Saturday, May 9, 2020

रोटरी इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 3012 में रोटरी के महत्त्वपूर्ण कार्यक्रमों को करने के नाम पर महज खानापूर्ति करने वाले डिस्ट्रिक्ट गवर्नर दीपक गुप्ता को उम्मीद है कि रोटरी फाउंडेशन जूम सेमीनार में रमेश अग्रवाल एकेएस सदस्यता का अपना बकाया चुकाने की घोषणा जरूर कर देंगे

नई दिल्ली । डिस्ट्रिक्ट गवर्नर दीपक गुप्ता को पूरा यकीन है कि पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर रमेश अग्रवाल 16 मई को होने वाले रोटरी फाउंडेशन जूम सेमीनार में एकेएस (आर्च क्लम्प सोसायटी) सदस्यता की बकाया रकम मौजूदा रोटरी वर्ष में ही चुकाने की घोषणा कर देंगे, और अब की बार गच्चा नहीं देंगे ? उल्लेखनीय है कि एकेएस सदस्यता के लिए दी जाने वाली रकम का बकाया रमेश अग्रवाल को पिछले रोटरी वर्ष में ही चुकाना था, लेकिन जो उन्होंने नहीं चुकाया था । आधिकारिक रूप से तो रमेश अग्रवाल ने इसका कोई कारण नहीं बताया था, लेकिन अनौपचारिक रूप से उनकी तरफ से सुनने को मिला था कि एकेएस सदस्यता की रकम का बकाया यदि वह अब देंगे, तो डिस्ट्रिक्ट गवर्नर के रूप में सुभाष जैन के गवर्नर-वर्ष में रोटरी फाउंडेशन में ज्यादा रकम जमा होने का रिकॉर्ड बनेगा - इसलिए वह इस वर्ष की बजाये अगले वर्ष, यानि दीपक गुप्ता के गवर्नर-वर्ष में बकाया रकम चुकायेंगे । दीपक गुप्ता के गवर्नर-वर्ष के भी दस महीने बीत चुके हैं, लेकिन रमेश अग्रवाल ने एकेएस सदस्यता की बकाया रकम चुकाने का नाम नहीं लिया है । रमेश अग्रवाल द्वारा बकाया चुकाये जाने को लेकर दीपक गुप्ता को दो कारणों के चलते दिलचस्पी है - एक तो इसलिए, क्योंकि रोटरी फाउंडेशन के पदाधिकारियों की तरफ से उन पर भी दबाव है कि बकाया रकम देने में आनाकानी कर रहे रमेश अग्रवाल से बकाया रकम दिलवाएँ; दीपक गुप्ता को लगता है कि रमेश अग्रवाल इस वर्ष यदि उक्त बकाया चुका देते हैं, तो रोटरी फाउंडेशन के पदाधिकारियों के बीच उनका भी रौब बनेगा। दूसरा कारण यह कि रमेश अग्रवाल बकाये की जो रकम चुकायेंगे, वह रोटरी फाउंडेशन के लिए इस वर्ष जमा होने वाली रकम में जुड़ेगी और इस तरह दीपक गुप्ता का रिकॉर्ड बनेगा ।
उल्लेखनीय है कि रमेश अग्रवाल ने वर्ष 2016 में एकेएस की सदस्यता के लिए फार्म भरा था । रमेश अग्रवाल के अलावा डिस्ट्रिक्ट के दो और सदस्य - जेके गौड़ तथा सुभाष जैन भी एकेएस सदस्य हैं । इन दोनों की तरफ से लेकिन एकेएस सदस्यता की पूरी रकम जमा हो चुकी है, और एक अकेले रमेश अग्रवाल पर ही सदस्यता राशि का बकाया बचा हुआ है । यूँ तो, एकेएस सदस्यता के लिए रोटरी फाउंडेशन के बड़े पदाधिकारियों के सामने दीपक गुप्ता ने भी सहमति दी हुई है, लेकिन उन्होंने इसके लिए चूँकि फार्म नहीं भरा है - इसलिए एकेएस सदस्यता का पैसा न चुकाने का आरोप उन पर नहीं लगाया जा सकता है । उनके बारे में यही कहा जा सकता है कि रोटरी फाउंडेशन के पदाधिकारियों के सामने रोटरी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता और अपनी अमीरी की शान दिखाने के लिए उन्होंने एकेएस सदस्यता के लिए सहमति तो दे दी, लेकिन जब सचमुच पैसे देने की बारी आई तो मुँह छिपाने लगे । हालाँकि यह कोई अनोखी और हैरान करने वाली बात नहीं है - रोटरी में इस तरह की 'गालबजाने' वाली हरकतें बहुत से रोटेरियंस करते हैं, और दीपक गुप्ता तो इस 'कला' में बड़े एक्सपर्ट हैं ।
एकेएस सदस्यता के बकाये का मामला दरअसल 16 मई को 'डूइंग गुड इन द वर्ल्ड' शीर्षक से आयोजित होने  रहे रोटरी फाउंडेशन जूम सेमीनार के कारण उठा है । असल में, हर किसी को हैरानी है कि डिस्ट्रिक्ट गवर्नर के रूप में दीपक गुप्ता  कार्यकाल जब खत्म होने जा रहा है, तब उनके द्वारा किए जा रहे इस सेमीनार का औचित्य भला क्या है ? रोटरी इंटरनेशनल की व्यवस्था के अनुसार, यह सेमीनार डिस्ट्रिक्ट गवर्नर्स को अपना कार्यकाल शुरू होने दिनों में करना होता है । रोटरी फाउंडेशन की रोटरी में बड़ी महत्ता है; रोटरी फाउंडेशन वास्तव में रोटरी की जान है - इसलिए डिस्ट्रिक्ट गवर्नर्स से उम्मीद की जाती है कि अपना कार्यकाल शुरू होते ही वह अपने प्रेसीडेंट्स तथा अन्य पदाधिकारियों को रोटरी फाउंडेशन के बारे में शिक्षित करेगा, ताकि प्रेसीडेंट्स व अन्य पदाधिकारी रोटरी फाउंडेशन को 'मजबूत' करने को लेकर सक्रिय हों । जाहिर है कि गवर्नर वर्ष के अंतिम दिनों में रोटरी फाउंडेशन को लेकर सेमीनार करने का कोई अर्थ नहीं रह जाता है । लेकिन दीपक गुप्ता को इस बात से जैसे कोई मतलब नहीं है, उन्हें तो बस रिकॉर्ड पूरा करना है - ताकि वह 'दिखा' सकें कि उन्होंने सारे काम किए हैं । यही उन्होंने मेंबरशिप सेमीनार के साथ किया । मेंबरशिप सेमीनार भी गवर्नर वर्ष के शुरू में होता है, जिसे दीपक गुप्ता ने अभी हाल ही में किया है । रोटरी के महत्त्वपूर्ण कार्यक्रमों को करने के नाम पर महज खानापूर्ति करते हुए दीपक गुप्ता को यह उम्मीद जरूर है कि रोटरी फाउंडेशन जूम सेमीनार में रमेश अग्रवाल एकेएस सदस्यता का अपना बकाया चुकाने की घोषणा जरूर कर देंगे, जिससे उन्हें भी बकाया न देने पर होने वाली लानत-मलानत से छुटकारा मिल जायेगा और दीपक गुप्ता का रोटरी फाउंडेशन के लिए रकम इकट्ठा करने का रिकॉर्ड बन जायेगा । देखना दिलचस्प होगा कि दीपक गुप्ता की उम्मीद पूरी होती है, या रमेश अग्रवाल से उन्हें गच्चा ही मिलता है ।