गाजियाबाद । डिस्ट्रिक्ट गवर्नर दीपक गुप्ता ने डिस्ट्रिक्ट मेंबरशिप सेमीनार को जिस तरह से बॉलीवुड नाईट में बदल दिया है, उसके कारण डिस्ट्रिक्ट के लोगों के बीच उनकी भारी थू-थू हो रही है । उल्लेखनीय है कि रोटरी में मेंबरशिप सेमीनार का बड़ा खास महत्त्व है, और इसे रोटरी के विस्तार व फैलाव के संदर्भ में एक जरूरी कार्यक्रम के रूप में खासतौर से डिजाईन किया गया है । इसी कारण से दीपक गुप्ता ने जब अपने गवर्नर वर्ष के महत्त्वपूर्ण कार्यक्रमों का शिड्यूल तय किया, तब उन्होंने मेंबरशिप सेमीनार को भी तवज्जो दी । लेकिन लगता है कि डिस्ट्रिक्ट गवर्नरी करते हुए उन्होंने अपनी प्राथमिकताएँ बदल ली हैं, और मेंबरशिप सेमीनार जैसे महत्त्वपूर्ण कार्यक्रम की उनके लिए कोई जरूरत और या प्रासंगिकता नहीं रह गई है । दीपक गुप्ता शायद पहले और अकेले गवर्नर होंगे, जिन्होंने मेंबरशिप सेमीनार को रद्द करके बॉलीवुड नाईट जैसे कार्यक्रम को तवज्जो दी है । दीपक गुप्ता के नजदीकियों ने दीपक गुप्ता का बचाव करते हुए हालाँकि तर्क दिया है कि बॉलीवुड नाईट डिस्ट्रिक्ट का कार्यक्रम नहीं है, और इसके लिए दीपक गुप्ता को दोषी नहीं ठहराया जा सकता है । नजदीकी लेकिन इस सवाल पर चुप्पी साध जाते हैं कि दीपक गुप्ता ने पहले से घोषित मेंबरशिप सेमीनार को रद्द क्यों कर दिया और क्यों यह जानकारी भी डिस्ट्रिक्ट के लोगों को देना जरूरी नहीं समझा ?
और यह तर्क भी किसी को हजम नहीं हो रहा है कि बॉलीवुड नाईट डिस्ट्रिक्ट का कार्यक्रम नहीं है; कार्यक्रम के आयोजक दो असिस्टेंट गवर्नर्स हैं - जो वास्तव में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर के प्रतिनिधि होते हैं । कहने के लिए तो कहा जा रहा है कि बॉलीवुड नाईट दो असिस्टेंट गवर्नर्स तथा उनके जोन के प्रेसीडेंट्स कर रहे हैं, लेकिन दोनों जोन के कई प्रेसीडेंट्स का कहना है कि उन्हें तो इस कार्यक्रम की जानकारी ही बाद में मिली और उन्हें तो जबर्दस्ती कार्यक्रम में शामिल बताया जा रहा है । दोनों जोन के कई क्लब्स के बोर्ड मेंबर्स का कहना है कि बॉलीवुड नाईट कार्यक्रम के संदर्भ में उनके क्लब में कोई बात नहीं हुई है, और उन्हें तो कार्यक्रम का कॉर्ड देख कर पता चला कि इसके आयोजकों में उनका अपना क्लब भी शामिल है । दो असिस्टेंट गवर्नर्स अपने जोन के क्लब्स के पदाधिकारियों को अँधेरे में रख कर - और वास्तव में उनके साथ धोखा करके उनके नाम पर एक कार्यक्रम कर रहे हैं; और डिस्ट्रिक्ट गवर्नर दीपक गुप्ता को अपने प्रतिनिधियों की इस हरकत के बारे में पता ही नहीं है । वह क्या सो रहे हैं ? और मान लेते हैं कि पहले उन्हें इस बारे में यदि नहीं भी पता था, तो अब जब पता हो गया है, तब वह क्या कर रहे हैं ? जाहिर है कि मेंबरशिप सेमीनार को रद्द करके उसकी जगह हो रहे बॉलीवुड नाईट कार्यक्रम के होने में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर दीपक गुप्ता की पूरी पूरी मिलीभगत है ।
डिस्ट्रिक्ट के लोगों के बीच चर्चा है कि बॉलीवुड नाईट वास्तव में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के उम्मीदवार ललित खन्ना की उम्मीदवारी को प्रमोट करने के उद्देश्य से हो रही है । कार्यक्रम के प्रचार अभियान में हालाँकि ललित खन्ना का कहीं कोई नाम नहीं है और कोई भी ऐसा तथ्य पब्लिक डोमेन में नहीं है जिससे पता चले या साबित हो कि बॉलीवुड नाईट कार्यक्रम का ललित खन्ना से कोई लेना-देना है; लेकिन कुछेक लोगों के हवाले से दावा किया गया है कि ललित खन्ना ने उन्हें फोन करके इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है । डिस्ट्रिक्ट के वरिष्ठ रोटेरियंस का मानना/कहना है कि किसी उम्मीदवार की उम्मीदवारी को प्रमोट करने के लिए कोई आयोजन हो, और डिस्ट्रिक्ट गवर्नर किसी उम्मीदवार का समर्थन करे - इसे रोटरी की राजनीति में स्वीकार्यता मिल गई है, और इसमें आपत्ति की कोई बात नहीं है । इसे हर कोई अपने अपने तरीके से करता ही है, लेकिन इस चक्कर में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर अपनी जिम्मेदारियाँ और अपने पद की गरिमा भूल जाए, यह बहुत ही शर्मनाक बात है । वरिष्ठ रोटेरियंस ने ही रेखांकित किया कि पिछले रोटरी वर्ष में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर के रूप में सुभाष जैन ने अशोक अग्रवाल की उम्मीदवारी का समर्थन किया था, लेकिन इस चक्कर में उन्होंने रोटरी के कार्यक्रमों व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद की गरिमा पर आँच नहीं आने दी थी; लेकिन डिस्ट्रिक्ट गवर्नर के रूप में दीपक गुप्ता जिस तरह अपनी गवर्नरी और रोटरी के महत्त्वपूर्ण कार्यक्रमों को 'बेच' दे रहे हैं - उससे डिस्ट्रिक्ट गवर्नर, डिस्ट्रिक्ट व रोटरी की पहचान व प्रतिष्ठा पर संकट गहरा रहा है ।
और यह तर्क भी किसी को हजम नहीं हो रहा है कि बॉलीवुड नाईट डिस्ट्रिक्ट का कार्यक्रम नहीं है; कार्यक्रम के आयोजक दो असिस्टेंट गवर्नर्स हैं - जो वास्तव में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर के प्रतिनिधि होते हैं । कहने के लिए तो कहा जा रहा है कि बॉलीवुड नाईट दो असिस्टेंट गवर्नर्स तथा उनके जोन के प्रेसीडेंट्स कर रहे हैं, लेकिन दोनों जोन के कई प्रेसीडेंट्स का कहना है कि उन्हें तो इस कार्यक्रम की जानकारी ही बाद में मिली और उन्हें तो जबर्दस्ती कार्यक्रम में शामिल बताया जा रहा है । दोनों जोन के कई क्लब्स के बोर्ड मेंबर्स का कहना है कि बॉलीवुड नाईट कार्यक्रम के संदर्भ में उनके क्लब में कोई बात नहीं हुई है, और उन्हें तो कार्यक्रम का कॉर्ड देख कर पता चला कि इसके आयोजकों में उनका अपना क्लब भी शामिल है । दो असिस्टेंट गवर्नर्स अपने जोन के क्लब्स के पदाधिकारियों को अँधेरे में रख कर - और वास्तव में उनके साथ धोखा करके उनके नाम पर एक कार्यक्रम कर रहे हैं; और डिस्ट्रिक्ट गवर्नर दीपक गुप्ता को अपने प्रतिनिधियों की इस हरकत के बारे में पता ही नहीं है । वह क्या सो रहे हैं ? और मान लेते हैं कि पहले उन्हें इस बारे में यदि नहीं भी पता था, तो अब जब पता हो गया है, तब वह क्या कर रहे हैं ? जाहिर है कि मेंबरशिप सेमीनार को रद्द करके उसकी जगह हो रहे बॉलीवुड नाईट कार्यक्रम के होने में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर दीपक गुप्ता की पूरी पूरी मिलीभगत है ।
डिस्ट्रिक्ट के लोगों के बीच चर्चा है कि बॉलीवुड नाईट वास्तव में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के उम्मीदवार ललित खन्ना की उम्मीदवारी को प्रमोट करने के उद्देश्य से हो रही है । कार्यक्रम के प्रचार अभियान में हालाँकि ललित खन्ना का कहीं कोई नाम नहीं है और कोई भी ऐसा तथ्य पब्लिक डोमेन में नहीं है जिससे पता चले या साबित हो कि बॉलीवुड नाईट कार्यक्रम का ललित खन्ना से कोई लेना-देना है; लेकिन कुछेक लोगों के हवाले से दावा किया गया है कि ललित खन्ना ने उन्हें फोन करके इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है । डिस्ट्रिक्ट के वरिष्ठ रोटेरियंस का मानना/कहना है कि किसी उम्मीदवार की उम्मीदवारी को प्रमोट करने के लिए कोई आयोजन हो, और डिस्ट्रिक्ट गवर्नर किसी उम्मीदवार का समर्थन करे - इसे रोटरी की राजनीति में स्वीकार्यता मिल गई है, और इसमें आपत्ति की कोई बात नहीं है । इसे हर कोई अपने अपने तरीके से करता ही है, लेकिन इस चक्कर में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर अपनी जिम्मेदारियाँ और अपने पद की गरिमा भूल जाए, यह बहुत ही शर्मनाक बात है । वरिष्ठ रोटेरियंस ने ही रेखांकित किया कि पिछले रोटरी वर्ष में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर के रूप में सुभाष जैन ने अशोक अग्रवाल की उम्मीदवारी का समर्थन किया था, लेकिन इस चक्कर में उन्होंने रोटरी के कार्यक्रमों व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद की गरिमा पर आँच नहीं आने दी थी; लेकिन डिस्ट्रिक्ट गवर्नर के रूप में दीपक गुप्ता जिस तरह अपनी गवर्नरी और रोटरी के महत्त्वपूर्ण कार्यक्रमों को 'बेच' दे रहे हैं - उससे डिस्ट्रिक्ट गवर्नर, डिस्ट्रिक्ट व रोटरी की पहचान व प्रतिष्ठा पर संकट गहरा रहा है ।