नई दिल्ली । अपने क्लब के अधिष्ठापन समारोह में डिस्ट्रिक्ट के आम और खास रोटेरियंस की उपस्थिति को संभव बनाने के बाद, रोटरी क्लब रोहतक के एक महत्त्वपूर्ण प्रोजेक्ट के उद्घाटन समारोह में अपनी केंद्रीय उपस्थिति बना/जता कर पुष्पा सेठी ने डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद की ठंडी पड़ी चुनावी राजनीति में गर्मी पैदा कर दी है । रोटरी क्लब रोहतक के महत्त्वपूर्ण प्रोजेक्ट के तहत स्थापित किए गए सुभाष महेंद्रु मेमोरियल रोटरी फिजियोथैरेपी सेंटर के उद्घाटन मौके पर पहुँच कर पुष्पा सेठी ने अपने आप को दूसरे उम्मीदवारों से 'आगे' दिखाने का जो काम किया है, दरअसल उसके चलते दूसरे उम्मीदवारों के बीच हलचल मची है । असल में, उक्त मौके पर रोहतक के कई वरिष्ठ व प्रमुख रोटेरियंस की मौजूदगी तथा वरिष्ठ रोटेरियन रवि गुगनानी की सक्रियता के बीच पुष्पा सेठी की केंद्रीय उपस्थिति के राजनीतिक अर्थ लगाये जा रहे हैं । उल्लेखनीय है कि डिस्ट्रिक्ट की चुनावी राजनीति के सभी खिलाड़ी रोहतक क्षेत्र के वोट पाने के लिए सबसे पहले रवि गुगनानी का दरवाजा खटखटाते हैं, और तरह तरह से उनसे रिश्ते जोड़ते हुए उनका समर्थन पाने की कोशिश करते हैं । ऐसे में, रवि गुगनानी की सक्रियता वाले आयोजन में उम्मीदवारों में अकेले पुष्पा सेठी की केंद्रीय उपस्थिति को देख कर डिस्ट्रिक्ट की राजनीति का तापमान तो बढ़ना ही है ।
उल्लेखनीय है कि सुभाष महेंद्रु रोहतक के एक बड़े सक्रिय और मिलनसार किस्म के व्यक्ति थे, इसलिए उनकी स्मृति में स्थापित किए गए फिजियोथैरेपी सेंटर के साथ रोहतक के रोटेरियंस का एक भावुक किस्म का संबंध है । इस सेंटर की स्थापना में चूँकि रवि गुगनानी की विशेष संलग्नता रही है, इस कारण से इस सेंटर के साथ उनका कुछ खास जुड़ाव है, जिसे उद्घाटन अवसर की तस्वीरों में भी लोगों ने देखा है । इसीलिए उद्घाटन अवसर पर उनकी सक्रियता के बीच पुष्पा सेठी की केंद्रीय उपस्थिति के राजनीतिक अर्थ निकाले/लगाये जा रहे हैं । यह अर्थ वास्तव में इसलिए भी लगाये जा रहे हैं, क्योंकि अभी हाल ही में पुष्पा सेठी के क्लब के नए पदाधिकारियों के अधिष्ठापन का वर्चुअल प्लेटफॉर्म पर जो आयोजन हुआ था, उसने भी डिस्ट्रिक्ट के लोगों का ध्यान खींचा है । क्लब की उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए बहुत ही सुनियोजित रूप से तैयार किए गए कार्यक्रम में कई पूर्व गवर्नर्स तथा प्रेसीडेंट्स के साथ-साथ डिस्ट्रिक्ट के अन्य कई प्रमुख लोगों की उपस्थिति ने उसे चुनावी नजरिये से खास बना दिया है । क्लब के अधिष्ठापन कार्यक्रम को पुष्पा सेठी की उम्मीदवारी के प्रमोशन कार्यक्रम के रूप में ही देखा/पहचाना गया है, और इसीलिए उस कार्यक्रम के बाद अचानक से पुष्पा सेठी की उम्मीदवारी को गंभीरता से लिया जाने लगा - और उसी की निरंतरता में रोटरी क्लब रोहतक के महत्त्वपूर्ण प्रोजेक्ट के आयोजन में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के संभावित उम्मीदवारों में अकेले उनकी उपस्थिति से उनकी उम्मीदवारी के अभियान का ग्राफ कुछ और ऊपर उठ गया है ।
पुष्पा सेठी की इन सक्रियताओं ने दूसरे उम्मीदवारों को जैसे सोते से जगा दिया है, और उन्हें भी कुछ ऐसा करने के लिए प्रेरित किया है - जो लोगों को 'दिखे' भी और जिसकी चर्चा हो । दरअसल कोरोना प्रकोप के कारण बने हालात के चलते रोटरी और डिस्ट्रिक्ट की गतिविधियाँ चूँकि वर्चुअल प्लेटफॉर्म तक सिमट गई हैं, इसलिए डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के उम्मीदवारों को अपने संपर्क अभियान के लिए फोन कॉल्स व वाट्सऐप तक ही सीमित हो जाना पड़ा है । सिर्फ फोन कॉल्स व वॉट्सऐप के जरिये चुनावी अभियान चलाने की सीमाएँ हैं, और उनके जरिये कोई 'माहौल' नहीं बन सकता है - तब तो बिलकुल भी नहीं, जबकि अभियान चलाने वाले लोगों में क्रियेटिविटी व कल्पनाशीलता का नितांत अभाव हो । इसे विडंबना ही कहा जायेगा कि 'लीडर' बनने की इच्छा रखने वाले और उसके लिए कमर कसने वाले लोगों ने बदली परिस्थितियों की जरूरतों के अनुरूप नए तौर-तरीके खोजने/अपनाने में अपना सिर खपाने की कोई जरूरत ही नहीं समझी है । वास्तव में इसीलिए डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद की चुनावी राजनीति को लेकर डिस्ट्रिक्ट में सुस्ती पसरी हुई पड़ी है, जिसमें लेकिन पुष्पा सेठी की सक्रियता ने कुछ हलचल मचाई है ।