Tuesday, September 11, 2018

रोटरी इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 3011 में अगले रोटरी वर्ष फरीदाबाद के उम्मीदवार के रूप में अमित जोनेजा की उम्मीदवारी की चर्चा चलने और उसे सुशील खुराना का समर्थन मिलने से विनोद बंसल का 'आदमी' होने के बावजूद अजीत जालान को अपनी उम्मीदवारी खतरे में पड़ती दिख रही है

फरीदाबाद । अमित जोनेजा की बढ़ती सक्रियता और उन्हें लेकर फरीदाबाद के रोटेरियंस नेताओं की बनती दिख रही गोलबंदी में अजीत जालान को अगले रोटरी वर्ष में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद की उम्मीदवारी के लिए की जा रही अपनी तैयारी पर संकट मँडराता दिख रहा है । अपने नजदीकियों से हालाँकि उन्होंने उम्मीद व्यक्त की है कि पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर विनोद बंसल स्थिति को सँभाल लेंगे और अमित जोनेजा को उनकी उम्मीदवारी के लिए खतरा नहीं बनने देंगे । लेकिन अजीत जालान के नजदीकियों का ही कहना/बताना है कि अमित जोनेजा को 'आगे बढ़ाने' की मुहिम में जिस तरह से पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर सुशील खुराना भी दिलचस्पी ले रहे हैं, उससे लगता नहीं है कि विनोद बंसल के लिए अजीत जालान की 'मदद' कर पाना आसान होगा । मजे की बात यह है कि अमित जोनेजा की तरफ से उनकी उम्मीदवारी को लेकर कोई बात नहीं सुनी गई है, लेकिन फिर भी उन्हें अगले रोटरी वर्ष में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के संभावित उम्मीदवार के रूप में देखा/पहचाना जा रहा है । यह इसलिए हो रहा है क्योंकि फरीदाबाद के ही रोटेरियंस नेताओं की तरफ से कहा/सुना जा रहा है कि डिस्ट्रिक्ट की चुनावी राजनीति में फरीदाबाद का जो दबदबा बना है, उसका फायदा उठाने के लिए फरीदाबाद के लोगों को डिस्ट्रिक्ट के नेतृत्व के लिए आगे आना चाहिए - और ऐसा नहीं होना चाहिए कि फरीदाबाद के 'संसाधनों' का फायदा दिल्ली के लोग ही उठाते रहें; इसी सोच के तहत फरीदाबाद के कई नेताओं का मानना/कहना है कि फरीदाबाद के जो लोग अभी सक्रिय हैं और जिनकी डिस्ट्रिक्ट के लोगों के बीच पहचान व सक्रियता बनती नजर आ रही है, उनमें अमित जोनेजा का पलड़ा भारी है और इसलिए उन्हें अगले रोटरी वर्ष में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के लिए उम्मीदवारी प्रस्तुत करना चाहिए । इन लोगों का यह भी मानना/कहना है कि अमित जोनेजा यदि अपनी उम्मीदवारी के लिए तैयार नहीं भी होते हैं, तो उन्हें उम्मीदवारी के लिए राजी करना चाहिए ।
इस तरह की बातों ने अजीत जालान के लिए खासी बड़ी मुसीबत खड़ी कर दी है । दरअसल अजीत जालान अगले रोटरी वर्ष में अपनी उम्मीदवारी प्रस्तुत करने की तैयारी कर रहे हैं । इसके लिए उन्होंने डिस्ट्रिक्ट गवर्नर विनय भाटिया की टीम में डिस्ट्रिक्ट सेक्रेटरी जैसा महत्त्वपूर्ण पद भी प्राप्त कर लिया और उक्त पद की आड़ में उन्होंने क्लब्स के प्रमुख सदस्यों तथा प्रेसीडेंट इलेक्ट के बीच अपनी पहचान बनाने का काम भी शुरू कर दिया । अजीत जालान ने कहीं कहीं तो अपने आप को डिस्ट्रिक्ट गवर्नर विनय भाटिया से भी 'ऊपर' दिखाने का प्रयास किया, और ऐसे काम भी कर डाले - जो वास्तव में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर विनय भाटिया को करना चाहिए थे; और ऐसा करते हुए उन्होंने यह दिखाने/जताने का प्रयास किया कि विनय भाटिया को तो कुछ आता/जाता है नहीं और वह तो कुछ करना नहीं चाहते, और इसलिए डिस्ट्रिक्ट का सारा काम मुझे ही करना पड़ रहा है । अजीत जालान के साथ-साथ विनय भाटिया की टीम में पप्पुजीत सिंह सरना और अमित जोनेजा को भी हालाँकि अहम् पद मिले हैं, और यह दोनों भी विनय भाटिया को 'दबोचने' और पीछे धकेलने में लगे रहते हैं, लेकिन इन दोनों की काम करने में कोई दिलचस्पी लोगों को नहीं दिखती है; यह शोर-शराबे में ज्यादा दिलचस्पी लेते हैं - जबकि अजीत जालान ने काम करने वाले व्यक्ति की छवि व पहचान बनाई है । इसलिए अजीत जालान को अभी तक इन दोनों की सक्रियता में अगले वर्ष की अपनी उम्मीदवारी के लिए कोई खतरा नहीं दिख रहा था; लेकिन हाल ही के दिनों में जिस तरह से अमित जोनेजा की उम्मीदवारी की चर्चा जोर पकड़ने लगी है, उससे अजीत जालान को अपनी उम्मीदवारी खतरे में पड़ती दिख रही है । फरीदाबाद के लोगों के बीच यह चर्चा चल पड़ी है कि विनय भाटिया के बाद दिल्ली से लगातार तीन गवर्नर हो जायेंगे, इसलिए अगले रोटरी वर्ष में फरीदाबाद से गवर्नर चुना जाना चाहिए ।
फरीदाबाद में इस चर्चा को उकसाने में पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर सुशील खुराना का हाथ भी देखा/पहचाना जा रहा है । सुशील खुराना दरअसल इस बात से खफा बताये/सुने जा रहे हैं कि एक समय फरीदाबाद में उनका दबदबा था, जिसे अब लेकिन विनोद बंसल ने हथिया लिया है । अगले रोटरी वर्ष के लिए अजीत जालान को उम्मीदवारी की तैयारी करने में सुशील खुराना को विनोद बंसल से निपटने का मौका दिखा है । अजीत जालान को चूँकि विनोद बंसल के 'आदमी' के रूप में देखा/पहचाना जाता है, इसलिए सुशील खुराना को लगता है कि अजीत जालान की तैयारी में मट्ठा डाल कर वह वास्तव में विनोद बंसल की जड़ों को खराब कर सकते हैं । यह काम 'फरीदाबाद' से हो सकता है, इसमें सुशील खुराना को दोहरा फायदा दिख रहा है । अगले रोटरी वर्ष में फरीदाबाद से उम्मीदवार लाने/आने की चर्चाओं में सुशील खुराना के भी दिलचस्पी लेने से मामला थोड़ा गंभीर हो गया है, और मामले की इस गंभीरता ने अजीत जालान की मुसीबत को बढ़ा दिया है । अजीत जालान अपने आप को और अपने नजदीकियों को हालाँकि विनोद बंसल का वास्ता देकर आश्वस्त कर रहे हैं कि अंततः सब ठीक हो जायेगा । अजीत जालान ने अपने नजदीकियों को यह कहते/बताते हुए भी आश्वस्त किया है कि अमित जोनेजा के बस की उम्मीदवार 'बनना' और चुनाव लड़ना है ही नहीं; इसीलिए फरीदाबाद के लोगों द्वारा बहुत उकसाने के बावजूद वह अपनी उम्मीदवारी को लेकर अभी तक घोषणा करने के लिए तैयार नहीं हो सके हैं । अजीत जालान के नजदीकियों को लेकिन डर है कि फरीदाबाद ने नेताओं ने अपने अभियान में जोर लगाया तो बहुत संभव है कि अमित जोनेजा - या कोई और उम्मीदवार हो जायेगा, और तब विनोद बंसल भी कुछ नहीं कर पायेंगे । लोगों को लगता है कि अजीत जालान भले ही विनोद बंसल के 'आदमी' के रूप में जाने/पहचाने जाते हों, लेकिन अजीत जालान के लिए वह कोई ऐसी 'लड़ाई' बिलकुल नहीं लड़ेंगे, जिससे उनका अपना 'खेल' बिगड़ता हो । अजीत जालान के लिए समस्या की बात यह है कि अगले रोटरी वर्ष की अपनी उम्मीदवारी को लेकर वह फरीदाबाद के लोगों और विनोद बंसल पर ही निर्भर हैं, अब यदि इन्होंने ही उनका साथ छोड़ दिया - तो वह क्या करेंगे ?