Tuesday, May 19, 2020

लायंस क्लब्स इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 321 बी वन में सेकेंड वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर का पद गवाँ देने वाले जगदीश अग्रवाल तो गुरनाम सिंह की खुशामद में जुटे, लेकिन विशाल सिन्हा ने इंटरनेशनल डायरेक्टर पद के उम्मीदवार जितेंद्र चौहान का नाम लेकर मामले को दिलचस्प बनाया

लखनऊ । सेकेंड से फर्स्ट वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर बनने की आसान सी कोशिश में जगदीश अग्रवाल के मात खा जाने के बाद से डिस्ट्रिक्ट के चुनावी राजनीति के परिदृश्य के साथ-साथ डिस्ट्रिक्ट की प्रशासनिक व्यवस्था में भी बड़ी उथल-पुथल के संकेत मिल रहे हैं - और इस उथल पुथल के केंद्र वरिष्ठ पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर गुरनाम सिंह बन रहे हैं । एक तरफ तो जगदीश अग्रवाल और उनके नजदीकी व शुभचिंतक गुरनाम सिंह को मनाने तथा जगदीश अग्रवाल के प्रति उनकी नाराजगी को दूर करने के प्रयासों में जुटे हैं, तो दूसरी तरफ डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद का कार्यभार संभालने की तैयारी कर रहे कमल शेखर गुप्ता ने अचानक से गुरनाम सिंह के गीत गाना शुरू कर दिया है । कमल शेखर गुप्ता के तेजी से बदले रवैये ने पूर्व गवर्नर विशाल सिन्हा के लिए डिस्ट्रिक्ट की राजनीतिक व प्रशासनिक व्यवस्था में अस्तित्व का संकट पैदा कर दिया है । जगदीश अग्रवाल और उनके नजदीकियों को विश्वास है कि वह जल्दी ही गुरनाम सिंह की नाराजगी दूर कर लेंगे तथा हार जाने के बाद भी सेकेंड वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद हासिल कर लेंगे । जगदीश अग्रवाल और उनके नजदीकियों के प्रयासों और विश्वास को देख/जान कर गुरनाम सिंह के कहने पर नेगेटिव वोट डालने वाले लायंस को चिंता होने लगी है कि गुरनाम सिंह क्या सचमुच जगदीश अग्रवाल को माफ़ कर देंगे और उनके साथ धोखा करेंगे ? गुरनाम सिंह के नजदीकियों के बीच भी इस बात को लेकर मतभेद हैं कि जगदीश अग्रवाल के मामले में गुरनाम सिंह आखिर क्या करेंगे ? कुछेक को लगता है कि गुरनाम सिंह अंततः जगदीश अग्रवाल की खुशामद से मान जायेंगे और उन्हें माफ़ कर देंगे और उन्हें सेकेंड वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर बनाने के जुगाड़ में लग जायेंगे; लेकिन अन्य कुछेक को लगता है कि गुरनाम सिंह उन लोगों के भरोसे को नहीं तोड़ेंगे, जिन्होंने उन पर भरोसा करके सेकेंड वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद के लिए जगदीश अग्रवाल के खिलाफ नेगेटिव वोटिंग की और उन्हें हरवाया ।
उधर विशाल सिन्हा ने जगदीश अग्रवाल के खिलाफ हुई नेगेटिव वोटिंग के सफल होने के बाद बने माहौल में इंटरनेशनल डायरेक्टर पद के सबसे मजबूत समझे जाने वाले उम्मीदवार जितेंद्र चौहान को घसीट कर मामले को और दिलचस्प बना दिया है । अपने आप को जितेंद्र चौहान की उम्मीदवारी के एक सक्रिय समर्थक के रूप में दिखा/जता रहे विशाल सिन्हा ने जितेंद्र चौहान के साथ अपनी नजदीकियत का वास्ता देते हुए कुछेक लोगों के बीच दावा किया है कि जितेंद्र चौहान इंटरनेशनल पद का चुनाव जीतने के बाद जगदीश अग्रवाल के मामले को निपटवायेंगे और लायंस इंटरनेशनल कार्यालय से जगदीश अग्रवाल को सेकेंड वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद की कुर्सी दिलवायेंगे । दरअसल जगदीश अग्रवाल की मौजूदा मुसीबत के लिए विशाल सिन्हा को ही जिम्मेदार माना/ठहराया जा रहा है । डिस्ट्रिक्ट में हर किसी का मानना और कहना है कि विशाल सिन्हा की राजनीति ही जगदीश अग्रवाल को ले डूबी है । असल में पहले कमल शेखर गुप्ता और फिर जगदीश अग्रवाल की चुनावी जीत को विशाल सिन्हा अपनी जीत के रूप में देखने/समझने लगे थे, और अपने आप को गुरनाम सिंह से भी बड़ा नेता मानने/जताने लगे थे । समझा जाता है कि विशाल सिन्हा की शह पर ही जगदीश अग्रवाल ने गुरनाम सिंह को तवज्जो देना बंद कर दिया था, और उनके बारे में बकवासबाजी करने लगे थे । विशाल सिन्हा के उकसावे पर जगदीश अग्रवाल का रवैया हर किसी के प्रति उपेक्षापूर्ण और अपमानजनक हो गया था, तथा वह अन्य किसी को तवज्जो देने से कतराने लगे थे । विशाल सिन्हा के चक्कर में जगदीश अग्रवाल ने बहुत से लोगों को अपना दुश्मन बना लिया था । चूँकि हर कोई जगदीश अग्रवाल की मौजूदा मुसीबत के लिए विशाल सिन्हा को जिम्मेदार ठहरा रहा है, इसलिए विशाल सिन्हा ने जितेंद्र चौहान का नाम लेकर जगदीश अग्रवाल को 'बचाने' की बात करना शुरू किया है ।
विशाल सिन्हा की बदकिस्मती लेकिन यह है कि डिस्ट्रिक्ट में हर कोई उनकी चाल को समझ रहा है और मान रहा है कि जितेंद्र चौहान का नाम लेकर विशाल सिन्हा - जगदीश अग्रवाल को नहीं, बल्कि अपने आप को 'बचाने' की कोशिश कर रहे हैं । विशाल सिन्हा यह दिखाने/जताने का प्रयास कर रहे हैं कि गुरनाम  सिंह ने भले ही जगदीश अग्रवाल को मुसीबत में डाल दिया है, लेकिन जितेंद्र चौहान की मदद से वह जगदीश अग्रवाल को बचायेंगे । इस तरह के दावे के जरिये, विशाल सिन्हा वास्तव में डिस्ट्रिक्ट की राजनीति और प्रशासनिक व्यवस्था में अपना अस्तित्व बचाने का प्रयास कर रहे हैं । विशाल सिन्हा दरअसल यह देख कर हक्के-बक्के हुए हैं कि जगदीश अग्रवाल के चुनाव का नतीजा आने के बाद से कमल शेखर गुप्ता ने जोरशोर से गुरनाम सिंह के गीत गाना शुरू कर दिया है, और यह दिखाना/जताना शुरू किया है कि डिस्ट्रिक्ट गवर्नर के रूप में वह वही और वैसा ही करेंगे, जैसा गुरनाम सिंह कहेंगे । कमल शेखर गुप्ता हालाँकि पहले से भी गुरनाम सिंह की गुडबुक में रहने की कोशिश कर रहे थे, और उनसे सलाह/सुझाव ले रहे थे - लेकिन ज्यादा नजदीक वह विशाल सिन्हा के ही थे । माना/समझा जा रहा था कि कमल शेखर गुप्ता के गवर्नर-वर्ष में 'असली गवर्नर' विशाल सिन्हा ही रहेंगे - लेकिन जगदीश अग्रवाल की हुई हालत देख कर कमल शेखर गुप्ता ने जिस तरह से पलटी मारी है, उसके चलते विशाल सिन्हा को डिस्ट्रिक्ट की राजनीति और प्रशासनिक व्यवस्था से अपना पत्ता कटता नजर आ रहा है । डिस्ट्रिक्ट के लोगों के बीच यह चर्चा भी है कि गुरनाम सिंह यदि जगदीश अग्रवाल की खुशामद से मान जाते हैं, और लायंस इंटरनेशनल कार्यालय से जगदीश अग्रवाल को सेकेंड वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर बनवाने का कोई जुगाड़ लगा लेते हैं - तो विशाल सिन्हा उसे अपनी 'जीत' के रूप में प्रचारित करके उसका श्रेय लेने की कोशिश करेंगे; और इसीलिए उन्होंने जितेंद्र चौहान का नाम लेकर जगदीश अग्रवाल की मदद करने/करवाने का राग छेड़ दिया है ।