गाजियाबाद
। पूर्व इंटरनेशनल डायरेक्टर राजू मनवानी डिस्ट्रिक्ट 321 सी वन के
अधिष्ठापन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बनना स्वीकार करने के बाद से एक अजीब
सी मुसीबत में फँस गए हैं । मुसीबत यह कि डिस्ट्रिक्ट 321 सी वन के कई
एक लायन सदस्यों ने उन्हें फोन करके कहा है कि वह जब शिव कुमार चौधरी की
कैबिनेट के सदस्यों को अधिष्ठापित करने आयेंगे, तब जरा शिव कुमार चौधरी से
उनके पैसे वापस करवाने का काम भी कर दें । लोगों ने उनसे अनुरोध किया है कि
उन्होंने जब शिव कुमार चौधरी के गवर्नर-काल के एक प्रमुख कार्यक्रम में
मुख्य अतिथि बनना स्वीकार किया है, तो इसका मतलब है कि शिव कुमार चौधरी
उनकी जरूर सुनेंगे - और इसलिए अब वही हैं जो शिव कुमार चौधरी की ठगी का
शिकार हुए लोगों की मदद कर सकते हैं । लोगों ने राजू मनवानी से कहा है कि
मुख्य अतिथि की जिम्मेदारी निभाने जब वह गाजियाबाद आयेंगे, तब शिव कुमार
चौधरी की ठगी का शिकार हुए लोगों से मिलने, उनकी शिकायतें सुनने और उनके
साथ न्याय करने का काम करने के लिए समय जरूर निकालें । राजू मनवानी ने
इस मामले में फँसने/पड़ने से बचने की कोशिश में बहुत से तर्क भी दिए; किंतु
एक प्रति-तर्क का जबाव उनसे भी नहीं बन पड़ा - उनसे कहा गया कि एक अत्यंत
सक्रिय पूर्व इंटरनेशनल डायरेक्टर होने के नाते क्या उन्हें यह जरूरी नहीं
लगता कि लायंस इंटरनेशनल के शताब्दी वर्ष में वह किसी एक डिस्ट्रिक्ट
गवर्नर को अपनी ठगी-हरकतों से लायनिज्म का नाम खराब न करने दें ? राजू
मनवानी इस सवाल का जबाव नहीं दे पाए; किंतु उनके लिए मुसीबत की बात यह है
कि वह शिव कुमार चौधरी से लोगों को पैसे वापस दिलवाने के लिए करें तो क्या
करें ?
उल्लेखनीय है कि डिस्ट्रिक्ट गवर्नर शिव कुमार चौधरी से जिन लोगों को अपने पैसे वापस लेने हैं, वह पिछले कुछ समय से बहुत सक्रिय हो गए हैं - और हर वह उपाय कर रहे हैं तथा हर उस व्यक्ति का दरवाजा खटखटा रहे हैं, जहाँ उन्हें उम्मीद की जरा सी भी किरण दिखाई देती है । बिजनेस के नाम पर लोगों से पैसे ले लेने और फिर वापस न करने के गंभीर आरोपों के चलते शिव कुमार चौधरी को बदनामी तो पहले से ही झेलनी पड़ रही है, बल्कि कोर्ट केस तक का सामना भी करना पड़ रहा है - लेकिन डिस्ट्रिक्ट गवर्नर 'बनने' के बाद उन्हें लायन समाज के लोगों के बीच भी जिस तरह से शर्मसार होना पड़ रहा है; उसके मूल में उनकी ठगी का शिकार हुए लोगों की सक्रियता ही है । लोगों की इस सक्रियता ने शिव कुमार चौधरी के लिए ही नहीं, लायनिज्म के बड़े नेताओं के लिए भी समस्या खड़ी की हुई है । शिव कुमार चौधरी ने पूर्व इंटरनेशनल डायरेक्टर सुशील अग्रवाल की पत्नी अर्चना अग्रवाल को जोन चेयरपरसन बना कर जब यह संकेत दिया कि सुशील अग्रवाल उनके लिए बड़े खास हैं, तो शिव कुमार चौधरी की ठगी का शिकार हुए लोगों ने सुशील अग्रवाल से मदद की गुहार लगाई - इस गुहार से बचने के लिए सुशील अग्रवाल को जोन चेयरपरसन अर्चना अग्रवाल सहित पहली कैबिनेट मीटिंग से गायब रहने के लिए मजबूर होना पड़ा । लायंस क्लब गाजियाबाद के एक कार्यक्रम में शामिल होने आए फर्स्ट इंटरनेशनल वाइस प्रेसीडेंट नरेश अग्रवाल ने अपने भाषण में तो बड़ी ऊँची ऊँची बातें कीं, लेकिन जब शिव कुमार चौधरी की ठगी का शिकार लोगों ने उनसे अपनी समस्या पर बात करना शुरू किया - तब नरेश अग्रवाल जल्दी निकलने की बात कहते हुए 'भागते' नजर आए ।
शिव कुमार चौधरी की फजीहत में अभी हाल ही में तब और वृद्धि हो गई जब उनकी ठगी के एक शिकार सतीश अग्रवाल ने वाट्स-ऐप पर शिव कुमार चौधरी को संबोधित संदेश शेयर किया, जिसमें उन्होंने लिखा कि - 'लायन एसके चौधरी जी, बहुत समय से मैं आपसे अनुरोध कर रहा हूँ कि कृपया मेरी रकम मुझे लौटा दें; आपने रकम लौटाने का वायदा तो बहुत बार किया है, किंतु रकम लौटाई नहीं है और इस तरह से आपने दो वर्ष निकाल दिए हैं । कृपया अब तो जल्दी से मुझे मेरा पैसा वापस दे दें ।' सतीश अग्रवाल वरिष्ठ लायन हैं और लायंस क्लब मसूरी के अध्यक्ष हैं । ऐसे वर्ष में, जो कि लायनिज्म का शताब्दी वर्ष है और जिसमें डिस्ट्रिक्ट गवर्नर्स व क्लब-प्रेसीडेंट्स के लिए बड़े महत्वपूर्ण लक्ष्य व आदर्श निर्धारित किए जा रहे हैं; डिस्ट्रिक्ट 321 सी वन में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर और क्लब-अध्यक्ष के बीच सोशल मीडिया में इस तरह की बातचीत हो रही है - जो कि लायनिज्म के लिए बहुत ही शर्म की बात है । इस शर्मनाक स्थिति के रचयिता शिव कुमार चौधरी को लेकिन इसकी कोई परवाह होती नहीं दिख रही है । सतीश अग्रवाल ने अपने वाट्स-ऐप संदेश में अपने लायन साथियों से भी अनुरोध किया है कि वह प्रार्थना करें कि ईश्वर चौधरी जी को सद्धबुद्धि दे और वह उनका पैसा जल्दी वापस करें । सतीश अग्रवाल के इस संदेश से अपना अपना पैसा वापस पाने की कोशिशों में लगे दूसरे लोगों को भी उम्मीद बंधी थी कि शिव कुमार चौधरी को सद्धबुद्धि आयेगी और वह उनके पैसे वापस करेंगे ।
शिव कुमार चौधरी को लेकिन सद्धबुद्धि आती हुई नहीं दिखी, तो उनकी ठगी के शिकार लोगों ने राजू मनवानी का दरवाजा खटखटाया है । लोगों को लगता है कि राजू मनवानी लायनिज्म में सक्रिय तो हैं ही, साथ ही लायनिज्म की छवि को लेकर भी वह बहुत सतर्क हैं; शिव कुमार चौधरी ने उन्हें अपनी कैबिनेट के अधिष्ठापन समारोह के लिए मुख्य अतिथि बनाया है; यह कुछ बातें ऐसी हैं - जिनसे उन्हें लगता है कि राजू मनवानी शायद शिव कुमार चौधरी को सद्धबुद्धि दे सकते हैं और उनके पैसे दिलवा सकते हैं । लोगों की इन उम्मीदों ने राजू मनवानी के लिए समस्या खड़ी कर दी है । वास्तव में यह एक अजीब सी समस्या है - मुख्य अतिथि के रूप में उन्हें जिसके यहाँ जाना है, उससे वह यह कैसे कहें कि तुमने जिन जिन को ठगा है और जिनके पैसे दबाए हुए हैं, उनके पैसे वापस करो ? नहीं कहते हैं तो अपनी जिम्मेदारी से भागते हुए दिखेंगे ! शिव कुमार चौधरी की ठगी के शिकार हुए लोगों की तरफ से सुनने को मिल रहा है कि अधिष्ठापन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में आ रहे राजू मनवानी से वह मिलेंगे और अपनी बात कहेंगे । इस बात की भनक मिलने के बाद शिव कुमार चौधरी और उनके नजदीकियों ने भी तैयारी शुरू कर दी है कि उनके शिकार बने लोग राजू मनवानी से न मिल सकें । होगा क्या, यह तो बाद में पता चलेगा; इस स्थिति ने फिलहाल लेकिन राजू मनवानी को और डिस्ट्रिक्ट 321 सी वन तथा लायनिज्म की पहचान, साख व प्रतिष्ठा को मुसीबत में जरूर फँसा दिया है ।
उल्लेखनीय है कि डिस्ट्रिक्ट गवर्नर शिव कुमार चौधरी से जिन लोगों को अपने पैसे वापस लेने हैं, वह पिछले कुछ समय से बहुत सक्रिय हो गए हैं - और हर वह उपाय कर रहे हैं तथा हर उस व्यक्ति का दरवाजा खटखटा रहे हैं, जहाँ उन्हें उम्मीद की जरा सी भी किरण दिखाई देती है । बिजनेस के नाम पर लोगों से पैसे ले लेने और फिर वापस न करने के गंभीर आरोपों के चलते शिव कुमार चौधरी को बदनामी तो पहले से ही झेलनी पड़ रही है, बल्कि कोर्ट केस तक का सामना भी करना पड़ रहा है - लेकिन डिस्ट्रिक्ट गवर्नर 'बनने' के बाद उन्हें लायन समाज के लोगों के बीच भी जिस तरह से शर्मसार होना पड़ रहा है; उसके मूल में उनकी ठगी का शिकार हुए लोगों की सक्रियता ही है । लोगों की इस सक्रियता ने शिव कुमार चौधरी के लिए ही नहीं, लायनिज्म के बड़े नेताओं के लिए भी समस्या खड़ी की हुई है । शिव कुमार चौधरी ने पूर्व इंटरनेशनल डायरेक्टर सुशील अग्रवाल की पत्नी अर्चना अग्रवाल को जोन चेयरपरसन बना कर जब यह संकेत दिया कि सुशील अग्रवाल उनके लिए बड़े खास हैं, तो शिव कुमार चौधरी की ठगी का शिकार हुए लोगों ने सुशील अग्रवाल से मदद की गुहार लगाई - इस गुहार से बचने के लिए सुशील अग्रवाल को जोन चेयरपरसन अर्चना अग्रवाल सहित पहली कैबिनेट मीटिंग से गायब रहने के लिए मजबूर होना पड़ा । लायंस क्लब गाजियाबाद के एक कार्यक्रम में शामिल होने आए फर्स्ट इंटरनेशनल वाइस प्रेसीडेंट नरेश अग्रवाल ने अपने भाषण में तो बड़ी ऊँची ऊँची बातें कीं, लेकिन जब शिव कुमार चौधरी की ठगी का शिकार लोगों ने उनसे अपनी समस्या पर बात करना शुरू किया - तब नरेश अग्रवाल जल्दी निकलने की बात कहते हुए 'भागते' नजर आए ।
शिव कुमार चौधरी की फजीहत में अभी हाल ही में तब और वृद्धि हो गई जब उनकी ठगी के एक शिकार सतीश अग्रवाल ने वाट्स-ऐप पर शिव कुमार चौधरी को संबोधित संदेश शेयर किया, जिसमें उन्होंने लिखा कि - 'लायन एसके चौधरी जी, बहुत समय से मैं आपसे अनुरोध कर रहा हूँ कि कृपया मेरी रकम मुझे लौटा दें; आपने रकम लौटाने का वायदा तो बहुत बार किया है, किंतु रकम लौटाई नहीं है और इस तरह से आपने दो वर्ष निकाल दिए हैं । कृपया अब तो जल्दी से मुझे मेरा पैसा वापस दे दें ।' सतीश अग्रवाल वरिष्ठ लायन हैं और लायंस क्लब मसूरी के अध्यक्ष हैं । ऐसे वर्ष में, जो कि लायनिज्म का शताब्दी वर्ष है और जिसमें डिस्ट्रिक्ट गवर्नर्स व क्लब-प्रेसीडेंट्स के लिए बड़े महत्वपूर्ण लक्ष्य व आदर्श निर्धारित किए जा रहे हैं; डिस्ट्रिक्ट 321 सी वन में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर और क्लब-अध्यक्ष के बीच सोशल मीडिया में इस तरह की बातचीत हो रही है - जो कि लायनिज्म के लिए बहुत ही शर्म की बात है । इस शर्मनाक स्थिति के रचयिता शिव कुमार चौधरी को लेकिन इसकी कोई परवाह होती नहीं दिख रही है । सतीश अग्रवाल ने अपने वाट्स-ऐप संदेश में अपने लायन साथियों से भी अनुरोध किया है कि वह प्रार्थना करें कि ईश्वर चौधरी जी को सद्धबुद्धि दे और वह उनका पैसा जल्दी वापस करें । सतीश अग्रवाल के इस संदेश से अपना अपना पैसा वापस पाने की कोशिशों में लगे दूसरे लोगों को भी उम्मीद बंधी थी कि शिव कुमार चौधरी को सद्धबुद्धि आयेगी और वह उनके पैसे वापस करेंगे ।
शिव कुमार चौधरी को लेकिन सद्धबुद्धि आती हुई नहीं दिखी, तो उनकी ठगी के शिकार लोगों ने राजू मनवानी का दरवाजा खटखटाया है । लोगों को लगता है कि राजू मनवानी लायनिज्म में सक्रिय तो हैं ही, साथ ही लायनिज्म की छवि को लेकर भी वह बहुत सतर्क हैं; शिव कुमार चौधरी ने उन्हें अपनी कैबिनेट के अधिष्ठापन समारोह के लिए मुख्य अतिथि बनाया है; यह कुछ बातें ऐसी हैं - जिनसे उन्हें लगता है कि राजू मनवानी शायद शिव कुमार चौधरी को सद्धबुद्धि दे सकते हैं और उनके पैसे दिलवा सकते हैं । लोगों की इन उम्मीदों ने राजू मनवानी के लिए समस्या खड़ी कर दी है । वास्तव में यह एक अजीब सी समस्या है - मुख्य अतिथि के रूप में उन्हें जिसके यहाँ जाना है, उससे वह यह कैसे कहें कि तुमने जिन जिन को ठगा है और जिनके पैसे दबाए हुए हैं, उनके पैसे वापस करो ? नहीं कहते हैं तो अपनी जिम्मेदारी से भागते हुए दिखेंगे ! शिव कुमार चौधरी की ठगी के शिकार हुए लोगों की तरफ से सुनने को मिल रहा है कि अधिष्ठापन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में आ रहे राजू मनवानी से वह मिलेंगे और अपनी बात कहेंगे । इस बात की भनक मिलने के बाद शिव कुमार चौधरी और उनके नजदीकियों ने भी तैयारी शुरू कर दी है कि उनके शिकार बने लोग राजू मनवानी से न मिल सकें । होगा क्या, यह तो बाद में पता चलेगा; इस स्थिति ने फिलहाल लेकिन राजू मनवानी को और डिस्ट्रिक्ट 321 सी वन तथा लायनिज्म की पहचान, साख व प्रतिष्ठा को मुसीबत में जरूर फँसा दिया है ।