Tuesday, June 6, 2017

रोटरी इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 3011 में संजीव राय मेहरा को अगले रोटरी वर्ष की डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद की अपनी उम्मीदवारी के लिए अपने ही क्लब में विरोध का सामना करना पड़ रहा है

नई दिल्ली । संजीव राय मेहरा की अगले रोटरी वर्ष में भी डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के लिए उम्मीदवारी प्रस्तुत करने की तैयारी को उनके अपने क्लब में ही झटका मिलता नजर आ रहा है । उनके अपने क्लब - रोटरी क्लब न्यू दिल्ली में कई लोग संजीव राय मेहरा की बजाए आभा झा चौधरी को उम्मीदवार बनाए जाने की वकालत करते सुने जा रहे हैं । इन लोगों का कहना है कि संजीव राय मेहरा अपनी उम्मीदवारी को सफल बनाने के लिए जितना जो कुछ कर सकते थे, उन्होंने इस वर्ष कर लिया है - और उसके बावजूद सफल नहीं हो पाए, तो अब अगले वर्ष उनके लिए कोई उम्मीद नहीं है । बात सिर्फ यह नहीं है कि वह सफल नहीं हो पाए; बड़ी बात यह है कि वह तीसरे नंबर पर रहे - और तीसरा नंबर भी वह तब पा सके, जब डिस्ट्रिक्ट के कई चुनावबाज नेताओं का समर्थन उनके साथ था । इस तरह की बातें करने वाले नेताओं का मानना और कहना है कि तमाम अनुकूल स्थितियों के बावजूद संजीव राय मेहरा जब इस वर्ष कोई उल्लेखनीय प्रदर्शन नहीं कर सके, तो अगले रोटरी वर्ष में स्थितियों के इस वर्ष जितना अनुकूल न होने की स्थिति में भला किस दशा को प्राप्त होंगे ? इसी समझ और तर्क के सहारे इन लोगों का कहना है कि संजीव राय मेहरा को अब डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद की चुनावी दौड़ से हट जाना चाहिए और अगले रोटरी वर्ष में उम्मीदवार नहीं बनना चाहिए, ताकि बार-बार की हार से क्लब का नाम खराब न हो ।
संजीव राय मेहरा और उनके समर्थकों ने क्लब में अपनी उम्मीदवारी के विरोध में बनते/बढ़ते माहौल के लिए डिस्ट्रिक्ट के कुछेक चुनावबाज नेताओं को जिम्मेदार बताया/ठहराया है । उनका कहना है कि डिस्ट्रिक्ट के कुछेक चुनावबाज नेता अपने अपने मतलब से प्रेरित होकर उनके क्लब में उनकी उम्मीदवारी के खिलाफ सदस्यों को भड़का रहे हैं । संजीव राय मेहरा और उनके समर्थकों का कहना है कि उनके क्लब में उनकी उम्मीदवारी को लेकर कोई विरोध नहीं है, और अन्य कोई सदस्य अपनी उम्मीदवारी प्रस्तुत करने को लेकर उत्सुक नहीं है; उन्होंने आभा झा चौधरी से भी बात कर ली है, और वह भी अगले रोटरी वर्ष में अपनी उम्मीदवारी को प्रस्तुत करने की तैयारी में नहीं हैं - कुछेक लोग अपनी राजनीति करने के लिए उनके नाम का नाहक ही सहारा ले रहे हैं । मजे की बात यह है कि क्लब में आभा झा चौधरी की उम्मीदवारी की बात करने वाले सदस्यों का भी मानना और कहना है कि उन्हें नहीं पता कि आभा झा चौधरी अगले रोटरी वर्ष में उम्मीदवार बनने को तैयार हैं या नहीं; उनकी उम्मीदवारी के बारे में उनसे कोई बात नहीं हुई है; उनका तो सिर्फ यह कहना है कि क्लब की तरफ से यदि उम्मीदवारी प्रस्तुत ही होनी है, तो आभा झा चौधरी एक सही उम्मीदवार होंगी । डिस्ट्रिक्ट में उनकी प्रभावी सक्रियता है, और उनके काम से लोग उन्हें जानते/पहचानते हैं । इसलिए उनकी उम्मीदवारी डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के चुनाव में दूसरे उम्मीदवारों पर भारी पड़ेगी और सफल हो सकेगी ।
संजीव राय मेहरा और उनके समर्थकों को यह बात तो समझ में आ रही है कि उनकी उम्मीदवारी का विरोध करने वाले लोग आभा झा चौधरी की उम्मीदवारी की बात को उनके खिलाफ ढाल की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं; लेकिन अपनी उम्मीदवारी के विरोधियों की इस चाल से निपटने की वह कोई तरकीब नहीं सोच पा रहे हैं । ले दे कर वह यही कह पा रहे हैं कि ऐसे लोग उनके विरोध के जरिये वास्तव में क्लब को बदनाम करने का काम कर रहे हैं । संजीव राय मेहरा और उनके समर्थकों की तरफ से यह जरूर कहा जा रहा है कि क्लब के किसी और सदस्य की यदि उम्मीदवारी प्रस्तुत करने की तैयारी है, तो वह अपनी उम्मीदवारी छोड़ देंगे । संजीव राय मेहरा यह कहते हुए क्लब में अपनी उम्मीदवारी के प्रति हमदर्दी पैदा करने की कोशिश भी कर रहे हैं कि क्लब के कुछेक सदस्य बाहरी नेताओं के उकसावे में आकर उनकी उम्मीदवारी की संभावनाओं को बिगाड़ने का काम कर रहे हैं, और इस तरह क्लब का माहौल खराब करते हुए क्लब को बदनाम करने का काम भी कर रहे हैं । उनकी इस तरह की बातों से उनकी उम्मीदवारी को हमदर्दी मिलेगी या नहीं, यह तो बाद में पता चलेगा - अभी लेकिन यह जरूर पता चल रहा है कि संजीव राय मेहरा के लिए अगले रोटरी वर्ष की अपनी उम्मीदवारी के लिए उनके अपने क्लब में ही विरोध के स्वर खड़े हो गए हैं; अभी इन्होंने आभा झा चौधरी की उम्मीदवारी के बहाने से संजीव राय मेहरा को घेरने/गिराने की कोशिश की है, आगे यह कोई और बहाना खोज लेंगे ।