Wednesday, July 22, 2015

रोटरी इंटरनेशनल प्रेसीडेंट केआर रवींद्रन का दिल्ली में होने जा रहा कार्यक्रम पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर रमेश अग्रवाल की कारस्तानियों के कारण विवाद में फँस गया है और अपनी सारी गरिमा व महत्ता खो बैठा है

नई दिल्ली । केआर रवींद्रन का दिल्ली दौरा डिस्ट्रिक्ट 3012 के पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर रमेश अग्रवाल की राजनीतिक कारस्तानियों की भेंट चढ़ता हुआ नजर आ रहा है । उल्लेखनीय है कि उनके दिल्ली दौरे के रूप में 7 अगस्त को होने वाले कार्यक्रम को यूँ तो डिस्ट्रिक्ट 3011 व डिस्ट्रिक्ट 3012 के संयुक्त कार्यक्रम के रूप में दिखाया/बताया जा रहा है, लेकिन डिस्ट्रिक्ट 3011 के डिस्ट्रिक्ट गवर्नर सुधीर मंगला को कार्यक्रम के बारे में कोई जानकारी ही नहीं है । डिस्ट्रिक्ट 3011 के कई प्रमुख रोटेरियंस ने बताया कि केआर रवींद्रन के कार्यक्रम में उनके डिस्ट्रिक्ट की भागीदारी के बारे में उन्होंने इधर-उधर से सुना तो सुधीर मंगला से पूछा; लेकिन वह यह जानकर हैरान रह गए कि खुद सुधीर मंगला को भी इस कार्यक्रम के बारे में ज्यादा नहीं मालुम है । सुधीर मंगला के अनुसार, सुशील गुप्ता ने उनसे अचानक एक दिन बताया कि केआर रवींद्रन दिल्ली आ रहे हैं, और उनके सम्मान में दोनों डिस्ट्रिक्ट मिल कर एक कार्यक्रम कर लेते हैं । सुधीर मंगला का जबाव सुने बिना, सुशील गुप्ता ने डिस्ट्रिक्ट 3011 को उक्त कार्यक्रम में शामिल कर लिया । सुधीर मंगला ने भी ज्यादा पचड़े में पड़ना उचित नहीं समझा - उन्होंने न तो उक्त कार्यक्रम में डिस्ट्रिक्ट 3011 को शामिल करने का विरोध किया, और न ही उक्त कार्यक्रम में कोई दिलचस्पी ही ली । अब मजेदार सीन यह है कि रोटरी इंटरनेशनल प्रेसीडेंट केआर रवींद्रन के सानिध्य/सम्मान में दिल्ली में आयोजित हो रहे कार्यक्रम में डिस्ट्रिक्ट 3011 भी आयोजनकर्ता तो है; किंतु उसके गवर्नर सुधीर मंगला को उक्त कार्यक्रम की तैयारियों और उसके एजेंडे के बारे में कुछ भी पता नहीं है । 
दरअसल इस कार्यक्रम की बागडोर पूरी तरह डिस्ट्रिक्ट 3012 के पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर रमेश अग्रवाल के हाथ में है । रमेश अग्रवाल ने इस कार्यक्रम को वास्तव में पहले डिस्ट्रिक्ट 3012 की इंटरसिटी के रूप में आयोजित करने की तैयारी की थी । लेकिन इस कार्यक्रम को लेकर आगे बढ़ते हुए उन्होंने इसे डिस्ट्रिक्ट 3012 के भरोसे कर पाना मुश्किल पाया । अपने डिस्ट्रिक्ट में इस कार्यक्रम के लिए उन्हें पर्याप्त समर्थन तो नहीं ही मिला, कार्यक्रम की बागडोर उनके हाथ में रहने का विरोध और होना शुरू हो गया । मुकेश अरनेजा व सतीश सिंघल ने अपने अपने तरीके से इस कार्यक्रम की बागडोर रमेश अग्रवाल से छीनने की कोशिश की । दोहरी मुसीबत में खुद को फँसा पाकर रमेश अग्रवाल को डिस्ट्रिक्ट 3011 की मदद लेने का ख्याल आया । इस ख्याल के साथ-साथ रमेश अग्रवाल को लेकिन डिस्ट्रिक्ट 3011 के गवर्नर सुधीर मंगला के हाथों हुई फजीहत भी याद आई, जिसमें सुधीर मंगला ने कई प्रमुख लोगों के सामने रमेश अग्रवाल को उनकी बदतमीजी व बेहूदगी के लिए जमकर फटकारा था । उस फजीहत व फटकार को याद करके रमेश अग्रवाल ने डिस्ट्रिक्ट 3011 की मदद जुटाने के लिए पूर्व इंटरनेशनल डायरेक्टर सुशील गुप्ता का दामन पकड़ा । उक्त कार्यक्रम के सहारे सुशील गुप्ता अपनी राजनीति करने/दिखाने की फिराक में हैं, और उन्हें रमेश अग्रवाल की इस कोशिश में चूँकि अपना काम भी बनता/बढ़ता हुआ नजर आया, इसलिए उन्होंने सुधीर मंगला को सूचित करते हुए डिस्ट्रिक्ट 3011 को इस कार्यक्रम के आयोजनकर्ता के रूप में शामिल कर लिया । 
डिस्ट्रिक्ट 3011 को केआर रवींद्रन के सानिध्य/सम्मान में होने वाले कार्यक्रम का आयोजनकर्ता तो बना लिया गया है, लेकिन डिस्ट्रिक्ट 3011 के प्रमुख लोगों में भी उक्त कार्यक्रम को लेकर कोई उत्साह नहीं है । रमेश अग्रवाल ने चालबाजीपूर्ण कोशिश की कि उक्त कार्यक्रम में होने वाले कुल खर्च का आधा हिस्सा वह डिस्ट्रिक्ट 3011 से बसूल सकें, किंतु सुधीर मंगला ने उनकी इस चालबाजी को कामयाब नहीं होने दिया है । सुधीर मंगला ने स्पष्ट कर दिया है कि कार्यक्रम में उनके डिस्ट्रिक्ट से जो लोग जाना चाहेंगे, वह अपना रजिस्ट्रेशन अपने आप करायेंगे - और इसे ही उनके डिस्ट्रिक्ट का सहयोग माना/समझा जाए । यूँ तो यह भी कोई बुरा विकल्प नहीं है; रोटरी के अधिकतर कार्यक्रम इसी तर्ज पर होते हैं - लेकिन समस्या व मुसीबत की बात यह है कि उक्त कार्यक्रम में डिस्ट्रिक्ट 3011 के ज्यादा लोगों की उपस्थिति को संभव बनाने के लिए सुधीर मंगला कोई प्रयास करते हुए भी नहीं दिख रहे हैं । सुधीर मंगला का कहना है कि उन्हें जब कार्यक्रम के कोई डिटेल्स ही नहीं पता हैं, और कार्यक्रम की तैयारी में जब उनकी कोई भागीदारी ही नहीं है, तो फिर वह किस आधार पर लोगों को उक्त कार्यक्रम में शामिल होने के लिए प्रेरित करें । रमेश अग्रवाल कार्यक्रम की बागडोर अपने हाथ में रखना चाहते हैं; कार्यक्रम की तैयारियों से संबंधित जानकारियाँ वह और किसी के साथ शेयर नहीं करना चाहते - और सिर्फ खर्चे के लिए पैसे चाहते हैं; सुधीर मंगला ने स्पष्ट कर दिया है कि ऐसा नहीं हो पायेगा । 
सुधीर मंगला के इस रवैये से रमेश अग्रवाल का सारा प्लान चौपट हो गया है । वह इस बात को ज्यादा बढ़ाना भी नहीं चाहते हैं; क्योंकि वह समझ रहे हैं कि सुधीर मंगला कहीं फिर फटकार लगाते हुए उनकी फजीहत न कर दें ! कार्यक्रम की बागडोर अपने हाथ में रखने की रमेश अग्रवाल की इस चालबाजी को देख/पहचान रहे लोगों का कहना है कि उनकी इसी चालबाजी के कारण डिस्ट्रिक्ट 3012 में इंटरनेशनल प्रेसीडेंट के कार्यक्रम को लेकर उत्साह नहीं बन पाया है । रमेश अग्रवाल की मनमानीपूर्ण बेहूदगियों के कारण डिस्ट्रिक्ट के दूसरे प्रमुख लोगों ने कार्यक्रम से हाथ खींचे हुए हैं । डिस्ट्रिक्ट 3012 में इंटरनेशनल प्रेसीडेंट का कार्यक्रम कर पाना रमेश अग्रवाल को जब मुश्किल लगा, तो उन्होंने सुशील गुप्ता का सहारा लेकर डिस्ट्रिक्ट 3011 को भी आयोजनकर्ता तो बना लिया, किंतु चूँकि अपनी हरकतों को सुधारने का उन्होंने कोई प्रयास नहीं किया - इसलिए उनके लिए समस्या जहाँ की तहाँ ही बनी हुई है । लोगों का कहना है कि इंटरनेशनल प्रेसीडेंट का कार्यक्रम है, इसलिए वह हो तो जायेगा ही - लेकिन कार्यक्रम की बागडोर अपने ही हाथ में रखने की कोशिशों के चलते रमेश अग्रवाल द्वारा की जा रही कारस्तानियों से वह विवाद में फँस गया है और अपनी सारी गरिमा व महत्ता खो बैठा है ।