Monday, March 31, 2014

लायंस क्लब्स इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 321 सी वन में डिस्ट्रिक्ट कॉन्फ्रेंस के गाजियाबाद में होने को आधी लड़ाई जीत लेने के दावे को, पूरी लड़ाई जीतने की उनकी राह में बाधा बनाने की अवतार कृष्ण के समर्थकों की तैयारी ने शिव कुमार चौधरी और उनके समर्थकों के सामने सचमुच में एक बड़ी चुनौती पैदा कर दी है

देहरादून । अवतार कृष्ण के समर्थकों ने डिस्ट्रिक्ट कॉन्फ्रेंस के बाबत निकली कॉल की वैधता को लायंस इंटरनेशनल में चुनौती देकर सेकेंड वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद के चुनाव को और गंभीर तो बना ही दिया है, साथ ही सेकेंड वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद के दूसरे उम्मीदवार शिव कुमार चौधरी और उनके समर्थकों के सामने एक कठिन चुनौती भी पैदा कर दी है । अवतार कृष्ण के समर्थकों द्धारा लायंस इंटरनेशनल में की गई शिकायत में पहली आपत्ति तो फर्स्ट वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर सुनील जैन द्धारा कार्यवाहक डिस्ट्रिक्ट गवर्नर के रूप में निकाली गई कॉल को रद्द करने के फैसले पर की गई है; और दूसरी आपत्ति सुधीर जनमेजा द्धारा कथित रूप से तैयार की गई कॉल को मान्य कॉल का दर्जा देने को लेकर है । पहली शिकायत के संदर्भ में तर्क दिया गया है कि सुनील जैन ने जो कॉल निकाली थी, वह कार्यवाहक डिस्ट्रिक्ट गवर्नर के रूप में निकाली थी और कार्यवाहक डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद की जिम्मेदारी निभाने का अधिकार उन्हें लायंस इंटरनेशनल ने दिया था । लायंस इंटरनेशनल द्धारा दी गई जिम्मेदारी का निर्वाह करते हुए सुनील जैन ने जो कॉल निकाली, उसे रद्द करने का अधिकार लायंस इंटरनेशनल के नियम के अनुसार किसी को नहीं है । लायंस इंटरनेशनल के नियम के अनुसार, उस कॉल में संशोधन तो किया जा सकता है लेकिन उसे रद्द नहीं किया जा सकता है । यही हवाला देते हुए लायंस इंटरनेशनल से माँग की गई है कि डिस्ट्रिक्ट कॉन्फ्रेंस का आयोजन सुनील जैन वाली कॉल के अनुसार किए जाने को सुनिश्चित किया जाना चाहिए ।
इस माँग को और तर्कपूर्ण बनाने के लिए दूसरी शिकायत में कहा गया है कि जिस कॉल को मान्य कॉल का दर्जा दिया गया है, उसमें फर्जीवाड़ा है । सुधीर जनमेजा द्धारा कथित रूप से तैयार बताई गई इस कॉल में कुछेक ऐसी एंट्रीज हैं, जो 'जिन्दा' सुधीर जनमेजा कर ही नहीं सकते थे । जाहिर है कि जिस कॉल को सुधीर जनमेजा द्धारा तैयार बताया गया है, उसमें उनके निधन के बाद हेराफेरी की गई है । अपने नजदीकियों द्धारा की गई इस हेराफेरी के बारे में जानकार सुधीर जनमेजा की आत्मा को कितना कष्ट पहुँचा होगा, यह तो पता नहीं; किंतु हेराफेरी के तथ्यों के सामने आने से मान्य कॉल संदेह के घेरे में जरूर आ गई है । संदेह पैदा करने वाले तथ्यों को रेखांकित करते हुए ही, अवतार कृष्ण के समर्थकों ने मान्य कॉल को अमान्य करने की माँग की है । अवतार कृष्ण के समर्थकों द्धारा लायंस इंटरनेशनल में की गई इन शिकायतों ने डिस्ट्रिक्ट कॉन्फ्रेंस को लेकर - और उसके गाजियाबाद में होने को लेकर शक पैदा कर दिया है । इस पैदा हुए शक ने गाजियाबाद में शिव कुमार चौधरी द्धारा की जा रही तैयारियों के बेकार हो जाने का खतरा खड़ा कर दिया है ।
अवतार कृष्ण की उम्मीदवारी के समर्थकों को इसमें स्वाभाविक रूप से अपना फायदा दिख रहा है । वह लेकिन सिर्फ इस तरह से फायदा पाने के इंतजार में ही नहीं हैं; उन्होंने उस स्थिति में भी फायदा उठाने की तैयारी की हुई है जबकि उनकी शिकायतों का लायंस इंटरनेशनल कोई संज्ञान ही न ले । अवतार कृष्ण की उम्मीदवारी के समर्थकों को दरअसल इस बात से कोई समस्या नहीं है कि डिस्ट्रिक्ट कॉन्फ्रेंस गाजियाबाद में हो रही है - इससे तो उन्हें बल्कि फायदा होता दिख रहा है क्योंकि गाजियाबाद के दो प्रमुख लायन - अरुण मित्तल और सुनील निगम - तो खुल कर अवतार कृष्ण की उम्मीदवारी के समर्थन में हैं । गाजियाबाद में कॉन्फ्रेंस होने से शिव कुमार चौधरी का खर्चा यदि कम होगा, तो अवतार कृष्ण का भी खर्चा कम होगा । गाजियाबाद में कॉन्फ्रेंस होने के फायदे उठाते हुए, अवतार कृष्ण की उम्मीदवारी के समर्थक लायंस इंटरनेशनल में शिकायत करके तो वास्तव में गाजियाबाद में कॉन्फ्रेंस होने का ठीकरा शिव कुमार चौधरी और उनके समर्थकों के सिर फोड़ना चाहते हैं । उल्लेखनीय है कि डिस्ट्रिक्ट में अधिकतर लोग डिस्ट्रिक्ट कॉन्फ्रेंस के किसी हिल स्टेशन पर होने का इंतजार करते हैं । डिस्ट्रिक्ट कॉन्फ्रेंस में शामिल होने के बहाने कई लोगों को परिवार सहित हिल स्टेशन पर पिकनिक मनाने का मौका मिल जाता है । अवतार कृष्ण की उम्मीदवारी के समर्थक डिस्ट्रिक्ट में लोगों को यह बताना चाहते हैं कि पिकनिक मनाने का यह मौका इस बार उन्हें शिव कुमार चौधरी और उनके समर्थकों के कारण नहीं मिल पा रहा है ।
अवतार कृष्ण की उम्मीदवारी के समर्थकों ने लोगों को यह बताने का मौका बनाने के लिए ही लायंस इंटरनेशनल में डिस्ट्रिक्ट कॉन्फ्रेंस से संबंधित कॉल को लेकर शिकायत की है । इस तरह से उन्होंने अपने दोनों हाथों में लड्डू रख लिए हैं । उनकी शिकायत स्वीकार की जाती है तो भी, और अगर नहीं की जाती है तो भी - उनके पास लोगों को यह बताने/दिखाने का मौका रहेगा कि उन्होंने तो डिस्ट्रिक्ट कॉन्फ्रेंस मसूरी में करवाने की बात की थी, लेकिन दूसरे खेमे के लोगों ने यह नहीं होने दिया । अवतार कृष्ण की उम्मीदवारी के समर्थकों को लगता है कि डिस्ट्रिक्ट कॉन्फ्रेंस के बहाने हिल स्टेशन में परिवार के साथ पिकनिक मनाने का अवसर छिनने से लोगों के बीच पैदा हुई नाराजगी को वह अवतार कृष्ण के समर्थन में बदल सकेंगे । मजे की बात है कि अवतार कृष्ण के समर्थकों को यह मौका शिव कुमार चौधरी के समर्थकों ने खुद ही दिया है । डिस्ट्रिक्ट कॉन्फ्रेंस के गाजियाबाद में होने के फैसले पर मुहर लगने के तुरंत बाद शिव कुमार चौधरी के समर्थकों ने दावा करना शुरू कर दिया था कि आधी लड़ाई तो उन्होंने डिस्ट्रिक्ट कॉन्फ्रेंस के गाजियाबाद में होने के फैसले पर मुहर लगने के साथ ही जीत ली है । आधी लड़ाई के जीत लेने का यह दावा लेकिन अवतार कृष्ण के समर्थकों की चाल के चलते अब उल्टा पड़ता दिख रहा है । शिव कुमार चौधरी के समर्थकों के आधी लड़ाई जीत लेने के इस दावे को पूरी लड़ाई जीतने की उनकी राह में बाधा बनाने की अवतार कृष्ण के समर्थकों की तैयारी ने शिव कुमार चौधरी और उनके समर्थकों के सामने सचमुच में एक बड़ी चुनौती पैदा कर दी है ।