Monday, December 19, 2016

लायंस इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 321 बी वन में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर विशाल सिन्हा की नई नई हरकतों ने उन्हें सिर्फ डिस्ट्रिक्ट में ही नहीं, बल्कि मल्टीपल के दूसरे डिस्ट्रिक्ट्स के लोगों के बीच भी खासी फजीहत का शिकार बना दिया है

लखनऊ । विशाल सिन्हा को श्रीलंका पैकेज महँगा बेचने, डिस्ट्रक्ट 321 बी टू के फर्स्ट वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर दीपक राज आनंद को लायंस क्लब लखनऊ अवध के अधिष्ठापन समारोह में जबरन थोपने तथा पिकनिक कार्यक्रम में मनोज रुहेला से जबरन पैसे खर्च करवाने के आरोपों/विवादों ने जिस तरह से एक साथ घेरा है - उसके कारण विशाल सिन्हा डिस्ट्रिक्ट में ही नहीं, बल्कि मल्टीपल में लोगों के बीच खासी फजीहत का शिकार बन रहे हैं । यूँ तो विशाल सिन्हा का नाम घपलेबाजियों में इस तरह से जुड़ चुका है, कि उनकी किसी भी हरकत पर किसी को भी आश्चर्य नहीं होता है - लेकिन जिस तरह से उनकी हर नई हरकत उनकी पुरानी हरकत से 'इक्कीस' साबित होती है, उसे देख/जान कर लोगों को यह हैरानी जरूर होती है कि एक से बढ़ कर एक हरकतों के आईडियाज उनकी खोपड़ी में आखिर आते कहाँ से हैं ? समस्या की बात यह भी होती जा रही है कि विशाल सिन्हा तो अपना उल्लू सीधा कर लेते हैं, लेकिन उनकी 'ठगी' के शिकार लोग आर्थिक नुकसान सहने के साथ-साथ दूसरे लोगों के बीच अपनी जो किरकिरी भी करवाते हैं - उसके चलते वह दोहरी मार खाते हैं । विशाल सिन्हा के साथ श्रीलंका जाने वाले लोग, डिस्ट्रिक्ट 321 बी टू के फर्स्ट वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर दीपक राज आनंद, और सेकेंड वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद के उम्मीदवार मनोज रुहेला आजकल इसी दशा को प्राप्त हैं ।
उल्लेखनीय है कि विशाल सिन्हा अभी हाल ही में संपन्न हुई इसामे फोरम की मीटिंग में अपने साथ 15 और लोगों को श्रीलंका ले गए थे, जिनमें चार-पाँच लोग तो गैर-लायन थे । लायंस इंटरनेशनल की इसामे फोरम की मीटिंग में गैर-लायन लोगों को भला क्या करना था ? जाहिर है कि इसामे फोरम की मीटिंग तो बहाना थी, असल उद्देश्य पिकनिक का था । इस पिकनिक वाले कार्यक्रम में बीस और लायन सदस्यों को भी जाना था - लेकिन ऐन मौके पर उन्होंने अपने आप को विशाल सिन्हा के कार्यक्रम से अलग कर लिया, और मजे की बात यह रही कि उन बीस लोगों ने विशाल सिन्हा के कार्यक्रम के आसपास ही श्रीलंका जाने का अपना अलग कार्यक्रम बनाया । उनका अलग से कार्यक्रम बनाने का मुख्य कारण पैकेज की कीमत बना, जिसमें 18 हजार रुपए का सीधा अंतर था । विशाल सिन्हा के कार्यक्रम में प्रत्येक यात्री से 72 हजार रुपए लिए गए, लेकिन अन्य बीस लोग उसी स्तर के पैकेज में 54 हजार रुपए में गए । विशाल सिन्हा का पैकेज शान ट्रैवल्स ने तैयार किया था ।
शान ट्रैवल्स के बारे में लायन सदस्यों के बीच अब यह बात मशहूर हो चुकी है कि उन्हें डिस्ट्रिक्ट गवर्नर्स तथा बड़े नेताओं व पदाधिकारियों को 'फेवर' देना होता है, जिसकी बसूली वह बाकी लोगों से करते हैं । इसी कारण से उनके पैकेजेज पर महँगे होने के आरोप लगते रहते हैं । शान ट्रैवल्स के पैकेज पर ही विशाल सिन्हा कुछ समय पहले लोगों को ताशकंद ले गए थे, जिसमें भी ज्यादा पैसे लेने का आरोप लगाते हुए कई लोगों ने ऐन मौके पर शामिल होने से इंकार कर दिया था - जिस कारण से उक्त कार्यक्रम लेटलतीफी का शिकार भी हुआ था । श्रीलंका जाने वाले मामले में शान ट्रैवल्स और विशाल सिन्हा के लिए बदकिस्मती की बात दरअसल यह हुई कि कुछेक लोगों ने एक दूसरी ट्रैवल कंपनी से बात कर ली, और कीमत में 18 हजार रुपए का सीधा अंतर पा कर उन्होंने विशाल सिन्हा और शान ट्रैवल्स की ठगी का शिकार होने से अपने आप को बचा लिया । विशाल सिन्हा के साथ जाने वाले लोगों के लिए मुसीबत की बात यह हुई है कि उन्हें अब लोगों के बीच शर्मिंदगी का सामना करना पड़ रहा है कि वह विशाल सिन्हा की ठगी का शिकार होने से होने से आखिर बच क्यों नहीं सके ? एक तरफ तो उन्हें पैसों का घाटा हुआ, और दूसरी तरफ वह लोगों की निगाह में बेवकूफ साबित हुए ।
लायंस क्लब लखनऊ अवध के साथ विशाल सिन्हा ने एक अजीब ही खेल कर दिया । हाल ही में क्लब का अधिष्ठापन समारोह हुआ, जिसमें अधिष्ठापन कराने के लिए विशाल सिन्हा के दबाव के चलते डिस्ट्रिक्ट 321 बी टू के फर्स्ट वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर दीपक राज आनंद को बुलाया गया । क्लब के पदाधिकारी इस काम के लिए डिस्ट्रिक्ट के किसी वरिष्ठ/अनुभवी पूर्व गवर्नर को बुलाना चाहते थे । विशाल सिन्हा ने लेकिन क्लब के पदाधिकारियों पर दबाव डाला और उन्हें दीपक राज आनंद को बुलाने के लिए राजी किया । सिर्फ इतना ही नहीं, विशाल सिन्हा ने क्लब के पदाधिकारियों को इस बात के लिए भी जबर्दस्ती राजी किया कि वह दीपक राज आनंद के लिए एक अच्छे/महँगे गिफ्ट की और कानपुर से उनके आने/जाने के मार्ग-व्यय की व्यवस्था करें । विशाल सिन्हा ने क्लब के पदाधिकारियों को समझाया कि दीपक राज आनंद की आवभगत यदि अच्छे से होगी, तो वह खुश होंगे - और खुशी में मल्टीपल काउंसिल के चुनाव में वह अपना वोट उन्हें देने के लिए तैयार हो जायेंगे । यह सब बातें जब सार्वजनिक हुईं तब दीपक राज आनंद को जानने वाले लोगों ने क्लब के पदाधिकारियों तथा अन्य लोगों को बताया कि दीपक राज आनंद ऐसे व्यक्ति तो नहीं हैं, जो कानपुर से आने-जाने का मार्ग व्यय लेंगे । इसके बाद क्लब में बबाल पैदा हुआ कि दीपक राज आनंद के आने-जाने का मार्ग-व्यय यदि विशाल सिन्हा को दिया गया है और दीपक राज आनंद ने वह लिया है, तो वह आखिर गया किसकी जेब में ? मल्टीपल काउंसिल के चुनाव में विशाल सिन्हा ने अपने लिए दीपक राज आनंद का वोट पक्का करने के प्रयास में लायंस क्लब लखनऊ अवध पर आर्थिक बोझ डाल कर क्लब में खासा बबाल करवा दिया है, और क्लब के पदाधिकारियों को मुसीबत में फँसा दिया है ।
दूसरे के पैसों पर राजनीति तथा मौज करने की विशाल सिन्हा की प्रवृत्ति के नए शिकार मनोज रुहेला बने हुए हैं । मनोज रुहेला इस वर्ष सेकेंड वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद के उम्मीदवार हैं । मजे की बात यह है कि मनोज रुहेला वास्तव में केएस लूथरा के उम्मीदवार हैं, जिन्हें विशाल सिन्हा फूटी आँख देखने को भी तैयार नहीं रहते हैं - और इस कारण से विशाल सिन्हा ने मनोज रुहेला की राह में काँटे बोने के लिए जोरशोर से एक उम्मीदवार की तलाश की थी । लेकिन विशाल सिन्हा के उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में आने के लिए कोई भी राजी नहीं हुआ । जिन लोगों ने दिलचस्पी दिखाई भी, वह भी विशाल सिन्हा की बड़ी-बड़ी बातें सुनकर और उनके रंग-ढंग देख कर मैदान से बाहर हो लिए । सभी को समझ में आया कि विशाल सिन्हा को दरअसल एक उम्मीदवार नहीं, बल्कि एक 'मुर्गा' चाहिए - जिसे वह पूरे वर्ष हलाल करते रहें - सो, सभी लोग विशाल सिन्हा के चक्कर में फँसने से बच निकले । 'मरता क्या न करता' वाली तर्ज पर विशाल सिन्हा ने मनोज रुहेला को अपना 'भी' उम्मीदवार मान/बना लिया । विशाल सिन्हा अपने सारे खर्चे मनोज रुहेला से करवाते हैं । हद यह हुई है कि उम्मीदवार द्धारा किए जाने वाले पिकनिक कार्यक्रम में भी विशाल सिन्हा ने अपनी नाक घुसेड़ दी है, और उसमें भी वह अपनी मनमानी थोप रहे हैं । उल्लेखनीय है कि डिस्ट्रिक्ट 321 बी वन में पिछले कुछेक वर्षों से उम्मीदवार द्धारा डिस्ट्रिक्ट स्तर की पिकनिक आयोजित करने का चलन बन गया है । यह पूरी तरह से उम्मीदवार का अपना कार्यक्रम होता है, जिसे वह अपने सलाहकारों की सलाह के अनुसार आयोजित करता है । उम्मीदवार के रूप में मनोज रुहेला ने 15 जनवरी को डिस्ट्रिक्ट पिकनिक का कार्यक्रम बनाया है । विशाल सिन्हा 'मान न मान, मैं तेरा सलाहकार' वाली अदा के साथ मनोज रुहेला को सलाह देने में लग गए हैं कि ऐसे करो वैसे करो, यह करो वह करो । सलाह के जरिए विशाल सिन्हा दरअसल मनोज रुहेला के खर्चे पर अपनी राजनीति करने की और अपनी अहमियत बनाने/दिखाने की तिकड़म भिड़ा रहे हैं । अभी कल तक मनोज रुहेला के सामने मुसीबत खड़ी करने के लिए उम्मीदवार की तलाश करने वाले विशाल सिन्हा को अब मनोज रुहेला के सलाहकार के रूप में पाकर डिस्ट्रिक्ट के लोगों ने विशाल सिन्हा के अवसरवादी रूप को ही देखा/पहचाना है ।
श्रीलंका पैकेज महँगा बेचने, डिस्ट्रक्ट 321 बी टू के फर्स्ट वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर दीपक राज आनंद को लायंस क्लब लखनऊ अवध के अधिष्ठापन समारोह में जबरन थोपने तथा पिकनिक कार्यक्रम में मनोज रुहेला से जबरन पैसे खर्च करवाने के आरोपों/विवादों ने डिस्ट्रिक्ट गवर्नर विशाल सिन्हा को सिर्फ डिस्ट्रिक्ट में ही नहीं, बल्कि मल्टीपल के दूसरे डिस्ट्रिक्ट्स के लोगों के बीच खासी फजीहत का शिकार बना दिया है ।