Wednesday, September 11, 2019

रोटरी इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 3012 में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर दीपक गुप्ता ने अपने जीएमएल में रोटरी फाउंडेशन के लिए 50 लाख अमेरिकी डॉलर से ज्यादा रकम इकट्ठा करने का दावा करके अपने झूठे व बड़बोले होने का एक बार फिर सुबूत दिया

गाजियाबाद । डिस्ट्रिक्ट गवर्नर दीपक गुप्ता के 50 लाख अमेरिकी डॉलर से ज्यादा रकम टीआरएफ डिनर में जमा होने के दावे को रोटरी फाउंडेशन के पदाधिकारियों ने झूठा बताया है । रोटरी फाउंडेशन के पदाधिकारियों ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए पूछा है कि यह दीपक गुप्ता कैसा व्यक्ति है, जो इतने बड़े बड़े झूठ धड़ल्ले से बोलता है । उनका दावा रहा कि रोटरी के इतिहास में इतनी रकम किसी एक दिन रोटरी फाउंडेशन को कभी नहीं मिली है । उनका पूछना रहा कि दीपक गुप्ता क्या इस तरह का झूठ बोल कर रोटरी के इतिहास में अपना नाम दर्ज करवाना चाहते हैं ? रोटरी फाउंडेशन के पदाधिकारियों का कहना है कि दीपक गुप्ता को क्या सचमुच भरोसा है कि वह कोई भी झूठ बोलेंगे, और रोटरी फाउंडेशन तथा रोटरी इंटरनेशनल के पदाधिकारी उसे सच मान लेंगे और उनके नाम से रिकॉर्ड दर्ज कर लेंगे ? लोगों की दिलचस्पी अब यह जानने में है कि अपने झूठे दावे पर 'रंगे हाथ' पकड़े जाने के बाद दीपक गुप्ता अब क्या बहाना लगा कर इस झूठे दावे से पीछा छुड़ाने की कोशिश करेंगे ? उल्लेखनीय है कि दीपक गुप्ता द्वारा प्रकाशित अगस्त माह के जीएमएल में दीपक गुप्ता की तरफ से उक्त दावा करते हुए एक पूरे पृष्ठ का फीचर प्रकाशित हुआ है । जीएमएल में प्रकाशित फीचर में, इतनी बड़ी रकम इकट्ठा करने/करवाने में सहयोग करने के लिए डिस्ट्रिक्ट गवर्नर के रूप में दीपक गुप्ता ने अपने डिस्ट्रिक्ट के रोटेरियंस को शुक्रिया भी कहा है ।
जीएमएल में प्रकाशित फीचर में दीपक गुप्ता द्वारा किए गए इस दावे को जिसने भी पढ़ा, वह हैरान रह गया । उक्त टीआरएफ डिनर कार्यक्रम में मौजूद रहे रोटेरियंस ही नहीं, बल्कि जो रोटेरियंस उक्त कार्यक्रम में नहीं भी थे - उन्होंने भी दीपक गुप्ता के इस दावे को सरासर झूठा बताया । रोटेरियंस का कहना रहा कि उन्हें यह तो ठीक ठीक नहीं पता है कि उक्त कार्यक्रम में वास्तव में कुल कितनी रकम इकट्ठा हुई है, लेकिन वह यह जरूर कह सकते हैं कि 50 लाख अमेरिकी डॉलर की रकम तो नहीं ही इकट्ठा हुई है ।किसी की भी समझ में नहीं आ रहा है कि दीपक गुप्ता को इतना बड़ा झूठ बोलने की जरूरत आखिर क्यों पड़ी है ? दीपक गुप्ता को जानने वालों का कहना/बताना है कि दीपक गुप्ता थोड़े बड़बोले तो हैं और उन्हें लंबी लंबी छोड़ने/फेंकने की बहुत ही बुरी आदत है; लेकिन छोड़ने/फेंकने के मामले में वह इतना आगे बढ़ जायेंगे - यह उन्होंने नहीं सोचा था । उनके नजदीकियों को लगता है कि चूँकि डिस्ट्रिक्ट गवर्नर के रूप में दीपक गुप्ता का गवर्नर-वर्ष बहुत ही बुरे अनुभवों से गुजर रहा है, जिसके चलते वह भारी दबाव में हैं और कुछ बड़ा करना चाहते हैं, जिससे उनकी कमियों पर पर्दा पड़ जाए और रोटरी के बड़े पदाधिकारियों व नेताओं के बीच उनका नाम हो जाए - हो सकता है कि इसी चक्कर में वह 50 लाख अमेरिकी डॉलर से ज्यादा रकम इकट्ठा करने का दावा कर बैठे हों ।
दीपक गुप्ता ने कुछ 'बड़ा करने' के चक्कर में यदि यह दावा किया है, तो इस दावे ने उल्टा ही असर किया है और इसने उनकी फजीहत में और इजाफा ही किया है । मेंबरशिप सेमीनार जैसे महत्त्वपूर्ण कार्यक्रम को घोषित करने के बावजूद न करने के चलते दीपक गुप्ता पहले से ही मुसीबत में घिरे हुए थे, कि उनकी इस हरकत ने उनकी मुसीबतों को और बढ़ा दिया है । इससे पहले डिस्ट्रिक्ट इंस्टॉलेशन समारोह में ढाई सौ डॉलर देने की शर्त के नाम पर दीपक गुप्ता डिस्ट्रिक्ट के सदस्यों, रोटरी फाउंडेशन तथा रोटरी फाउंडेशन के ट्रस्टी गुलाम वाहनवती के साथ 'धोखाधड़ी' करने के आरोप में फँस चुके हैं । क्लब्स के प्रेसीडेंट्स की तरफ से दीपक गुप्ता को तब तगड़ी चोट पड़ी, जब उन्होंने क्लब्स के प्रेसीडेंट्स पर यह दबाव बनाने की कोशिश की कि अपने इंस्टॉलेशन कार्यक्रमों में वह किसे किसे आमंत्रित करें; प्रेसीडेंट्स ने उनकी यह बात मानने से साफ इंकार कर दिया और तब दीपक गुप्ता को मनमसोस कर रह जाना पड़ा - और क्लब्स के कार्यक्रमों में उन्हें उन लोगों के साथ मंच पर बैठने के लिए मजबूर होना पड़ा, जिन्हें वह कार्यक्रम से ही बाहर रखना चाहते थे । अपनी बातों और अपनी हरकतों के चलते डिस्ट्रिक्ट में प्रेसीडेंट्स तथा वरिष्ठ रोटेरियंस के बीच दीपक गुप्ता कई मौकों पर लज्जित हो चुके हैं, तो रोटरी के बड़े पदाधिकारियों व नेताओं के बीच कई बार मजाक का विषय बन चुके हैं, लेकिन फिर भी उन्होंने कोई सबक नहीं सीखा है । रोटरी फाउंडेशन के लिए एक ही कार्यक्रम में 50 लाख अमेरिकी डॉलर से अधिक की रकम इकट्ठा करने के दावे के जरिये दीपक गुप्ता ने एक बार फिर दिखाया/बताया है कि उनके गवर्नर-वर्ष में बेवकूफियों, अराजकता तथा झूठे दावों का ही जोर रहेगा; और वह अपनी हरकतों से अपने साथ-साथ डिस्ट्रिक्ट व रोटरी का भी मजाक बनाते रहेंगे ।