Friday, June 30, 2017

रोटरी इंटरनेशनल के बड़े नेताओं को डॉक्टरेट की 'टोपी' पहना पहना कर रोटरी में ऊँचा उठने का अशोक गुप्ता का फार्मूला, इंटरनेशनल डायरेक्टर के चुनाव में भी उनके काम आएगा क्या ?

जयपुर । राजेंद्र उर्फ राजा साबू को अपने ही डिस्ट्रिक्ट के मामले में रोटरी इंटरनेशनल पदाधिकारियों से जो झटका लगा है, उससे अशोक गुप्ता को इंटरनेशनल डायरेक्टर बनने की अपनी राजनीति आसान होती हुई दिख रही है । उल्लेखनीय है कि जोन 4 में इंटरनेशनल डायरेक्टर पद के लिए होने वाले चुनाव में पूर्व इंटरनेशनल प्रेसीडेंट राजा साबू का समर्थन भरत पांड्या को मिलने की चर्चा है, और यही चर्चा अशोक गुप्ता के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है । अशोक गुप्ता को पूर्व इंटरनेशनल डायरेक्टर सुशील गुप्ता के समर्थन की बात सुनी/कही तो जाती है, लेकिन सुशील गुप्ता के बहुत ही खासमखास के रूप में देखे/पहचाने जाने वाले रंजन ढींगरा की उम्मीदवारी अशोक गुप्ता को सुशील गुप्ता का समर्थन मिल सकने की बात को संदेहास्पद बनाती है । किसी भी बड़े नेता के साफ समर्थन के अभाव में अशोक गुप्ता को इंटरनेशनल डायरेक्टर के चुनाव में सिर्फ इस कारण से उम्मीद है कि पिछले वर्षों में उन्होंने रोटरी के जिन बड़े नेताओं को 'टोपी' पहनाई है, वह उन्हें इंटरनेशनल डायरेक्टर चुनवाने में उनकी मदद करेंगे । ध्यातव्य है कि अशोक गुप्ता ने रोटरी में ऊँचा उठने के लिए एक बहुत आसान रास्ता अपनाया हुआ है - जिसमें वह रोटरी के बड़े नेताओं को अपनी यूनिवर्सिटी में डॉक्टरेट की 'टोपी' पहना देते हैं । उनका यह फार्मूला हिट भी है - रोटरी का जो बड़ा नेता उनकी टोपी पहन लेता है, वह तो उनका अहसान उतारने की कोशिश में उनके काम आता ही है; दूसरे बड़े नेता भी उनको इस उम्मीद में तवज्जो देने लगते हैं कि उनकी तवज्जो से खुश होकर अशोक गुप्ता किसी वर्ष उनके सिर को भी डॉक्टरेट की टोपी पहना देंगे ! टोपीबाजी से अशोक गुप्ता रोटरी में कुछेक असाइनमेंट पाने में चूँकि सफल रहे हैं, इसलिए उन्हें उम्मीद रही है कि टोपीबाजी के इसी खेल से वह इंटरनेशनल डायरेक्टर भी बन जायेंगे ।
किंतु राजा साबू उनकी इस उम्मीद को ध्वस्त करते दिखे हैं । बेचारे अशोक गुप्ता ने तो उन्हें भी डॉक्टरेट की टोपी पहनाई हुई है, लेकिन अशोक गुप्ता ने पाया/देखा है कि राजा साबू ने उनकी पहनाई टोपी की लाज नहीं रखी है - और इंटरनेशनल डायरेक्टर पद के चुनाव में वह उनकी बजाए भरत पांड्या के समर्थन में दिख रहे हैं । राजा साबू की तरफ से दिखी इस अहसानफरामोशी ने अशोक गुप्ता को बुरी तरह आहत और क्रोधित किया हुआ था । दरअसल इसीलिए राजा साबू को अपने ही डिस्ट्रिक्ट के मामले में रोटरी इंटरनेशनल के पदाधिकारियों से झटका मिलने की खबर ने अशोक गुप्ता को उत्साहित किया है । उल्लेखनीय है कि राजा साबू को पहले तो यह जानकार झटका लगा कि रोटरी इंटरनेशनल कार्यालय उनके डिस्ट्रिक्ट में वर्ष 2017-18 के गवर्नर पद पर टीके रूबी को नियुक्त कर रहा है; राजा साबू ने इस फैसले को बदलवाने के लिए अपना सारा जोर लगा दिया - लेकिन यह देख कर उनकी सारी 'हवा' निकल गयी कि उनके डिस्ट्रिक्ट में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर तय करने के मामले में उनकी राय/सलाह को किसी ने भी तवज्जो नहीं दी । अशोक गुप्ता को लगता है कि राजा साबू को अपने ही डिस्ट्रिक्ट के मामले में यह जो जोर का झटका लगा है, उसका असर इंटरनेशनल डायरेक्टर पद के चुनाव में उनकी भूमिका पर भी पड़ेगा - और राजा साबू अब भरत पांड्या के लिए कुछ कर नहीं पायेंगे । अशोक गुप्ता के नजदीकियों का मानना और कहना है कि राजा साबू जब अपना 'जरूरी' काम नहीं करवा सके, तो वह भरत पांड्या के लिए क्या कर/करवा सकेंगे ?
अशोक गुप्ता के नजदीकियों के अनुसार, अशोक गुप्ता इस संयोग पर भी खुश हैं और इसे अपने लिए एक शुभ-संकेत के रूप में देख रहे हैं कि राजा साबू की फजीहत करने/करवाने में केंद्रीय भूमिका निभाने वाले इंटरनेशनल प्रेसीडेंट जॉन जर्म को भी पिछले दिनों उन्होंने डॉक्टरेट की टोपी पहना/पहनवा दी थी । हालांकि रोटरी के जोन 4 में होने वाले इंटरनेशनल डायरेक्टर पद के चुनाव में जॉन जर्म की कोई सीधी भागीदारी और या भूमिका नहीं है, लेकिन उनके हाथों राजा साबू की जो फजीहत हुई है - उसके चलते वह राजा साबू के विरोधियों के भावनात्मक 'सहयोगी' तो बन ही गए हैं । अशोक गुप्ता को उम्मीद बनी है कि जॉन जर्म को डॉक्टरेट की टोपी पहनाने के चलते - जॉन जर्म के भावनात्मक सहयोगी बने राजा साबू विरोधी लोग इंटरनेशनल डायरेक्टर पद के चुनाव में उनके मददगार बनेंगे । कई लोगों को लेकिन यह भी लगता है कि अपने डिस्ट्रिक्ट के मामले में राजा साबू को भले ही तगड़ा वाला झटका लगा हो, लेकिन रोटरी की चुनावी राजनीति से उन्हें पूरी तरह बाहर हुआ नहीं मान लेना चाहिए; जोन 4 के डिस्ट्रिक्ट्स में राजा साबू के भक्तों की अभी भी कमी नहीं है - और इसलिए जोन 4 में होने वाले इंटरनेशनल डायरेक्टर पद के चुनाव में उनकी भूमिका को कम नहीं आँकना चाहिए ।
जोन 4 में होने वाले इंटरनेशनल डायरेक्टर पद के चुनाव में राजा साबू की भूमिका कितनी क्या रहती है, यह तो आने वाले दिनों में पता चल ही जायेगा - लेकिन इससे भी ज्यादा यह देखना दिलचस्प होगा कि अशोक गुप्ता ने रोटरी के बड़े नेताओं को डॉक्टरेट की टोपी पहना पहना कर रोटरी में ऊँचा उठने का जो फार्मूला अपनाया है, वह इंटरनेशनल डायरेक्टर बनने में उनके काम आता है या नहीं ?
अशोक गुप्ता की डॉक्टरेट की 'टोपी' पहने हुए राजा साबू, कल्याण बनर्जी तथा एक अन्य पूर्व प्रेसीडेंट :