर अभी देखा/पाया गया है, उससे कोई नतीजा निकालना अभी जल्दबाजी करना होगा । लेकिन अवतार कृष्ण की उम्मीदवारी के पीछे उनके समर्थक नेताओं के जुटने और शिव कुमार चौधरी को उनके नेताओं द्धारा अकेला छोड़ दिए जाने के कारण डिस्ट्रिक्ट में सेकेंड वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद का चुनाव खासा दिलचस्प जरूर हो गया है ।