Friday, November 16, 2012

हरित अग्रवाल की जीत में राजेश शर्मा को अपनी 'तैयारी' के लिए खतरा दिखाई दे रहा है

नई दिल्ली । हरित अग्रवाल के समर्थकों के बीच राजेश शर्मा की भूमिका को लेकर संदेह लगातार गहराता जा रहा है । उल्लेखनीय है कि नार्दर्न इंडिया रीजनल काउंसिल के पूर्व चेयरमैन राजेश शर्मा घोषित रूप से तो नार्दर्न इंडिया रीजनल काउंसिल की सदस्यता के लिए चुनाव लड़ रहे हरित अग्रवाल की उम्मीदवारी का समर्थन कर रहे हैं; लेकिन हरित अग्रवाल के कुछेक समर्थकों को लग रहा है कि राजेश शर्मा उन्हें जितवाने के लिए नहीं, बल्कि हरवाने के लिए काम कर रहे हैं । हरित अग्रवाल के इन समर्थकों को राजेश शर्मा की हाल की कुछेक गतिविधियों से संदेह हुआ है कि राजेश शर्मा जैसे हरित अग्रवाल को नुकसान पहुँचाने वाले काम कर रहे हैं । अन्य कुछेक लोगों का कहना हालाँकि यह है कि राजेश शर्मा भले ही नार्दर्न इंडिया रीजनल काउंसिल के चेयरमैन बन और रह चुके हैं, लेकिन उनकी ऐसी फोलोइंग नहीं है कि वह किसी उम्मीदवार को फायदा या नुकसान पहुँचा सकें । इन लोगों का कहना है कि राजेश शर्मा जिस ग्रुप के सदस्य समझे जाते हैं, उस ग्रुप के कुछेक सदस्य हरित अग्रवाल की खिलाफत कर रहे हों और हो सकता है कि राजेश शर्मा उनकी हाँ में हाँ मिला रहे हों । इन लोगों के अनुसार राजेश शर्मा के इस रवैये को गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है ।
लेकिन जो लोग राजेश शर्मा के इस रवैये को गंभीरता से ले रहे हैं उनका कहना है कि राजेश शर्मा चूंकि कुछेक जगह हरित अग्रवाल को अपनी 'राजनीति' के लिए खतरे के रूप में बता रहे हैं, इसलिए उनके रवैये की अनदेखी करना हरित अग्रवाल को मुश्किल में डाल सकता है । उल्लेखनीय है कि हरित अग्रवाल रीजनल काउंसिल की अपनी उम्मीदवारी को बहुत ही गंभीरता से ले रहे हैं और एक अकेले वही पूरी तैयारी से चुनाव लड़ते देखे जा रहे हैं । लेकिन उनकी इसी 'गंभीरता' और 'तैयारी' ने राजेश शर्मा को डरा दिया है । राजेश शर्मा इस बार के चुनाव में सेंट्रल काउंसिल के लिए चरनजोत सिंह नंदा का समर्थन इस उम्मीद में कर रहे हैं कि अगली बार चरनजोत सिंह नंदा सेंट्रल काउंसिल के लिए प्रस्तुत होने वाली उनकी उम्मीदवारी का समर्थन करेंगे । राजेश शर्मा रीजनल काउंसिल में हरित अग्रवाल की उम्मीदवारी के साथ होने का दावा करते सुने गए हैं । लेकिन अब राजेश शर्मा को यह डर सताने लगा है कि हरित अग्रवाल रीजनल काउंसिल में जीत कर अपनी पहली ही टर्म में चेयरमैन बन गए तो फिर अगली बार वह सेंट्रल काउंसिल के लिए अपनी उम्मीदवारी प्रस्तुत करेंगे और अगली बार के लिए की जा रही उनकी तैयारी को नुकसान पहुँचायेंगे । इसी डर से राजेश शर्मा अब इस कोशिश में जुटे बताये जा रहे हैं कि हरित अग्रवाल को वह इस बार रीजनल काउंसिल में जीतने न दें ।
हरित अग्रवाल के समर्थकों को यह तो विश्वास है कि राजेश शर्मा चाहेंगे और कोशिश भी करेंगे तो भी हरित अग्रवाल को जीतने से नहीं रोक सकेंगे । लेकिन हरित अग्रवाल के कुछेक समर्थक राजेश शर्मा की गतिविधियों से सावधान रहने की जरूरत को जरूर पहचानने लगे हैं ।