Saturday, April 13, 2019

रोटरी इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 3012 में अलग-थलग पड़े होने की फजीहत से छुटकारा पाने के लिए विन्स सेमीनार को मौके के रूप में इस्तेमाल करने की रमेश अग्रवाल की कोशिश को डिस्ट्रिक्ट गवर्नर इलेक्ट दीपक गुप्ता ने फेल किया; जिसके चलते रमेश अग्रवाल के लिए 'बैक टु स्क्वायर वन' वाली स्थिति बन गई है

नई दिल्ली । डिस्ट्रिक्ट 3012 के डिस्ट्रिक्ट गवर्नर दीपक गुप्ता ने दिल्ली में आयोजित हुए रीजनल विन्स ट्रेनिंग सेमीनार के आयोजन में दिलचस्पी न दिखा कर अपने ही डिस्ट्रिक्ट के पूर्व गवर्नर रमेश अग्रवाल और उनकी 'राजनीति' को खासा तगड़ा झटका दिया है । दीपक गुप्ता की बेरुखी के चलते उक्त सेमीनार के आयोजन की जिम्मेदारी रोटरी इंटरनेशनल के दिल्ली स्थित साऊथ एशिया ऑफिस के सिर पड़ी, जिसके कारण रमेश अग्रवाल को खासी फजीहत का सामना करना पड़ा । दरअसल रमेश अग्रवाल चाहते थे कि उक्त सेमीनार के आयोजन की जिम्मेदारी डिस्ट्रिक्ट 3012 ले ले, ताकि जोन के डिस्ट्रिक्ट्स के पदाधिकारियों के बीच यह संदेश जाए कि रमेश अग्रवाल की अपने डिस्ट्रिक्ट में गहरी पैठ है और उन्हें अपने डिस्ट्रिक्ट के पदाधिकारियों तथा सदस्यों का अच्छा समर्थन प्राप्त है । उल्लेखनीय है कि रमेश अग्रवाल इस 'प्रचार' से बड़े परेशान हैं कि उनके अपने ही डिस्ट्रिक्ट में उनकी कोई पूछ/पहचान नहीं है । मौजूदा डिस्ट्रिक्ट गवर्नर सुभाष जैन ने तो रमेश अग्रवाल को किनारे कोने में बैठाये रखा ही; डिस्ट्रिक्ट गवर्नर इलेक्ट दीपक गुप्ता और डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी आलोक गुप्ता और डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी नामित अशोक अग्रवाल भी उनके खिलाफ रहे हैं । दीपक गुप्ता और आलोक गुप्ता के विरोध के चलते ही रमेश अग्रवाल डीआरएफसी नहीं बन सके; और इस वर्ष हुए डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के चुनाव में अशोक अग्रवाल को हरवाने के लिए रमेश अग्रवाल ने दिन-रात एक किया - लेकिन फिर भी अशोक अग्रवाल भारी जीत से विजयी हुए । पिछले रोटरी वर्ष में, डिस्ट्रिक्ट गवर्नर के रूप में सतीश सिंघल ने तो रमेश अग्रवाल का ऐसा बुरा हाल बना कर रखा हुआ था, कि रमेश अग्रवाल के दूसरे किसी डिस्ट्रिक्ट में ट्रांसफर लेने की चर्चा चल पड़ी थी । अपने ही डिस्ट्रिक्ट में ऐसी भारी फजीहत झेल रहे रमेश अग्रवाल के लिए यह फजीहत ज्यादा बड़ी मुसीबत की बात इसलिए भी थी कि इसके कारण उन्हें दूसरे डिस्ट्रिक्ट्स के लोगों के सामने लज्जित होना पड़ता था ।
रमेश अग्रवाल अपने आपको इंटरनेशनल डायरेक्टर पद के उम्मीदवार के रूप में प्रोजेक्ट करने के प्रयास में लगे हुए हैं; और इसके लिए रोटरी इंडिया विन्स के सेक्रेटरी पद को सीढ़ी की तरह इस्तेमाल करने की कोशिश करते हैं । उक्त सीढ़ी के जरिये वह दूसरे डिस्ट्रिक्ट्स में घुसने की कोशिश करते हैं, लेकिन दूसरे डिस्ट्रिक्ट्स के पदाधिकारी किसी न किसी तरह से उन्हें अहसास करा देते रहे हैं कि उन्हें पता है कि खुद अपने डिस्ट्रिक्ट में रमेश अग्रवाल की कैसी क्या हैसियत है ? इस बात को अनुभव करते हुए ही रमेश अग्रवाल ने डिस्ट्रिक्ट गवर्नर इलेक्ट दीपक गुप्ता के साथ संबंध सुधारने का प्रयास किया । पिछले दिनों संपन्न हुए इस वर्ष के डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के चुनाव ने रमेश अग्रवाल को दीपक गुप्ता के नजदीक आने का मौका भी दे दिया । दरअसल अशोक अग्रवाल को सुभाष जैन के उम्मीदवार के रूप में देखने के कारण दीपक गुप्ता और रमेश अग्रवाल ने अशोक अग्रवाल के विरोध का झंडा उठाया - तो वह अशोक अग्रवाल का तो कुछ नहीं बिगाड़ सके, लेकिन उस प्रक्रिया में उन दोनों को नजदीक आने का अवसर जरूर मिल गया । डिस्ट्रिक्ट गवर्नर इलेक्ट के रूप में दीपक गुप्ता ने अपने कार्यक्रमों में रमेश अग्रवाल को तवज्जो दी, तो रमेश अग्रवाल को भी लगा कि उनका 'डिस्ट्रिक्ट-निकाला' खत्म हो गया है और अब वह डिस्ट्रिक्ट के कार्यक्रमों में शामिल हो सकेंगे । रमेश अग्रवाल के साथ एक बड़ी समस्या बताई जाती है कि कोई उन्हें ऊँगली पकड़ाए तो वह उसका पहुँचा पकड़ने के लिए लपकते हैं; इसी 'आदत' के चलते उन्होंने दीपक गुप्ता से उम्मीद की कि वह रीजनल विन्स ट्रेनिंग सेमीनार का आयोजन कर लें - दीपक गुप्ता ने लेकिन खर्चे का रोना रोकर इससे इंकार कर दिया । दीपक गुप्ता के बारे में भी मशहूर है कि वह दूसरों से तो काम लेना चाहते हैं, लेकिन दूसरों के काम आने से वह बचते हैं और दूर भागते हैं । रोटरी विन्स ट्रेनिंग सेमीनार के 'आयोजन' से इंकार करके दीपक गुप्ता ने रमेश अग्रवाल की सारी योजना पर पानी फेर दिया ।
मेश अग्रवाल की योजना थी कि उनका डिस्ट्रिक्ट ही जब उक्त रीजनल सेमीनार आयोजित करेगा, तो रीजन/जोन में हो रखी उनकी बदनामी के दाग कुछ साफ होंगे और लोगों को पता चलेगा कि उनकी अपने डिस्ट्रिक्ट में अच्छी पैठ है । दीपक गुप्ता ने लेकिन बदनामी के दाग धोने की उनकी योजना को फेल कर दिया । दीपक गुप्ता ने कुछ ही दिन पहले रोटरी इंडिया वाटर कंजर्वेशन ट्रस्ट द्वारा आयोजित किए गए 'वर्ल्ड वाटर डे' का उदाहरण देते हुए तर्क दिया कि उक्त रीजनल ट्रेनिंग सेमीनार रोटरी इंडिया विन्स को ही करना चाहिए । उल्लेखनीय है कि रोटरी इंडिया विन्स ने गोवा, दिल्ली, कोलकाता व चेन्नई में रीजनल ट्रेनिंग सेमीनार करने की योजना बनाई है, जिनमें गोवा तथा दिल्ली में सेमीनार हो चुके हैं । दीपक गुप्ता का कहना रहा कि उक्त सेमीनार जब रोटरी इंडिया विन्स का कार्यक्रम है, तो कार्यक्रम रोटरी इंडिया विन्स को ही करना चाहिए । दीपक गुप्ता के स्पष्ट इंकार के बाद उक्त सेमीनार रोटरी इंटरनेशनल के दिल्ली स्थित साऊथ एशिया ऑफिस को आयोजित करना पड़ा, जिसके चलते ट्रेनिंग सेमीनार में उपस्थित विभिन्न डिस्ट्रिक्ट्स के पदाधिकारियों के सामने साऊथ एशिया ऑफिस के पदाधिकारियों के रूप में संजय परमार तथा निदा हसन की भूमिका महत्त्वपूर्ण हो गई - और इंटरनेशनल डायरेक्टर पद के उम्मीदवार के संदर्भ में रमेश अग्रवाल से अपने आपको महत्त्वपूर्ण दिखलाने का मौका छिन गया । अपने ही डिस्ट्रिक्ट में अलग-थलग पड़े होने की फजीहत झेल रहे रमेश अग्रवाल के सामने विन्स ट्रेनिंग सेमीनार एक अच्छा मौका था, जिसमें वह उक्त फजीहत से छुटकारा पा सकते थे - लेकिन डिस्ट्रिक्ट गवर्नर इलेक्ट दीपक गुप्ता के रवैये ने उन्हें 'बैक टु स्क्वायर वन' वाली स्थिति में ला दिया है ।