नई दिल्ली । आरके शाह की उम्मीदवारी के प्रति समर्थन व्यक्त करने के उद्देश्य से रानिया में आयोजित मीटिंग में 14
क्लब्स के 180 से अधिक सदस्यों के उपस्थित होने से सेकेंड वाइस
डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद का चुनाव आरके शाह के पक्ष में एकतरफा तौर पर झुका
हुआ दिखा है । उल्लेखनीय है कि आरके शाह की उम्मीदवारी को सिरसा
क्षेत्र में ऐसा जोरदार समर्थन मिलने की उम्मीद खुद आरके शाह को और उनके
कुछेक समर्थक नेताओं को भी नहीं थी । एक सिर्फ डिस्ट्रिक्ट गवर्नर विजय
शिरोहा को जरूर विश्वास था कि आरके शाह को सिरसा क्षेत्र में भी वैसा ही
समर्थन मिलेगा, जैसा हरियाणा के दूसरे क्षेत्रों में मिलने की उम्मीद और
दावा किया जा रहा है । विजय शिरोहा को इस तरह का जो विश्वास था, उसे
आरके शाह और उनकी उम्मीदवारी के कुछेक दूसरे समर्थक नेता हालाँकि किंचित
संदेह से देख रहे थे । विश्वास और संदेह के इसी मिलेजुले माहौल में रानिया
में आरके शाह की उम्मीदवारी के समर्थन में मीटिंग आयोजित हुई ।
सिरसा क्षेत्र के लोगों के लिए आयोजित मीटिंग को रानिया में आयोजित करने के फैसले को लेकर भी आरके शाह के समर्थकों में थोड़ा मतभेद था । कुछेक समर्थक इस मीटिंग को सिरसा में ही आयोजित करना चाहते थे, जबकि अन्य कुछेक का कहना था कि इस मीटिंग को रानिया में आयोजित किया जाये । रानिया में मीटिंग आयोजित करने के पक्षधर लोगों का तर्क था कि रानिया में जो उपस्थिति होगी, वह वास्तविक ताकत को प्रदर्शित करेगी । यही हुआ भी । रानिया में आयोजित मीटिंग में 14 क्लब्स के 180 से अधिक लोगों की उपस्थिति ने सचमुच में चुनावी लड़ाई को आरके शाह के पक्ष में एकतरफा रूप से कर दिया है । यह तब हुआ जबकि आरके शाह की उम्मीदवारी के समर्थक नेता उक्त मीटिंग में नहीं गए थे; और पूरा आयोजन एक तरह से वीके हंस के भरोसे था । ख़राब मौसम और घने कोहरे के बावजूद इतने लोगों का आरके शाह की उम्मीदवारी के समर्थन में हुई मीटिंग में जुटना विरोधी खेमे के नेताओं के दावों को बुरी तरह से ध्वस्त कर देता है ।
सिरसा क्षेत्र के लोगों के लिए आयोजित मीटिंग को रानिया में आयोजित करने के फैसले को लेकर भी आरके शाह के समर्थकों में थोड़ा मतभेद था । कुछेक समर्थक इस मीटिंग को सिरसा में ही आयोजित करना चाहते थे, जबकि अन्य कुछेक का कहना था कि इस मीटिंग को रानिया में आयोजित किया जाये । रानिया में मीटिंग आयोजित करने के पक्षधर लोगों का तर्क था कि रानिया में जो उपस्थिति होगी, वह वास्तविक ताकत को प्रदर्शित करेगी । यही हुआ भी । रानिया में आयोजित मीटिंग में 14 क्लब्स के 180 से अधिक लोगों की उपस्थिति ने सचमुच में चुनावी लड़ाई को आरके शाह के पक्ष में एकतरफा रूप से कर दिया है । यह तब हुआ जबकि आरके शाह की उम्मीदवारी के समर्थक नेता उक्त मीटिंग में नहीं गए थे; और पूरा आयोजन एक तरह से वीके हंस के भरोसे था । ख़राब मौसम और घने कोहरे के बावजूद इतने लोगों का आरके शाह की उम्मीदवारी के समर्थन में हुई मीटिंग में जुटना विरोधी खेमे के नेताओं के दावों को बुरी तरह से ध्वस्त कर देता है ।
दरअसल विरोधी खेमे के नेताओं ने अफवाह उड़ा रखी थी कि सिरसा
क्षेत्र के क्लब्स के लोग डिस्ट्रिक्ट गवर्नर विजय शिरोहा के बहुत खिलाफ
हैं और इसका खामियाजा आरके शाह को भुगतना पड़ेगा । इस अफवाह के चलते आरके शाह कुछ टेंशन में भी आये, लेकिन जल्दी ही उन्हें विरोधी खेमे के नेताओं की चाल समझ में आ गई ।
आरके शाह ने गौर किया कि डिस्ट्रिक्ट गवर्नर विजय शिरोहा ने हाल ही में
सड़क सुरक्षा सप्ताह के जिस प्रोजेक्ट का आह्वान किया था, उसे डिस्ट्रिक्ट
में सबसे ज्यादा उत्साह से सिरसा क्षेत्र के क्लब्स ने ही अपनाया था । विरोधी
खेमे के नेताओं द्धारा उड़ाई गई अफवाह यदि सच होती, और सचमुच में सिरसा
क्षेत्र के क्लब्स के लोगों के बीच डिस्ट्रिक्ट गवर्नर विजय शिरोहा के
प्रति विरोध का भाव होता तो विजय शिरोहा द्धारा आह्वानित प्रोजेक्ट के
प्रति वह इतना उत्साह भला क्यों दिखाते ? इतने सब कुछ के बाद भी, आरके
शाह की उम्मीदवारी के समर्थन में आयोजित मीटिंग के जरिये भी विजय शिरोहा ने
विरोधी खेमे के नेताओं के झूठे प्रचार की हवा निकालने की तैयारी की ।
सिरसा की बजाये रानिया में मीटिंग करके और खुद के साथ-साथ दूसरे बड़े नेताओं
को अनुपस्थित रख कर रानिया में आयोजित मीटिंग को सफल करवा कर विजय शिरोहा ने विरोधी खेमे के नेताओं के झूठे प्रचार की पोल खोलने का काम भी आरके शाह की उम्मीदवारी के प्रति समर्थन दिखाने के साथ-साथ ही कर लिया ।