Sunday, April 23, 2017

रोटरी इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 3011 में फरीदाबाद की एकजुटता और महत्ता का वास्ता देकर पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर एमएल बिदानी को डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर बनाए जाने की माँग पर विनय भाटिया को फरीदाबाद के लोगों से मुँह छिपाते बचना पड़ रहा है

फरीदाबाद । फरीदाबाद के रोटेरियंस की एकजुटता और महत्ता को बनाए रखने का वास्ता देकर फरीदाबाद के एकमात्र पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर एमएल बिदानी को डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर बनाए जाने की माँग ने विनय भाटिया को बड़ी मुसीबत में फँसा दिया है । दरअसल समझा जाता है कि विनय भाटिया ने विनोद बंसल को डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर बनाने का फैसला कर लिया है, और अपने गवर्नर-काल के बारे में उनके साथ विचार-विमर्श भी शुरू कर दिया है । विनय भाटिया के लिए समस्या की बात यह भी हुई है कि पिछले दिनों किसी किसी ने जब कभी एमएल बिदानी के डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर बनने की संभावना को लेकर व्यक्तिगत स्तर पर विनय भाटिया से बात की, तो विनय भाटिया ने बड़े ही खराब तरीके से जबाव देते हुए कहा कि एमएल बिदानी बूढ़े हो गए हैं, रोटरी के बारे में उन्हें कुछ पता नहीं है, डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर की जिम्मेदारियाँ सँभालना उनके बस की बात नहीं है । रोटरी में बातें चूँकि छिपती तो हैं नहीं, सो लोगों को जब एमएल बिदानी के बारे में व्यक्त किये गए विनय भाटिया के यह विचार सुनने को मिले - तो लोगों को लगा कि डिस्ट्रिक्ट गवर्नरी विनय भाटिया के दिमाग में चढ़ गई है और वह सिर चढ़ कर बोल रही है । लोगों ने कहा भी कि विनय भाटिया को जब गवर्नर बनना था, तब तो वह एमएल बिदानी के बड़े चक्कर काटा करते थे - और अब वह कह रहे हैं कि एमएल बिदानी डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर बनने के काबिल नहीं हैं । कुछ लोगों ने चुटकी लेते हुए कहा भी कि ऐसे तो विनय भाटिया भी डिस्ट्रिक्ट गवर्नर बनने लायक नहीं हैं, लेकिन वह डिस्ट्रिक्ट गवर्नर बनेंगे न ? अब यदि विनय भाटिया डिस्ट्रिक्ट गवर्नर बन सकते हैं, तो एमएल बिदानी भी डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर बन सकते हैं ।
विनय भाटिया लेकिन डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर पद के मामले में विनोद बंसल के साथ शायद इतना आगे निकल आए हैं, कि अब उनके पास पीछे लौटने का मौका नहीं है । कई लोगों को यह भी लगता है कि विनोद बंसल के लिए भी डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर बनना बहुत जरूरी है, इसलिए वह भी विनय भाटिया को अपनी 'पकड़' से निकलने नहीं देंगे । इस वर्ष होने वाले सीओएल के चुनाव में सुशील खुराना से झटका खाने के बाद विनय भाटिया के गवर्नर-काल का डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर बनना विनोद बंसल के लिए और भी जरूरी हो गया है । दरअसल डिस्ट्रिक्ट की व्यवस्था और राजनीति में अपनी उचित जगह पाने और बनाए रखने के लिए विनोद बंसल को डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर बनना आवश्यक लगता है । कई लोगों का मानना और कहना है कि विनोद बंसल ने डिस्ट्रिक्ट और रोटरी के लिए जितना कुछ किया है, उसके हिसाब से उन्हें डिस्ट्रिक्ट और रोटरी में उनका उचित 'हक़' नहीं मिला है - बल्कि कुछेक लोगों के ईर्ष्याजनित विरोध का शिकार उन्हें और होना पड़ा है । इस स्थिति ने संभवतः विनोद बंसल को समझा दिया है कि रोटरी में उचित जगह अपने आप नहीं मिलती है, बल्कि लेनी/बनानी पड़ती है । इसीलिए विनय भाटिया के गवर्नर-काल के डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर के पद का उनके लिए खास महत्त्व है । कुछ लोगों को यह भी लगता है कि विनय भाटिया के गवर्नर-काल के डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर पद के लिए एमएल बिदानी का नाम उछलवाने के पीछे कुछेक पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर्स ही हैं, जो विनोद बंसल को डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर बनने से रोकना चाहते हैं ।
विनोद बंसल और विनय भाटिया के बीच जिस तरह की केमिस्ट्री है, उससे विनोद बंसल के विरोधियों को लगा होगा कि वह एमएल बिदानी के नाम का सहारा लेकर ही विनोद बंसल के डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर बनने के रास्ते में रोड़े डाल सकते हैं । उल्लेखनीय है कि डिस्ट्रिक्ट गवर्नर बनने के लिए विनय भाटिया ने ही खासे जोरशोर के साथ फरीदाबाद की एकजुटता और महत्ता का वास्ता दिया था । लेकिन अब जब उसी फरीदाबाद की एकजुटता और महत्ता का वास्ता देकर एमएल बिदानी को डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर बनाए जाने की माँग की जा रही है - तो विनय भाटिया मुँह छिपाते बच रहे हैं । इससे फरीदाबाद के लोगों के बीच विनय भाटिया की पोल खुल रही है कि फरीदाबाद की एकजुटता और महत्ता की बात विनय भाटिया के लिए अपना स्वार्थ पूरा करने का एक जरिया भर थी, और अपने स्वार्थ में वह फरीदाबाद की एकजुटता व महत्ता को भूल भी सकते हैं । एमएल बिदानी को डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर बनाए जाने की माँग को विनय भाटिया होशियारी से हैंडल भी कर सकते थे, लेकिन एमएल बिदानी की काबिलियत पर सवाल उठा कर विनय भाटिया ने मामले को खुद ही खराब कर लिया है । फरीदाबाद में लोगों को लग रहा है और उनका कहना है कि विनय भाटिया जब एमएल बिदानी जैसे वरिष्ठ पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर को अपमानित कर सकते हैं, तो उससे यह सहज ही समझा जा सकता है कि फरीदाबाद के दूसरे लोगों का फिर वह क्या हाल करेंगे ?