Tuesday, September 25, 2018

रोटरी इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 3012 में सतीश सिंघल को पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर 'घोषित' करने की डिस्ट्रिक्ट गवर्नर इलेक्ट दीपक गुप्ता की अनधिकृत कार्रवाई ने इंटरनेशनल प्रेसीडेंट नॉमिनी सुशील गुप्ता के लिए भी फजीहत की स्थिति बनाई

गाजियाबाद । डिस्ट्रिक्ट 3012 के रोटेरियंस 13 अक्टूबर को इंटरनेशनल प्रेसीडेंट नॉमिनी सुशील गुप्ता का स्वागत-सम्मान करने की तैयारी में लगे हुए हैं, लेकिन दूसरी तरफ डिस्ट्रिक्ट गवर्नर इलेक्ट दीपक गुप्ता ने सुशील गुप्ता की फजीहत करवाने के लिए मंच पूरी तरह से सजा दिया है । अपने पहले कार्यक्रम - पेम वन के मौके पर प्रकाशित डायरेक्टरी में दीपक गुप्ता ने सतीश सिंघल का नाम काउंसिल ऑफ गवर्नर्स की सूची में प्रकाशित करते हुए उन्हें पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर के रूप में मान्यता दी है । पिछले रोटरी वर्ष में तत्कालीन इंटरनेशनल प्रेसीडेंट तथा रोटरी इंटरनेशनल का फैसला बताते हुए लिखे पत्र में सतीश सिंघल को डिस्ट्रिक्ट गवर्नर पद से हटाते हुए साफ शब्दों में लिखा था कि सतीश सिंघल को पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर के रूप में भी मान्यता नहीं मिलेगी । रोटरी को लेकर बड़ी बड़ी बातें करने तथा रोटरी से संबंधित ज्ञान झाड़ने वाले दीपक गुप्ता को क्या इतनी मामूली सी बात पता नहीं है, या समझ नहीं आ रही है कि इंटरनेशनल प्रेसीडेंट ने जब यह कहा है - और बाकायदा लिखित में कहा है कि सतीश सिंघल को पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नहीं माना/कहा जायेगा; तब फिर वह क्यों और कैसे अपने रिकॉर्ड में सतीश सिंघल को पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर कह/बता सकते हैं ? दीपक गुप्ता अपने आपको क्या इंटरनेशनल प्रेसीडेंट और रोटरी इंटरनेशनल से भी ऊपर मानते/समझते हैं; और रोटरी इंटरनेशनल के नियम-कानूनों की बजाये अपने नियम चलाना चाहते हैं ? इस मामले में दीपक गुप्ता के डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर मुकेश अरनेजा का रवैया खासा दिलचस्प है । पेम वन समारोह में मौजूद डिस्ट्रिक्ट 3011 के कुछेक पूर्व गवर्नर्स ने दीपक गुप्ता की डायरेक्टरी में जब सतीश सिंघल का नाम छपा देखा, तो उन्होंने मुकेश अरनेजा से इस बारे में पूछा; मुकेश अरनेजा ने उस समय तो यह कहते हुए बात को टाल दिया कि डायरेक्टरी तैयार करने का काम दीपक गुप्ता ने ही किया है, और दीपक गुप्ता ने इसमें उनसे कोई सलाह नहीं ली, जिस कारण उनका इसमें कोई दखल नहीं रहा - बाद में लेकिन वह यह कहते/बताते हुए मजे लेते दिखे/सुने गए कि सतीश सिंघल के क्लब के रवि सचदेवा से दो लाख रुपए ऐंठने के लिए दीपक गुप्ता ने अपनी डायरेक्टरी में सतीश सिंघल को अनधिकृत रूप से पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर 'दिखा' दिया है ।  
मुकेश अरनेजा के लोगों के बीच किए जा रहे दावों के अनुसार, दीपक गुप्ता ने डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के तीनों उम्मीदवारों से पेम वन के लिए दो दो लाख रुपए बसूले हैं । मुकेश अरनेजा का ही दावा है कि पेम वन के आयोजन में दीपक गुप्ता ने पैसों की जमकर बसूली की है, और पेम वन में करीब आठ/दस लाख रुपए कमा लिए हैं । नए रोटेरियंस को मुकेश अरनेजा से इस तरह की बातें सुनकर हैरानी भी हो रही है; क्योंकि वह देख रहे हैं कि दीपक गुप्ता और मुकेश अरनेजा तो साथ-साथ हैं, दीपक गुप्ता ने उन्हें डिस्ट्रिक्ट ट्रेनर बनाया है - आखिर फिर क्यों दीपक गुप्ता को लेकर मुकेश अरनेजा इस तरह की बातें कर रहे हैं ? लेकिन पुराने रोटेरियंस जानते हैं कि मुकेश अरनेजा जिस थाली में खाते हैं, उसमें ही छेद करने के शौकीन रहे हैं । उन्हें जानने वाले लोगों का कहना है कि अपने को महत्त्वपूर्ण बनाए रखने के लिए मुकेश अरनेजा 'क्रिएट द प्रॉब्लम, देन सॉल्व द प्रॉब्लम' वाले फार्मूले पर काम करते रहे हैं; पहले वह समस्या पैदा करते हैं और उसे बढ़ाते हैं, और फिर उसे हल करने में जुटते हैं । लोगों को लगता है कि वह दीपक गुप्ता के साथ भी यही खेल खेल रहे हैं, जिसके तहत मुकेश अरनेजा पहले तो दीपक गुप्ता को बदनामी और मुसीबत के दलदल में फँसायेंगे, ताकि दीपक गुप्ता मदद के लिए उन पर ज्यादा से ज्यादा आश्रित हों । उनके नजदीकियों को ही शक है कि पेम वन के आयोजन में दीपक गुप्ता द्वारा कमाई करने की बातों के साथ-साथ सतीश सिंघल को पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर 'घोषित' करने के मामले को भी हवा देने में मुकेश अरनेजा खुद दिलचस्पी ले रहे हैं, ताकि दीपक गुप्ता मुसीबत में फँसे और फजीहत का शिकार हों - और फिर उससे निकलने के लिए उनसे मदद माँगे और उन पर आश्रित हों ।
मुकेश अरनेजा जो कर रहे हैं या करना चाह रहे हैं, वह तो उन्हें जानने वालों को समझ में आ रहा है; लेकिन दीपक गुप्ता के शुभचिंतकों को हैरानी इस बात की है कि उनकी मति क्यों मारी गई है - जो वह रोटरी इंटरनेशनल के फैसलों को खुली चुनौती दे रहे हैं । सतीश सिंघल के मामले में दीपक गुप्ता हालाँकि लगातार सावधानी बरतते/दिखाते रहे हैं - सतीश सिंघल के प्रति गाहे-बगाहे हमदर्दी दिखाते रहने के बावजूद, 'होशियारी' के साथ आयोजित किए गए अनधिकृत थैंक्स गिविंग कार्यक्रम में दीपक गुप्ता नहीं गए; अनधिकृत थैंक्स गिविंग कार्यक्रम में अनधिकृत अवॉर्ड पाने वालों की सार्वजनिक रूप से प्रशंसा करने का 'जोश' डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी आलोक गुप्ता ने तो कई मौकों पर दिखाया, लेकिन दीपक गुप्ता ने ऐसा कोई काम नहीं किया; अभी हाल ही में सतीश सिंघल के क्लब के अधिष्ठापन समारोह में मुकेश अरनेजा और आलोक गुप्ता के साथ शामिल होना तो दीपक गुप्ता ने स्वीकार किया, और समारोह में एक साधारण रोटेरियन के रूप में मौजूद सतीश सिंघल के साथ उन्होंने तस्वीरें भी खिंचवाईं - लेकिन समारोह में सतीश सिंघल को निवर्त्तमान डिस्ट्रिक्ट गवर्नर या पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर का 'ओहदा' दिलवाने के लिए उन्होंने कोई प्रयास नहीं किया । इस तरह, मुकेश अरनेजा और आलोक गुप्ता के साथ-साथ दीपक गुप्ता ने भी सतीश सिंघल के साथ सुविधानुसार कभी/कहीं पास तो कभी/कहीं दूर रहने/दिखने का नाटक खासी होशियारी के साथ किया है । उनके इस नाटक को देखते/समझते हुए ही लोगों को हैरानी है कि दीपक गुप्ता ने अपनी डायरेक्टरी में सतीश सिंघल को पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर 'घोषित' करने का रोटरी विरोधी काम कैसे और क्यों कर दिया ? कुछेक लोगों को लगता है कि दीपक गुप्ता ने यह काम अपने अहंकार में कर दिया है; दरअसल दीपक गुप्ता अक्सर ही दिखाते/जताते रहते हैं कि रोटरी के बारे में वह जितना जानते हैं उतना तो कोई भी नहीं जानता; सतीश सिंघल के मामले में हो सकता है कि उन्होंने मान लिया हो कि वह तो रोटरी इंटरनेशनल और इंटरनेशनल प्रेसीडेंट से भी ज्यादा जानते हैं - और रोटरी इंटरनेशनल भले ही न माने, पर वह तो सतीश सिंघल को पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर मानते हैं; कुछेक लोगों को मुकेश अरनेजा की बात सही लगती है कि रवि सचदेवा से दो लाख रुपए ऐंठने के लिए उन्होंने सतीश सिंघल को पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर 'घोषित' कर दिया है ।
दीपक गुप्ता की इस हरकत ने इंटरनेशनल प्रेसीडेंट नॉमिनी चुने गए सुशील गुप्ता के लिए भारी फजीहत की स्थिति पैदा कर दी है । नोमीनेटिंग कमेटी द्वारा इंटरनेशनल प्रेसीडेंट नॉमिनी पद के लिए अधिकृत उम्मीदवार के रूप में चुने गए सुशील गुप्ता चेलैंज के लिए दी गई समयसीमा के पूरा होने के बाद एक अक्टूबर को इंटरनेशनल प्रेसीडेंट नॉमिनी घोषित होंगे । उससे पहले ही उनके समझे जाने वाले डिस्ट्रिक्ट के डिस्ट्रिक्ट गवर्नर इलेक्ट दीपक गुप्ता ने ऐसा कांड कर दिया, जो रोटरी इंटरनेशनल के फैसले को ही स्वीकार करने से इंकार करता है । विडंबना की बात यह भी है कि दीपक गुप्ता ने अपनी जिस डायरेक्टरी में रोटरी इंटरनेशनल के फैसले को ठेंगा दिखाते हुए सतीश सिंघल को पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर 'घोषित' किया है, उसके विमोचन होने के पेम वन समारोह में सुशील गुप्ता भी मौजूद थे । अभी दो-तीन वर्ष पहले ही किसी बातचीत में सुशील गुप्ता का जिक्र आने पर दीपक गुप्ता ने बड़ी हेकड़ी से कहा था - 'हू इज सुशील गुप्ता ?' तब से अब तक हालाँकि काफी कुछ बदल गया है - दीपक गुप्ता डिस्ट्रिक्ट गवर्नर होने जा रहे हैं; सुशील गुप्ता इंटरनेशनल प्रेसीडेंट होने जा रहे हैं; लेकिन लगता है कि दीपक गुप्ता का हेकड़ी वाला रवैया नहीं बदला है - सतीश सिंघल को मनमाने तरीके से पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर घोषित करते हुए दीपक गुप्ता हो सकता है कि अब भी कह दें - 'हू इज सुशील गुप्ता', 'हू इज रोटरी इंटरनेशनल' ।
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रोटरी इंटरनेशनल कार्यालय के पत्र का वह हिस्सा, जिसमें सतीश सिंघल को पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर के रूप में मान्यता नहीं देने का फैसला सुनाया गया है : 

  
दीपक गुप्ता के पेम वन में विमोचित हुई डायरेक्टरी का वह पृष्ठ, जिसमें सतीश सिंघल को पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर 'घोषित' किया गया है :