Wednesday, January 27, 2016

रोटरी इंटरनेशनल बोर्ड ने अपने एक फैसले के जरिए पूर्व इंटरनेशनल प्रेसीडेंट राजा साबू तथा डिस्ट्रिक्ट 3080 के उनके संगी-साथी पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर्स को वास्तव में चुल्लु भर पानी दिया है, जिसमें वह यदि चाहें तो अपनी बेशर्मी को डुबो सकते हैं

चंडीगढ़ । रोटरी इंटरनेशनल की इलेक्शन रिव्यु कमेटी ने राजेंद्र उर्फ राजा साबू तथा उनके संगी-साथी पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर्स की सारी मेहनत पर पानी फेरते हुए वर्ष 2017-18 के गवर्नर के लिए दोबारा चुनाव कराने का आदेश पारित किया है । वर्ष 2017-18 के गवर्नर पद को लेकर राजा साबू और उनके संगी-साथी पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर्स की डिस्ट्रिक्ट के लोगों तथा रोटरी इंटरनेशनल के हाथों जो बार-बार 'पिटाई' हुई है, वह रोटरी तथा डिस्ट्रिक्ट 3080 के इतिहास की एक अभूतपूर्व घटना बन गई है । यहाँ पूरे घटनाक्रम को एक बार फिर याद कर लेना प्रासंगिक होगा - सबसे पहले तो नोमीनेटिंग कमेटी में टीके रूबी के अधिकृत उम्मीदवार चुने जाने के जरिए डिस्ट्रिक्ट के लोगों ने राजा साबू तथा उनके संगी-साथी पूर्व गवर्नर्स को उनकी 'राजनीतिक औकात' दिखाई; जिससे बौखलाकर नोमीनेटिंग कमेटी के फैसले को ही राजा साबू की शह पर रद्द कर दिया गया । रद्द करने के इस मनमाने फैसले को रोटरी इंटरनेशनल में चेलैंज किया गया, तो रोटरी इंटरनेशनल ने रद्द करने के फैसले को रद्द करके राजा साबू तथा उनके संगी-साथी पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर्स को खासा तगड़ा वाला झटका दिया तथा चुनावी प्रक्रिया को पूरा करने का आदेश दिया । इस आदेश का पालन करने पर मजबूर हुए राजा साबू तथा उनके संगी-साथी पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर्स ने चुनावी पक्षपात का नंगा नाच किया और पूरी बेशर्मी के साथ खुल कर डीसी बंसल को चुनाव जितवाने का बीड़ा उठाया और एक बेईमान किस्म की सफलता प्राप्त की । उनकी कारस्तानियों को लेकर रोटरी इंटरनेशनल में फिर शिकायत हुई, और रोटरी इंटरनेशनल बोर्ड ने शिकायतों को सही पाते/मानते हुए उस चुनाव को निरस्त कर दिया है तथा वर्ष 2017-18 के गवर्नर के लिए दोबारा चुनाव कराने का आदेश दिया है । रोटरी के कई एक बड़े नेताओं का ही कहना है कि इस फैसले के जरिए रोटरी इंटरनेशनल बोर्ड ने राजा साबू तथा उनके संगी-साथी पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर्स को वास्तव में चुल्लु भर पानी दिया है, जिसमें वह यदि चाहें तो अपनी बेशर्मी को डुबो सकते हैं ।
राजा साबू के डिस्ट्रिक्ट के लोगों को ही नहीं, राजा साबू को जानने वाले रोटरी के दूसरे बड़े नेताओं को भी हालाँकि लगता नहीं है कि राजा साबू लगातार हो रही अपनी इस फजीहत से कोई सबक लेंगे । लोगों का यह विश्वास इसलिए भी बना है कि रोटरी इंटरनेशनल के इस फैसले को राजा साबू के कुछेक नजदीकी पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर 'अपनी' जीत के रूप में व्याख्यायित कर रहे हैं । उनका कहना है कि 'उन्हें' डर था कि रोटरी इंटरनेशनल की इलेक्शन रिव्यु कमेटी कहीं टीके रूबी को वर्ष 2017-18 के गवर्नर के रूप में स्वीकार न कर ले; ऐसा न हो जाए - इसके लिए राजा साबू ने खुद कमर कसी और इसे सुनिश्चित किया । राजा साबू के संगी-साथी पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर्स लोगों को बता रहे हैं कि राजा साबू ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए रोटरी इंटरनेशनल बोर्ड में टीके रूबी के पक्ष में फैसला नहीं होने दिया । तथ्य लेकिन ठीक इसके विपरीत है और वह यह यह है कि रोटरी इंटरनेशनल की इलेक्शन रिव्यु कमेटी के सामने शिकायत चुनाव में हुई बेईमानी को लेकर की गई थी, जिसमें टीके रूबी को पराजित किया गया था । यह सारा कुछ राजा साबू की देख-रेख में हुआ था । शिकायत टीके रूबी के क्लब की तरफ से की गई थी । ऐसे में, यदि राजा साबू के प्रभाव की बात सच है तो टीके रूबी के क्लब की तरफ से हुई शिकायत को निरस्त होना चाहिए था, तथा चुनाव के नतीजे को बहाल होना चाहिए था । इलेक्शन रिव्यु कमेटी वर्ष 2017-18 के गवर्नर पद के लिए हुए चुनाव में शुरू से आखिर तक के कदम पर सवाल उठा रही है और राजा साबू तथा उनके संगी-साथी पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर्स की खुली मिलीभगत से हुए चुनाव को निरस्त करने का फैसला कर रही है - तो यह सीधे-सीधे राजा साबू तथा उनके संगी-साथी पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर्स के 'मुँह पर करारा तमाचा' है । इस तमाचे को राजा साबू के नजदीकी पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर्स यदि 'अपनी' जीत बता रहे हैं - तो यह बेशर्मी की पराकाष्ठा का एक अनुपम उदाहरण है ।
उल्लेखनीय है कि राजा साबू तथा उनके संगी-साथी पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर्स ने अपनी पूरी ताकत लगा कर डीसी बंसल को तब विजयी 'बनाया' था, जब डीसी बंसल की उम्मीदवारी की पात्रता ही सवालों के घेरे में थी । लोगों के बीच से उठते सवालों पर बेशर्मीभरी चुप्पी साध लेने और/या सवाल करने वाले लोगों पर अपमानजनक टिपण्णियाँ करने वाले राजा साबू तथा उनके संगी-साथी पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर्स ने लेकिन डीसी बंसल की उम्मीदवारी की पात्रता पर उठे सवालों की भी अनदेखी ही की - लेकिन रोटरी इंटरनेशनल की जोनल-लेबल इलेक्शन कम्प्लेंट पैनल ने डीसी बंसल की उम्मीदवारी की पात्रता को अमान्य घोषित करने का फैसला सुनाते हुए राजा साबू तथा उनके संगी-साथी पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर्स की पहले भी फजीहत ही की थी । रोटरी इंटरनेशनल बोर्ड की इलेक्शन रिव्यु कमेटी ने अभी हाल ही की अपनी मीटिंग में डीसी बंसल की उम्मीदवारी की पात्रता को अमान्य घोषित करने के जोनल-लेबल इलेक्शन कम्प्लेंट पैनल के फैसले को तो हालाँकि पलट दिया, किंतु उसके बावजूद डीसी बंसल को विजयी 'बनाने' वाले चुनाव को मान्य करने में उसने कोई रियायत नहीं बरती । रोटरी इंटरनेशनल बोर्ड की इलेक्शन रिव्यु कमेटी का यह फैसला सीधे-सीधे इस बात का सुबूत है कि राजा साबू की कारस्तानियाँ रोटरी इंटरनेशनल के शीर्ष पदाधिकारियों की निगाह में भी खटकने लगी हैं और इसलिए रोटरी इंटरनेशनल के शीर्ष पदाधिकारी भी रोटरी इंटरनेशनल के प्रेसीडेंट रह चुके राजा साबू के प्रति किसी तरह की उदारता दिखाने को तैयार नहीं हैं । पूर्व इंटरनेशनल प्रेसीडेंट राजा साबू की बदनामियों की अंतर्राष्ट्रीय पहचान बनने तथा उनके पतन का यह एक खासा फजीहतभरा दृश्य है ।