Friday, August 5, 2016

लायंस क्लब्स इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 321 ए टू में अधिष्ठापन समारोह के नाम पर होने वाले दुबई दौरे के महँगे पैकेज की आड़ में जेपी सिंह और विनय गर्ग की अपनी अपनी जेबें भरने की कोशिशों ने यशपाल अरोड़ा के लिए मुसीबत खड़ी की

नई दिल्ली । डिस्ट्रिक्ट गवर्नर विनय गर्ग ने सेकेंड वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद के उम्मीदवार यशपाल अरोड़ा को दुबई जाने के लिए पचास लोगों को तैयार करने का जिम्मा देकर उन्हें तो खासी मुसीबत में फँसा ही दिया है, साथ ही अपने लिए भी फजीहत का मौका बना लिया है । विनय गर्ग डिस्ट्रिक्ट के अधिकारियों का अधिष्ठापन समारोह दुबई में कर रहे हैं, जिसमें जाने के लिए लोग लेकिन तैयार ही नहीं हो रहे हैं । लोगों का कहना है कि विनय गर्ग ने प्रति व्यक्ति साढ़े 49 हजार रुपए का जो पैकेज दिया है, वह बहुत ही महँगा है - और इसी आधार पर लोग अधिष्ठापन समारोह में जाने के लिए उत्सुक नहीं दिख रहे हैं । लोगों का कहना है कि दुबई का पैकेज आमतौर पर 40 हजार रुपए में मिल जाता है, ऐसे में वह करीब दस हजार रुपए ज्यादा क्यों दें ? विनय गर्ग ने कम से कम ढाई सौ लोगों की बुकिंग का लक्ष्य तय किया है, जिसे पूरा करने के लिए पिछले तीन महीने से प्रयास किया जा रहा है - लेकिन खुद उनके ही अनुसार अभी तक करीब सवा सौ लोगों की ही बुकिंग हो पाई है । पिछले दिनों विनय गर्ग ने रीजन चेयरपरसंस को तीस तीस बुकिंग करवाने का लक्ष्य दिया था, किंतु रीजन चेयरपरसंस ने साफ बता दिया कि लोगों को पैकेज महँगा लग रहा है - इसलिए कोई तैयार नहीं हो रहा है । अधिष्ठापन समारोह का दिन जैसे जैसे नजदीक आ रहा है, विनय गर्ग पर निर्धारित लक्ष्य के ढाई सौ लोगों को जुटाने के लिए दबाव बढ़ता जा रहा है । ऐसे में, विनय गर्ग ने यशपाल अरोड़ा को घेरा है । विनय गर्ग को उम्मीद है कि यशपाल अरोड़ा को सेकेंड वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद के चुनाव में चूँकि उनका समर्थन चाहिए होगा, इसलिए वह पचास बुकिंग करवाने में अवश्य ही दिलचस्पी लेंगे । यशपाल अरोड़ा की समस्या लेकिन यह है कि करीब दस हजार रुपए महँगे पैकेज के लिए वह लोगों को कैसे तैयार करें ? और यदि वह बुकिंग नहीं करवाते हैं, तो सेकेंड वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद की उनकी उम्मीदवारी को विनय गर्ग का समर्थन गड़बड़ा सकता है ।
यशपाल अरोड़ा को यह डर इसलिए भी है, क्योंकि डिस्ट्रिक्ट में उन्हें फर्स्ट वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर इंद्रजीत सिंह के 'आदमी' के रूप में देखा/पहचाना जाता है; और माना जाता है कि इंद्रजीत सिंह ने यशपाल अरोड़ा को पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर जेपी सिंह से अपनी निजी खुन्नस निकालने के उद्देश्य से उम्मीदवार बना/बनवा दिया है । यशपाल अरोड़ा अपनी सक्रियता से लोगों के बीच पैठ बनाने की हालाँकि कोशिश तो बहुत कर रहे हैं, किंतु उनकी स्वीकार्यता को लेकर मामला अभी संदेहास्पद ही बना हुआ है । ले दे कर उन्हें उम्मीद सिर्फ इस बात की है कि उनके प्रतिद्धंद्धी उम्मीदवार रमेश अग्रवाल को जेपी सिंह के 'आदमी' के रूप में देखा/पहचाना जाता है - और डिस्ट्रिक्ट की चुनावी राजनीति में जेपी सिंह के 'भाव' आजकल जरा ढीले चल रहे हैं । जेपी सिंह की कमजोरी में अपनी ताकत देखने वाले यशपाल अरोड़ा को हालाँकि अलग अलग मिजाज के तथा अलग अलग खेमों में बंटे जेपी सिंह के विरोधी नेताओं के बीच अपनी स्वीकार्यता बनाने की चुनौती से अभी निपटना है । जेपी सिंह के विरोधी नेताओं का शक दरअसल इंद्रजीत सिंह के रवैये के कारण हैं - वह देखते हैं कि इंद्रजीत सिंह 'प्राइवेट' में तो तो जेपी सिंह विरोधी तेवर 'दिखाते' हैं, लेकिन सार्वजनिक रूप से उनकी खुशामद में रहते हैं; इसलिए लोगों को लगता है कि इंद्रजीत सिंह पता नहीं कब सचमुच में फिर से 'पूर्ण रूप से' जेपी सिंह के आदमी बन जाएँ ? ऐसे में, लोगों को लगता है कि अब उन्हें यदि जेपी सिंह के ही आदमी को सेकेंड वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर चुनना है, तो रमेश अग्रवाल क्या बुरे हैं ?
यशपाल अरोड़ा के नजदीकियों का कहना है कि यशपाल अरोड़ा इस 'समस्या' को पहचान रहे हैं, और इसीलिए वह जेपी सिंह विरोधी नेताओं का विश्वास और समर्थन जुटाने के प्रयासों में लगे हुए हैं । यशपाल अरोड़ा को यह बात अच्छी तरह से समझ में आ रही है कि इस वर्ष के चुनाव में जेपी सिंह विरोधी नेताओं का राजनीतिक पलड़ा ही भारी रहना है, इसलिए उनका समर्थन जुटा कर ही वह आसानी से सेकेंड वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर का चुनाव जीत लेंगे । यशपाल अरोड़ा को जेपी सिंह विरोधी नेताओं का समर्थन जुटाने का रास्ता डिस्ट्रिक्ट गवर्नर विनय गर्ग की 'परिक्रमा' से गुजरता हुआ दिखता है, इसलिए वह हरदम विनय गर्ग के नजदीक होने और 'दिखने' का मौका पहचानते और बनाते रहते हैं । इसी बात का फायदा उठाते हुए विनय गर्ग ने यशपाल अरोड़ा पर दुबई की पचास बुकिंग का बोझ डाल दिया है । विनय गर्ग ने यशपाल अरोड़ा के कुछेक नजदीकियों के बीच तर्क भी दिया है कि दुबई में यशपाल अरोड़ा को अपनी उम्मीदवारी के समर्थन में माहौल बनाने के लिए जो खास मौका मिलेगा, तो उस मौके को संभव बनाने के लिए उन्हें कुछ 'काम' तो करना पड़ेगा न ! यशपाल अरोड़ा इस मामले में हालाँकि खुल कर तो कुछ नहीं कह पा रहे हैं, लेकिन अपने कुछेक नजदीकियों से उन्होंने तथा उनके नजदीकियों ने दूसरे कुछेक लोगों के बीच विनय गर्ग के रवैये पर सवाल उठाए हैं - और शिकायती अंदाज़ में कहा है कि विनय गर्ग ने बड़ी संख्या में फ्री टिकट पाने के चक्कर में पैकेज भी महँगा ले लिया है, और बुकिंग के नंबर भी ज्यादा तय कर लिए हैं; और इसका बोझ वह लायन सदस्यों पर डाल रहे हैं ।
टूरिज्म बिजनेस से जो लोग परिचित हैं, उनका स्पष्ट कहना है कि विनय गर्ग ने दुबई का जो पैकेज ऑफर लिया/दिया है, वह वास्तव में बहुत ही महँगा है । क्यों महँगा है - इसे लेकर तरह तरह की बातें हो रही हैं । पहला कारण तो यही बताया जा रहा है कि इस टूर की जिम्मेदारी जेपी सिंह निभा रहे हैं - जो लहरें गिनने के काम में भी पैसे 'बनाने' का हुनर रखने के कारण कुख्यात हैं । लोगों को याद है कि कुछ ही वर्ष पहले जेपी सिंह का शान ट्रेवल्स के साथ बड़ा भारी झगड़ा हुआ था, जिसमें जेपी सिंह ने शान ट्रेवल्स के कर्ता-धर्ताओं को खुली धमकी दी थी कि लायंस का काम नहीं कर पाओगे । लेकिन बाद में फिर दोनों में ठीक सेटिंग हो गई और शान ट्रेवल्स जेपी सिंह की खास पसंद बन गई । लोगों का कहना है कि जेपी सिंह ने शान ट्रेवल्स के साथ कोई पैकेज फिक्स किया है, तो समझ लो कि वह दस प्रतिशत तो महँगा पड़ेगा ही । इसके बाद विनय गर्ग का नंबर आता है : उन्हें पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर्स को, अपने कुछेक नजदीकियों को और अपने परिवार के सदस्यों को ले चलने की 'व्यवस्था' करनी है; और यह व्यवस्था पैकेज को महँगा करके ही हो सकती है । विनय गर्ग पर इससे भी बड़ा आरोप यह लग रहा है कि अधिष्ठापन समारोह के इंतजाम के खर्चे को भी पैकेज में जोड़ लेने के कारण पैकेज और भी ज्यादा महँगा हो गया है । लोगों का कहना है कि डिस्ट्रिक्ट गवर्नर के रूप में विनय गर्ग ने जो 25 से 30 लाख रुपए जुटाए हैं, उसमें से उन्हें अधिष्ठापन का खर्च देना चाहिए । आरोप यह लग रहा है कि उस पैसे को बचाने की तिकड़म लगाते हुए विनय गर्ग ने पैकेज को और ज्यादा महँगा बना दिया है । दरअसल उन्हें पता है कि लायन सदस्य रोना रोयेंगे, आपस में फुसफुसा कर एक-दूसरे से शिकायतें करेंगे - लेकिन पैकेज लेंगे; जो कमी रह जायेगी, उसे पूरा करने में यशपाल अरोड़ा जैसे लोग काम आयेंगे । विनय गर्ग के प्रति हमदर्दी रखने वाले लोगों का कहना है कि अधिष्ठापन समारोह के नाम पर होने वाला दुबई दौरा जेपी सिंह और विनय गर्ग की जेबें भरने के काम भले आए - लेकिन इसे लेकर विनय गर्ग अपने गवर्नर-काल के शुरू में ही जिस तरह के आरोपों में फँसे हैं, वह कोई अच्छी बात नहीं है ।