Saturday, September 22, 2018

रोटरी इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 3012 में मुकेश अरनेजा की हरकतों से परेशान डिस्ट्रिक्ट गवर्नर इलेक्ट दीपक गुप्ता ने यदि उन्हें डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर के पद से सचमुच हटाया, तो मुकेश अरनेजा के लिए यह तीसरी बार फजीहत की स्थिति होगी

नई दिल्ली । डिस्ट्रिक्ट गवर्नर इलेक्ट दीपक गुप्ता डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर मुकेश अरनेजा के साथ क्या वही सुलूक करने की तरफ बढ़ रहे हैं, जो आठ वर्ष पहले तत्कालीन डिस्ट्रिक्ट गवर्नर इलेक्ट अमित जैन ने मुकेश अरनेजा के साथ किया था ? वरिष्ठ रोटेरियंस को याद है कि अमित जैन ने मुकेश अरनेजा को डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर बनाया था, किंतु एक-डेढ़ महीने में मुकेश अरनेजा की हरकतों को देख कर अमित जैन ने उन्हें डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर के पद से हटा दिया था । दीपक गुप्ता के नजदीकियों का कहना/बताना है कि डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर के रूप में मुकेश अरनेजा की हरकतों से दीपक गुप्ता भी परेशान हो उठे हैं, और वह मुकेश अरनेजा को डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर के पद से हटा देने पर विचार कर रहे हैं । नजदीकियों के अनुसार, मुकेश अरनेजा से दीपक गुप्ता को कोई मदद तो मिल नहीं रही है - मुकेश अरनेजा उनके लिए मुसीबतें और खड़ी कर रहे हैं । पेम वन के आयोजन को लेकर मुकेश अरनेजा ने जो जो काम करने को लेकर दीपक गुप्ता को आश्वस्त किया था, उनमें से वह कोई भी काम करवा तो नहीं ही सके, ऐन मौके तक उन्होंने दीपक गुप्ता को अँधेरे में और रखा । दीपक गुप्ता के शुभचिंतकों का कहना है कि वह तो समय रहते दीपक गुप्ता ने मुकेश अरनेजा की क्षमताओं को भाँप लिया और जान/समझ लिया कि वह यदि मुकेश अरनेजा के चक्कर में रहे, तो फजीहत का शिकार होंगे - और इसलिए अपने पहले कार्यक्रम के रूप में पेम वन की तैयारी की कमान उन्होंने खुद सँभाल ली । दीपक गुप्ता का अनुभव रहा कि मुकेश अरनेजा बातें तो बड़ी ऊँची ऊँची करते हैं, लेकिन रिजल्ट देने के मामले में 'पिट' जाते हैं - इसीलिए दीपक गुप्ता के नजदीकियों को लग रहा है कि डिस्ट्रिक्ट गवर्नर इलेक्ट के रूप में दीपक गुप्ता डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर के पद से मुकेश अरनेजा की छुट्टी कर सकते हैं ।
मजे की बात यह है कि मुकेश अरनेजा यह तो समझ रहे हैं कि दीपक गुप्ता उनसे खुश नहीं हैं, लेकिन उनका दावा है कि दीपक गुप्ता उन्हें डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर के पद से हटाने की हिम्मत नहीं करेंगे । मुकेश अरनेजा के नजदीकियों के अनुसार, मुकेश अरनेजा का मानना/कहना है कि वह इस बात को अच्छी तरह से समझ रहे हैं कि दीपक गुप्ता ने खुशी से नहीं, बल्कि मजबूरी में उन्हें डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर बनाया है - और दीपक गुप्ता की यही मजबूरी उन्हें डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर के पद पर बनाये रखेगी । यहाँ यह याद करना प्रासंगिक होगा कि दीपक गुप्ता ने पहले जेके गौड़ को डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर बनाने का निश्चय किया था, लेकिन हालात कुछ ऐसे पलटे कि फिर वह मुकेश अरनेजा को डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर बनाने के लिए मजबूर हुए । मुकेश अरनेजा का मानना/कहना है कि दीपक गुप्ता जिस कारण से उन्हें डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर बनाने के लिए मजबूर हुए, उसी कारण से दीपक गुप्ता उन्हें डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर बनाये रखने के लिए भी मजबूर रहेंगे । मुकेश अरनेजा तो अपने नजदीकियों के बीच यह दावा करते हुए भी सुने गए हैं कि दीपक गुप्ता के बाद आलोक गुप्ता भी अपने गवर्नर-वर्ष में उन्हें ही डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर बनायेंगे । मुकेश अरनेजा के कुछेक नजदीकियों का तो यहाँ तक कहना/बताना है कि मुकेश अरनेजा ने तो आलोक गुप्ता के गवर्नर-वर्ष की टीम के सदस्यों को भी चुनना शुरू कर दिया है ।
डिस्ट्रिक्ट के जो लोग मुकेश अरनेजा, दीपक गुप्ता और आलोक गुप्ता - तीनों के नजदीक हैं, उनका कहना/बताना है कि दीपक गुप्ता और आलोक गुप्ता एक जैसे कारणों से मुकेश अरनेजा से खफा तो हैं; और मुकेश अरनेजा को इस बात का पता भी है । इन्हीं नजदीकियों को लगता है कि मुकेश अरनेजा ऊपर ऊपर से भले ही दीपक गुप्ता और आलोक गुप्ता के मजबूर होने का दावा करते हों, लेकिन वास्तव में वह इस आशंका से डरे हुए भी हैं कि दीपक गुप्ता कहीं सचमुच उन्हें डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर के पद से हटा न दें । दरअसल मुकेश अरनेजा के साथ बदकिस्मती की बात यह हुई है कि वह दो बार डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर का अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सके हैं - अमित जैन ने उन्हें डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर बनाया और फिर जल्दी ही हटा दिया; दूसरी बार पिछले वर्ष सतीश सिंघल ने उन्हें डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर बनाया था - सतीश सिंघल को ही गवर्नरी पूरी करने का मौका नहीं मिला, जिस कारण मुकेश अरनेजा का डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर का कार्यकाल भी पूरा नहीं हो सका । ऐसे में मुकेश अरनेजा को डर है कि कहीं दीपक गुप्ता ने भी उन्हें डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर के पद से हटा दिया, तो यह उनके लिए बड़ी फजीहत की बात होगी । उनके नजदीकियों के अनुसार, इसीलिए मुकेश अरनेजा बहुत सावधानी बरत रहे हैं और प्रयास कर रहे हैं कि उनकी किसी कार्रवाई से दीपक गुप्ता की नाराजगी भड़क न उठे । मुकेश अरनेजा को जानने वाले लोगों का मानना/कहना लेकिन यह है कि मुकेश अरनेजा की रगों में खून नहीं, कारस्तानियाँ व बदतमीजियाँ बहती हैं; और लाख कोशिशों के बाद भी वह सुधर नहीं सकते हैं । कुछेक वरिष्ठ रोटेरियंस का कहना है कि जैसे कुत्ते की पूँछ को कितना ही सीधा करने की कोशिश करो, लेकिन वह सीधी नहीं हो सकती है - ठीक वैसे ही मुकेश अरनेजा कितना भी सुधरने की कोशिश करें, वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आ सकते हैं । हरकतें उनके शरीर में जैसे कुलबुलाती रहती हैं, और वह कभी भी कहीं भी फूट पड़ती हैं । इसीलिए उन्हें जानने वाले लोगों का कहना है कि अमित जैन की तरह दीपक गुप्ता भी यदि मुकेश अरनेजा को डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर के पद से हटाने की घोषणा कर दें, तो किसी को हैरान नहीं होना चाहिए ।