नोएडा ।
रवि सचदेवा की डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के लिए प्रस्तुत उम्मीदवारी के समर्थकों व शुभचिंतकों की सक्रियता में अचानक से तेजी आ रही
दिख रही है, जिसके चलते वह कल शाम एक मीटिंग कर रहे हैं - जिसमें रवि
सचदेवा की उम्मीदवारी के अभियान को लेकर आगे की रूपरेखा तैयार की जाएगी । दरअसल
रोटरी क्लब नोएडा एक्सेलेंस के नए पदाधिकारियों के अधिष्ठापन समारोह में
जुटी भीड़ ने रवि सचदेवा और उनकी उम्मीदवारी के समर्थकों व शुभचिंतकों को
खासा उत्साहित किया है, और उन्हें लगने लगा है कि वह यदि अपनी मुहिम को
सावधानी से संयोजित करें और चलाएँ, तो रवि सचदेवा की उम्मीदवारी को अच्छा
समर्थन मिल सकेगा । उल्लेखनीय है कि रोटरी क्लब नोएडा एक्सेलेंस का
अधिष्ठापन समारोह कहने को तो क्लब के नए पदाधिकारियों को अधिष्ठापित करने
के लिए आयोजित किया गया था, लेकिन उसे जिस बड़े और खास डिजाईन के साथ आयोजित
किया गया था उसे देख कर हर किसी को ठीक ठीक समझ में आ गया कि इसके पीछे
वास्तविक उद्देश्य रवि सचदेवा की उम्मीदवारी के लिए डिस्ट्रिक्ट के लोगों
के बीच माहौल बनाना और संदेश पहुँचाना है । इस समारोह के चलते रवि
सचदेवा की उम्मीदवारी में यदि एक ऊँची छलाँग देखी/पहचानी गई, तो इसके दो
कारण रहे - एक तो इस समारोह में डिस्ट्रिक्ट के कई खास और आम लोगों की
उपस्थिति तथा दूसरे पूर्व गवर्नर मुकेश अरनेजा के साथ डिस्ट्रिक्ट गवर्नर
इलेक्ट दीपक गुप्ता और डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी आलोक गुप्ता की मौजूदगी ।
सामान्य स्थितियों में इन तीनों की मौजूदगी के कोई ज्यादा मतलब नहीं होते,
और इनकी मौजूदगी को सामान्य शिष्टाचार के पर्याय के रूप में ही
देखा/पहचाना जाता - लेकिन क्लब में और समारोह में सतीश सिंघल के होने के
विवाद के बीच समारोह में इन तीनों की मौजूदगी के कुछ खास अर्थ 'बन' गए ।
डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के लिए प्रस्तुत रवि सचदेवा की उम्मीदवारी ने उन 'अर्थों' को राजनीतिक आयाम भी दे दिया ।
समारोह को मुकेश अरनेजा, दीपक गुप्ता और आलोक गुप्ता की मौजूदगी के चलते राजनीतिक आयाम इसलिए भी मिला - क्योंकि अभी तक डिस्ट्रिक्ट में जो राजनीतिक समीकरण रहे हैं, उसमें सतीश सिंघल, मुकेश अरनेजा, दीपक गुप्ता और आलोक गुप्ता एक खेमा बना कर रहे हैं । डिस्ट्रिक्ट के प्रति रोटरी इंटरनेशनल के कठोर रवैये के सामने आने से - जिसके तहत सतीश सिंघल के खिलाफ कार्रवाई हुई और शरत जैन को चेतावनी मिली - डिस्ट्रिक्ट की राजनीति के समीकरणों में उलट-फेर होने की संभावना तो दिखी, लेकिन अभी तक कोई नया समीकरण बनता हुआ नजर नहीं आया है । पिछले दिनों मुकेश अरनेजा, दीपक गुप्ता और आलोक गुप्ता ने हालाँकि सतीश सिंघल के साथ दूरी बनाने/दिखाने की कोशिश तो की, लेकिन रोटरी क्लब नोएडा एक्सेलेंस के अधिष्ठापन समारोह में एक साथ मौजूदगी दिखा कर - वह फिर 'पुराने घेरे' में वापस लौटते हुए दिखे हैं । जो लोग राजनीति के घुमावदार मोड़ों को जानते/समझते हैं, वह मानते/कहते हैं कि मुकेश अरनेजा, दीपक गुप्ता और आलोक गुप्ता अभी रवि सचदेवा की उम्मीदवारी का झंडा उठाने की जल्दबाजी नहीं करेंगे/दिखायेंगे; यह लोग अभी माहौल भाँपेंगे और यदि रवि सचदेवा की उम्मीदवारी को दम पकड़ता पायेंगे, तभी आगे आयेंगे । रवि सचदेवा और उनकी उम्मीदवारी के समर्थक व शुभचिंतक भी इस बात को समझ रहे हैं, और इसलिए वह दो स्तरों पर एकसाथ तैयारी करते हुए देखे जा रहे हैं - एक स्तर पर वह मुकेश अरनेजा, दीपक गुप्ता और आलोक गुप्ता को रवि सचदेवा की उम्मीदवारी के समर्थक के रूप में 'दिखाने' का काम कर रहे हैं, और दूसरे स्तर पर वह ऐसा दिखाते हुए रवि सचदेवा की उम्मीदवारी को डिस्ट्रिक्ट के लोगों के बीच स्वीकृति दिलाने का प्रयास कर रहे हैं ।
रवि सचदेवा और उनकी उम्मीदवारी के समर्थकों व शुभचिंतकों ने रोटरी क्लब नोएडा एक्सेलेंस के अधिष्ठापन समारोह में दिए गए मुकेश अरनेजा, दीपक गुप्ता और आलोक गुप्ता के भाषणों के चुनिंदा अंशों को सोशल मीडिया के जरिये जिस तरह प्रचारित किया है, उसमें इन तीनों को रवि सचदेवा की उम्मीदवारी के समर्थक के रूप में 'दिखाने' की होशियारी साफ झलकती है । हालाँकि रवि सचदेवा की उम्मीदवारी के कुछेक समर्थकों का ही मानना/कहना है कि इस तरह की तरकीबों से क्षणिक रूप में तो माहौल में अनुकूलता और गर्मी लाई जा सकती है, किंतु इस अनुकूलता और गर्मी को यदि स्थाई रूप देना है तो इसके लिए जमीनी स्तर पर कुछ ठोस काम करना होगा । यह ठोस काम क्या होगा और इसे कैसे किया जायेगा, लगता है कि इसे तय करने के लिए ही रवि सचदेवा की उम्मीदवारी के समर्थकों व शुभचिंतकों ने कल की बैठक बुलाई है । क्लब के अधिष्ठापन समारोह के रूप में रवि सचदेवा की उम्मीदवारी को प्रमोट करने के उद्देश्य से हुए आयोजन के सात/आठ दिन के भीतर ही समर्थकों व शुभचिंतकों की मीटिंग करने की तैयारी से संकेत मिल रहा है कि अधिष्ठापन समारोह की सफलता ने रवि सचदेवा और उनके समर्थकों व शुभचिंतकों को उत्साहित किया है, तथा वह और जोरशोर के साथ रवि सचदेवा की उम्मीदवारी के अभियान में जुटने की जरूरत समझ रहे हैं । कल शाम होने वाली मीटिंग का एक उद्देश्य समर्थकों व शुभचिंतकों को एकजुट व उत्साहित रखने के साथ-साथ अधिष्ठापन समारोह की सफलता को ज्यादा से ज्यादा भुनाने की कवायद के रूप में भी देखा/पहचाना जा रहा है । माना/समझा जा रहा है कि अधिष्ठापन समारोह की सफलता ने रवि सचदेवा और उनके समर्थकों व शुभचिंतकों में जो जोश भरा है, वह इस वर्ष होने वाले डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के चुनाव की गर्मी को और भड़कायेगा तथा उसे और दिलचस्प बनायेगा ।
समारोह को मुकेश अरनेजा, दीपक गुप्ता और आलोक गुप्ता की मौजूदगी के चलते राजनीतिक आयाम इसलिए भी मिला - क्योंकि अभी तक डिस्ट्रिक्ट में जो राजनीतिक समीकरण रहे हैं, उसमें सतीश सिंघल, मुकेश अरनेजा, दीपक गुप्ता और आलोक गुप्ता एक खेमा बना कर रहे हैं । डिस्ट्रिक्ट के प्रति रोटरी इंटरनेशनल के कठोर रवैये के सामने आने से - जिसके तहत सतीश सिंघल के खिलाफ कार्रवाई हुई और शरत जैन को चेतावनी मिली - डिस्ट्रिक्ट की राजनीति के समीकरणों में उलट-फेर होने की संभावना तो दिखी, लेकिन अभी तक कोई नया समीकरण बनता हुआ नजर नहीं आया है । पिछले दिनों मुकेश अरनेजा, दीपक गुप्ता और आलोक गुप्ता ने हालाँकि सतीश सिंघल के साथ दूरी बनाने/दिखाने की कोशिश तो की, लेकिन रोटरी क्लब नोएडा एक्सेलेंस के अधिष्ठापन समारोह में एक साथ मौजूदगी दिखा कर - वह फिर 'पुराने घेरे' में वापस लौटते हुए दिखे हैं । जो लोग राजनीति के घुमावदार मोड़ों को जानते/समझते हैं, वह मानते/कहते हैं कि मुकेश अरनेजा, दीपक गुप्ता और आलोक गुप्ता अभी रवि सचदेवा की उम्मीदवारी का झंडा उठाने की जल्दबाजी नहीं करेंगे/दिखायेंगे; यह लोग अभी माहौल भाँपेंगे और यदि रवि सचदेवा की उम्मीदवारी को दम पकड़ता पायेंगे, तभी आगे आयेंगे । रवि सचदेवा और उनकी उम्मीदवारी के समर्थक व शुभचिंतक भी इस बात को समझ रहे हैं, और इसलिए वह दो स्तरों पर एकसाथ तैयारी करते हुए देखे जा रहे हैं - एक स्तर पर वह मुकेश अरनेजा, दीपक गुप्ता और आलोक गुप्ता को रवि सचदेवा की उम्मीदवारी के समर्थक के रूप में 'दिखाने' का काम कर रहे हैं, और दूसरे स्तर पर वह ऐसा दिखाते हुए रवि सचदेवा की उम्मीदवारी को डिस्ट्रिक्ट के लोगों के बीच स्वीकृति दिलाने का प्रयास कर रहे हैं ।
रवि सचदेवा और उनकी उम्मीदवारी के समर्थकों व शुभचिंतकों ने रोटरी क्लब नोएडा एक्सेलेंस के अधिष्ठापन समारोह में दिए गए मुकेश अरनेजा, दीपक गुप्ता और आलोक गुप्ता के भाषणों के चुनिंदा अंशों को सोशल मीडिया के जरिये जिस तरह प्रचारित किया है, उसमें इन तीनों को रवि सचदेवा की उम्मीदवारी के समर्थक के रूप में 'दिखाने' की होशियारी साफ झलकती है । हालाँकि रवि सचदेवा की उम्मीदवारी के कुछेक समर्थकों का ही मानना/कहना है कि इस तरह की तरकीबों से क्षणिक रूप में तो माहौल में अनुकूलता और गर्मी लाई जा सकती है, किंतु इस अनुकूलता और गर्मी को यदि स्थाई रूप देना है तो इसके लिए जमीनी स्तर पर कुछ ठोस काम करना होगा । यह ठोस काम क्या होगा और इसे कैसे किया जायेगा, लगता है कि इसे तय करने के लिए ही रवि सचदेवा की उम्मीदवारी के समर्थकों व शुभचिंतकों ने कल की बैठक बुलाई है । क्लब के अधिष्ठापन समारोह के रूप में रवि सचदेवा की उम्मीदवारी को प्रमोट करने के उद्देश्य से हुए आयोजन के सात/आठ दिन के भीतर ही समर्थकों व शुभचिंतकों की मीटिंग करने की तैयारी से संकेत मिल रहा है कि अधिष्ठापन समारोह की सफलता ने रवि सचदेवा और उनके समर्थकों व शुभचिंतकों को उत्साहित किया है, तथा वह और जोरशोर के साथ रवि सचदेवा की उम्मीदवारी के अभियान में जुटने की जरूरत समझ रहे हैं । कल शाम होने वाली मीटिंग का एक उद्देश्य समर्थकों व शुभचिंतकों को एकजुट व उत्साहित रखने के साथ-साथ अधिष्ठापन समारोह की सफलता को ज्यादा से ज्यादा भुनाने की कवायद के रूप में भी देखा/पहचाना जा रहा है । माना/समझा जा रहा है कि अधिष्ठापन समारोह की सफलता ने रवि सचदेवा और उनके समर्थकों व शुभचिंतकों में जो जोश भरा है, वह इस वर्ष होने वाले डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के चुनाव की गर्मी को और भड़कायेगा तथा उसे और दिलचस्प बनायेगा ।