Saturday, October 17, 2020

रोटरी इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 3011 में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर संजीव राय मेहरा के सहयोग व समर्थन से इंटरनेशनल प्रेसीडेंट इलेक्ट शेखर मेहता के नाम पर रोटरी में धंधा, राजनीति और फर्जीवाड़ा करने के उद्देश्य से होने वाले कार्यक्रम की पोल खुलने के बाद शेखर मेहता ने कार्यक्रम में शामिल होने से इंकार किया

नई दिल्ली । डिस्ट्रिक्ट गवर्नर संजीव राय मेहरा के सहयोग व समर्थन से फर्जी तरीके से रोटरी का नाम जोड़ कर एक फर्जी किस्म की संस्था के आज शाम हुए कार्यक्रम 'वर्चुअल ट्रु रिइंकार्नेशन इंटरसिटी' में इंटरनेशनल प्रेसीडेंट इलेक्ट शेखर मेहता को मुख्य अतिथि के रूप में शामिल करने की कोशिशें अंततः असफल हो गईं । शेखर मेहता को रोटरी के नाम पर किए जा रहे फर्जीवाड़े के बारे में तथ्य मिले, तो उन्होंने इस कार्यक्रम से दूर रहने का फैसला किया । कार्यक्रम के नाम पर होने वाले फर्जीवाड़े तथा राजनीतिक जुगाड़ को लेकर 'रचनात्मक संकल्प' ने दो दिन पहले ही एक विस्तृत रिपोर्ट प्रकाशित की थी, जिसमें तथ्यों के साथ इस बात का खुलासा किया गया था कि कैसे और क्यों तो कार्यक्रम की आयोजक संस्था कागजी और फर्जी किस्म की है, कार्यक्रम के आयोजन से जुड़े लोग क्यों और कैसे रोटरी को बदनाम करने वाले तथा रोटरी की वैल्यूज के साथ खिलवाड़ करने वाले हैं, और क्यों व किस तरह यह कार्यक्रम एक राजनीतिक एजेंडे के तहत किया जा रहा है - और सबसे ज्यादा दुर्भाग्य की बात यह कि शेखर मेहता जैसे रोटरी के सबसे बड़े पदाधिकारी के नाम पर किए जाने वाले गुलगपाड़े को डिस्ट्रिक्ट गवर्नर संजीव राय मेहरा ने किस किस तरीके से शह और समर्थन दिया । 'रचनात्मक संकल्प' में रिपोर्ट प्रकाशित होने के बाद डिस्ट्रिक्ट में बबाल मचा और कई लोगों ने अपने अपने तरीके से कोशिशें कीं कि रोटरी के नाम पर किए जा रहे फर्जीवाड़े तथा राजनीतिक एजेंडे को थोपने की कोशिशों में शेखर मेहता को सहभागी नहीं बनना चाहिए - क्योंकि उनकी सहभागिता से सच्चे रोटेरियंस का मनोबल टूटेगा ।
'वर्चुअल ट्रु रिइंकार्नेशन इंटरसिटी' से जुड़े विवादों की जानकारी मिलने पर शेखर मेहता भी कार्यक्रम में शामिल होने को लेकर असमंजस में पड़े । विवादों को लेकर उन्होंने संजीव राय मेहरा से पूछताछ की, तो संजीव राय मेहरा भी समझ गए कि 'रायता' फैल है । मजे की बात यह रही कि फैले रायते को समेटने के लिए संजीव राय मेहरा ने हर संभव कोशिश की । उनकी कोशिशों को पूर्व गवर्नर विनोद बंसल का सहयोग मिला । दरअसल विवादित कार्यक्रम की बागडोर डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के उम्मीदवार अजीत जालान के हाथ में थी, जिन्हें विनोद बंसल के उम्मीदवार के रूप में देखा/पहचाना जाता है । विनोद बंसल ने समझ लिया कि मामला जिस तरह से बिगड़ा है, उसे अजीत जालान नहीं संभाल पायेंगे; और इसलिए उन्होंने विनय भाटिया को संजीव राय मेहरा की मदद में लगाया । विनय भाटिया डायरेक्टर पद की नोमीनेटिंग कमेटी के लिए विनोद बंसल के उम्मीदवार के रूप में देखे/पहचाने जा रहे हैं । विनोद बंसल, विनय भाटिया और संजीव राय मेहरा की तिकड़ी कार्यक्रम से जुड़े विवादित मामलों को दूर करते हुए शेखर मेहता के आगमन के रास्ते को साफ करने की कोशिशों में जुटी ।
कार्यक्रम शुरू होने के पहले के 25/30 घंटों में डिस्ट्रिक्ट में भारी गहमागहमी रही । एक तरफ कुछेक लोगों की कोशिश थी कि रोटरी के नाम पर धंधा, राजनीति और फर्जीवाड़ा करने वाले रोटेरियंस के चक्कर में कहीं डिस्ट्रिक्ट, रोटरी तथा शेखर मेहता को फजीहत का शिकार न होना पड़ जाए - तो दूसरी तरफ 'वर्चुअल ट्रु रिइंकार्नेशन इंटरसिटी' के आयोजन से जुड़े लोगों ने उन उपायों को अपनाने पर जोर दिया, जिनसे शेखर मेहता की आशंकाओं को दूर किया जा सके तथा कार्यक्रम में उनकी सहभागिता को सुनिश्चित किया जा सके । इस चक्कर में कार्यक्रम के बेचारे निमंत्रण पत्र की बहुत दुर्गति हुई । कार्यक्रम शुरू होने से पहले लोगों को कई कई तरह के निमंत्रण पत्र देखने को मिले । धीरे धीरे करके पहले तो एक कागजी व फर्जी किस्म की संस्था के कार्यक्रम को डिस्ट्रिक्ट के कार्यक्रम का रूप दिया गया, फिर विवादित आयोजकों का नाम हटाया गया, फिर आयोजक क्लब्स के नाम भी हटा लिए गए - हद की बात यह हुई कि बाद में निमंत्रण पत्र से उस कागजी व फर्जी संस्था का नाम भी हटा लिया गया, वास्तव में जिसके नाम से कार्यक्रम की योजना बनाई गई थी । जैसे एक झूठ को छिपाने के लिए सौ झूठ बोलने पड़ते हैं, ठीक उसी अंदाज में एक कागजी व फर्जी किस्म की संस्था के कार्यक्रम के जरिये धंधा जमाने व राजनीति करने की कोशिश को बदनामी के दाग से बचाने/छिपाने के लिए कई तरफ के उपाए आजमाये गए । संजीव राय मेहरा, अजीत जालान, विनय भाटिया व विनोद बंसल द्वारा आजमाये गए उपाए लेकिन शेखर मेहता को आश्वस्त नहीं कर सके; और शेखर मेहता ने अपने आप को कार्यक्रम से दूर करने/रखने में ही अपनी भलाई देखी । इस तरफ शेखर मेहता के नाम पर रोटरी में धंधा, राजनीति और फर्जीवाड़ा करने वाले रोटेरियंस की तैयारी धरी की धरी रह गई ।