Tuesday, May 19, 2015

रोटरी इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 3080 में टीके रूबी की चुनावी शिकायत के कारण मुसीबत में फँसी राजा साबू एण्ड कंपनी ने पीटी प्रभाकर की मदद जुटाने के लिए रोटरी इंडिया अवार्ड फंक्शन में उन्हें आमंत्रित करने का फैसला किया है क्या ?

चंडीगढ़ । राजा साबू एण्ड कंपनी ने 'रोटरी इंडिया अवार्ड' नामक अपने आयोजन में पीटी प्रभाकर को तवज्जो देने का जो काम किया है, रोटरी नेताओं के बीच उसे लेकर दिलचस्प चर्चा छिड़ी हुई है । राजा साबू एण्ड कंपनी की तरफ से पीटी प्रभाकर को अचानक से मिलती दिख रही इस तवज्जो को राजा साबू के डिस्ट्रिक्ट में इस वर्ष पहले डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी चुने गए और फिर हटाए गए टीके रूबी द्वारा रोटरी इंटरनेशनल में दर्ज की/कराई गई चुनावी शिकायत के मामले में फैसला अपने पक्ष में करवाने की तिकड़म के रूप में देखा/पहचाना जा रहा है । 21 मई को दिल्ली के इंडिया हैबिटेट सेंटर में आयोजित हो रहे रोटरी इंडिया अवार्ड फंक्शन में उपस्थिति को संभव बनाने के लिए पीटी प्रभाकर की राजा साबू एण्ड कंपनी की तरफ से जिस तरह से 'खुशामद' की जा रही है, उससे पीटी प्रभाकर काफी गद्गद हैं, और अपने इस गद्गदपने को लोगों के बीच जाहिर भी कर रहे हैं - और उनके इसे जाहिर करने से ही रोटरी के बड़े नेताओं के बीच इस चर्चा को बल मिला है कि टीके रूबी की चुनावी शिकायत के मामले में फैसला अपने पक्ष में करवाने के लिए राजा साबू एण्ड कंपनी ने पीटी प्रभाकर पर डोरे डालना शुरू दिया है । दिल्ली के एक डिस्ट्रिक्ट की डिस्ट्रिक्ट एसेम्बली में गत 17 मई को शामिल हुए डिस्ट्रिक्ट 3080 के डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी रमन अनेजा ने भी वहाँ लोगों को बताया कि राजा साबू कुछ भी करके पीटी प्रभाकर को खुश कर लेंगे और मनमाफिक फैसला करवा लेंगे । राजा साबू एण्ड कंपनी के लोग लेकिन इस बात से इंकार कर रहे हैं कि रोटरी इंडिया अवार्ड फंक्शन में पीटी प्रभाकर की उपस्थिति को संभव बनाने के लिए उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों का कोई संबंध टीके रूबी की चुनावी शिकायत के फैसले को प्रभावित करने से हैं । उनका कहना है कि पीटी प्रभाकर इंटरनेशनल डायरेक्टर हैं, और इस नाते उनकी उपस्थिति को रोटरी इंडिया अवार्ड फंक्शन में संभव बनाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं; और उनके इन प्रयासों का टीके रूबी की चुनावी शिकायत के मामले से कोई लेना-देना नहीं है । 
राजा साबू एण्ड कंपनी की तरफ से दी गई इस सफाई ने पीटी प्रभाकर के नजदीकियों को चुटकी लेने का लेकिन अच्छा मौका उपलब्ध करवाया है । उनका कहना है कि चलो शुक्र है कि इंटरनेशनल डायरेक्टर पद के 24 महीनों के पीटी प्रभाकर के कार्यकाल के आखिरी दो महीनों में राजा साबू एण्ड कंपनी के लोगों को पता तो चला कि पीटी प्रभाकर इंटरनेशनल डायरेक्टर हैं । पीटी प्रभाकर के नजदीकियों और समर्थकों की शिकायत है कि पहले 22 महीनों में तो राजा साबू एण्ड कंपनी के लोगों ने पीटी प्रभाकर को कभी इंटरनेशनल डायरेक्टर 'माना' ही नहीं; और इंटरनेशनल डायरेक्टर के रूप में उनके द्वारा किए जा रहे कामों में और लिए जा रहे फैसलों में अड़ंगा डालने का ही प्रयास किया जाता रहा है । राजा साबू के डिस्ट्रिक्ट में चुनावी बबाल होने के बाद राजा साबू एण्ड कंपनी के लोगों को जब लगा कि इस बबाल के चलते उन्हें इंटरनेशनल डायरेक्टर पीटी प्रभाकर की मदद की जरूरत पड़ सकती है तब उन्होंने पीटी प्रभाकर को सीरियसली लेना और उन्हें इंटरनेशनल डायरेक्टर 'मानना' शुरू किया; और रोटरी इंडिया अवार्ड फंक्शन ने उन्हें इसका मौका भी उपलब्ध करवा दिया । 
उल्लेखनीय है कि रोटरी इंडिया अवार्ड फंक्शन का रोटरी इंटरनेशनल से कोई लेना देना नहीं है और यह पूरी तरह राजा साबू एण्ड कंपनी का उपक्रम है । इस उपक्रम के संस्थापक चेयरमैन राजा साबू हैं, लेकिन अब चेयरमैन का पद अशोक महाजन के पास हैं । राजा साबू का चेयरमैन पद पर बने रहने का 'शौक' चूँकि पूरा नहीं हुआ है, इसलिए वह मानद चेयरमैन बन गए हैं । वाइस चेयरमैन यश पाल दास हैं । अवार्ड के लिए नोमिनेशन यश पाल दास के पते पर मंगवाएँ गए हैं । दिल्ली में हो रहे इस अवार्ड फंक्शन में इन तीनों के अलावा दिल्ली के दोनों पूर्व इंटरनेशनल डायरेक्टर्स सुदर्शन अग्रवाल और सुशील गुप्ता उपस्थित रहेंगे । बाहर से सिर्फ पूर्व इंटरनेशनल प्रेसीडेंट कल्याण बनर्जी को बहुत आग्रह से बुलाया गया है - और पीटी प्रभाकर को । पीटी प्रभाकर की तो शुद्ध रूप से 'लाटरी' लगी है - राजा साबू के डिस्ट्रिक्ट में चुनावी शिकायत न हुई होती तो पीटी प्रभाकर को इस फंक्शन में शामिल होने का न्यौता शायद ही मिलता; मिलता भी तो सिर्फ औपचारिकता भरा । राजा साबू एण्ड कंपनी दरअसल 'अपने' इस आयोजन में 'दूसरे' प्रमुख रोटेरियंस को शामिल करने में दिलचस्पी नहीं लेती है । राजा साबू एण्ड कंपनी इस बार पीटी प्रभाकर को तवज्जो देने पर मजबूर हुई है तो इसका एकमात्र कारण यही समझा जा रहा है कि डिस्ट्रिक्ट से दर्ज हुई चुनावी शिकायत के कारण राजा साबू एण्ड कंपनी अपने राजनीतिक जीवन में सबसे बड़े संकट में फँसी है, और इस संकट ने उसकी पूरी पहचान और प्रतिष्ठा को दाँव पर लगा दिया है; और इससे उबरने/बचने के लिए राजा साबू एण्ड कंपनी को पीटी प्रभाकर की मदद की जरूरत है । 
राजा साबू के डिस्ट्रिक्ट से रोटरी इंटरनेशनल में जो चुनावी शिकायत दर्ज हुई है, उसकी सुनवाई/पड़ताल के लिए जो कमेटी बनी है उसमें पीटी प्रभाकर के नजदीकी सदस्य हैं । उक्त कमेटी के लिए सदस्य चुनने का काम इंटरनेशनल डायरेक्टर होने के नाते पीटी प्रभाकर को ही करना था; सो यह स्वाभाविक ही है कि उन्होंने 'अपने' ही लोगों को चुना होगा । दिल्ली के एक डिस्ट्रिक्ट की 17 मई को आयोजित हुई डिस्ट्रिक्ट असेम्बली में शामिल हुए राजा साबू के डिस्ट्रिक्ट के डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी रमन अनेजा ने कुछेक नेताओं के बीच जो कुछ कहा/बताया, उससे यही आभास मिला कि राजा साबू एण्ड कंपनी इसी बात से डरी हुई है कि चुनावी शिकायत पर विचार करते हुए पीटी प्रभाकर के नजदीकियों वाली कमेटी पता नहीं क्या फैसला कर दे । उसके फैसले को अपने अनुकूल बनाने के लिए ही राजा साबू एण्ड कंपनी ने पीटी प्रभाकर को 'पटाना' शुरू कर दिया है । रमन अनेजा के अनुसार, टीके रूबी की चुनावी शिकायत से निपटने के लिए राजा साबू एण्ड कंपनी ने दो प्लान बनाये हैं : प्लान 'ए' के अनुसार, चुनावी शिकायत के साथ दी गईं कॉन्करेंस को वापस करवा कर शिकायत को ही अमान्य करवा दिया जाए; और यदि यह प्लान सफल न हो सके तो प्लान 'बी' के अनुसार, शिकायत को कमेटी में खारिज करवा दिया जाए । प्लान 'बी' को सफल बनाने के लिए राजा साबू एण्ड कंपनी को पीटी प्रभाकर की मदद की जरूरत पड़ेगी । प्लान 'ए' को सफल बनाने के लिए राजा साबू के डिस्ट्रिक्ट के कुछेक पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर्स ने पूरी तरह कमर कस ली है और वह साम-दाम-दंड-भेद रूपी सारे हथकंडे कॉन्करेंस देने वाले क्लब-अध्यक्षों पर अपना रहे हैं । प्लान 'बी' के लिए राजा साबू एण्ड कंपनी ने पीटी प्रभाकर पर डोरे डालने शुरू कर दिए हैं । इसी वजह से 21 मई को दिल्ली में राजा साबू एण्ड कंपनी के रोटरी इंडिया अवार्ड फंक्शन में पीटी प्रभाकर को भी भाषण देने का मौका मिलेगा ।
यह इस बात का एक दिलचस्प उदाहरण है कि रोटरी की राजनीतिक मजबूरियाँ राजा साबू जैसे बड़े नेताओं को भी कैसे कैसे 'मजबूर' बना देती हैं ।