नई दिल्ली । डिस्ट्रिक्ट इंस्टॉलेशन समारोह में डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर विनोद बंसल की अनुपस्थिति पर डिस्ट्रिक्ट गवर्नर सुरेश भसीन को लोगों से काफी कुछ सुनना पड़ा; जिससे दुखी होकर किन्हीं किन्हीं लोगों से उन्होंने कहा भी कि वह सोच रहे हैं कि वह विनोद बंसल को डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर के पद से हटा दें, और अन्य किसी को यह पद सौंपे । सुरेश भसीन का रोना है कि डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर का पद हासिल करने के लिए तो विनोद बंसल ने एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया था, लेकिन उक्त पद की जिम्मेदारी निभाने में उन्होंने न कोई रुचि दिखाई और न भागीदारी निभाने की कोई जरूरत समझी । शायद ही अन्य किसी डिस्ट्रिक्ट में ऐसा हुआ हो, कि डिस्ट्रिक्ट इंस्टॉलेशन जैसे महत्त्वपूर्ण कार्यक्रम में डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर ही गायब हो । इससे पहले विनोद बंसल डीटीटीएस (डिस्ट्रिक्ट टीम ट्रेनिंग सेमीनार) कार्यक्रम में भी नदारत थे । सुरेश भसीन के अन्य कुछेक कार्यक्रमों में भी विनोद बंसल ने शामिल होने तथा अपनी जिम्मेदारी निभाने की जरूरत नहीं समझी थी । रोटरी में नया रोटरी-वर्ष शुरू होने से पहले के तथा पहले दिन के कार्यक्रम का बड़ा खास महत्त्व माना/समझा जाता है; इन कार्यक्रमों को इस तरह से डिजाईन किया गया है जिससे कि नए रोटरी-वर्ष के पदाधिकारियों को विषयों, लक्ष्यों व मुद्दों के बारे में प्रशिक्षित किया जा सके - और इसीलिए इन कार्यक्रमों में डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर की भूमिका खासी जिम्मेदारी भरी होती है । विनोद बंसल ने लेकिन कई कार्यक्रमों में उपस्थित रहना तक जरूरी नहीं समझा । विनोद बंसल के इस रवैये पर लोगों का कहना है कि डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर पद की जिम्मेदारी निभाने के लिए विनोद बंसल के पास जब समय ही नहीं है, तो वह इस पद पर बने ही क्यों हैं और यह पद वह छोड़ क्यों नहीं देते हैं ?
विनोद बंसल दरअसल इन दिनों इंटरनेशनल डायरेक्टर पद के चुनाव की तैयारियों में व्यस्त हैं; और इसके तहत विभिन्न डिस्ट्रिक्ट्स के पदाधिकारियों के बीच पैठ बनाने की कोशिशों में लगे हैं - इन कोशिशों में वह दूसरे डिस्ट्रिक्ट्स के कार्यक्रमों के निमंत्रणों का जुगाड़ करते हैं, और अपने डिस्ट्रिक्ट के कार्यक्रमों से गायब रह कर दूसरे डिस्ट्रिक्ट्स के कार्यक्रमों में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाते हैं । लोगों का कहना है कि विनोद बंसल दूसरे डिस्ट्रिक्ट्स में अपनी पैठ बनाने के जो प्रयास कर रहे हैं, उन पर आपत्ति करने का किसी को अधिकार नहीं है - लेकिन खुद विनोद बंसल को भी यह सोचना चाहिए कि इस सब को ध्यान में रखते हुए उन्हें जिम्मेदारी का कोई पद नहीं लेना चाहिए; विनोद बंसल को खुद भी 'देखना' चाहिए कि वह यदि अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाह ठीक से नहीं करते नजर आयेंगे तो इसका इंटरनेशनल डायरेक्टर पद की उनकी उम्मीदवारी पर प्रतिकूल असर ही पड़ेगा । विनोद बंसल के इस मामले में लेकिन अपने 'जबाव' हैं; कुछेक लोगों के बीच उन्होंने सुरेश भसीन के रवैये की शिकायतें की हैं । उनका कहना है कि सुरेश भसीन ने उन्हें डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर तो बना दिया, लेकिन सारे काम और सारे फैसले वह खुद ही करना चाहते हैं और वह तो बस नाम के डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर हैं । डिस्ट्रिक्ट में लोगों को यह तो 'दिखा' है कि डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर के रूप में विनोद बंसल को सुरेश भसीन के साथ वैसी 'आजादी' नहीं मिली, जैसी उन्होंने विनय भाटिया के साथ 'ली' - लेकिन लोगों का मानना और कहना है कि रोटरी में विनय भाटिया और सुरेश भसीन की 'स्थिति' देखते हुए विनोद बंसल को यह खुद ही सोचना चाहिए था कि जैसे उन्होंने विनय भाटिया को 'चला' लिया है, वैसे ही वह सुरेश भसीन को भी नहीं 'चला' पायेंगे । सुरेश भसीन व विनोद बंसल को एक दूसरे से जो शिकायतें रहीं, वह अभी तक दबी/ढकी रही थीं, और दोनों ने ही अपनी अपनी नाराजगियों व शिकायतों को ज्यादा लोगों के सामने प्रकट नहीं किया था और अपने अपने तरीके से काम चला रहे थे - लेकिन डिस्ट्रिक्ट इंस्टॉलेशन समारोह में विनोद बंसल की अनुपस्थिति से मामला भड़क गया है, और विनोद बंसल को डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर पद से हटाए जाने की बातें होने लगी हैं ।
मजे की बात यह रही कि विनोद बंसल के अपने डिस्ट्रिक्ट के इंस्टॉलेशन समारोह में पूर्व इंटरनेशनल प्रेसीडेंट राजेंद्र उर्फ राजा साबू तथा इंटरनेशनल प्रेसीडेंट नॉमिनी पद से इस्तीफा देने वाले सुशील गुप्ता जैसे बड़े नेता मुख्य अतिथि के रूप में शामिल थे, लेकिन फिर भी विनोद बंसल ने उक्त समारोह में शामिल होना जरूरी नहीं समझा - और उस समय उन्होंने अन्य जगह व्यस्त रहना जरूरी समझा । लोगों के बीच चर्चा रही कि इंटरनेशनल डायरेक्टर पद के चुनाव में लगता है कि विनोद बंसल को राजा साबू, सुशील गुप्ता और अपने डिस्ट्रिक्ट के लोगों का समर्थन मिलने का भरोसा नहीं है, इसलिए डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर जैसे महत्त्वपूर्ण पद पर होते हुए भी उन्होंने अपने डिस्ट्रिक्ट के खास आयोजन में शामिल रहना जरूरी नहीं समझा - और वहाँ व्यस्त रहे जहाँ उन्हें मदद मिलने की उम्मीद है । विनोद बंसल के शुभचिंतकों का मानना और कहना है कि सुरेश भसीन से उन्हें चाहें जो और जैसी शिकायतें हों, लेकिन डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर होने के नाते उन्हें डिस्ट्रिक्ट के महत्त्वपूर्ण कार्यक्रमों में शामिल तो होना ही चाहिए और उन्होंने जो जिम्मेदारी ली है उसे उचित तरीके से निभाना ही चाहिए - अन्यथा उस जिम्मेदारी को छोड़ देना चाहिए; डिस्ट्रिक्ट के महत्त्वपूर्ण कार्यक्रमों से अनुपस्थित होकर वह वास्तव में लोगों को आलोचना करने का मौका दे रहे हैं, और यह बात इंटरनेशनल डायरेक्टर पद के चुनाव में उन पर भारी पड़ सकती है ।