Monday, March 4, 2019

रोटरी इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 3080 में पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर्स रंजीत भाटिया, प्रमोद विज व रमन अनेजा की तिकड़ी की तरफ से क्लब में मुसीबत खड़ी करने की आशंका के कारण ही नवीन गुलाटी डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद की अपनी उम्मीदवारी की घोषणा करने से बच रहे हैं क्या ?

पानीपत । अजय मदान की जोरदार तथा एकतरफा जीत से उत्साहित उनके समर्थकों व नेताओं ने अगले वर्ष होने वाले डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के चुनाव के लिए रोटरी क्लब पानीपत मिडटाउन के वरिष्ठ सदस्य नवीन गुलाटी की उम्मीदवारी को जोरशोर से घोषित कर दिया है । मजे की बात हालाँकि यह है कि नवीन गुलाटी अभी हालाँकि अपनी उम्मीदवारी को लेकर चुप्पी साधे हुए हैं, और उनकी तरफ से उम्मीदवारी को लेकर अभी कोई बात सुनने को नहीं मिली है । नवीन गुलाटी के नजदीकियों का कहना है कि उन्होंने अपनी उम्मीदवारी को लेकर अपना मन तो बना लिया है, लेकिन चुनाव संबंधी सक्रियताओं की जरूरतों को एक बार वह अच्छे से समझ कर ही फाइनल फैसला करना चाहते हैं - इसलिए उनकी तरफ से अपनी उम्मीदवारी को लेकर सहमति 'घोषित' करने से अभी बचा जा रहा है । दरअसल कुछ समय पहले दुर्घटनाग्रस्त होने के कारण ज्यादा ट्रैवलिंग कर सकना उनके लिए मुश्किल की बात है, इसलिए उनके लिए अभी से यह समझना बहुत जरूरी है कि पहले उम्मीदवार के रूप में और फिर डिस्ट्रिक्ट गवर्नर के रूप में उन्हें आखिर कितनी ट्रैवलिंग करना पड़ेगी और उतनी ट्रैवलिंग वह सचमुच कर सकेंगे क्या ? इसके अलावा, उम्मीदवार बनने के लिए उन्हें अपने क्लब में भी हरी झंडी लेना है । नवीन गुलाटी के क्लब में रंजीत भाटिया, प्रमोद विज व रमन अनेजा के रूप में तीन तीन पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर्स हैं - और यह बात नवीन गुलाटी के लिए मुसीबत और चुनौती की इसलिए है, क्योंकि डिस्ट्रिक्ट की चुनावी राजनीति में बनी खेमेबाजी के नजरिये से यह तीनों नवीन गुलाटी के विरोधी हैं; और कुछेक लोगों को लगता है कि यह तीनों डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद की नवीन गुलाटी की उम्मीदवारी को क्लब की हरी झंडी मिलने में रोड़ा अटकाने का काम कर सकते हैं ।
उल्लेखनीय है कि डिस्ट्रिक्ट की चुनावी राजनीति जब आज जैसी/जितनी तल्ख़ और घमासानभरी नहीं थी, तब भी नवीन गुलाटी और रंजीत भाटिया व प्रमोद विज के रास्ते अलग अलग होते थे, और नवीन गुलाटी की इन लोगों से कभी नहीं बनी । करीब चार वर्ष पहले, डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी पद के लिए नोमीनेटिंग कमेटी द्वारा अधिकृत उम्मीदवार के रूप में टीके रूबी के चुने जाने के बाद डिस्ट्रिक्ट की चुनावी राजनीति में तथा डिस्ट्रिक्ट के माहौल में जो गर्मी पैदा हुई, और जिसके चलते डिस्ट्रिक्ट दो खेमों में बँटता चला गया - उसमें टीके रूबी खेमे की पानीपत में बागडोर नवीन गुलाटी के हाथ में ही रही और टीके रूबी खेमे के मुख्य कर्ताधर्ताओं में नवीन गुलाटी की गिनती व पहचान होने लगी । दरअसल इसी पहचान के चलते कुछेक लोगों को आशंका है कि रंजीत भाटिया, प्रमोद विज व रमन अनेजा की तिकड़ी नवीन गुलाटी की उम्मीदवारी को क्लब में ही रोकने की कोशिश करेगी । क्लब के कुछेक वरिष्ठ सदस्यों का यद्यपि यह भी कहना है कि खेमेबाजी के लिहाज से रंजीत भाटिया, प्रमोद विज और नवीन गुलाटी के बीच भले ही विरोध के संबंध रहे हों, लेकिन यह विरोध कटुता के स्तर पर पहुँचा हुआ कभी नहीं दिखा - इसलिए इस बात की संभावना दिखती नहीं है कि रंजीत भाटिया व प्रमोद विज की तरफ से नवीन गुलाटी की उम्मीदवारी के सामने क्लब में कोई मुसीबत खड़ी करने की कोशिश की जाएगी । कुछेक लोगों का कहना है कि तीनों/चारों लोग सयाने लोग हैं, इसलिए लगता तो नहीं है कि नवीन गुलाटी की उम्मीदवारी को क्लब में किसी भी तरह की समस्या और या अड़चन का सामना करना पड़ेगा - बाकी राजनीति तो राजनीति है, कौन दावा कर सकता है कि कल क्या होगा या नहीं होगा ? टीके रूबी को लेकर डिस्ट्रिक्ट में जो तमाशा हुआ, वह जब तक नहीं हुआ  था - तब तक कौन सोच भी सकता था कि ऐसा तमाशा हो सकता है ?
संभवतः इसीलिए अपनी उम्मीदवारी को घोषित करना और या उसे जताना/दिखाना नवीन गुलाटी ने टाला हुआ हो । वह पहले अपने क्लब में अपनी उम्मीदवारी को लेकर एक राय बना लेना चाहते होंगे और क्लब के सभी सदस्यों का समर्थन ले लेना चाहते होंगे - और उसके बाद ही एक उम्मीदवार के रूप में सामने आना चाहते होंगे । इसके साथ ही, नवीन गुलाटी अगले रोटरी वर्ष के संभावित राजनीतिक माहौल का भी आकलन कर लेना चाहते होंगे । इस वर्ष अजय मदान को जैसी धमाकेदार जीत मिली है, उसे देख कर अगले रोटरी वर्ष में दूसरे खेमे की तरफ से कोई चुनौती मिलने का डर या खतरा किसी को नहीं है । कपिल गुप्ता को लेकर भी लोगों को लग रहा है कि इस बार मिली करारी हार से कपिल गुप्ता ने सबक ले लिया होगा कि उनका जो रवैया है, उसके चलते और उसके कारण उनका डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी चुना जा पाना मुश्किल क्या, असंभव ही है । अजय मदान की भारी-भरकम जीत के बाद तो 'उस' तरफ जो थोड़े बहुत लोग बचे रह भी गए हैं, उनमें से कईयों के 'इस' तरफ आने के संकेत मिल रहे हैं; और यह सब देख कर माना जा रहा है कि 'इस' तरफ के उम्मीदवार को अगली बार तो अजय मदान से भी बड़ी जीत मिलेगी । इस कारण से, नवीन गुलाटी के नजदीकियों व शुभचिंतकों को लगता है कि डिस्ट्रिक्ट गवर्नर नॉमिनी चुने जाने के संदर्भ में अगला वर्ष नवीन गुलाटी के लिए सुनहरा मौका है, और उन्हें इस मौके का फायदा उठा लेना चाहिए । नवीन गुलाटी के नजदीकियों तथा उनके समर्थक व शुभचिंतक नेताओं के दावों पर यकीन करें, तो अगले रोटरी वर्ष में नवीन गुलाटी निश्चित ही उम्मीदवार हो रहे हैं - और खुद नवीन गुलाटी ही/भी जल्दी ही इस संबंध में घोषणा कर देंगे ।